क्रिप्टो करेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा।

Crypto Price: 17 हजार डॉलर के पार BitCoin, Ethereum में 4% का उछाल, चेक करें टॉप-10 करेंसीज के लेटेस्ट भाव

Crypto Price: क्रिप्टो मार्केट में आज काफी चहल-पहल दिख रही है। मार्केट कैप के हिसाब से टॉप-10 क्रिप्टोकरेंसीज में सभी क्रिप्टो ग्रीन जोन में हैं। सबसे अधिक तेजी पॉलीगॉन (Polygon) में रही और यह तीन फीसदी से अधिक मजबूत हुआ Bitcoin के फायदे है

Crypto Price: क्रिप्टो मार्केट में आज (9 दिसंबर) काफी चहल-पहल दिख रही है। मार्केट कैप के हिसाब से टॉप-10 क्रिप्टोकरेंसीज में सभी क्रिप्टो ग्रीन जोन में हैं। सबसे अधिक तेजी पॉलीगॉन (Polygon) में रही और यह तीन फीसदी से अधिक मजबूत हुआ है। सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (BitCoin) की बात करें तो यह 17 हजार डॉलर के ऊपर पहुंच चुका है। अभी यह 2.41 फीसदी की तेजी के साथ 17,229.87 डॉलर (14.18 लाख रुपये) के भाव (BitCoin Price) में मिल रहा है। दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो एथेरियम (Ethereum) भी चार फीसदी से अधिक मजबूत हुआ है और इसके भाव 1300 डॉलर के करीब पहुंच गए हैं। पूरे क्रिप्टो मार्केट की बात करें तो पिछले 24 घंटे में वैश्विक मार्केट कैप में 2.23 फीसदी की तेजी आई है और यह 86.02 हजार करोड़ डॉलर (70.80 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया है।

Bitcoin क्या है ? बिटकॉइन की पूरी जानकारी

Bitcoin क्या है ? जानिए बिटकॉइन की पूरी जानकारी – बिटकॉइन एक Digital Currency Bitcoin के फायदे है जिसे हम आम भाषा में Internet Currency भी कह सकते है. इस Currency को हम अपने घर या अपने Wallet में स्टोर नहीं कर सकते है क्योंकि ये किसी तरह का नोट या कोई Coin नहीं है. इसलिए बिटकॉइन को आप सिर्फ Online ही इस्तेमाल कर सकते है. बिटकॉइन एक Decentralized तरह से है मतलब इस Currency को कण्ट्रोल करने के लिए कोई Authority , Government या कोई बैंक नहीं है.

ये Peer To Peer Network Base पर काम करता है. और बिटकॉइन यूजर इस पर विश्वास करते है कि ये एक Currency है. इस तरह से ये एक Global Currency बन गया है. बिटकॉइन का अविष्कार Santoshi Nakomoto ने साल 2009 में किया था इसके बाद से ये काफी Popular Currency बन गया है.

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Bitcoin की कीमत कितनी है

अगर बिटकॉइन की Value की बात करे तो आज की तारीख (जनवरी 2017) में 1 बिटकॉइन की कीमत कीमत लगभग 70,000 Indian Currency है. ऐसा नहीं है कि आपको अगर Bitcoin Buy करना चाहते है तो आपको 1 Bitcoin ही खरीदना पड़ेगा. दरअसल बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट Santoshi है और 1 Bitcoin = 10,00,00,000 (करोड़) Santoshi होता है.

जैसे Indian Currency में 1 रूपए = 100 पैसे होते है l बैसे ही 10 करोड़ Santoshi से मिलकर एक बिटकॉइन बनता है l मतलब आप 1 बिटकॉइन को 8 डेसीमल तक ब्रेक कर सकते है l आप 0.0001 Bitcoin भी यूज़ कर सकते है.

Bitcoin Wallet

अगर हम इसे अपने घर या पॉकेट वॉलेट में नहीं रख सकते तो बिटकॉइन को कहा store कर सकते है l तो इसे Store करने के लिए आपको Bitcoin Wallet की जरुरत होती है. Internet में बहुत सारे Application . Software . और Cloud-Based Wallet Bitcoin के फायदे है जिनमे आप Account बनाकर बिटकॉइन को स्टोर कर सकते है.

तो Bitcoin Wallet काम कैसे करता है ? तो सबसे पहली चीज वह आपको एक Uniq Address उपलब्ध कराता है. मान लीजिये आपने कही से Bitcoin Buy किया है तो आपको उसे मंगाने के लिए एक Address की जरुरत होगी. तो ऐसे में आप बिटकॉइन को अपने Wallet में मंगाकर स्टोर कर सकते है. जैसे आपने बिटकॉइन को बेचा है और उससे कुछ रूपए कमाए है तो उन रुपयों को Bank में Transfer करने के लिए आपको Bitcoin Wallet की जरुरत होगी.

Bitcoin कैसे खरीदे

बैसे तो बिटकॉइन खरीदने के बहुत से तरीके है जैसे –

  1. बिटकॉइन को आप अपनी Local Currency से खरीद सकते है.
  2. किसी Service से या किसी चीज को या बेचकर आप उस चीज के बदले बिटकॉइन ले सकते है.
  3. इसके आलावा आप किसी वेबसाइट या एप्लीकेशन की मदद से Bitcoin Earn कर सकते है.
  4. तो सबसे इम्पोर्टेन्ट आप बिटकॉइन Miner कर सकते है.

Bitcoin Miner क्या है

Mining के बारे में जानने से पहले हम आपको ये बता दे कि हर Country में नोट छापने की एक Limitation होती है उसी तरह बिटकॉइन बनाने की भी एक Limitation होती है. और Limitation ये है कि मार्केट में 21 million से ज्यादा बिटकॉइन नहीं आ सकते है और अभी की बात करे तो मार्केट में लगभग 13 million Bitcoin है l तो नए बिटकॉइन है वो Mining के जरिये आते है.

Bitcoin Mining क्या है ? मान लीजिये आपने किसी को कुछ बिटकॉइन भेजे है. तो भेजने के इस Process को Verify करते है और Verify करने वालो को Miners कहते है. जिनके पास High Power Computer होते है. और इन Computer से Bitcoin Transection को Verify करते है.

Miners क्या Verify करते है ? जब हम किसी से बिटकॉइन लेते है तो इसमें कोई किसी तरह की हेरा फेरी या Cheating तो नहीं की गयी है. Verify करने पर रिवॉर्ड के तौर पर उन्हें नए बिटकॉइन मिलते है. तो इस तरह मार्केट में नए बिटकॉइन आते है. अगर आपके पास Heavy computer है तो आप भी Mining कर सकते है.

Bitcoin के क्या फायदे है

  1. बिटकॉइन आदान प्रदान करने में कम फीस लगती है.
  2. बिटकॉइन को आप दुनिया में कही भी बेच या खरीद सकते है. वो भी बिना किसी परेशानी के.
  3. आप इसमें Long Term Investment कर सकते है क्योंकि अभी तक के रिकॉर्ड में बिटकॉइन बढ़ रहा है.
  4. बिटकॉइन में Government आप पे नजर नहीं रखती है.

तो बिटकॉइन में किसी Government की नजर नहीं होने के कारण कुछ लोग इसका गलत यूज़ भी करते है जैसे काले धन में या Drugs बगेरा में. बिटकॉइन के कुछ फायदे है तो कुछ नुकसान भी है.

Bitcoin के क्या नुकसान है

  1. इसमें कोई Control Authority , Bank , या कोई Government नहीं है जिसकी बजह से इसकी कीमत कम ज्यादा होती रहती है.
  2. अगर आपका Bitcoin Account हैक हो जाता है तो आप बिटकॉइन बापस नहीं ले सकते है और इसमें Government आपकी किसी भी तरह से मदद नहीं करेगी.

अब आप जान गए होंगे कि Bitcoin क्या है. हम इसको कैसे और कहा से खरीद सकते है. और बिटकॉइन से हमें क्या फायदा है और बिटकॉइन से क्या नुकसान हो सकते है.

क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स से सरकार को होंगे कई फायदे, जानिए CBDT के चेयरमैन ने कही ये बात

क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगाने के बाद साफ हो गया है कि, क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग से जुड़े कानून भी जल्द ही तैयार किए जा सकते है। ऐसे में जिन लोगों के पास बड़ी संख्यार में क्रिप्टोकरेंसी थी उन्हें अब इसके बैन नहीं होने से राहत मिलेगी।

क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स से सरकार को होंगे कई फायदे, जानिए CBDT के चेयरमैन ने कही ये बात

क्रिप्टो करेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में ऐलान कर दिया कि, क्रिप्टो करेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा। वहीं जानकारों का कहना है कि, देश में अभी तक 2 लाख से ज्यादा लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया हुआ है। लेकिन अभी तक इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा मौजूद नहीं Bitcoin के फायदे है। ऐसे में सरकार के पास क्रिप्टो करेंसी में किए गए कुल निवेश की भी सटीक जानकारी नहीं है। इसीलिए सरकार ने आम बजट Bitcoin के फायदे में क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स लगाने का निर्णय किया है।

क्रिप्टोकरेंसी के बिजनेस में आएगी पारदर्शिता – अभी तक उम्मीद की जा रही थी सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा सकती है। लेकिन एक बड़े वर्ग को उम्मीद थी कि, सरकार इससे जुड़े नियम और कानून लागू कर सकती है। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगाने के बाद साफ हो गया है कि, क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग से जुड़े कानून भी जल्द ही तैयार किए जा सकते है। ऐसे में जिन लोगों के पास बड़ी संख्यार में क्रिप्टोकरेंसी थी उन्हें अब इसके बैन नहीं होने से राहत मिलेगी।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के चेयरमैन ने कही ये बात – केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) चेयरमैन जे बी महापात्र ने कहा है कि बजट में क्रिप्टो करेंसी या ऑनलाइन डिजिटल संपत्तियों को कर के दायरे में लाने की घोषणा आयकर विभाग के लिये देश में इस मुद्रा के कारोबार की ‘गहराई’ का पता लगाने, निवेशकों तथा उनके निवेश की प्रकृति को जानने में मददगार होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस कदम का मतलब यह नहीं है कि क्रिप्टो करेंसी में लेनदेन वैध हो जाएगा। महापात्र ने कहा कि कर अधिकारियों के लिये इस क्षेत्र में प्रवेश का यह सही समय है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि क्रिप्टो Bitcoin के फायदे करेंसी को लेकर सरकार विभिन्न पक्षों के साथ विचार-विमर्श कर रही है और उससे निकलने वाले निष्कर्ष के आधार पर राष्ट्रीय नीति और नियमन तैयार किये जाएंगे।

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वित्त मंत्री ने 2022-23 के बजट में क्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल संपत्तियों पर कराधान को स्पष्ट किया। उन्होंने ऐसी संपत्तियों में लेन-देन पर होने वाली आय को लेकर 30 प्रतिशत कर लगाने का प्रस्ताव किया। साथ ही एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) लगाने का भी प्रस्ताव किया। महापात्र ने कहा, ‘‘विभाग किसी भी लेनदेन की वैधता पर निर्णय नहीं लेता है। आयकर विभाग और आयकर अधिनियम केवल यह देखता है कि आपने जो लेन-देन किये हैं, क्या उससे आय सृजित हुई है या नहीं। हम इसके लिये नहीं हैं कि आय वैध है या नहीं, बल्कि हमारा काम आय पर कर लगाने का है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यही कारण है कि मैं कहूंगा कि नये कानून के तहत क्रिप्टोकरेंसी पर कर लगाना कोई इसे वैध नहीं बनाता…।’’ महापात्र ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी में कारोबार या डिजिटल संपत्तियों में कारोबार केवल इसलिए वैध नहीं हो जाता कि आपने Bitcoin के फायदे उस पर कर दिया है।

सीबीडीटी प्रमुख ने कहा, ‘‘क्रिप्टोकरेंसी के लिये राष्ट्रीय स्तर पर नीति निर्माण का काम जारी है। आयकर विभाग इस क्षेत्र में ऐसे समय प्रवेश कर रहा है जब नीति पर काम जारी है। अत: मैं कहूंगा कि विभाग के लिये इस बाजार में प्रवेश का सही समय है।’’ महापात्र ने कहा कि जब कोई इकाई डिजिटल व्यापार पर किसी लाभ या अधिशेष की घोषणा करती है, तो उन्हें यह भी बताना होता है कि उनके पास निवेश के लिए पैसा कहां से आया है और यदि निवेश उचित और न्यायोचित है, तो अधिशेष पर कर लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘कराधान व्यवस्था से हमें यह जानने में भी मदद मिलेगी कि क्या निवेश गलत तरीके से किया गया है या अवैध है। अगर वह बेहिसाब आय डाल रहा है या यह किसी और की ‘बेनामी’ संपत्ति है, तो उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।’’ महापात्र ने कहा कि इसीलिए हम न केवल अधिशेष को देख रहे हैं बल्कि हम संबंधित इकाई द्वारा किये जा Bitcoin के फायदे रहे निवेश की प्रकृति को भी देख रहे हैं।

ऑनलाइन डिजिटल मुद्रा भुगतान पर देना होगा TDS – बजट में एक साल में 10,000 रुपये से अधिक ऑनलाइन डिजिटल मुद्रा भुगतान पर एक प्रतिशत टीडीएस लगाने का भी प्रस्ताव है। साथ ही इस प्रकार की संपत्ति उपहार देने पर भी काराधान का प्रस्ताव किया गया है। टीडीएस के लिये सीमा निर्धारित व्यक्तियों के लिये 50,000 रुपये सालाना होगी। इसमें व्यक्ति/हिंदू अविभाजित परिवार शामिल हैं। उन्हें आयकर कानून के तहत अपने खातों का ऑडिट कराने की जरूरत होगी। साथ ही इसमें किसी प्रकार के व्यय या भत्ते को लेकर कटौती का कोई प्रावधान नहीं है। देश में क्रिप्टो अर्थव्यवस्था के मौजूदा अनुमान के बारे में पूछे जाने पर सीबीडीटी प्रमुख ने कहा कि वह सही आंकड़ों के अभाव में कोई अनुमान देने की स्थिति में नहीं हैं।

Digital currency vs cryptocurrency: क्रिप्टो करेंसी और Bitcoin के फायदे भारत सरकार की डिजिटल करेंसी में क्या है अंतर

कई लोग कंफ्यूज हैं कि अभी डिजिटल करेंसी को सरकार हां कर रही है लेकिन बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को ना क्यों कह रही है. इस अंतर को समझ कर ही हम डिजिटल करेंसी के फायदे और नुकसान को समझ सकेंगे.

  • डिजिटल रुपये केंद्रीय बैंक की बैलेंसशीट में शामिल होगी
  • इसे देश की सॉवरेन करेंसी में बदला जा सकता है

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Digital currency vs cryptocurrency: क्रिप्टो करेंसी और भारत सरकार की डिजिटल करेंसी में क्या है अंतर

नई दिल्ली: Digital currency vs cryptocurrency-डिजिटल रुपया या सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए RBI का अगला प्रयास होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2022-23 में डिजिटल रुपये को लेकर कई घोषणाएं की गई हैं. लेकिन कई लोग कंफ्यूज हैं कि अभी डिजिटल करेंसी को सरकार हां कर रही है लेकिन बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को ना क्यों कह रही है. इस अंतर को समझ कर ही हम डिजिटल करेंसी के फायदे और नुकसान को समझ सकेंगे.

विशेषज्ञों के मुताबिक डिजिटल रुपये की अवधारणा बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी से प्रेरित है, लेकिन केंद्रीय बैंक के नियमों के साथ. यानी बिटक्वाइन अनियंत्रित होती है जबकि डिजिटल करेंसी केंद्रीय बैंक की ओर से जारी की जाती है. क्रिप्टोकरेंसी का प्रबंधन एक कंप्यूटर एल्गोरिथम द्वारा किया जाता है. वहीं डिजिटल करेंसी को अथारिटी द्वारा नियंत्रित किया जाता है. डिजिटल रुपये को सरकार की मान्यता मिली होती है. डिजिटल रुपये केंद्रीय बैंक की बैलेंसशीट में भी शामिल होगी और इसे देश की सॉवरेन करेंसी में बदला जा सकता है. प्रस्ताव है कि देश में डिजिटल करेंसी को बैंक नोट की परिभाषा में रखा जाए. इसके लिए RBI ने कानून में संशोधन का प्रस्ताव दिया है.

डिजिटल करेंसी भी दो तरह की होती है
- रिटेल डिजिटल करेंसी का प्रयोग आम जनता और कंपनियां करती हैं.
- होलसेल डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल वित्तीय संस्थाओं के लिए होगा.

डिजिटल करेंसी के चार फायदे
- तेज लेन-देन और नोट छापने की तुलना में कम खर्चीला
- बाजार में करेंसी को सरकार बेहतर तरीके से नियंत्रित कर पाएगी
- बैंक खाते की जरूरत नहीं और ऑफलाइन लेन-देन संभव होगा.
- हर डिजिटल रुपये पर सरकार की नजर होगी और कोई गैरकानूनी लेन-देन नहीं हो पाएगा

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