हालाँकि GMP विश्वशनीय नहीं है लेकिन अधिकांश मामलों में GMP ठीक प्रकार से काम करता है और आईपीओ दी गयी कीमत के आसपास लिस्ट होता है.

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शेयर प्रीमियम खाता

एक शेयर प्रीमियम खाता आमतौर पर कंपनी की बैलेंस शीट पर सूचीबद्ध होता है । इस खाते को एक शेयरधारक के द्वारा भुगतान किए गए पैसे का भुगतान करने, या भुगतान करने का वादा किया जाता है, एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? लेकिन केवल तब जब शेयरधारक एक शेयर की लागत से अधिक का भुगतान करता है। इस खाते का उपयोग इक्विटी से संबंधित खर्चों को लिखने के लिए किया जा सकता है, जैसे कि अंडरराइटिंग लागत, और बोनस शेयर जारी करने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है।

शेयर प्रीमियम को कंपनी के शेयरों के बराबर मूल्य और हाल ही में जारी किए गए शेयरों के लिए प्राप्त कंपनी की कुल राशि के बीच के अंतर के रूप में सोचा जा सकता है। उदाहरण के लिए, कंपनी एबीसी ने अपने स्टॉक के 300 शेयर जारी किए हैं। शेयरों को एक बराबर मूल्य दिया जाता है या $ 10 प्रत्येक पर मूल्य दिया जाता है; हालांकि, कंपनी को प्रति शेयर 15 डॉलर का भुगतान किया गया है।

शेयर प्रीमियम अकाउंट ईबब और फ्लो

समय के साथ, शेयर प्रीमियम खाते का संतुलन बढ़ता और घटता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि किसी कंपनी के लिए नए शेयरों को जारी करने के लिए मानक संचालन अभ्यास है जो शेयरों के मौजूदा बाजार मूल्य के बजाय शेयरों के मनमाने सममूल्य मूल्य के अनुरूप है।

दो साल की अवधि में ऊपर के उदाहरण से कंपनी एबीसी के साथ जारी है, यह बाजार में गिरावट का सामना करता है और दो साल की एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? समय अवधि के पहले छह महीनों में जारी किए गए 100 नए शेयरों पर $ 6 प्रति शेयर का भुगतान किया जाता है। यह बराबर मूल्य के लिए प्रति शेयर $ 4 की छूट है, और इस प्रकार शेयर प्रीमियम खाते से $ 400 घटाता है, इसे $ 1,100 पर छोड़ देता है। हालांकि, दो साल की अवधि के बाद के हिस्से में कंपनी को बाजार में उछाल का अनुभव है। यह $ 20 प्रति शेयर के बराबर मूल्य के साथ 400 नए शेयर जारी करता है। शेयरधारक $ 35 प्रति शेयर का भुगतान करते हैं, शेयर प्रीमियम खाते में $ 6,000 जोड़ते हैं, जिससे खाते का शेष $ 7,100 से अधिक हो जाता है।

शेयर प्रीमियम खाते के लिए उपयोग

शेयर प्रीमियम खाता एक आरक्षित खाता है जिसे वितरित नहीं किया जा सकता है। एक कंपनी केवल उन उद्देश्यों के लिए खाते के शेष का उपयोग कर सकती है जो उसके उपनियमों में स्थापित किए गए हैं। ज्यादातर मामलों में, कंपनी शेयरधारकों को लाभांश का भुगतान करने या परिचालन घाटे की भरपाई के लिए खाते का उपयोग नहीं कर सकती है । शेयर प्रीमियम खाते का उपयोग आमतौर पर इक्विटी खर्चों का भुगतान करने के लिए किया जाता है, जिसमें अंडरराइटर शुल्क शामिल होता है। खाते का उपयोग बोनस शेयरों के जारी करने और इस जारी करने से संबंधित लागतों या खर्चों के लिए भी किया जा सकता है।

बैलेंस शीट के शेयरधारकों के इक्विटी हिस्से में एक शेयर प्रीमियम खाता दर्ज किया गया है। शेयर प्रीमियम खाता जारी किए गए शेयरों के बराबर मूल्य और सदस्यता या निर्गम मूल्य के बीच अंतर का प्रतिनिधित्व करता है। शेयर प्रीमियम खाते को अतिरिक्त भुगतान की गई पूंजी के रूप में भी जाना जा सकता है और बराबर मूल्य से अधिक में भुगतान वाली पूंजी भी कहा जा सकता है। यह खाता एक वैधानिक और गैर-वितरण योग्य आरक्षित खाता है।

आईपीओ में ग्रे मार्केट प्रीमियम क्या है (Grey Market Premium In Hindi)

IPO में Grey Market Premium जिसे कि short फॉर्म में GMP कहा जाता है, यह एक प्रीमियम राशि है जिस पर ग्रे मार्केट IPO शेयरों को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होने से पहले ट्रेड किया जाता है.

कोई भी कंपनी स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने के लिए सबसे पहले IPO जारी करती है उसके बाद ही वह स्टॉक मार्केट में लिस्ट होती है. IPO जारी करने के बाद ही निवेशक कंपनी के शेयरों को प्राइमरी या सेकेंडरी मार्केट में खरीदते और बेचते हैं.

लेकिन जब IPO एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? लाने वाली कंपनी का शेयर स्टॉक मार्केट के बाहर ख़रीदा और बेचा जाता है उसे ग्रे मार्केट कहते हैं तथा जो राशि निवेशक को शेयर के इशू प्राइस के उपर चुकानी पड़ती है उसे ग्रे मार्केट प्रीमियम कहते हैं.

उदाहरण के लिए माना किसी कंपनी का IPO 100 रूपये प्रति शेयर पर जारी हुआ है और इस शेयर का GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) 20 रूपये चल रहा है तो निवेशक को ग्रे मार्केट से एक शेयर खरीदने के लिए 120 रूपये चुकाने पड़ेंगें. GMP दर्शाता है कि लिस्टिंग के दिन IPO कैसे प्रतिक्रिया देता है.

ग्रे मार्केट क्या होता है (What is Grey Market in Hindi)

यह तो आप जानते ही होंगें कि ऑफिसियल तरीके से किसी भी कंपनी के शेयर प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट में ट्रेड होते हैं. IPO में जारी किये गए शेयर प्राइमरी मार्केट में ट्रेड होते हैं तथा स्टॉक एक्सचेंज में शेयर सेकेंडरी मार्केट में ट्रेड होते हैं.

लेकिन शेयर प्राइमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट में ट्रेड होने से पहले Grey Market में ट्रेड होते हैं, यहाँ पर ग्रे शब्द अनाधिकारिक को इंगित करता है. जिस प्रकार से प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट का रेगुलेटर SEBI होता है लेकिन ग्रे मार्केट का रेगुलेटर कोई भी नहीं होता है. यह अवैध मार्केट है, इसलिए इसमें विश्वशनीयता भी कम होती है.

GMP काम कैसे करता है?

जैसा कि लेख को यहाँ तक पढने पर आप समझ गए होंगें कि ग्रे मार्केट अनाधिकारिक होता है जहाँ शेयर स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने से पहले ख़रीदे और बेचे जाते हैं.

चलिए अब जानते हैं आखिर ग्रे मार्केट काम कैसे करता है.

  • सबसे पहले निवेशक IPO के द्वारा किसी कंपनी के शेयरों के लिए आवेदन करते हैं. यहाँ पर निवेशक एक वित्तीय जोखिम उठाते हैं. पहला यह कि या तो उन्हें कोई शेयर आवंटित नहीं किया जा सकता है या वे शेयर प्राप्त कर सकते हैं लेकिन शेयर जारी कीमत से नीचे लिस्ट हो सकते हैं. ऐसे निवेशकों को Sellers कहा जाता एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? है.
  • इनके अलावा कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो यह सोचते हैं कि शेयर का मूल्य उसके जारी कीमत से अधिक है और शेयर अच्छी कीमत पर लिस्ट होंगें. इसलिए वे IPO allotment होने से पहले ही डीलर से इन शेयरों को खरीदते हैं. ऐसे निवेशकों को Buyers कहा जाता है.
  • Buyers ग्रे मार्केट डीलर से संपर्क करके एक निश्चित प्रीमियम पर IPO शेयर खरीदने एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? का आर्डर देते हैं.
  • इसके बाद डीलर Sellers से संपर्क करता है और उनसे पूछता है कि क्या वे इस समय एक निश्चित प्रीमियम पर शेयर बेचना चाहते हैं. डीलर वह प्रीमियम ऑफर करता है जो Buyers ने उसे दिया था.
  • यदि Sellers स्टॉक एक्सचेंज लिस्टिंग का रिस्क लेने के लिए तैयार नहीं है और वे प्रीमियम पसंद करते हैं तो वे Sellers मार्केट डीलर को IPO बेच देते हैं.
  • अब ग्रे मार्केट डीलर Sellers से एप्लीकेशन डिटेल प्राप्त करता है और Buyer को Notification भेजता है कि उसने ग्रे मार्केट में Sellers से एक निश्चित संख्या में शेयर ख़रीदे हैं.
  • Allotment कम्पलीट हो जाने के बाद सेलर शेयर allotment प्राप्त कर सकते हैं या नहीं भी. यदि शेयर allotment नहीं होते हैं तो buyer और seller के बीच सौदा वही एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? रद्द हो जाता है.
  • यदि निवेशक को शेयर allotment हो जाते हैं तो buyer डीलर के एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? माध्यम से seller को एक निश्चित कीमत पर शेयर बेचने को कहता है, या डीलर शेयरों को किसी Demat Account में भी ट्रान्सफर भी कर सकता है.
  • अंत में शेयर बिक जाने के बाद ग्रे मार्केट डीलर दोनों पक्षों को सेटेलमेंट कर देता है.

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भारतीय जीवन बीमा निगम (Life Insurance Corporation) की बीमा कंपनी की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) अगले महीने प्राइमरी मार्केट में दस्तक देने जा रही है. BSE की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, LIC का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4 मई को खुलेगा और 9 मई 2022 को बंद होगा. भारत सरकार ने एलआईसी आईपीओ (LIC IPO) का प्राइस बैंड 902-949 रुपए प्रति शेयर तय किया है. आईपीओ खुलने से पहले ग्रे मार्केट में एलआईसी के शेयर की ट्रेडिंग शुरू हो गई है. मार्केट ऑब्जर्वर्स के मुताबिक, ग्रे मार्केट में आज एलआईसी का शेयर 20 रुपए प्रीमियम के साथ ट्रेड कर रहा है.

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  • News18Hindi
  • Last Updated : May 25, 2022, 12:31 IST

नई दिल्ली . शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है, जहां आप अपने पैसे निवेश कर मोटी रकम कमा सकते हैं. इस मार्केट में अलग-अलग कंपनियों के शेयर होते हैं. हालांकि, नए निवेशकों को शुरुआती दौर में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. शेयर बाजार में अपनी निवेश यात्रा शुरू करने से पहले, आपके पास तीन अकाउंट होने चाहिए. ये डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट हैं.

डीमैट या डीमैटेरियलाइज्ड अकाउंट (Demat Account) वह अकाउंट है, जहां आप अपने शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्टोर कर सकते हैं. निवेश के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. इसके लिए आपको किसी भी बैंक या शेयर ब्रोकरेज कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं. वर्षों पहले शेयरों की फिजिकल ट्रेडिंग होती थी. इसमें शेयर सीधे ट्रांसफर होते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब इनकी खरीद-बिक्री किसी बैंक या वित्तीय संस्थान के डीमैट खाते के जरिए होती है. आप खुद या आपके बदले कोई शेयर ब्रोकिंग कंपनी शेयरों की खरीद-बिक्री कर सकती है.

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अगर आपने SBI में बचत खाता खुलवाया है तो आप दूसरी ऑनलाइन सर्विस का भी फायदा ले सकते हैं. SBI बैंकिंग के साथ-साथ एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? ऑनलाइन Tax पेमेंट, Demat Account, बीमा प्रीमियम पेमेंट और दूसरी कई तरह की सेवाएं दे रहा है.

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