चूंकि क्रिप्टोकरेंसी पर किसी संस्था का नियमन नहीं होता है, ऐसे में इससे होने वाले प्रॉफिट पर आपको भारी टैक्स देना पड़ सकता है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी निवेश और टैक्स को लेकर देश में क्या नियम हैं, वो सब जानने के बाद ही निवेश शुरू करें.
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स्टॉक मार्केट में निवेश से मिलनेवाले ऊंचे रिटर्न्स की वजह से लोग हमेशा से ही स्टॉक मार्केट की ओर आकर्षित होते हैं, लेकिन इक्विटीज़ में पैस बनाना कभी-भी आसान नहीं होता. इसके लिए रिसर्च के साथ-साथ मार्केट की समझ होना भी ज़रूरी है, जिसके लिए बहुत धीरज और अनुशासन की ज़रूरत होती है.
नीचे हम कुछ ऐसे महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में ट्रेडिंग करने से पहले आपको ज़रूर ध्यान देना चाहिए:
1. ट्रेडिंग कॉस्ट
ट्रेडिंग कॉस्ट में ब्रोकरेज, टैक्स और मार्जिन फ़ंड कॉस्ट तीनों ही शामिल होते हैं. इन तीनों में से ब्रोकरेज का हिस्सा बड़ा होता है. यदि ब्रोकरेज की राशि में बचत की जा सके तो ट्रेडिंग कॉस्ट कम हो जाती है और लाभ बढ़ जाता है.
मंथली अनलिमिटेड ट्रेडिंग प्लान्स में ग्राहकों की ब्रोकरेज पर सबसे ज़्यादा बचत होती है. इस प्लान में ग्राहकों को एक सेग्मेंट के लिए अनलिमिटेड संख्या में ट्रेड्स के लिए एक निश्चित मासिक शुल्क देना होता है.
एक इन्ट्राडे ट्रेडर एक दिन में औसतन 20 ट्रेड्स करता है और 15 रु प्रति ट्रेड ब्रोकरेज के हिसाब से एक महीने में 6000 रुपए के ब्रोकरेज का भुगतान करता है. वहीं अनलिमिटेड ट्रेडिंग प्लान्स लगभग 899 रुपए प्रति माह पर ही मिल जाते हैं, जिससे आपकी बड़ी बचत होती है.
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Mumbai Office:
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Sunlight Broking LLP
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146, Center point, Near Somnath, Dabhel, Nani Daman, Daman (UT), India 396210
Registration Numbers:
SEBI Regn. No.: INZ000048660 INDP2802016 | BSE Member code: 6635 | NSE Member code: 90084 | CDSL DP ID: 12083200 | AMFI Registration No (ARN): 119535
Attention Investors
Prevent unauthorized transactions in your demat account. Update your mobile number with your depository participant. Receive alerts on your registered mobile number for debit and other important transactions in your demat account directly from CDSL on the same day.
Prevent unauthorized transactions in your trading account. Update your mobile numbers/email address with your stock brokers. Receive information of your transactions directly from the Exchange on your mobile/email at the end of the day. This is issued in the interest of investors.
Client Registration Documents in Vernacular Languages can be download from here.
Investment in stock market are subject to market risk.
No need to issue cheques by investors while subscribing to IPO. Just write the bank account number and sign in the application form to authorise your bank to make payment in case of allotment. No worries for refund as the money remains in investor's account.
KRA-KYC is one time exercise while dealing in securities markets - once KRA-KYC is done through a SEBI registered intermediary (broker, DP, Mutual Fund, etc. ), you need not undergo the same process again when you approach another intermediary. As a business we don't give stock tips, and have not authorized anyone to trade on behalf of others. If you find anyone claiming to be part of Sunlight Broking LLP and offering such services, please send us an email to [email protected]
Financial Planning: कम उम्र में फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू करना क्यों है जरूरी? क्या होनी चाहिए इसकी स्ट्रैटेजी?
वोट करने का अधिकार मिल जाने के बाद से ही फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए.
Financial Planning: वोटिंग राइट 18 साल की उम्र में मिल जाती है साथ ही कई विशेषाधिकार भी. उम्र के इस पड़ाव पर आप PAN कार्ड के लिए अप्लाई कर पाते हैं. ड्राइविंग लाइसेंस, क्रेडिट या डेबिट कार्ड समेत लाइफ से निवेश की सबसे जरुरी बात जुड़े तमाम फैसले खुद लेने के काबिल हो जाते हैं. बावजूद इसके जो फैसला सबसे पहले करना चाहिए उसे ले पाने में ज्यादातर युवा चूक जाते हैं. दरअसल वोटिंग राइट मिलने के बाद से ही युवाओं को फाइनेंशियल प्लानिंग कर लेनी चाहिए. याद रखिए जितनी जल्दी आप इक्विटी से जुड़े मार्केट में निवेश शुरू कर देंगे, आगे चलकर उतना ही बेहतर होगा. दरअसल ऐसा करते आप लंबी अवधि के बाद मार्केट से बढ़िया रिटर्न हासिल कर पाते हैं.
निवेश की कैसे करें शुरुआत ?
यंग इनवेस्टर को हमेशा लंबी अवधि वाले रिटर्न स्कीम में निवेश करना चाहिए. दरअसल उम्र के इस पड़ाव पर मार्केट रिस्क और उससे उबरने की क्षमता अधिक होती है. माथुर कहते हैं कि इक्विटी मार्केट को समझने के लिए आप स्माल अमाउंट के निवेश से शुरूआत कर सकते हैं. और अपनी एक यूनिक इनवेस्टमेंट प्रोफाइल तैयार कर सकते हैं. 5 से 6 साल में इक्विटी मार्केट की अच्छी समझ बन जाने के बाद आप इसमें अधिक अपनी सेविंग इनवेस्ट कर सकते हैं. अगर आप फाइनेंशियल एजुकेशन के मामले में कमजोर हैं तो आपकी प्राथमिकता पैसे की सेफ्टी को लेकर बहुत जरुरी है. सट्टेबाजी से बचना चाहिए. कैपिटल मार्केट में इनवेस्टमेंट अपनी कैटेगरी का महज एक पहलू है. विकास माथुर सुझाव देते हैं कि इक्विटी मार्केट को समझने के लिए 18 साल की उम्र में कम से कम 3 साल म्यूचुअल फंड और ब्लू चिप स्टॉक में निवेश करना चाहिए. साथ ही हर साल अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करते रहना चाहिए. वह कहते हैं कि ट्रेडिंग मार्केट में उतरने से पहले उसकी बारिकियों को भी समझना चाहिए.
पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन
मार्केट के जोखिम से बचने के लिए अपना पोर्टफोलियो डायवर्सिफाई करें. यानी अपनी सभी सेविंग किसी एक स्कीम में लगाने के बजाय उसे थोड़ा-थोड़ा करके कई स्कीम में निवेश करें. ताकि जब आपकी एक स्कीम से बढ़िया रिटर्न न मिले तो दूसरी स्कीम आपके टार्गेट को पूरा करने में मददगार साबित हो. ऐसा करके आप मार्केट के रिस्क से आसानी से बच सकते हैं.
क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और सरकार के गाइडलाइन का इंतजार करें. 18 साल की आयु पूरी कर लेते ही आपको वोट का अधिकार मिल जाता है. इसका जरूर इसका जरूर इस्तेमाल करें और उम्र के इस पड़ाव से ही आने वाली लाइफ में आर्थिक आजादी के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग जरूर करें.
(नोट : फाइनेंशियल प्लानिंग के मामले में रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप हेड विकास माथुर का यह निजी विचार है.)
3. अपनी रिसर्च पर भरोसा करें
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को लेकर अकसर कहते हैं कि 'इस बारे में कोई कुछ नहीं जानता है.' हालांकि, फिर भी मार्केट में ढेरों मार्केट एनालिटिक्स, ट्रेंड एक्सपर्ट्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं, जो आपको क्रिप्टो मार्केट पर स्ट्रेटजी और टिप्स देते हुए मिलेंगे. लेकिन आपके लिए जरूरी है कि आप हर किसी की बात पर भरोसा न करें, अपनी रिसर्च को देखें और अपने पर्सनल फाइनेंस को देखते हुए स्ट्रेटजी बनाएं.
क्रिप्टो निवेश में शुरुआत करते वक्त ध्यान रखें कि शुरुआती चरण में एक ही क्रिप्टो के साथ स्टिक करें. इधर-उधर पैर फैलाने की कोशिश न करें. क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखा जाता है, ऐसे में यही स्मार्ट होगा कि आप छोटे निवेश से शुरू करें. एक ही क्रिप्टो में निवेश करें और मार्केट की चाल को सीखें. जब थोड़ा कॉन्फिडेंट हो जाएं तब अपना निवेश बढ़ाएं.
5. थोड़ा धैर्य निवेश की सबसे जरुरी बात रखें
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता के बारे में जितना चेताया जाए, उतना कम है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप थोड़ा धैर्य रखें. मार्केट की चाल अच्छी है या बुरी, बदल जाएगी. हमेशा ठंडे दिमाग से रणनीति के निवेश की सबसे जरुरी बात तहत फैसले लें.
6. एक नई ईमेल ID रखना बेहतर
क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज पर या peer-to-peer नेटवर्क पर होती है. प्लेटफॉर्म्स निवेश की सबसे जरुरी बात पर ट्रेडिंग के लिए आपको ईमेल आईडी के जरिए अकाउंट खोलना पड़ता है. डेटा सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि आप क्रिप्टो का अपना पूरा निवेश और ट्रेडिंग वगैरह एक दूसरे आईडी पर रखें. इसके लिए एक अलग ईमेल आईडी बना लें.
क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन और ऑफलाइन वॉलेट में स्टोर किया जा सकता है. नए निवेशकों के लिए ऑनलाइन वॉलेट बेस्ट होता है, हालांकि, इसमें हैकिंग का डर ज्यादा होता है. ऐसे में दोनों वॉलेट को अच्छी तरह समझ लें और जो फिट लगे, वो चूज़ करें.
Financial Planning: कम उम्र में फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू करना क्यों है जरूरी? क्या होनी चाहिए इसकी स्ट्रैटेजी?
वोट करने का अधिकार मिल जाने के बाद से ही फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए.
Financial Planning: वोटिंग राइट 18 साल की उम्र में मिल जाती है साथ ही कई विशेषाधिकार भी. उम्र के इस पड़ाव पर आप PAN कार्ड के लिए अप्लाई कर पाते हैं. ड्राइविंग लाइसेंस, क्रेडिट या डेबिट कार्ड समेत लाइफ से जुड़े तमाम फैसले खुद लेने के काबिल हो जाते हैं. बावजूद इसके जो फैसला सबसे पहले करना चाहिए उसे ले पाने में ज्यादातर युवा चूक जाते हैं. दरअसल वोटिंग राइट मिलने के बाद से ही युवाओं को फाइनेंशियल प्लानिंग कर लेनी चाहिए. याद रखिए जितनी जल्दी आप इक्विटी से जुड़े मार्केट में निवेश शुरू कर देंगे, आगे चलकर उतना ही बेहतर होगा. दरअसल ऐसा करते आप लंबी अवधि के बाद मार्केट से बढ़िया रिटर्न हासिल कर पाते हैं.
निवेश की कैसे करें शुरुआत ?
यंग इनवेस्टर को हमेशा लंबी अवधि वाले रिटर्न स्कीम में निवेश करना चाहिए. दरअसल उम्र के इस पड़ाव पर मार्केट रिस्क और उससे उबरने की क्षमता अधिक होती है. माथुर कहते हैं कि इक्विटी मार्केट को समझने के लिए आप स्माल अमाउंट के निवेश से शुरूआत कर सकते हैं. और अपनी एक यूनिक इनवेस्टमेंट प्रोफाइल तैयार कर सकते हैं. 5 से 6 साल में इक्विटी मार्केट की अच्छी समझ बन जाने के बाद आप इसमें अधिक अपनी सेविंग इनवेस्ट कर सकते हैं. अगर आप फाइनेंशियल एजुकेशन के मामले में कमजोर हैं तो आपकी प्राथमिकता पैसे की सेफ्टी को लेकर बहुत जरुरी है. सट्टेबाजी से बचना चाहिए. कैपिटल मार्केट में इनवेस्टमेंट अपनी कैटेगरी का महज एक पहलू है. विकास माथुर सुझाव देते हैं कि इक्विटी मार्केट को समझने के लिए 18 साल की उम्र में कम से कम 3 साल म्यूचुअल फंड और ब्लू चिप स्टॉक में निवेश करना चाहिए. साथ ही हर साल अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करते रहना चाहिए. वह कहते हैं कि ट्रेडिंग मार्केट में उतरने से पहले उसकी बारिकियों को भी समझना चाहिए.
पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन
मार्केट के जोखिम से बचने के लिए अपना पोर्टफोलियो डायवर्सिफाई करें. यानी अपनी सभी सेविंग किसी एक स्कीम में लगाने के बजाय उसे थोड़ा-थोड़ा करके कई स्कीम में निवेश करें. ताकि जब आपकी एक स्कीम से बढ़िया रिटर्न न मिले तो दूसरी स्कीम आपके टार्गेट को पूरा करने में मददगार साबित हो. ऐसा करके आप मार्केट के रिस्क से आसानी से बच सकते हैं.
क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और सरकार के गाइडलाइन का इंतजार करें. 18 साल की आयु पूरी कर लेते ही आपको वोट का अधिकार मिल जाता है. इसका जरूर इसका जरूर इस्तेमाल करें और उम्र के इस पड़ाव से ही आने वाली लाइफ में आर्थिक आजादी के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग जरूर करें.
(नोट : फाइनेंशियल प्लानिंग के मामले में रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप हेड विकास माथुर का यह निजी विचार है.)
FD करें या म्यूचुअल फंड में SIP के जरिये निवेश शुरू करें, आप अपने सभी सवालों के जवाब महज 2 मिनट में जानें
Written By: ANISH KUMAR SINGH
Updated on: November 20, 2022 22:01 IST
Photo:FILE म्यूचुअल फंड
नई दिल्ली, अनीश कुमार सिंह। फिक्स्ड डिपोजिट में कभी आपके पैसे 6 ये 7 साल में डबल होते थे, आज आपके पैसों को डबल होने में करीब 12 से 13 साल लग जाएंगे। अब आप कहेंगे कि अपने पैसे लगाएं कहां, तो इसका जवाब महज 2 मिनट में हम दे रहे हैं। यह तो आप जान ही रहे हैं कि चाहे बैंक हो या पोस्टऑफिस, अब आपके पैसों में पंख नहीं लगने वाले। फिक्स्ड डिपोजिट की रेट फिलहाल 6 से 7 फीसदी के करीब है। यानी 12 से 13 साल तो कहीं नहीं गए, जब आप अपने पैसों को डबल होते हुए देखेंगे। और रही बात इन्फ्लेशन की। जिसे आप महंगाई डायन भी कह सकते हैं। वो भी 6 से 7 फीसदी के करीब आंख गड़ाए बैठी है। यानी हर साल आपके पैसों की वैल्यू कम ही होती जा रही है। अगर आपके पास 100 रुपये हैं तो अगले साल उसकी वैल्यू 93 रुपये के करीब रह जाएगी। मौजूदा दौर में आपके के पास एक सबसे उपयुक्त विकल्प बचता है और वो है म्यूचुअल फंड में निवेश। आप इसमें अपनी बचत को निवेश कर शानदार रिटर्न पा सकते हैं।
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