Today at #GoogleForIndia we announced a new $10B digitization fund to help accelerate India’s digital economy. We’re proud to support PM @narendramodi’s vision for Digital India - many thanks to Minister @rsprasad & Minister @DrRPNishank for joining us. https://t.co/H0EUFYSD1q — Sundar Pichai (@sundarpichai) July 13, 2020
हम आपके कारोबार के डेटा को सुरक्षित रखते हैं
हम जो कुछ भी करते हैं, उसमें डेटा की सुरक्षा को सबसे ज़्यादा महत्व दिया जाता है. डेटा को हर स्तर पर सुरक्षित रखने के लिए हमारे सभी उत्पादों, सेवाओं और बुनियादी संरचना में सुरक्षा विशेषताएं पहले से ही मौजूद होती हैं. इस सुरक्षा को बेहतर बनाते रहने के लिए हम टीम और तकनीक में निवेश करते हैं, जिससे न केवल हमारा संचालन, बल्कि आपका कारोबार भी सुरक्षित रहता है. और चूंकि हमारा यह मानना है कि इंटरनेट को सुरक्षित बनाना सभी के लिए फ़ायदेमंद है, इसलिए सुरक्षा से जुड़ी इन नई खोजों को हम दुनिया भर के साथ शेयर करते हैं.
गहन सुरक्षा
हमने अपनी बुनियादी संरचना के लिए जो सुरक्षा व्यवस्था की है, वह कई स्तरों वाली है. इसमें डेटा केंद्रों की फ़िज़िकल सुरक्षा से लेकर हमारे हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर की सुरक्षा और संचालन सुरक्षा की हमारी प्रक्रियाओं तक एक के बाद एक कई स्तर शामिल हैं. कई स्तरों वाली यह सुरक्षा हमारे हर काम के लिए एक मज़बूत सुरक्षा आधार तैयार करती है.
डेटा की समग्रता को बनाए रखने के लिए बाहरी सुरक्षा
सुरक्षा-केंद्रित कस्टम हार्डवेयर
डेटा को निजी और सुरक्षित बनाए रखने के लिए सुरक्षित करने का तरीका
सुरक्षित तरीके से काम करने की प्रक्रियाएं
विश्वसनीय कर्मचारियों तक एक्सेस सीमित करने के लिए मज़बूत नियंत्रण
खतरों से जल्दी से जल्दी निपटने के लिए घटना प्रबंधन
डेटा की समग्रता को बनाए रखने के लिए बाहरी सुरक्षा
हम डेटा को कई डेटा केंद्रों में बांटते हैं, ताकि आग या किसी आपदा की स्थिति में, इसे अपने आप मज़बूत और सुरक्षित जगहों पर भेजा जा सके. इनमें से हर एक डेटा केंद्र की हमेशा निगरानी की जाती है और सुरक्षा की जाती है. साथ ही, बायोमेट्रिक पहचान और लेज़र-आधारित निगरानी जैसे तरीकों से एक्सेस पर सख्ती से नियंत्रण रखा जाता है. हमारी डेटा केंद्रों की जगहें देखें.
सुरक्षा-केंद्रित कस्टम हार्डवेयर
सुरक्षा हमारे हार्डवेयर से शुरू होती है. हमने अपने हार्डवेयर की सुरक्षा पक्की करने के लिए प्रक्रियाएं बनाई हैं. इन प्रक्रियाओं में जिन वेंडरों के साथ हम काम करते हैं उनकी जांच करना, कस्टम चिप डिज़ाइन करना और वैध Google डिवाइस की पहचान करने और उन्हें प्रमाणित करने के उपाय करना शामिल हैं. हमने जो यह आधार तैयार किया है, इससे हमें हर स्तर पर सुरक्षा देने में मदद मिलती है.
डेटा को कई कारोबारों में निवेश निजी और सुरक्षित बनाए रखने के लिए सुरक्षित करने का तरीका
सुरक्षित करने के तरीके से हमारी सेवाओं में सुरक्षा और निजता का स्तर और भी बेहतर हो जाता है. आप जो डेटा बनाते हैं वह आपके डिवाइस, Google सेवाओं और हमारे डेटा केंद्रों के बीच स्थानांतरित होता रहता है, इसलिए उसकी सुरक्षा HTTPS और ट्रांसपोर्ट स्तर सुरक्षा जैसी सुरक्षा तकनीक से कई कारोबारों में निवेश की जाती है. हम इनबॉक्स में पड़े और भेजे जा रहे ईमेल को भी डिफ़ॉल्ट रूप से सुरक्षित करते हैं. साथ ही, पहचान कुकी भी डिफ़ॉल्ट रूप से सुरक्षित की जाती हैं.
सुरक्षित तरीके से काम करने की प्रक्रियाएं
उपयोगकर्ताओं को मैलवेयर से बचाने के लिए हम सुरक्षा निगरानी का इस्तेमाल करते हैं
हम लगातार अपने ऐप्लिकेशन की निगरानी करते हैं कई कारोबारों में निवेश और अपने आप किए जाने वाले नेटवर्क विश्लेषण के ज़रिए और खुद के मालिकाना हक वाली तकनीकी के ज़रिए पैच को इंस्टॉल कर उन्हें इस्तेमाल के लिए उपलब्ध कराते हैं. इससे हमें खतरों का पता लगाने और उनसे निपटने में मदद मिलती है, ताकि हम उत्पादों को स्पैम, मैलवेयर, वायरस और इसी तरह के दूसरे नुकसान पहुंचाने वाले कोड से बचा सकें.
सॉफ़्टवेयर में जोखिम की संभावनाएं ढूंढने के लिए हम उन्हें स्कैन करते रहते हैं
हम सॉफ़्टवेयर में जोखिम की संभावनाएं ढूंढने के लिए बाज़ार में उपलब्ध टूल और Google में बनाए गए टूल को आपस में मिलाकर इस्तेमाल करते हैं, गहन तरीके से अपने आप होने वाली टेस्टिंग और मैन्युअल पेनीट्रेशन टेस्टिंग का इस्तेमाल करते हैं, क्वालिटी को पक्का करने वाली प्रक्रियाओं का इस्तेमाल करते हैं, सॉफ़्टवेयर सुरक्षा समीक्षाओं का इस्तेमाल करते हैं, और बाहरी ऑडिट की मदद लेते हैं.
हम सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन तैयार करते हैं
हमारे सुरक्षा और निजता विशेषज्ञ डेवलपमेंट टीम के साथ काम करते हुए कोड की समीक्षा करते हैं और यह पक्का करते हैं कि उत्पाद में सुरक्षा के लिए मज़बूत बचावों का इस्तेमाल किया गया है.
विश्वसनीय कर्मचारियों तक एक्सेस सीमित करने के लिए मज़बूत नियंत्रण
हम केवल उन्हीं Google कर्मचारियों को आपके कारोबार के डेटा का एक्सेस देते हैं, जिन्हें अपना काम करने के लिए उसकी ज़रूरत होती है; जैसे कि, कोई ग्राहक सेवा एजेंट जो आपका डेटा प्रबंधित करने में आपकी मदद करता है. संगठनात्मक और तकनीकी सुरक्षा उपायों के ज़रिए मज़बूत एक्सेस नियंत्रण लागू किए जाते हैं. जब हम Google सेवाएं देने के लिए ग्राहक सहायता वेंडर जैसे तीसरे पक्षों के साथ काम करते हैं, तो हम यह पक्का करने के लिए एक आकलन करते हैं कि वे आपके कारोबार के डेटा का एक्सेस पाने के लिए ज़रूरी उचित स्तर की सुरक्षा और निजता देते हैं या नहीं.
खतरों कई कारोबारों में निवेश से जल्दी से जल्दी निपटने के लिए घटना प्रबंधन
हमारी सुरक्षा टीम हमेशा मुस्तैद रहती है ताकि सुरक्षा संबंधी किसी भी घटना का झटपट पता लगाकर उसका समाधान किया जा सके और सही व्यक्तियों को इसके बारे में सूचित किया जा सके. हमारे सुरक्षा घटना प्रबंधन कार्यक्रम को इंडस्ट्री के सबसे अच्छे तौर-तरीकों के आधार पर तैयार किया गया है और उसे हमारे "Google में घटना प्रबंधन (IMAG)" कार्यक्रम के मुताबिक तैयार किया गया है, जिसे Google के खास पहलुओं और उसके बुनियादी ढांचे को ध्यान में रखकर बनाया गया है. समय-समय पर हम अपनी घटना प्रतिक्रिया योजनाओं की जांच करते रहते हैं, ताकि हम हमेशा तैयार रहें.
इन 7 स्टॉक्स में करें निवेश और फिर मजे से खाने-पीने और मूवी देखने पर खर्च करें पैसे
Shares: बर्गर किंग, रेडिको खेतान, जुबिलेंट फूडवर्क्स, पीवीआर जैसोंं के स्टॉक्स में पैसा लगाना फायदेमंद रह सकता है.
- Rahul oberoi
- Updated On - June 7, 2021 / 01:26 PM IST
कोविड -19 महामारी ने कई कारोबारों को बेहाल कर दिया है, खासतौर पर टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर इसका बेहद बुरा असर पड़ा है. हालांकि, संक्रमण के नए मामलों में लगातार गिरावट और वैक्सीनेशन की मुहिम में तेजी के साथ ही कामकाज के जल्द ही पटरी पर लौटने की भी उम्मीद पैदा हो रही है.
लोग पार्टियों में जाने या फिल्म देखने के लिए अपने घरों से बाहर निकलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में पाबंदियां हटने और मॉल्स और बाजारों के खुलने पर लोग एंटरटेनमेंट और खाने-पीने पर जमकर पैसा खर्च करेंगे.
विलियम ओ’नील इंडिया ने 7 ऐसे शेयरों (Shares) का सुझाव दिया है जिन्हें अर्थव्यवस्था के अनलॉक होने से फायदा होने की कई कारोबारों में निवेश कई कारोबारों में निवेश उम्मीद है.
बर्गर किंग
कंपनी भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (QSR) चेन है. यह बर्गर, फ्राइज और पेय पदार्थ जैसे तमाम फास्ट फूड बेचती है.
दिसंबर 2020 तक बर्गर किंग के देशभर में सब-फ्रैंचाइजी सहित 270 रेस्टोरेंट चल रहे हैं. विश्व स्तर पर यह दूसरी सबसे बड़ी फास्ट-फूड बर्गर चेन है. बर्गर किंग को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2022 में बिक्री वित्त वर्ष 2020 जैसी रहेगी. वहीं, वित्त वर्ष 2023 से 5 से 7% ग्रोथ की उम्मीद है.
वेस्टलाइफ डेवलपमेंट
ये कंपनी भी क्विक-सर्विस रेस्टोरेंट चलाती है. यह अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी हार्डकैसल रेस्टोरेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए पश्चिमी और दक्षिणी भारत में मैकडॉनल्ड्स रेस्टोरेंट चलाती है.
PVR सिनेमाज भारत में स्क्रीन्स की संख्या के मामले में मार्केट लीडर है. इसने देश में सिनेमा देखने और दर्शकों के फिल्में देखने के तरीके में बड़ा बदलाव किया है.
इसके कुछ प्रमुख निवेश और अधिग्रहण नवंबर 2012 में सिनेमैक्स सिनेमाज (इससे PVR नेटवर्क में 138 नई स्क्रीन शामिल हुईं), मई 2016 में DT सिनेमाज (32 स्क्रीन) और अगस्त 2018 में एसपीआई सिनेमाज (76 स्क्रीन) हैं.
वित्त वर्ष 2020-2021 की तीसरी तिमाही के अंत तक, PVR भारत और श्रीलंका के 71 शहरों में 176 सिनेमाघरों में 845 स्क्रीन संचालित चल रही है, इनमें करीब 1.82 लाख लोगों के बैठने की क्षमता है.
आईनॉक्स लेजर (Inox Leisure)
कंपनी देश भर में स्क्रीन के कई डिस्टीब्यूशन के साथ भारत में सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स चेन में से एक है. गुजरे फाइनेंशियल ईयर की चौथी तिमाही के अंत में 69 शहरों में इसकी 648 स्क्रीन थीं.
वित्त वर्ष 2022 के बाद, कंपनी की योजना देश भर में 1650 स्क्रीनों की संख्या को बढ़ाते हुए और 958 स्क्रीन खोलने की है.
जुबिलेंट फूडवर्क्स
कंपनी भारत की सबसे बड़ी फूड सर्विस कंपनियों में से एक है. यह तीन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स डोमिनोज पिज्जा, डंकिन डोनट्स और पोपेयेज़ के मास्टर फ्रैंचाइजी राइट्स रखती है.
जुबिलेंट पिज्जा सेगमेंट में मार्केट लीडर है. “Ekdum” के लॉन्च के साथ, जुबिलेंट ने भारत के पसंदीदा बिरयानी सेगमेंट में भी एंट्री की है.
युनाइटेड स्पिरिट्स
कंपनी वॉल्यूम बिक्री के मामले में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शराब कंपनी है. यह डियाजियो की सहायक कंपनी है. इसके प्रमुख ब्रांड मैक डॉवेल्स नंबर 1, ब्लैक डॉग, जॉनी वॉकर, एंटीक्विटी, सिग्नेचर, रॉयल चैलेंज, स्मिरनॉफ और वैट 69 हैं.
कंपनी लांग टर्म की कहानी में विश्वास करती है. भारत में, अगले तीन से पांच वर्षों में लगभग 1.7 करोड़ लोगों के शराब पीने की कानूनी आयु (LDA) श्रेणी में शामिल होने की उम्मीद है.
रेडिको खेतान
रेडिको खेतान को पहले रामपुर डिस्टिलरी के नाम से जाना जाता था. इसने 1943 में कामकाज शुरू किया था. यह बल्क में शराब की एक प्रमुख सप्लायर है.
इसने मैजिक मोमेंट्स, कॉन्टेसा XXX रम और ओल्ड एडमिरल ब्रांडी, 8PM व्हिस्की के साथ अपने पोर्टफोलियो की शुरुआत की है. पिछले छह वर्षों से इसका शुद्ध कर्ज (Net debt) घट रहा है.
(डिस्क्लेमरः इस स्टोरी में की गई सिफारिशें संबंधित रिसर्च और ब्रोकरेज फर्म ने की हैं. मनी9 और इसके मैनेजमेंट इनकी निवेश सलाह की कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है. निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से राय लें.)
बीपीसीएल पेट्रोकेमिकल और गैस कारोबार में 1.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड उभरते अवसरों का लाभ उठाने के लिए अपनी रणनीतियों का फिर से मूल्यांकन कर रही है। कंपनी बीना और कोच्चि में अपनी तेल रिफाइनरियों में पेटकेम (पेट्रो-रसायन) परियोजनाएं भी स्थापित करेगी।
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) अगले पांच साल में पेट्रोकेमिकल,शहरी गैस और क्लीन एनर्जी में 1.4 लाख करोड़ रुपये निवेश करेगी। दुनिया भर के देशों के स्वच्छ, कार्बन मुक्त ईंधन का विकल्प चुनने के साथ तेल कंपनियां भी हाइड्रोकार्बन संचालन के जोखिम से बचने के लिए अन्य व्यवसायों की तलाश कर रही हैं। इलेक्ट्रिक वाहन और हाइड्रोजन पर जोर के साथ कंपनियां इस ओर आकर्षित हो रही हैं।
बीपीसीएल के प्रेसिडेंट अरुण कुमार सिंह ने कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा जोखिम को कम करते हुए उभरते अवसरों का लाभ उठाने के लिए कंपनी अपनी रणनीतियों का फिर से मूल्यांकन कर रही है। कंपनी ने अतिरिक्त आय का स्त्रोत बनाने और लिक्विड फॉसिल फ्यूल बिजनेस में किसी भी संभावित भविष्य में गिरावट के जोखिम से बचने के लिए अन्य वैकल्पिक कारोबारों में विविधता लाने और विस्तार करने की योजना बनाई है।
नैचुरल गैस के क्षेत्र में अपने विस्ता र के लिए बीपीसीएल सिटी गैस रिटेलिंग लाइसेंस के लिए बोली लगा रही है। कंपनी खुद और अपने संयुक्तप उद्यम के जरिये सीएनजी के रिटेल कारोबार और रेजिडेंशियल तथा इंडस्ट्रियल क्षेत्रों में पाइप्डस नैचुरल गैस में विस्ताोर कर रही है। अभी कंपनी 50 भौगोलिक क्षेत्रों में 105 जिलों को कवर कर रही है।
देश में 83,685 पेट्रोल पंपों में से 20,217 बीपीसीएल के हैं। कंपनी न केवल पेट्रोल और डीजल की बिक्री कर रही है, बल्कि इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के साथ-साथ हाइड्रोजन जैसे भविष्य के ईंधन भी उपलब्ध करा रही है। बीपीसीएल बीना और कोच्चि में अपनी तेल रिफाइनरियों में पेटकेम (पेट्रो-रसायन) परियोजनाएं भी स्थापित करेगी।
हालही में बीपीसीएल ने देश के नेशनल हाईवे पर 100 फास्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग कॉरिडोर बनाने के लिए करीब 200 करोड़ के निवेश की घोषणा की थी बीपीसीएल ने कहा कि भारत भर में 100 सबसे व्यस्त नेशनल हाईवे पर आने वाले समय में 2,000 ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।बीपीसीएल ने हालही में चेन्नई-त्रिची-मदुरै राजमार्ग पर एक चार्जिंग यूनिट के साथ अपना पहला ईवी चार्जिंग कॉरिडोर शुरू किया था।
बीपीसीएल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बीएस रवि ने बताया कि चार्जिंग स्टेशनल पर आराम करने की व्यवस्था, खान-पान के ठिकाने समेत अन्य सुविधाएं होंगी। चार्जिंग यूनिट की लागत को देखते हुए चालू वित्त वर्ष में कंपनी ने 200 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। इसमें मार्च 2023 तक 100 कॉरिडोर पर 2,000 फास्ट चार्जिंग स्टेशन और 2024-25 तक 7,000 फास्ट ईवी चार्जिंग स्टेशन तैयार किए जाएंगे।
भारत में 75 हजार करोड़ का निवेश करेगा गूगल, डिजिटल अर्थव्यवस्था में आएगी तेजी
सुंदर पिचाई ने लिखा कि ग्लोबल महामारी के चलते पूरी दुनिया में डिजिटल लेनेदन तेजी से बढ़ा है.
गूगल (Google) ने भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए 10 बिलियन डॉलर (करीब 75,000 करोड़ रुपए) के निवेश की घोषणा की है. गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने देश में आयोजित हो रहे छठे गूगल फॉर इंडिया (Google For India) के कार्यक्रम में भारत में 75,000 करोड़ रुपए निवेश करने की बात कही.
सुंदर पिचाई ने कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए गूगल अगले 5-7 सालों में 75 हजार करोड़ रुपए निवेश करेगा.
भारत में निवेश का ऐलान उन्होंने आज हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बातचीत के बाद किया.
सुंदर पिचाई ने गूगल के ब्लॉग में इस निवेश के बारे में लिखा है जिसका शीर्षक है भारत के डिजिटल भविष्य में निवेश (Investing in India's digital future).
उन्होंने लिखा है कि तकनीक ने दुनिया को एक नई खिड़की प्रदान की है. इस खिड़की के माध्यम से पूरी दुनिया एक परिवार के रूप में नजदीक आ रही है.
Today at #GoogleForIndia we announced a new $10B digitization fund to help accelerate India’s digital economy. We’re proud to support PM @narendramodi’s vision for Digital India - many thanks to Minister @rsprasad & Minister @DrRPNishank for joining us. https://t.co/H0EUFYSD1q
— Sundar Pichai (@sundarpichai) July 13, 2020
उन्होंने भारत के डिजिटलाइजेशन के बारे में लिखा कि छोटे कारोबारों का डिजिटलाइजेशन (digitization of small businesses) होने एक बड़ी कामयाबी की कहानी है. चार साल पहले महज एकतिहाई छोटे कारोबार ही ऑनलाइन सिस्टम का इस्तेमाल करते थे, जो कि अब बढ़कर 26 मिलियन हो गए हैं.
सुंदर पिचाई ने लिखा कि ग्लोबल महामारी के चलते पूरी दुनिया में डिजिटल लेनेदन तेजी से बढ़ा है. उदाहरण के लिए, डिजिटल भुगतान ने पूरे भारत में परिवारों को लॉकडाउन के दौरान वस्तुओं और सेवाओं तक पहुंचने में सक्षम बनाया है. उनके लिए, किराने की डिलीवरी सेवाएं अमूल्य हैं.
उन्होंने लिखा कि यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के विजन से ही मुमकिन हो पाया है.
प्रधानमंत्री से की बात
बता दें कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और सर्च इंजन गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई (Google CEO Sundar Pichai) के कई कारोबारों में निवेश बीच बातचीत हुई. प्रधानमंत्री ने इस बातचीत को बहुत ही सार्थक बताया.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi)ने अपने ट्विटर अकांउट पर सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) के साथअपनी बातचीत की जानकारी शेयर करते हुए लिखा, 'आज सुबह सुंदर पिचाई के साथ एक फलदायी बातचीत हुई. हमने भारत के किसानों, युवाओं और उद्यमियों के जीवन को बदलने के लिए प्रौद्योगिकी की शक्ति के इस्तेमाल सहित कई मुद्दों पर चर्चा की.'
डीसीएम श्रीराम चीनी, रासायनिक व्यवसाय विस्तार के लिए 1,300 करोड़ रुपये निवेश करेगी
इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में चीनी कारोबार में घाटे के चलते डीसीएम श्रीराम के मुनाफे में 6 प्रतिशत की गिरावट हुई, इस तिमाही कंपनी केवल 218.34 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज कराणे में कामयाब हो सकी | डीसीएम श्रीराम समूह ने भविष्य में चीनी और रासायनिक कारोबार के विस्तार पर 1,300 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है । डीसीएम श्रीराम समूह चीनी, उर्वरक, बीज, रसायन, सीमेंट और यूपीवीसी विंडोज व्यवसायों में है।
प्रति दिन 5,000 टन तक गन्ना क्रशिंग क्षमता बढ़ाने पर जोर
डीसीएम श्रीराम के चेयरमैन और सीनियर एमडी अजय श्रीराम ने एक साक्षात्कार में पीटीआई को बताया, “चीनी और क्लोरो-विनाइल रासायनिक कारोबारों में लगभग 1,300 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश के साथ हमने कंपनी में कई विस्तार परियोजनाएं शुरू की हैं ।” ये विस्तार परियोजना अगले 12-18 महीनों में पूरी की जाएगी। श्रीराम ने कहा कि कंपनी प्रति दिन 5,000 टन तक गन्ना क्रशिंग क्षमता बढाई जा रही है जबकि एक डिस्टिलरी प्रति दिन 200 किलो लीटर की क्षमता के साथ स्थापित की जाएगी। इसके अलावा, 30 मेगावाट सह-उत्पादन बिजली क्षमता को जोड़ा जाएगा। “चीनी कारोबार में विस्तार से हमें 660 करोड़ रुपये खर्च होंगे।”
रासायनिक कारोबार में 350 करोड़ का निवेश
रासायनिक कारोबार के बारे में में उन्होंने कहा कि, कंपनी अपने भरूच और कोटा इकाईयों में 350 करोड़ रुपये की लागत के साथ प्रति दिन 560 टन क्षमता बढ़ा रही है। कोटा इकाई में 66 मेगावाट कैप्टिव पावर प्लांट पर 240 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। प्लास्टिक कारोबार में प्रति दिन 40 टन की क्षमता जोड़ने के लिए 32 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना हैं। यह निवेश आंतरिक संसाधनों और ऋण के माध्यम से किया जायेगा।
केवल चीनी सेगमेंट का प्रदर्शन खराब
चीनी कारोबार में घाटे के चलते डीसीएम श्रीराम ने इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 218.34 करोड़ रुपये के मुनाफे के साथ नेट प्रॉफिट में 6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की। हालांकि, संचालन से कुल आय में पिछले वर्ष की तुलना में 2,065.03 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,077.66 करोड़ रुपये हो गई। श्रीराम ने कहा, “चीनी सेगमेंट को छोड़कर हमारे सभी व्यवसायों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।”
उन्होंने कहा कि देश में चीनी के रिकॉर्ड आउटपुट की वजह से कंपनी ने घाटे में चीनी बेची, जिससे मुनाफे पर नकारात्मक प्रभाव रहा । श्रीराम ने कहा, “हम लगातार अपने सभी व्यवसायों को मजबूत करने के लिए पहलों का पीछा कर रहे हैं। कंपनी लगातार वॉल्यूम बढ़ाने, प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने और एकीकरण को मजबूत करने के लिए निवेश कर रही है।”
बिजली निर्माण और आसवन क्षमता बढ़ेगी
डीसीएम श्रीराम के वाइस चेयरमैन और एमडी विक्रम श्रीराम ने कहा, “अपनी व्यावसायिक क्षमता बढ़ाने के लिए योजनाएं अच्छी तरह से बढ़ रही हैं और जल्द ही उसका असर दिखना शुरू हो जायेगा।” नया बिजली संयंत्र अक्टूबर 2019 में शुरू किया जाएगा और इससे बिजली की लागत कम हो जाएगी। विक्रम ने कहा, “चीनी कारोबार में, हम अगले 18 महीनों में अतिरिक्त बिजली और आसवन (डि
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