Cryptocurrency: हाल ही में, सोलाना को गिरावट का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन क्रिप्टो इस सूची में 2021 में अपनी बेहद सफल उपलब्धि के कारण तीसरे स्थान पर है। एसओएल ने खुद को बाजार में सबसे तेजी से बढ़ने वाली क्रिप्टो में से एक साबित कर दिया है। इसके अलावा, इसमें कोई असहमति नहीं हो सकती है कि एसओएल एथेरियम के लिए सबसे बड़ा प्रतियोगी है। रिपोर्टों के अनुसार, 2021 में SOL टोकन 13,662% बढ़ा.
Binance coin क्या है? | Binance coin पर एकाउंट कैसे बनाये – 2022
Binance coin : वैसे तो क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में ज्यादातर कॉइन एथेरेयम के ऊपर ही बनाए गए हैं। उनका कोई अपना खुद का प्लेटफार्म नहीं है और ना ही अपनी ब्लॉकचेन है। लेकिन कुछ कोई ऐसे भी हैं जिनकी अपनी खुद की ब्लॉकचेन तथा क्रिप्टोएक्सचेंज प्लेटफार्म है। और ऐसे ही कॉइन है बाइनेंस कॉइन।
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कुछ सालों से लोगो के बीच crypto currency को लेकर काफी उत्साह बढ़ रही है। जहां हर कोई लोग क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाकर पैसा कमाना चाहता है। लेकिन यहां जो भी करेंसी होती है, वह virtual currency होती है, जिसे आप देख सकते है लेकिन छू नही सकते।
Binance क्या है?
एक decentralized क्रिप्टो कॉइन है जो एथेरियम ब्लाकचैन के ऊपर बना हुआ है। इसके एथेरियम ब्लाकचैन के ऊपर बने होने के कारण यह एक ERC-20 टोकन है। इस कॉइन को बाइनेंस क्रिप्टो एक्सचेंज द्वारा लॉन्च किया गया है। और इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल भी बाइनेंस की क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के ऊपर ही होता है। बाइनेंस दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है। यह दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज तब बानी जब 2018 में इसके ऊपर 1.2 मिलियन ट्रांसक्शन प्रति सेकंड हुई।
बायनेन्स दुनिया की सबसे बड़ी crypto exchange है, जो खुद के ब्लॉकचैन पर काम करती है। इसकी सुरुवात 2015 में Cayman Islands हुई थी। इस एक्सचेंज की मदत से आप एक कॉइन को दूसरे कॉइन में trade कर अदला-बदली कर सकते है।
बायनेन्स पर एकाउंट कैसे बनाये
Binance पर एकाउंट बनाने के लिए आपके पास एक email id या mobile number होना जरूरी है। यदि आपके पास यह दोनो चीज़ उपलब्ध है, तो नीचे दिए गए स्टेप को फॉलो करें।
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स्टेप 1). सबसे पहले आपको गूगल पर Binance सर्च करके इसकी official वेबसाइट ओपन कर लेने है, जहा सबसे ऊपर Register का ऑप्शन दिखेगा उसपर क्लिक कर देना है।
स्टेप 2). उसके बाद आपको यहां email id नंबर और password डालकर create account के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
Union Budget 2022: Bitcoin समेत इन क्रिप्टोकरेंसी की कमाई पर 30% टैक्स, लॉन्च होगी भारत की डिजिटल करेंसी
आज यानी 1 फरवरी को भारत की वित्त मंत्री, श्रीमती निर्मला सीतारमण ने देश का वार्षिक केन्द्रीय बजट पेश कर दिया है. यह कहा गया है कि इस साल RBI देश की खुद की डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगा और साथ ही, बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी पर होने वाली कमाई पर 20% का टैक्स भी लगाया जाएगा. आइए इस सबके बारे में जानते हैं..
वित्त घर पर खुद बिटकॉइन कैसे बनाएं? मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज इस साल के केन्द्रीय बजट पेश किया है जिसमें कई सारे अहम पहलुओं को समेटा गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को आम बजट पेश करते हुए कहा कि रिजर्व बैंक की ओर से घर पर खुद बिटकॉइन कैसे बनाएं? 2022-23 से ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके ‘डिजिटल रुपया’ पेश करने का प्रस्ताव है. साथ ही, क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्सेशन को लेकर भी फैसला लिया गया है.
लॉन्च होगी भारत की डिजिटल करेंसी
वित्त मंत्री ने यह स्पष्ट किया है कि ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करके रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया साल 2022 यानी इसी साल से देश की अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करेगा. निर्मला सीतारमण जी का कहना है कि डिजिटल करेंसी के आने से डिजिटल ईकोनॉमी को काफी बूस्ट मिलेगा और करेंसी मैनेजमेंट सिस्टम भी काफी सस्ता हो जाएगा. इस डिजिटल करेंसी को हमारे देश की क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जा सकता है.
बिटकॉइन की कमाई पर लगेगा 30% टैक्स
बजट के दौरान बिटकॉइन को बैन करने के बारे में तो कुछ नहीं कहा गया है लेकिन ये जरूर बताया गया है कि अब से बिटकॉइन आदि की कमाई पर टैक्स लगाया जा रहा है. बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी के निवेशकों के लिए ये काफी चौंकाने वाली बात है कि वर्चुअल डिजिटल ऐसेट पर 30% टैक्स लगेगा और इन डिजिटल ऐसेट्स को वर्चुअली ट्रांसफर करने पर 1% टीडीएस भी लगेगा. क्रिप्टोकरेंसी अगर उपहार के तौर पर किसी को दी जाती है तो गिफ्ट लेने वाले को टैक्स देना होगा.
Explainer: ऐप पर 50 फीसदी लोग खुद ही अपना डेटा फीड कर पाएंगे, जानिए कैसे होगा E-census
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 10 मई 2022,
- (अपडेटेड 10 मई 2022, 2:12 PM IST)
- मोबाइल ऐप से ही भर जाएगी सारी डिटेल
- जन्म से मृत्यु तक का रजिस्ट्रेशन खुद होगा
क्या हो कि इस बार जनगणना करने वाले लोग आपके घर ही न आएं? आप अपने मोबाइल से ही अपना डेटा भर दें और आपका काम हो जाए? अभी तक तो शायद इस बारे में सोचा नहीं होगा, लेकिन इस बार ऐसा ही होगा.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बार ई-जनगणना होने का ऐलान किया है. असम दौरे पर पहुंचे अमित शाह ने बताया कि इस बार की जनगणना पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक होगी. उन्होंने ये भी दावा किया कि ये '100% सटीक' होगी और इससे अगले 25 साल के लिए विकास योजना बनाई जाएगी.
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कैसे होगी ई-जनगणना?
- एक सॉफ्टवेयर बनेगा. इसमें जनगणना से जुड़े सारे आंकड़े रहेंगे. एक मोबाइल ऐप्लीकेशन भी तैयार होगी. इसकी मदद से लोग घर बैठे ही अपना डेटा अपडेट कर सकेंगे. देश की आधी आबादी यानी 50% लोग खुद-ब-खुद अपना डेटा ऐप की मदद से भर सकेंगे.
इससे फायदा क्या होगा?
- जन्म से मृत्यु तक की तारीख जनगणना से जुड़ी होगी. बच्चे के जन्म के साथ ही तारीख जनगणना कार्यालय में दर्ज हो जाएगी. जब वो 18 साल का होगा, तो उसे ऑटोमैटिकली वोटिंग का अधिकार मिल जाएगा और जब उसकी मौत होगी, तो उसका डेटा अपने आप डिलीट हो जाएगा.
- इससे सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने से भी बचा जा सकेगा. नाम और एड्रेस में बदलाव करना आसान होगा.
Cryptocurrency कितने प्रकार होते हैं?
Cryptocurrency: दोस्तों हम आपको बताते हैं क्रिप्टोकरंसी के बहुत सारे प्रकार हैं लेकिन उनमें से कुछ ही ऐसे हैं जो अच्छा प्लेटफार्म है और अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं जिन्हें आप बिटकॉइन के अलावा भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सारे नीचे लिखे हैं आप पढ़ सकते हैं.
- Bitcoin (BTC)
- Ethereum (ETH)
- Litecoin (LTC)
- Dogecoin (Doge)
- Tether (USDT)
- Bitcoin (BTC)
जब क्रिप्टोकरंसी की बात हो तो हम बिटकॉइन को कैसे भूल सकते हैं हम सब जानते हैं बिटकॉइन दुनिया का सबसे पहला क्रिप्टोकरंसी है. जिसे satoshi nakamoto नामक एक जापानीज ने बनाया था य इटेल करेंसी है जिससे कि केवल ऑनलाइन की गुड्स और सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. और पहले भी आपको बताएं हैं यह एक decentralized currency है जिसका मतलब है कि इस पर गवर्नमेंट की आपको भी institution का कोई भी हाथ नहीं है. और हम आपको यही बता दे अगर अब हम इस की मुरली की बात करें तो अब यह काफी बढ़ चुका है लगभग एक कॉइन का दाम तेरा लाख के करीब हो चुका है.
Ethereum(ETH)
Cryptocurrency: Vitalik Buterin नामक शख्स ने बनाया है. जैसे कि bitcoin है उसी की तरह यह Ethereum भी है आलू चना लेकिन Open-source,decentralized blockchain-based computing platform है इसके Cryptocurrency token को(Ether) भी कहा जाता है
Cryptocurrency: Litecoin यह भी decentralized currency peer to peer cryptocurrency जिसे एक open source software जोकि रिलीज हुआ है under the MIT/X11 License के अंतर्गत october,2011 मैं charles Lee के द्वारा जो कि पहले एक google employee भी रह चुके हैं .
Dogecoin (Doge)
Cryptocurrency: Dogecoin की बनने की कहानी काफी रोचक है. इसे Bitcoin को मजाक करने के लिए कुत्ते से उसकी तुलना की गयी जो आगे चलकर एक Cryptocurrency का रूप ले लिया. इसके Founder का नाम है Billy Markus. Litecoin की तरह ही इसमें भी Scrypt Algorithm का इस्तमाल होता है. आज Dogecoin की Market Value है $197 million से भी ज्यादा और इसे पुरे विश्व में 200 merchants से भी ज्यादा में accept किया जाता है. इसमें भी Mining दूसरों के मुकाबले बहुत जल्दी होती है.
Cryptocurrency: Coinmarketcap.com के अनुसार, 17 जनवरी को 78 बिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ टीथर सबसे बड़ी स्थिर मुद्रा है। ये Bitcoin की blockchain technology का इस्तमाल करता है. स्थिर मुद्रा अमेरिकी डॉलर और यूरो में आंकी गई अस्थिरता को कम करती है, और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के इच्छुक लोगों के लिए सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक है, लेकिन अस्थिरता का सामना करने के लिए अनिच्छुक हैं।
कैसे काम करेगा Digital Rupee?
डिजिटल रूप में, जैसा कि हम अपने बैंक खाते में नकदी देखते हैं, हम वॉलेट में अपना बैलेंस चेक करते हैं। कुछ इसे उसी तरह देख और रख सकेंगे। डिजिटल रुपया दो तरह से लॉन्च होगा। पहला थोक लेनदेन यानी बड़े लेनदेन के लिए जो 1 नवंबर से शुरू होगा। वहीं, दूसरा रिटेल में आम जनता के लिए होगा। सीबीडीसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होगा। यह कागजी मुद्रा की तरह वैध मुद्रा होगी। आप जिसे भुगतान करना चाहते हैं उसे आप भुगतान कर पाएंगे और यह उसके खाते में पहुंच जाएगा। CBDC खाते में इलेक्ट्रॉनिक रूप में दिखाई देगा। CBDC को पेपर नोट से बदला जा सकता है। लेन-देन नकद की तुलना में आसान और सुरक्षित होगा। यह बिल्कुल कैश की तरह काम करेगा, लेकिन लेन-देन तकनीक के जरिए पूरा होगा। इसे एक तरह से इलेक्ट्रॉनिक कैश कहा जा सकता है।
क्रिप्टोक्यूरेंसी पूरी तरह से निजी है। कोई भी इसकी निगरानी नहीं करता है और न ही किसी सरकार या केंद्रीय बैंक द्वारा नियंत्रित किया जाता है। ऐसी मुद्रा अवैध है। लेकिन, आरबीआई की डिजिटल मुद्रा पूरी तरह से विनियमित है। सरकार की मंजूरी मिलेगी। डिजिटल रुपये की मात्रा की भी कोई सीमा नहीं होगी। बिटकॉइन की तरह। सबसे अहम बात यह है कि आरबीआई के रेगुलेशन से मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग, फ्रॉड की कोई संभावना नहीं रहेगी। जैसे क्रिप्टो में करेंसी की कीमत में उतार-चढ़ाव होता है, वैसे ही डिजिटल करेंसी में ऐसा कुछ नहीं होगा। भौतिक नोटों की सभी विशेषताएं भी डिजिटल मुद्रा में होंगी। लोगों के पास डिजिटल करेंसी को फिजिकल मुद्रा में बदलने की सुविधा होगी।
सभी को मिलेगा डिजिटल रूपी
डिजिटल रुपया दो तरह का होगा। लेन-देन के लिए बड़ी रकम होगी जिसका नाम सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी होलसेल होगा। इसका उपयोग बैंक, बड़ी गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों और अन्य बड़े लेनदेन संस्थानों सहित बड़े वित्तीय संस्थानों द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी रिटेल भी रिटेल के लिए आएगा। लोग इसका इस्तेमाल रोजमर्रा के लेन-देन के लिए कर सकेंगे। यह भी पहले चुनिंदा स्थानों और बैंकों से शुरू होगा। रिटेल प्रोजेक्ट में सभी आयु वर्ग के लोगों को शामिल किया जाएगा। फिर उनके अनुभवों के आधार पर जरूरत पड़ने पर फीचर्स में बदलाव किया जाएगा।
डिजिटल रूपए को डिजिटल भुगतान प्रणाली की एक महत्वपूर्ण कड़ी यूपीआई से भी जोड़ा जाएगा। इससे लोग पेटीएम, फोनपे जैसे अन्य महत्वपूर्ण वॉलेट से लेनदेन कर सकते हैं। जैसे 10, 20, 50, 100, 500 के नोट होते हैं। समान मूल्य (मूल्यवर्ग) वाला डिजिटल रुपया भी आएगा। हालाँकि, एक व्यक्ति के पास कितनी डिजिटल मुद्रा हो सकती है, इसकी एक सीमा भी हो सकती है। डिजिटल करेंसी से भुगतान की गोपनीयता बनाए रखने के प्रयास किए जाएंगे। हो सकता है कि चुनिंदा सरकारी एजेंसियों को छोड़कर किसी और को डिजिटल रूप में किए गए लेन-देन की पूरी जानकारी न दी जाए।
डिजिटल रुपया की विशेषताएं
– CBDC देश का डिजिटल टोकन होगा।
– व्यापार में पैसों के लेन-देन का काम आसान हो जाएगा। घर पर खुद बिटकॉइन कैसे बनाएं?
– चेक, बैंक खाते से लेन-देन की परेशानी नहीं होगी।
– कुछ ही सेकेंड में मोबाइल से पैसा ट्रांसफर हो जाएगा।
– घर पर खुद बिटकॉइन कैसे बनाएं? जाली नोट की समस्या से निजात मिलेगी।
– कागज के नोट छापने का खर्च बचेगा।
– डिजिटल करेंसी जारी होने के बाद हमेशा रहेगी।
– CBDC को डैमेज नहीं किया जा सकेगा।
मौजूदा करेंसी नोटों की व्यवस्था को खत्म करने के लिए डिजिटल रुपया नहीं आ रहा है। बल्कि यह लोगों को लेन-देन में एक और विकल्प देगा। करेंसी नोट सिस्टम और डिजिटल करेंसी सिस्टम दोनों काम करेंगे। इससे कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा मिलेगा। डिजिटल रुपया इस तरह लाया जाएगा कि इसका भुगतान बिना इंटरनेट के किया जा सके। मकसद यह भी होगा कि ऐसे लोग जिनका बैंक खाता नहीं है वे भी इसका इस्तेमाल कर सकें.
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