So, we just got our in-principle approval for our AMC (MF) license. I guess now comes the hard part. https://t.co/g35YH60ksC — Nithin Kamath (@Nithin0dha) September 1, 2021
खोलना चाहते हैं डीमैट अकाउंट, आइए हम बताते हैं कैसे चुने नए युग का डिस्काउंट ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म
ट्रे़डिंग पोर्टल पर इजी-टू-यूज इंटरफेस से नए निवेशकों को आसानी से सौदे डालने की सुविधा होती है। नए जमाने के डिजिटल टेक्नोलॉजी पर आधारित डिस्काउंट ब्रोकरेज हाउस इजी-टू-यूज इंटरफेज पर फोकस करते हैं
सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने नवंबर में इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बोलते हुए बताया था कि वर्तमान वित्त वर्ष में हर महीने करीब 26 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए हैं जबकि 2019-20 में हर महीने करीब 4 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए थे।
कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान तमाम नई पीढ़ी के निवेशक इक्विटी बाजार में किस्मत आजमाते दिखे हैं। सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने नवंबर में इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बोलते हुए बताया था कि वर्तमान वित्त वर्ष में हर महीने करीब 26 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए हैं जबकि 2019-20 में हर महीने करीब 4 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए थे।
कम उम्र में निवेश की शुरुआत बहुत अच्छी बात है लेकिन इसके साथ ही इस बात की भी बहुत अहमियत होती है कि आप कहां निवेश कर रहे हैं और किसके जरिए निवेश कर रहे हैं। इस समय बाजार में कई पुरानी और नई पीढ़ी के ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध है जिसमें Zerodha, Upstox, Groww, FYERS और Paytm Money जैसे नाम शामिल हैं। सही ब्रोकर का चुनाव इक्विटी इन्वेस्टमेंट में काफी अहमियत रखता है। इसको ध्यान में रखते हुए यहां हम आपको कुछ ऐसी गाइडलाइन दे रहे हैं जिसके जरिए आप डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सही ब्रोकरेज फर्म का चुनाव कर सकते हैं।
ट्रेडिशनल बनाम डिस्काउंट ब्रोकरेज
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बता दें कि ट्रेडिशनल ब्रोकरेज फर्म अपने ग्राहकों को रेगुलर ट्रेडिंग टिप्स देते हैं। उनका बिजनेस मॉडल इस सोच पर आधारित होता है कि अधिकांश लोगों को इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए ट्रेडिंग आइडियाज की जरुरत होती है जबकि डिस्काउंट ब्रोकरेज एक फिनटेक प्लेटफॉर्म होते हैं जो स्टैंडर्डाइज्ड एक्सीक्यूशन सेवाएं उपलब्ध कराते हैं लेकिन परंपरागत ब्रोकिंग फंडो की तरह अपने ग्राहको को कोई ट्रेडिंग टिप्स नहीं देते।
FYERS के Tejas Khoday का कहना है कि डिस्काउंट ब्रोकरेज भारत में उस तेजी से बढ़ते ट्रेडिंग कम्यूनिटी को अपनी सेवाएं देते हैं जो सेल्फ एजूकेटेड होते हैं और जो स्वतंत्र रुप से अपने निर्णय लेते हैं।
एक fintech consultant पारिजात गर्ग का कहना है कि अगर कोई निवेशक अपने निवेश के लिए इंस्टीट्यूशनल रिसर्च एडवाइस, ऑर्डर के लिए डेस्क सपोर्ट, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस और मार्जिन आधारित ट्रेडिंग की मांग करता है तो उसको फुल ब्रोकरेज हाउसों में अपना डीमैट अकाउंट खुलवाना चाहिए।
जानकारों का कहना है कि डिस्काउंट ब्रोकरेज हाउसों का कारोबार पारदर्शी होता है और इनका फीस स्ट्रक्चर उनकी वेबसाइट पर दिया होता है। वे लगभग 20 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन के आधार पर अपनी फीस लेते हैं। इसके लिए ट्रेड वैल्यू की सीमा नहीं होती है। इससे ट्रेडरों और इन्वेस्टरों को लगभग 95-98 फीसदी की बचत हासिल होती है। ऐसे में जो लोग भारी मात्रा में इंट्राडे और पोजिशनल ट्रेडिंग करते हैं उनकी ब्रोकरेज फीस में काफी कटौती होती है।
इसके विपरीत ट्रेडिशनल ब्रोकरों का फीस स्ट्रक्चर एक क्लाइंट से दूसरे क्लाइंट के लिए अलग-अलग होता है और यह वॉल्यूम पर भी निर्भर करता है। कभी -कभी परंपरागत ब्रोकरेज फर्म भारत के 8 सर्वश्रेष्ठ डिस्काउंट ब्रोकर अपने पुराने ग्राहकों की फीस कम कर देते हैं। इसके अलावा कुछ परंपरागत ब्रोकर फर्म मोलभाव को भी मंजूरी देते हैं। परंपरागत ब्रोकर फर्मों की फीस ट्रांजैक्शन भारत के 8 सर्वश्रेष्ठ डिस्काउंट ब्रोकर वैल्यू के 0.3-0.5 फीसदी तक हो सकती है।
FYERS के तेजस खोडे (Tejas Khoday) का कहना है कि ब्रोकर का चुनाव करते हुए आपको उसके फाउंडर की विश्वनीयता को ध्यान में रखना चाहिए। अगर ब्रोकरेज फर्म की मैनेजमेंट टीम मजबूत, अनुभवशाली, ईमानदार और विश्वनीय है तो वह आपके लिए बेहतर साबित हो सकते हैं।
इसके अलावा ट्रे़डिंग पोर्टल पर इजी-टू-यूज इंटरफेस से नए निवेशकों को आसानी से सौदे डालने की सुविधा होती है। नए जमाने के डिजिटल टेक्नोलॉजी पर आधारित डिस्काउंट ब्रोकरेज हाउस इजी-टू-यूज इंटरफेज पर फोकस करते हैं जिससे की नए निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। इसके साथ ही ब्रोकरेज फर्म का चुनाव करते समय वैल्यू एडेड सर्विसेस को भी ध्यान में रखें। इस तरह की सर्विसेज में कैपिटल गेन रिपोर्ट, ट्रेड कन्फर्मेशन की रिपोर्ट, दूसरे तरह के टूल और कैल्क्यूलेटर शामिल होते हैं।
PrimeInvestor.in. के Srikanth Meenakshi का कहना है कि कुछ डिस्काउंट ब्रोकर डोमेस्टिक और इंटरनेशनल स्टॉक मार्केट में निवेश की सुविधा देते हैं। इस तरह की वैल्यू एडेड सेवाएं उस समय काम की होती है जब कोई निवेशक विदेशी शेयरों में निवेश करना चाहता है। इसके अलावा डिस्काउंट ब्रोकर्स आपको हाई क्वालिटी रिसर्च रिपोर्ट भी उपलब्ध कराते हैं जो इनडिपेंडेंट रिसर्च संगठनों द्वारा जारी किए जाते हैं। उदाहरण के लिए FYERS ने इक्विटी रिसर्च रिपोर्ट के लिए William O'Neil के साथ करार कर रखा है जिसकी सुविधा अतरिक्त भुगतान करके ली जा सकती है। कई डिस्काउंट ब्रोकर ब्लॉग, वीडियो और पॉडकास्ट के जरिए आपको तमाम जानकारी उपलब्ध कराते हैं।
जानकारों को सलाह है कि अगर आप किसी डिस्काउंट ब्रोकर फर्म के जरिए निवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए उन लोगों से बात करें जो इस तरह के ऐप यूज करते हैं। इसके अलावा आप गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर पर जाकर ऐप की रिव्यू और रेटिंग देखें। उन पर निवेशकों के अपने अनुभव पढ़ें और उसके आधार पर अच्छे स्टॉक रेटिंग वाले ऐप का चुनाव करें। इसके अलावा सोशल मीडिया पर जाकर भी डिस्काउंट ब्रोकर से संबंधित शिकायतों, अपडेट आदि के बारे में जानकारी ली जा सकती है।
सबसे अच्छा ब्रोकर कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंदोस्तों आप भी स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते है तो स्टॉक ब्रोकर बनने के आप कोई भी financial market course कर सकते है। इसके साथ आपके पास commerce, economics, statistics, accountancy या Business Administrator की knowledge भी आपको मदद करेगी। आप इन subjects की graduation या post graduation की degree भी ले सकते है।
शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंस्टॉक ब्रोकर एक विनियमित व्यावसायिक व्यक्ति होता है, जो आम तौर पर ब्रोकरेज फर्म या ब्रोकर-डीलर से जुड़ा होता है, जो बदले में शुल्क या कमीशन के लिए स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से या काउंटर पर रिटेल और संस्थागत ग्राहकों दोनों के लिए स्टॉक और अन्य प्रतिभूतियों को खरीदता है और बेचता है।
ब्रोकर कैसे काम करता है?
इसे सुनेंरोकेंयह मूल रूप से एक विशिष्ट ब्रोकरेज प्रतिशत आपके कुल ट्रेडिंग मूल्य के ऊपर लगाया जाता है और वह इसे आपके कुल ट्रेडिंग मूल्य (पोर्टफोलियो) में से काट लेता है । इस प्रकार, खरीद और बिक्री के इस विशेष निष्पादन के लिए आपको अपने स्टॉक ब्रोकर को ब्रोकरेज शुल्क के रूप में ₹4200 का भुगतान करना होगा।
Zerodha मुझे 1 लाख मुझे कितना चार्ज lagta hai?
इसे सुनेंरोकेंआपके सौदे की कुल कीमत हुई 1 लाख रुपये (100*1000)। जिस दिन आप ये सौदा करते हैं उसे ट्रेड डे या टी डे (T Day) कहते हैं। तो एक लाख रुपये के साथ 103.93 रुपये की फीस आपको देनी पड़ेगी, यानी कुल 100,103.93 रुपये की रकम आपके ट्रेडिंग अकाउंट से निकल जाएगी।
सबसे कम ब्रोकरेज कौन लेता है?
इनमें से कुछ छूट दलाल भारत में सबसे कम ब्रोकरेज शुल्क लेते हैं।…फ़िनवेज़िया
- नेस्ट: ₹149 प्रति सेगमेंट, ₹99 ब्रैकेट ऑर्डर प्रीमियम प्लान – ₹777 सभी सेगमेंट, ₹0 ब्रैकेट ऑर्डर।
- ए. एम. आई ब्रोकर: ₹299 प्रति माह असीमित व्यापार के लिए।
- प्रेस्टो: ₹1599 प्रति माह (लाइसेंस लागत अतिरिक्त) सेगमेंट में असीमित व्यापार के लिए।
कैसे एक शेयर दलाल बनने के लिए?
12वीं पास हैं तो आप बन सकते हैं शेयर बाजार में सब ब्रोकर, होगी…
- शैक्षणिक योग्यता आपकी न्यूनतम योग्यता 10 + 2 या हायर सेकंडरी सर्टिफिकेट होनी चाहिए।
- क्या क्या दस्तावेज चाहिए
- बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें
- आवश्यकताओं को जांच लें
- बुनियादी जानकारी दें
- रजिस्ट्रेशन फी और अकाउंट एक्टिवेशन
क्या एसटीटी शुल्क है?
इसे सुनेंरोकेंएसटीटी निवेशकों और व्यापारियों द्वारा केंद्र सरकार को भुगतान किया जाने वाला एक नियामक शुल्क है। ब्रोकर द्वारा जारी किए गए अनुबंध नोट में एसटीटी लगाया जाता है और यह लेनदेन के समग्र मूल्य पर आधारित होता है।
शेयर दलाल क्या है?
इसे सुनेंरोकेंदलाल या तो विक्रेता या खरीदार का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं लेकिन एक ही समय पर दोनों को नहीं कर सकता । उदाहरण स्टॉक दलाल होगा, जो अपने ग्राहक की तरफ से प्रतिभूतियों की बिक्री या खरीद करता है। दलाल स्टॉक, बॉन्ड और अन्य वित्तीय सेवाओं की बिक्री में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। दलाल का उपयोग करने के फायदे हैं।
ब्रोकर को हिंदी में क्या बोलते हैं?
इसे सुनेंरोकेंBrokar Meaning in Hindi – ब्रोकर का मतलब हिंदी में ब्रोकर इंग्लिश [संज्ञा पुल्लिंग] वह जो कुछ पारिश्रमिक लेकर लोगों को सौदा ख़रीदने या बेचने में सहायता देता हो ; दलाल ; (एजेंट)। ब्रोकर – संज्ञा पुं [अंग्रेजी] वह व्यक्ति जो दूसरे के लिये सोदा खरीदता ओर जिसे सोदे पर सैकडे़ पीछे कुछ वंधी हुई दलाली मिलती है । दलाल ।
कैसे दलाली शुल्क की गणना के लिए?
इसे सुनेंरोकेंदलाली शुल्क कुल कारोबार का 0.05% है। मान लीजिए कि आपके द्वारा खरीदे गए शेयर की लागत 100 रुपये है। फिर दलाली शुल्क 100 रुपये का 0.05% है, जो 0.05 रुपये है। फिर, व्यापार पर कुल दलाली शुल्क 0.05+ 0.05 रुपये है, जो 0.10 रुपये (खरीदने और बेचने के लिए) है।
क्या ब्रोकरेज शुल्क है?
इसे सुनेंरोकेंब्रोकरेज शुल्क एक दलाल द्वारा लेनदेन निष्पादित करने या विशेष सेवाएं प्रदान करने के लिए शुल्क लिया जाता है। शुल्क बिक्री, खरीद, परामर्श और वितरण जैसी सेवाओं के लिए है। एक ब्रोकरेज शुल्क एक दलाल को लेनदेन निष्पादित करने के लिए क्षतिपूर्ति करता है। (यह आमतौर पर होता है, लेकिन हमेशा नहीं) लेन-देन मूल्य का प्रतिशत।
ब्रोकरेज मॉडल क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय डिस्काउंट ब्रोकिंग की नींव ज़ेरोधा ने ही रखी थी। इसी कारण के सारे डिस्काउंट ब्रोकर में से ज़ेरोधा के पास सबसे ज्यादा क्लाइंट्स है। इक्विटी डिलीवरी पर ज़ेरोधा में शून्य ब्रोकरेज चार्ज किया जाता है। इसी प्रकार इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए फ्लैट 20 रूपये प्रति ट्रेड का चार्ज लगता है।
भारत के 8 सर्वश्रेष्ठ डिस्काउंट ब्रोकर
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शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं | how to invest share in india
युवाओं मे आजकल शेयर बाजार में निवेश करने के लिए बहुत सारे लोग इच्छुक होते हैं ए बहुत अच्छी बात है। लेकिन भारत जैसे देश में आज भी बहुत सारे लोग शेयर मार्केट में निबेश करने से घबराते। जहा US जैसे देशो मे 50% लोग शेयर मार्किट मे निबेश करते है लेकिन भारत जैसी देश मे केवल 4% लोग ही शेयर मार्किट मे निबेश करते है। लगाने के लिए आपको शेयर मार्किट से जूरी जानकारी होना साहिए। शेयर मार्किट मे पैसा लगाना कुछ ज्यादे मुश्किल नही है लेकिन पैसे को बचाते हुए कमाना ज्यादे कठिन है। अपनी रिस्क को जानके आप इन्वेस्ट कोरोगे तो आप शेयर मार्किट से पैसा कमा सकते हैं।
शेयर मार्किट मे पैसा लगाने से पहले चाहिए:-
शेयर मार्किट मे पैसा लगाने के लिए सबसे पहले आपके पास एक Demat Account होना बहत जरुरी है इसके बिना आप शेयर मार्किट मे पैसा नहीं लगाया जा सकता। Demat Account के जरिये भारत के 8 सर्वश्रेष्ठ डिस्काउंट ब्रोकर आप शेयर मार्किट मे शेयर खरीद बेच सकते है। Demat Account भारत मे मुख्य रूप से दो प्रकार का ब्रोकर है एक है पूर्ण सेवा ब्रोकर और दूसरा डिस्काउंट ब्रोकर।
पूर्ण सेवा ब्रोकर ग्राहक को शेयर्स को खरीद बेच करने की सलाह सलाह देते है लेकिन उसके बदले आपसे जादा ब्रोकरेज फीस लेते हैं।
डिस्काउंट ब्रोकर ऑनलाइन मे ब्रोकिंग खाते खुलने की पेशकश करते है. ये अपनी ग्राहक कम से कम लगत मे सेवा प्रदान करते है। डिस्काउंट ब्रोकर के साथ अकाउंट खोलना बहत ही आसन है। आपको ज्यादे कुछ नही करना है. आप उनकी वेबसाइट पर जाके अकाउंट खोल सकते है. बस कुछ ही समय मे अकाउंट खोल जायेगा। बाज़ार मे बहत सारे डिस्काउंट ब्रोकर है उनमे से UPSTOX, ZERODHA, ANGEL BROKING इत्यादि।
Demat Account खोलने के लिए कुछ जरुरी दस्ताबेज चाहिए :-
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- बैंक खाता
- कैंसिल चेक
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
इन दस्ताबेज के साथ आप आसानी से घर बैठे डिस्काउंट ब्रोकर से ऑनलाइन ही अपना Demat Account खोल सकते हैं।
अब शेयर मार्किट से शेयर खरीदने के लिए आपको अपनी बैंक अकाउंट से Demat Account मे जितने पैसा का शेयर खरीदना है उस पैसे को ट्रांसफर करना होगा। ठीक इसी तरह जब हमको मुनाफा होगा तब उस पैसा को Demat Account से अपनी बैंक अकाउंट मे ट्रांसफर कर सकते हैं।
शेयर मार्किट मे पैसा लगाने के फायदे:-
शेयर मार्किट शेयर मे पैसा लगाने के बहत सारे फायदे है. बैंक मे पैसा रखने से आपको एक फिक्स्ड इंटरेस्ट मिलता है लेकिन शेयर मार्किट मे ऐसा नहीं यहाँ आपको शेयर बढ़ने के साथ ही आपको दिविदेंत डिविडेंड, बोनस और राइट्स शेयर मिलते हैं। आप सोच रहे है ए डिविडेंड, बोनस है किया सरल भाषा मे जब कोई कंपनी मुनाफा कमाता है उसका थोरा हिस्सा शेयरहोल्डर के साथ साझा करते है यह जरुरी नहीं की हर कंपनी डिविडेंड, बोनस देगी। जब कंपनी डिविडेंड, बोनस देती है तब वो पैसा सीधे शेयरहोल्डर के बैंक अकाउंट मे आता हैं।
शेयर मार्किट मे पैसा लगाने से पहले जरुर करे बिचार:-
- जरुर ध्यान रखे आप जितना भी शेयर मार्किट में पैसा लगाये नजदीकी समय मे कुछ ज्यादे जरूरत तो नही है।
- किसी के बातों मे आकर शेयर मत खरीदे।
- अपनी भावनाओ पर नियंत्रण रखे उतना ही पैसा लगाये जितना खोने से आपको दुख न हों।
- उधार लेके शेयर मार्किट मे पैसा मत लगाये।
- शेयर मार्किट के बारे मे समझना और जानने के बाद ही इन्वेस्ट करे।
उम्मीद है आपको इस पोस्ट को पढ़ने के बाद शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं सभी जानकारी मिल गयी है । आपको इसके बारे मे कुछ पूछना है तो आप कमेंट कर सकते हैं।
Zerodha करेगा अब आपके भारत के 8 सर्वश्रेष्ठ डिस्काउंट ब्रोकर पैसे का मैनेजमेंट, म्यूचुअल फंड कारोबार के लिए कंपनी को मिला लाइसेंस
जिरोधा के फाउंडर नितिन कामथ ने ट्वीट कर कहा कि SEBI से उसे असेट मैनेजमेंट कंपनी की मंजूरी मिल गई है. जिरोधा अब अपना खुद का म्यूचुअल फंड कारोबार कर पाएगी.
शेयर मार्केट ब्रोकर Zerodha के फाउंडर निखिल कामथ ने कहा कि कंपनी को म्यूचुअल फंड बिजनेस शुरू करने की मंजूरी मिल गई है. जिरोधा ने फरवरी 2021 में असेट मैनेजमेंट कंपनी के लिए एप्लिकेशन डाला था. कंपनी के फाउंडर नितिन कामथ ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
जिरोधा भारत का सबसे बड़ा डिस्काउंट ब्रोकर है. सेबी से मंजूरी मिलने के बाद अगले एक साल के भीतर कंपनी म्यूचुअल फंड बिजनेस शुरू कर सकती है. वर्तमान में वह शेयर बाजार के निवेशकों को डिस्काउंट रेट पर निवेश का मौका देती है. जिरोधा ने ब्रोकरेज का कारोबार 2010 में शुरू किया था. जिरोधा प्रति ऑर्डर के लिए ब्रोकरेज चार्ज 20 रुपए वसूलता है. इसके प्लैटफॉर्म की मदद से रोजाना आधार पर 40 लाख से ज्यादा ट्रेडिंग की जाती है.
So, we just got our in-principle approval for our AMC (MF) license. I guess now comes the hard part. https://t.co/g35YH60ksC
— Nithin Kamath (@Nithin0dha) September 1, 2021
कंपनी की योजना अब लो कॉस्ट म्यूचुअल फंड स्कीम लाने की है. इसी मकसद से कंपनी ने असेट मैनेजमेंट कंपनी के लिए एप्लिकेशन डाला था. अपनी इस योजना को लेकर निखिल कामथ ने कहा कि मेरा मकसद म्यूचुअल फंड को और बेहतर इन्वेस्टमेंट विकल्प बनाना है. यह जितना सिंपल होगा, रिटेल और नए निवेशक इसके प्रति उतना ज्यादा आकर्षित होंगे.जिरोधा म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए Coin प्लैटफॉर्म लॉन्च किया था. क्वॉइन का असेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM करीब 5500 करोड़ का है.
सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले बॉस
जिरोधा के फाउंडर्स भारत में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले बॉस हैं. वित्त वर्ष 2019-20 के लिए इनकी सैलरी 100 करोड़ है. वे लगातार इस बात पर जोर देते आ रहे हैं कि हमने ब्रोकरेज को काफी सस्ता बनाया जिसके कारण बड़े पैमाने पर रिटेल निवेशक हमारे साथ जुड़े. उन्होंने यह भी कहा कि इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि अभी भी आबादी का महज 1.5 या 2 फीसदी लोग भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं. अमेरिका में 60-70 फीसदी लोग बाजार में पैसा लगाते हैं.
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