OctaFX makes commodities trading easy
Сommodities are tradeable physical assets such as metals, including gold, silver, platinum, and copper as well as crude oil, natural gas, and other resources.
The value of commodities to a trader is that they have little connection with the ups and downs of currencies and the stock market, helping create a diverse and stable investment portfolio.
Modern investment offers a variety of easy ways to take part in commodities trading—the most common of these is derivative trading. It lets you take a position on a commodity’s price without actually owning the asset.
Advantages of derivative trading:
- The ability to profit from not just strong markets but from falling ones as well.
- The opportunity to speculate within a wide range of markets from just one platform.
- Margin trading lets you create a diverse investment portfolio rather than locking up all your capital within a single transaction.
Gold— XAU/USD
Commodities trading in gold has become very popular as online investment has grown—it provides one of the simplest and most affordable means of making a profit.
Gold has great transferable value and historically has been proven to be highly dependable for gold traders. Plus, in general, precious metals make an excellent bolster during periods where currencies are down and inflation is high.
कैसे कमाए मुनाफा कमोडिटी मार्किट से, क्या हैं कमोडिटी में ट्रेडिंग का मन्त्र
अनिश्चितताओं से भरे कमोडिटी बाजार में मुनाफा कमाना आसान नहीं होता है। मोटे फायदे की संभावनाओं की तलाश अक्सर लोग इस वायदा आधारित जिंस (कमोडिटी) बाजार की ओर आकर्षित होते हैं, लेकिन कमोडिटी में ट्रेडिंग शुरू करने से पहले यह जानना काफी जरूरी है कि यह क्षेत्र काफी जोखिम भरा होता है। ऐसे में आवश्यक है कि आप इस ट्रेडिंग में प्रवेश करने से पहले अपना होमवर्क पूरा कर लें। जिंस बाजार के जानकारों का मानना है कि अगर ये तीन सूत्र अपनाए जाएं, तो निवेशक जोखिम से बचा पाएंगे और मुनाफा भी कमा सकेंगे। दरअसल किसी कमोडिटी में कई बार कोई खबर आने से उसमें काफी तेज उछाल या काफी तीखी गिरावट आती है। अगर आपकी उस पर नजर बनी हुई है तो आप अच्छा फायदा उठा सकते हैं। इसके अलावा बढ़ती महंगाई के दौर में भी कमोडिटी बाजार आपको शानदार कमाई का मौका मुहैया कराता है। आम तौर पर यह देखा गया है कि महंगाई में कई कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी का रुझान आ जाता है। यही नहीं, आप कमोडिटी का इस्तेमाल हेजिंग के लिए भी कर सकते हैं।
पहला: स्टॉप लॉस लगाना जरूरी(Keep Stop Loss): जितना अधिक जोखिम, उतना अधिक लाभ, यह बात कमोडिटी कारोबार के ऊपर सटीक तरीके से लागू होती है। ऐसे में यदि आपने सही निर्णय लिया तो आप काफी तेजी से पैसे बना सकते हैं। इस क्षेत्र में जोखिम को कम करने के लिए सबसे पहले आपको स्टॉप लॉस निर्णयों को सटीक तरीके से लागू करना चाहिए। ध्यान रखें कि स्टॉप लॉस न लगाने पर आप पूरी पूंजी से हाथ धो सकते हैं।
दूसरा: घाटे की रणनीति गलत(Loss Planning): निवेशकों को अपने सौदे की लगातार समीक्षा करते रहना और गलतियों को सुधारते रहना चाहिए। अगर एक सौदे में हानि हो रही है तो कई कारोबारी उस हानि को खत्म करने के लिए नए-नए सौदे खड़े करने लगते हैं। कई बार यह रणनीति सफल नहीं हो पाती, क्योंकि इससे हानि लगातार एकत्र होती जाती है, जिसकी वजह से उसे भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। एक सफल कारोबारी बनने और जोखिम से खुद को सुरक्षित करने के लिए जरूरी है कि इस रणनीति से बचा जाए।
तीसरा: पूरी पूंजी नहीं लगाएं (Don’t Utilize All Capital in Commodity): निवेशक अपनी वित्तीय सीमा को कभी न भूले और हमेशा उस सीमा को ध्यान में रखते हुए ही कारोबार करे। कमोडिटी क्षेत्र में सफल कारोबारी बनने के लिए जरूरी है कि आप कभी भी अपनी पूरी पूंजी कारोबार में न लगाएं। आप अपनी पूंजी का एक तय हिस्सा (मान लें 30 फीसदी) ही कमोडिटी ट्रेडिंग में लगाएं। ध्यान रखें, कमोडिटी के कारोबार में अक्सर वही लोग नुकसान उठाते देखे जाते हैं जो अपनी पूरी पूंजी का इस्तेमाल करते हुए कारोबार करते हैं। लेकिन जो लोग सफलता हासिल करते नजर आते हैं जो अपनी पूंजी का एक निश्चित अनुपात हमेशा सुरक्षित रखते हैं। इसकी वजह यह है कि सुरक्षित पूंजी ही मुसीबत के वक्त आपकी सबसे बड़ी मददगार होती है।
सावधानी: अच्छे से जानकर समझकर ही शुरूआत (Fully Understanding after than opening): कमोडिटी ट्रेडिंग आरंभ करने के लिए अकाउंट होना चाहिए। ध्यान रहे अकाउंट उसी ब्रोकर के साथ खोलना होता है, जिसने प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंजों जैसे एमसीएक्स, एनसीडीईएक्स आदि की सदस्यता ले रखी हो। इन एक्सचेंजों की वेबसाइट पर इनसे जुड़े ब्रोकरों की सूची आपको मिल जाएगी। यह खाता खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक खाता होना चाहिए। इस खाते के लिए ब्रोकर आपसे एक शुल्क लेते हैं। इसके अलावा आपके पास कम्प्यूटर और इंटरनेट की सुविधा होनी चाहिए।
Best Broker for Intraday Trading in 2022: इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए श्रेष्ठ ब्रोकर
लोकप्रिय इंट्राडे ट्रेनिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प
- Date : 15/09/2022
- Read: 3 mins Rating : -->
भारत में इंट्राडे ट्रेडिंग, कारोबार का बेहद लोकप्रिय तरीका है लेकिन इसके लिए सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर ढूँढना एक चुनौती है।
Best broker for Intraday trading in India: शेयर बाजार में कारोबार करने का एक बेहद लोकप्रिय तरीका है इंट्राडे ट्रेडिंग। मगर इसके लिए सबसे अच्छा ब्रोकर ढूंढना बेहद चुनौतीपूर्ण है। ब्रोकर फर्म ढूंढने के लिए मौजूदा ब्रोकर में से शीर्ष स्टॉकब्रोकरों के इंट्राडे ब्रोकरेज और एक्सपोजर मार्जिन की तुलना की जानी चाहिए।
इंट्राडे ट्रेनिंग का अर्थ है कि एक ही कारोबारी दिन के भीतर शेयर की खरीद और बिक्री। इंट्राडे के लिए समय बाजार के खुलने के साथ शुरू होता है और बाजार बंद होने से पहले ही खरीद या बिक्री के अवसर भी बंद हो जाते हैं।
यदि ग्राहक कारोबार के बंद होने तक अपनी ट्रेडिंग पोज़ीशन (खरीद और बिक्री) पूरी नहीं करता है (उस स्टॉक की समान संख्या में रिवर्स स्टील या खरीद) तो ब्रोकर पोजिशन को बंद करने के लिए बाध्य होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग लगभग सभी सेक्टर यानी इक्विटी, इक्विटी एफएंडओ (F&O), करंसी एफएंडओ, कमोडिटी एफएंडओ आदि में होती है। जब कारोबारी, दिन के समय में ही कारोबार करता है तो उसे डे ट्रेडर कहा जाता है।
इंट्राडे के लिए सर्वश्रेष्ठ ऑनलाइन ब्रोकर
आमतौर पर सभी स्टॉकब्रोकर दिन में कारोबार का प्रस्ताव देते हैं लेकिन इस कारोबार को फायदेमंद बनाने के लिए ब्रोकर में निम्नलिखित गुण अवश्य होने चाहिए:-
- न्यूनतम ब्रोकरेज (बिना न्यूनतम ब्रोकरेज के फ्लैट रेट ब्रोकरेज को प्रधानता)
- उच्च इंट्राडे मार्जिन (एक्सपोज़र)
- मुफ्त में ट्रेनिंग प्लेटफार्म (खास कर डेस्क टॉप ट्रेनिंग टर्मिनल )
- अनुसंधान रिपोर्ट
- उत्कृष्ट ग्राहक सेवा
नीचे दी गई सूची में इंट्राडे कारोबार के लिए श्रेष्ठ ब्रोकरों के नाम शामिल है।
एक अच्छे इंट्राडे अनुभव के लिए निम्नलिखित बातों पर ग्राहक ध्यान दें
- इंट्राडे टिप्स के सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर
- इंट्राडे मार्जिन के लिए सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर
- इंट्राडे के लिए सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर प्लेटफार्म
- इंट्राडे कारोबार के लिए उचित ब्रोकरेज शुल्क कमोडिटी ट्रेडिंग ब्रोकर
- इंट्राडे कारोबार के लाभ और हानि
इंट्राडे कारोबार के लाभ
- छोटे निवेश से बड़ा मुनाफा प्राप्त करने के अवसर।
- ब्रोकर द्वारा दिन के कारोबार के लिए अधिक मार्जिन देना।
- कारोबारी को ट्रेनिंग के बाद बाजार की चिंता नहीं, एक ही दिन में कारोबार पूरा।
- यदि ग्राहक कारोबार स्क्वेर-ऑफ करना भूल जाए तो ब्रोकर आवश्यक रूप से स्क्वेर-ऑफ करता है।
- जोखिम कम करने के लिए अग्रिम ऑर्डर जैसे ब्रैकेट ऑर्डर या कवर ऑर्डर का प्रयोग किया जा सकता है।
- डिस्काउंट स्टॉकब्रोकर के कारण एक ही दिन में की जाने वाली ट्रेनिंग बहुत फायदेमंद है।
इंट्राडे कारोबार के नुकसान
- कारोबार का यह तरीका बहुत जोखिम भरा है। इसमें बहुत अधिक नुकसान का डर होता है।
- ब्रोकर के साथ सहमति होने पर स्वचालित तरीके से कारोबार स्क्वेर-ऑफ किया जाता है। कारोबार दूसरे दिन के लिए आगे नहीं बढ़ाया जा सकता।
- एक ही दिन का कारोबार एक पूर्णकालिक काम है। इसके लिए बाजार की अच्छी समझ और विश्लेषण क्षमता चाहिए।
- कारोबार का यह तरीका शेयर बाजार में शुरुआत करने वाले निवेशक के लिए नहीं है।
Intraday Trading Ke Liye Best Broker
Best broker for Intraday trading कमोडिटी ट्रेडिंग ब्रोकर in India: शेयर बाजार में कारोबार करने का एक बेहद लोकप्रिय तरीका है इंट्राडे ट्रेडिंग। मगर इसके लिए सबसे अच्छा ब्रोकर ढूंढना बेहद चुनौतीपूर्ण है। ब्रोकर फर्म ढूंढने के लिए मौजूदा ब्रोकर में से शीर्ष स्टॉकब्रोकरों के इंट्राडे ब्रोकरेज और एक्सपोजर मार्जिन की तुलना की जानी चाहिए।
इंट्राडे ट्रेनिंग का अर्थ है कि एक ही कारोबारी दिन के भीतर शेयर की खरीद और बिक्री। इंट्राडे के लिए समय बाजार के खुलने के साथ शुरू होता है और बाजार बंद होने से पहले ही खरीद या बिक्री के अवसर भी बंद हो जाते हैं।
यदि ग्राहक कारोबार के बंद होने तक अपनी ट्रेडिंग पोज़ीशन (खरीद और बिक्री) पूरी नहीं करता है (उस स्टॉक की समान संख्या में रिवर्स स्टील या खरीद) तो ब्रोकर पोजिशन को बंद करने के लिए बाध्य होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग लगभग सभी सेक्टर यानी इक्विटी, इक्विटी एफएंडओ (F&O), करंसी एफएंडओ, कमोडिटी एफएंडओ आदि में होती है। जब कारोबारी, दिन के समय में ही कारोबार करता है तो उसे डे ट्रेडर कहा जाता है।
इंट्राडे के लिए सर्वश्रेष्ठ ऑनलाइन ब्रोकर
आमतौर पर सभी स्टॉकब्रोकर दिन में कारोबार का प्रस्ताव देते हैं लेकिन इस कारोबार को फायदेमंद बनाने के लिए ब्रोकर में निम्नलिखित गुण अवश्य होने चाहिए:-
दिवाली पर शेयर बाजार में निवेश की करें शुरुआत, आज शाम होगी ये खास ट्रेडिंग
आप शेयर बाजार में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आज ही सही समय है. संवत 2074 के लिए आज मुहूर्त ट्रेडिंग होनी है. ऐसा माना जाता है कि इस दौरान निवेश करने से पूरे साल समृद्धि आती है.
विकास जोशी
- नई दिल्ली,
- 19 अक्टूबर 2017,
- (अपडेटेड 19 अक्टूबर 2017, 12:54 PM IST)
आप शेयर बाजार में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आज ही सही समय है. संवत 2074 के लिए आज मुहूर्त ट्रेडिंग होनी है. ऐसा माना जाता है कि कमोडिटी ट्रेडिंग ब्रोकर इस दौरान निवेश करने से पूरे साल समृद्धि आती है.
इस समय शुरू होगी ट्रेडिंग
संवत 2074 के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग शाम 6.30 बजे शुरू होगी और यह 7.30 बजे तक चलेगी. इस समय स्टॉक मार्केट के साथ ही कमोडिटी मार्केट में भी मुहूर्त ट्रेडिंग होती है. मुहूर्त ट्रेडिंग का प्री-ओपनिंग समय शाम 6.15 बजे का है.
एक घंटे के लिए होगी ट्रेडिंग
मुहूर्त ट्रेडिंग प्रतिकात्मक रूप से ज्यादा महत्व रखती है. इस साल यह ट्रेडिंग एक घंटे के लिए होगी. इस दौरान ब्रोकर निवेश करने कमोडिटी ट्रेडिंग ब्रोकर को शगुन मानते हैं.
शुभ माना जाता है निवेश करना
इस दौरान कुछ लोग शेयर खरीदते हैं, तो कुछ पुराने बेचकर नए भी खरीद लेते हैं. इस समय लिए गए शेयरों को कई ब्रोकर सालभर संभाले रखते हैं और उनसे अच्छा मुनाफा कमाते हैं.
अगर आप भी निवेश करने की सोच रहे हैं, तो दिवाली के इस शुभ मौके पर इसकी शुरुआत कर सकते हैं. हालांकि निवेश करने से पहले जिन शेयरों में आप निवेश कर रहे हैं उनकी सारी जानकारी हासिल कर लें.
शेयरों की जानकारी हासिल कर लें
निवेश से पहले यह जान लें कि आपको किन शेयरों से ज्यादा रिटर्न की संभावना है. विशेषज्ञों से राय मिले तो आपका निवेश और भी फायदेमंद साबित हो सकता है.
छोटी रकम से करें शुरुआत
आप शुरुआती तौर पर छोटी रकम निवेश कर सकते हैं. आगे जैसे-जैसे आपको इससे फायदा मिलने लगेगा, आप अपना निवेश बढ़ा सकते हैं.
जोखिम का रखें ख्याल
ध्यान रखिए शेयर बाजार में निवेश के साथ जोखिम भी जुड़ा होता है. ऐसे में निवेश से पहले जोखिम के स्तर को अच्छी तरह से समझ लें और उसके हिसाब से ही निवेश करें।
कमोडिटी मार्केट से भी कर सकते हैं कमाई; कैसे शुरू करें निवेश, समझिए जोखिम और रिटर्न का गणित
रिस्क लेने की क्षमता है तो कमोडिटी मार्केट से अधिक रिटर्न कहीं और मिलना बहुत मुश्किल है.
जोखिम उठाने की क्षमता है तो कमोडिटी मार्केट में निवेश कर कम पूंजी में भी आप ज्यादा पैसा कमा सकते हैं.
पैसे कमाने की चाह हर किसी की होती है लेकिन कई लोगों के पास इतनी अधिक पूंजी नहीं होती है कि वे कहीं निवेश कर अधिक पैसे कमा सकें. इसके अलावा एक परिस्थिति ऐसी भी होती है जिसमें आपके पास पैसे होते हैं लेकिन समझ नहीं आता है कि निवेश कहां करें. अगर आपको रिस्क लेने में डर नहीं लगता है तो आप कमोडिटी मार्केट में निवेश कर कम पूंजी में भी अधिक से अधिक पैसा कमा सकते हैं. रिस्क लेने की क्षमता है तो कमोडिटी मार्केट की भी इतनी क्षमता है कि आपको इस मार्केट के अलावा कहीं और इतना अधिक रिटर्न नहीं मिल सकता है. हालांकि कमोडिटी मार्केट में निवेश का सबसे बड़ा रिस्क मूल पूंजी का गंवाना भी है. आइए समझते हैं कि कमोडिटी मार्केट में निवेश कर आप कितना मुनाफा कमा सकते हैं और इसके खतरे क्या-क्या हैं.
कमोडिटी मार्केट में निवेश के तुलनात्मक फायदे
केडिया कमोडिटी के निदेशक अजय केडिया ने कमोडिटी मार्केट में निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह बताया कि आप इसमें छोटी सी पूंजी में बहुत अधिक निवेश कर सकते हैं. इसे समझने के लिए गोल्ड में निवेश का उदाहरण लेते हैं. इस समय (28 जून 2019) सोना करीब 34,212 रुपये प्रति 10 ग्राम पर एमसीएक्स कमोडिटी एक्सचेंज पर ट्रेड हो रहा है. अब सोने में निवेश के लिए आपके पास मुख्य रूप से तीन तरीके हैं.
- अगर आपको 1 किग्रा फिजिकल गोल्ड में निवेश करना है तो आपको करीब 34.21 लाख रुपये लगाने होंगे.
- दूसरा रास्ता आप फ्यूचर ट्रेड के जरिए गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. फ्यूचर ट्रेडिंग का मतलब है कि आपको एक निश्चित रकम देकर अपना ऑर्डर बुक कराना है और आपके ऑर्डर का एक्सपायरी पीरियड अधिकतम 1 महीने का होगा. एक्सपायरी पीरियड का मतलब यह हुआ कि इस पीरियड के भीतर आप कभी भी अपने निवेश पर मुनाफा कमा सकते हैं. वर्तमान दर पर गोल्ड में निवेश के लिए आपको पूरे ऑर्डर मूल्य का 5 फीसदी मार्जिन देना होगा जो करीब 1.8 लाख रुपये बैठेगा. इसका अर्थ यह हुआ है कि 34.21 लाख रुपये के फिजिकल गोल्ड का ऑर्डर आपने महज 1.8 लाख रुपये में ही कर दिया.
- निवेश का तीसरा रास्ता ऑप्शंस है. ऑप्शंस ट्रेड में आपको एक प्रीमियम राशि देनी होती है और इसके ऑर्डर की एक्सपायरी दो महीने की होती है. मान लेते हैं कि प्रीमियम भाव (एलटीपी) 500 रुपये है तो एक लॉट (इसका मूल्य एक किग्रा गोल्ड के बराबर होता है) के ट्रेड के हिसाब से ऑप्शंस के जरिए गोल्ड में निवेश करने पर आपको करीब 50 हजार रुपये (500*100) देने होंगे. इस तरह आप देख सकते हैं कि 34.21 लाख रुपये के जरिए फिजिकल गोल्ड में और 1.8 लाख रुपये के जरिए फ्यूचर गोल्ड में निवेश की तुलना में ऑप्शंस के जरिए गोल्ड में निवेश सिर्फ 50 हजार रुपये में हो जाएगा.
फ्यूचर और ऑप्शंस में ऐसे होता है प्रॉफिट कैलकुलेशन
- फिजिकल गोल्ड में निवेश का फायदा-नुकसान कैलकुलेट करना एकदम आसान है. मान लीजिए कि आपने गोल्ड एक किग्रा गोल्ड 34 हजार प्रति दस ग्राम के भाव से निवेश किया है तो उसके भाव में 2 हजार प्रति दस ग्राम की गिरावट आने पर आपको करीब 2 लाख रुपये का नुकसान होगा जबकि उसके भाव में 2 हजार रुपये प्रति दस ग्राम की तेजी आने पर आपको 2 लाख रुपये के करीब मुनाफा होगा.
- फ्यूचर की बात करें तो आपको ऑर्डर बुक करने के लिए करीब 1.8 लाख रुपये की मार्जिन मनी (पूरे ऑर्डर मूल्य का 5 फीसदी) आपको देना होता है. अगर इसके भाव में 2 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आती है तो आपको 2 लाख रुपये का नुकसान होगा लेकिन 2 हजार की तेजी आई तो आपको 2 लाख का मुनाफा होगा. यहां एक सलाह यह दी जाती है कि अगर आपको फ्यूचर ट्रेडिंग में नुकसान हो रहा है तो आप 100 फीसदी मार्जिन मनी देकर गोल्ड की डिलीवरी करा सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो एग्जिट करें.
- ऑप्शंस में आपको प्रीमियम राशि ही देनी होती है और आपको अधिकतम नुकसान प्रीमियम का ही झेलना पड़ेगा. अगर आपको लग रहा है कि गोल्ड के भाव में तेजी आ सकती है तो आप कॉल ऑप्शंस खरीदें और अगर आपको लगता है कि आगे गोल्ड के भाव में गिरावट आ सकती है तो आप पुट ऑप्शंस खरीदें. इसमें मान लेते हैं कि आपने 500 रुपये एलटीपी के आधार पर 50 हजार प्रीमियम मनी देकर ऑर्डर बुक किया है. अगर इसके एलटीपी में 200 रुपये की तेजी आती है तो आपका यही मुनाफा हुआ. इसके विपरीत अगर इसके एलटीपी में 200 रुपये की गिरावट आए तो यह आपका नुकसान है.
कमोडिटी ट्रेडिंग की शुरुआत कैसे करें?
- कमोडिटी ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सेबी के पास रजिस्टर्ड ब्रोकर के यहां एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है.
- अगर आप डिलीवरी नहीं लेते हैं तो डीमैट अकाउंट खुलवाने की जरूरत नहीं है और सेबी ने भी इसे अभी अनिवार्य नहीं किया है.
- कमोडिटी ट्रेडिंग के लिए ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आपको पहचान के तौर पर अपना पैन कार्ड या आधार दे सकते हैं और एड्रेस प्रूफ के लिए आधार या बैंक पासबुक दे सकते हैं. फोटो देनी होगी.
- इसके अलावा आय प्रमाण के लिए 6 महीने का बैंक पासबुक स्टेटमेंट देना होगा. एकाउंट खुलने के बाद आप कमोडिटी ट्रेडिंग करने के लिए तैयार हैं और आपको जिस कमोडिटी में अनुमान है कि इसमें आप मुनाफा कमा सकते हैं और आप कितना रिस्क उठा सकते हैं, उसके आधार पर अपना फ्यूचर या ऑप्शंस में ट्रेडिंग करें.
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(डिस्क्लेमर: फाइनेंशियल एक्सप्रेस किसी भी रूप में निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश संबंधी कोई भी निर्णय करने से पहले आप स्वयं पड़ताल करें या अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें.)
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