घर खरीदना हुआ महंगा, जनवरी-सितंबर के दौरान 8 प्रमुख शहरों में 5% महंगे हुए घर
News18 हिंदी 21-11-2022 News18 Hindi
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नई दिल्ली. घर खरीदना धीरे-धीरे महंगा होता जा रहा है. दरअसल, देश के 8 प्रमुख शहरों में इस वर्ष जनवरी-सितंबर के दौरान लागत में बढ़ोतरी और मांग में मजबूती के चलते आवास कीमतों में करीब 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. रियल एस्टेट ब्रोकरेज कंपनी प्रॉपटाइगर (PropTiger) की एक रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है.
ब्रोकरेज कंपनी ने बयान में कहा कि इस साल सितंबर तिमाही के अंत में 8 शहरों के प्राइमरी मार्केट्स में आवासीय संपत्तियों की वेटेड एवरेज प्राइस 6,600-6,800 रुपये प्रति वर्ग फुट थी, जबकि 2021 की दिसंबर तिमाही के अंत में यह 6,300-6,500 रुपये प्रति वर्ग फुट थी.
सीमेंट और स्टील के दाम बढ़ने की वजह से हुई आवास कीमतों में बढ़ोतरी
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए प्रॉपटाइगर डॉट कॉम, हाउसिंग डॉट कॉम और मकान डॉट कॉम के सीएफओ विकास वधावन ने कहा, ‘‘प्राइमरी हाउसिंग मार्केट्स में कीमतों में मामूली वृद्धि हुई है. यह बढ़ोतरी सीमेंट और स्टील जैसे प्रमुख कच्चे माल के दाम बढ़ने की वजह से हुई है.’’
वधावन ने कहा, ‘‘मई के बाद से होम लोन पर ब्याज दरों में लगभग 2 फीसदी की बढ़ोतरी के बावजूद मजबूत मांग से आने वाली तिमाही में घरों की कीमतों में और वृद्धि की संभावना है. वहीं प्रमुख निर्माण सामग्री की कीमतें कम हुई हैं लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में यह अब भी अधिक है.”
अहमदाबाद में कीमतें 5 फीसदी बढ़कर 3,600-3,800 रुपये प्रति वर्ग फुट
रिपोर्ट के अनुसार, अहमदाबाद में आवास कीमतें जुलाई-सितंबर की अवधि में 5 फीसदी बढ़कर 3,600-3,800 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं. यह 2021 कैलेंडर वर्ष के अंत में 3,400-3,600 रुपये प्रति वर्ग फुट थी. इस दौरान बेंगलुरु में आवासीय संपत्तियों का दाम 5,500-5,700 रुपये प्रति वर्ग फुट से 6 फीसदी बढ़कर 5,900-6,100 रुपये हो गईं.
चेन्नई में 2 फीसदी की मामूली वृद्धि
वहीं चेन्नई में यह 2 फीसदी की मामूली वृद्धि के साथ 5,500-5,700 रुपये हो गई, जबकि दिल्ली-एनसीआर में कीमतों में 5 फीसदी की वृद्धि हुई और यह 4,700-4,900 रुपये हो गई. इसी तरह जुलाई-सितंबर के दौरान हैदराबाद में आवास कीमतें 4 फीसदी बढ़कर 6,100-6,300 प्रति वर्ग फुट और कोलकाता में 3 फीसदी बढ़कर 4,400-4,600 प्रति वर्ग फुट हो गई.
पुणे में में घरों की बिक्री 7 फीसदी बढ़ी
महाराष्ट्र के टॉप 2 बाजारों… मुंबई और पुणे में जुलाई-सितंबर, 2022 के दौरान कीमतें दिसंबर, 2021 की तुलना में क्रमश: 3 और 7 फीसदी बढ़ी हैं और यह 9,900-10,100 रुपये तथा 5,500-5,700 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गईं.
अपना खुद का ऑनलाइन ट्रेडिंग व्यवसाय शुरू करना, जानिए ?
एक दशक पहले, स्टॉक ट्रेडिंग शुरू करने का एकमात्र तरीका ब्रोकर का उपयोग करना था। इसके लिए बहुत अधिक धन की आवश्यकता थी, और इसका अर्थ बहुत अधिक नियंत्रण छोड़ना भी था। लेकिन अब, इंटरनेट के लिए धन्यवाद, ब्रोकर का उपयोग किए बिना स्टॉक का व्यापार करने के एक विकल्प ब्रोकरेज कंपनी चुनने के लिए सिफारिशें तरीके हैं। आप इसे माउस के कुछ ही क्लिक के साथ स्वयं कर सकते हैं। लेकिन इससे पहले कि आप स्टॉक ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करें, आपको कुछ चीजें जाननी चाहिए।
ऑनलाइन ट्रेडिंग एक ब्रोकरेज फर्म के इंटरनेट-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से वित्तीय प्रतिभूतियों - जैसे स्टॉक, बॉन्ड और विकल्प - को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग शेयर बाजार में निवेश करने का एक सुविधाजनक तरीका है क्योंकि यह आपको किसी भी समय कहीं से भी व्यापार करने की अनुमति देता है।
चुनने के लिए कई अलग-अलग ऑनलाइन ब्रोकरेज हैं, इसलिए खाता खोलने से पहले सुविधाओं और शुल्क की तुलना करना महत्वपूर्ण है। कुछ ब्रोकरेज कमीशन मुक्त व्यापार की पेशकश करते हैं जबकि अन्य प्रत्येक व्यापार के लिए कमीशन लेते हैं। कुछ में न्यूनतम खाता शेष भी होता है या आपको एक निश्चित स्तर की गतिविधि बनाए रखने की आवश्यकता होती है।
यदि आप अपना ऑनलाइन ट्रेडिंग व्यवसाय शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो कुछ चीजें हैं जिनकी आपको शुरुआत करने की आवश्यकता होगी। सबसे पहले, आपको एक ब्रोकर या ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनना होगा जो आपके लिए सही हो। वहाँ बहुत सारे अलग-अलग विकल्प हैं, इसलिए अपना शोध करना और अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप एक खोजना महत्वपूर्ण है।
एक बार जब आप एक ब्रोकर चुन लेते हैं, तो आपको एक खाता खोलना और निधि देना होगा। यह आमतौर पर बैंक हस्तांतरण या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से जमा करके किया जाता है। एक बार जब आपका खाता वित्त पोषित हो जाता है, तो आप स्टॉक, मुद्राओं और अन्य संपत्तियों को खरीदना और बेचना शुरू कर सकते हैं।
ट्रेडिंग शुरू करने से पहले एक विकल्प ब्रोकरेज कंपनी चुनने के लिए सिफारिशें बाजारों की अच्छी समझ होना भी जरूरी है। अपना शोध करने और बाजार की खबरों पर अप-टू-डेट रहने से आपको सूचित निर्णय लेने और अपने जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी।
एक ऑनलाइन ट्रेडिंग व्यवसाय शुरू करना आपके पैसे को निवेश करने और बढ़ाने का एक शानदार तरीका हो सकता है। सही मंच और कुछ प्रतिबद्धता के साथ, आप वित्तीय सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
अपना खुद का ऑनलाइन ट्रेडिंग व्यवसाय स्थापित करने के लिए, आपको कुछ चीजें करने की आवश्यकता होगी। सबसे पहले, आपको एक ब्रोकर ढूंढना होगा जो आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप हो। एक बार जब आपको एक ब्रोकर मिल जाता है, तो आपको उनके साथ एक खाता खोलना होगा और खाते में पैसा जमा करना होगा। उसके बाद, आपको उन विभिन्न प्रकार के निवेशों पर शोध करना होगा जो आप कर सकते हैं और तय कर सकते हैं कि आपके लिए क्या सही है। अंत में, आपको ट्रेड करना शुरू करना होगा और अपने निवेश पोर्टफोलियो की निगरानी करनी होगी।
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यदि आप अपना ऑनलाइन ट्रेडिंग व्यवसाय शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको पहले प्रश्नों में से एक का उत्तर देना होगा कि क्ली कहां से प्राप्त करें
कल होगी RIL की 44वीं वार्षिक आम बैठक
नई दिल्ली: कल मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की 44वीं वार्षिक आम बैठक है (AGM 2021) है। बैठक में दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी सऊदी अरामको के साथ डील पर एलान हो सकता है। इस दौरान कंपनी अपने पहले 5जी स्मार्टफोन को भी लॉन्च कर सकती है। एजीएम से पहले आज एनएसई पर रिलायंस का शेयर 17.60 अंक नीचे 2,208.15 पर बंद हुआ है।
ब्रोकरेज एचएसबीसी ग्लोबल रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, ‘रिलायंस की वार्षिक आम बैठक एतिहासिक रूप से लोगों का ध्यान आकर्षित करती रही है। पूर्व में इस बैठक में जब बैठक आमने सामने होती थी तो इसमें 3,000 तक शेयरधारक शामिल हुए हैं। वहीं महामारी के दौरान पिछले वर्ष आभासी तरीके से हुई बैठक में दुनिया के 42 देशों के 468 शहरों के तीन लाख लोग इसमें शामिल हुए थे।’
पिछले एक साल के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल और खुदरा कारोबार करने वाली अनुषंगी कंपनियों में कई नए निवेशक जुड़े हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गूगल, फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट तथा क्वालकॉम जैसी कई वैश्विक कंपनियों साथ नई भागीदारी की है। ये निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि एजीएम में अनुषंगी कंपनियों के कारोबार के लिए नई दिशाओं की घोषणा हो सकती है। इसके अलावा ऐसी भी चर्चा है कि रिलायंस गूगल के साथ नए स्मार्टफोन के लिए भागीदारी तथा इसकी कीमत की घोषणा कर सकती है।
मालूम हो कि पिछले साल जियो ने कहा था कि वह सबसे सस्ते 5जी स्मार्टफोन को लॉन्च करेगी और इसके लिए वह गूगल के साथ काम कर रही है। गूगल ने भी इस बात की पुष्टि की थी। गूगल के साथ पार्टनरशिप की वजह से यह भी कंफर्म हो गया है जियो का पहला 5जी स्मार्टफोन एंड्रॉयड वर्जन का होगा। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जियो के 5जी स्मार्टफोन की कीमत 2,500 रुपये होगी। बता दें कि फिलहाल भारतीय बाजार में सबसे सस्ते 5G स्मार्टफोन की कीमत 13,999 रुपये है।
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रूस समेत अन्य देशों से तेल खरीदता रहेगा भारत: अधिकारी
नई दिल्लीः भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए रूस समेत किसी भी देश से तेल खरीदता रहेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने रूसी तेल पर यूरोपीय संघ की पाबंदी लागू होने से पहले यह बात कही। यूरोपीय संघ (ईयू) के कार्यकारी निकाय ने 27 सदस्य देशों से रूसी तेल के लिए कीमत सीमा 60 डॉलर प्रति बैरल तय करने को कहा है।
पश्चिमी देशों के इस कदम का मकसद वैश्विक कीमतों और आपूर्ति को स्थिर बनाए रखते हुए रूस के तेल राजस्व को कम कर यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ने की उसकी क्षमता को प्रभावित करना है। अधिकारी ने कहा, ‘‘ईरान और वेनेजुएला के विपरीत रूस से तेल खरीदने पर कोई पाबंदी नहीं है। ऐसे में जो कोई भी पोत परिवहन, बीमा और वित्त पोषण की व्यवस्था कर सकता है, वह तेल खरीद सकता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम रूस सहित दुनिया में कहीं से भी तेल खरीदना जारी रखेंगे।'' कीमत सीमा व्यवस्था पांच दिसंबर से लागू होगी। इसके तहत यूरोप के बाहर रूसी तेल का परिवहन करने वाली कंपनियां तभी यूरोपीय संघ की बीमा और ब्रोकरेज सेवाओं का उपयोग कर सकेंगी, जब वे 60 अमेरिकी डॉलर या उससे कम में तेल बेचेंगी।
अधिकारी ने कहा, ‘‘व्यावहारिक रूप से देखा जाए तो अगर मैं एक जहाज भेज सकता हूं, बीमा कवर कर सकता हूं और भुगतान का एक तरीका तैयार कर सकता हूं, तो रूस से तेल खरीदना जारी रखा जा सकता है।'' उन्होंने कहा कि सभी विकल्प खुले हैं। अधिकारी ने कहा, ‘‘कोई यह नहीं कह रहा कि रूस से तेल नहीं खरीदो। रूस कोई बड़ा आपूर्तिकर्ता नहीं है। भारत 30 देशों से आपूर्ति प्राप्त करता है। हमारे पास तेल खरीदने के कई स्रोत हैं। इसीलिए हमें किसी प्रकार की बाधा की कोई आशंका नहीं है।''
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