केशव पंथी नामक एक ट्विटर यूज़र ने बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘आपकी गंदी राजनीति और आप लोगों के कारण हम ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 107वें स्थान पर हैं। आपको शर्म आनी चाहिए।’
राष्ट्रीय समाचार
नयी दिल्ली: उच्चतम न्यायालय ने भारत चरण-तीन (बीएस-तीन) उत्सर्जन मानकों वाले वाहनों की बिक्री और पंजीकरण पर एक अप्रैल के एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति बाद रोक लगाने की अपील करने वाली याचिकाओं पर अपना फैसला सुरक्षित रखा है। न्यायालय
केंद्र के एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति पास दिल्ली के वायु प्रदूषण से निबटने की प्रतिबद्धता नहीं है और उसने यहां के बाशिंदों से अपनी चिंताएं प्रकट करने के लिए सीधे केंद्रीय पर्यावरण मंत्री एवं बिजली मंत्री को ट्वीट करने का आह्वान किया।
राष्ट्रपति ने 49 डॉक्टरों को भेंट किया डॉ. बी.सी. रॉय पुरस्कार
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में वर्ष 2014, 2015 और 2016 के लिए डॉ. बी.सी. रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए।
राजस्थान में भीषण गर्मी के चलते श्रीगंगानगर को छोडकर अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
Air Pollution: दिल्ली-NCR में तेज पूर्वी हवाओं से सुधर सकती है वायु गुणवत्ता, फिर भी स्थिति रहेगी खराब; वाहनों पर लगी रोक हटाई गई
Updated: November 6, 2022 9:42 PM IST
Air Pollution: दिल्ली-NCR इस समय गंभीर श्रेणी के संकट से गुजर रहा है. वायु गुणवत्ता और धुंध इतनी ज्यादा है कि सांस लेना मुश्किल हो गया है. सांस संबंधी मरीजों की संख्या बढ़ गई है. इस बीच बहुत अधिक नहीं, एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति लेकिन राहत की खबर ज़रूर है. दिल्ली में तेज पूर्वी हवाएं चलने लगी हैं. उम्मीद है कि सोमवार को इससे वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार हो सकता है, लेकिन स्थिति गंभीर श्रेणी में बनी रहेगी. आज दिल्ली का औसत एक्यूआई 339 (बहुत खराब श्रेणी) दर्ज किया गया है. तेज हवाओं के चलते थोड़े सुधार की गुंजाइश है, लेकिन आठ और नौ नवंबर को हवा की गुणवत्ता खराब ही रहने की संभावना है. अगले 6 दिनों तक हवा की गुणवत्ता काफी हद तdedक बहुत खराब श्रेणी में रहने की आशंका है. इस बीच दिल्ली में वाहनों के प्रवेश पर लगी रोक हटाने के निर्देश दिए गए हैं.
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केंद्र के वायु गुणवत्ता आयोग ने ‘ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) के अंतिम चरण के तहत दिल्ली-एनसीआर में गैर-बीएस छह डीजल से चलने वाले हल्के मोटर वाहनों और ट्रकों के राजधानी में प्रवेश करने पर लगाये गए प्रतिबंध को हटाने का निर्देश प्राधिकारियों को दिया. प्रतिबंध तीन दिन पहले लगाये गए थे. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के एक आदेश में कहा गया है, ‘‘चूंकि दिल्ली का वर्तमान एक्यूआई स्तर 339 के आसपास है, जो जीआरएपी चरण-चार उपाय लागू करने के लिए अधिकतम सीमा से 111 एक्यूआई बिंदु से नीचे एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति है और चरण- चार तक सभी चरणों के तहत सभी निवारक/शमन/प्रतिबंधात्मक उपाय अपनाये जा रहे हैं, इसलिए एक्यूआई में सुधार बने रहने की उम्मीद है.’’ उसने कहा, ‘‘भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) या आईआईटीएम (IITM) के पूर्वानुमान में स्थिति में तेजी से गिरावट का संकेत नहीं है.’’
Direct Tax Collection in FY23: पहली छमाही में 24% बढ़ा डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन, 8.98 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा आंकड़ा
1 अप्रैल से शुरू हुए मौजूदा वित्त वर्ष में कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत आय पर टैक्स कलेक्शन अब तक लगभग 24 प्रतिशत बढ़ा है.
Direct Tax Collection: 1 अप्रैल से शुरू हुए मौजूदा वित्त वर्ष में कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत आय पर टैक्स कलेक्शन अब तक लगभग 24 प्रतिशत बढ़ा है. टैक्स डिपार्टमेंट ने आज रविवार को यह जानकारी दी. कर विभाग ने एक बयान में कहा कि एक अप्रैल से आठ अक्टूबर के दौरान कॉरपोरेट आय पर कर संग्रह में 16.74 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जबकि व्यक्तिगत आयकर संग्रह में 32.30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. आंकड़ों के अनुसार, एक अप्रैल से आठ अक्टूबर, 2022 के दौरान डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 8.98 लाख करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले साल की समान अवधि के कलेक्शन से 23.8 प्रतिशत अधिक है.
भारत में टैक्स कलेक्शन का आंकड़ा मजबूत
बता दें कि डायरेक्ट टैक्स में कॉरपोरेट और व्यक्तिगत आयकर आता है. बयान में कहा गया है कि रिफंड को एडजस्ट करने के बाद डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 7.45 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो एक साल पहले की इसी अवधि के नेट कलेक्शन से 16.3 प्रतिशत अधिक है. यह कलेक्शन वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बजट अनुमान का 52.46 प्रतिशत बैठता है. कर संग्रह को किसी भी देश में आर्थिक गतिविधियों का संकेतक माना जाता है. लेकिन भारत में औद्योगिक उत्पादन और निर्यात में सुस्ती के बावजूद कर संग्रह का आंकड़ा मजबूत रहा है.
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क्या कहते एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति हैं एक्सपर्ट्स
कुछ एनालिस्ट्स का मानना है कि आर्थिक वृद्धि ने अपनी रफ्तार गंवा दी है लेकिन कंपनियों के मुनाफे की वजह से ‘इंजन’ दौड़ रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले महीने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के अपने अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर सात प्रतिशत कर दिया है. अन्य रेटिंग एजेंसियों ने भी जियो-पॉलिटिकल टेंशन और सख्त होती वैश्विक वित्तीय स्थिति को देखते हुए वृद्धि दर के अनुमान में कमी की है. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि कुल राजस्व संग्रह की बात की जाए, तो अभी तक कॉरपोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी और प्रतिभूति लेनदेन कर यानी एसटीटी सहित) की वृद्धि क्रमश: 16.73 प्रतिशत और 32.30 पर रही है. रिफंड के एडजस्ट होने के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 16.29 प्रतिशत बैठती है. वहीं व्यक्तिगत आयकर संग्रह में वृद्धि 17.35 प्रतिशत (केवल पीआईटी) और एसटीटी के साथ 16.25 प्रतिशत बैठती है. सीबीडीटी ने कहा कि एक अप्रैल, 2022 से आठ अक्टूबर, 2022 की अवधि के दौरान कुल 1.53 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जारी किए गए रिफंड से 81 प्रतिशत अधिक है.
भारत में भुखमरी खतरनाक स्तर पर, पाकिस्तान बांग्लादेश से एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति भी बदतर हालात
जीएचआई का कुल स्कोर 100 पॉइंट होता है, जिसके आधार पर किसी देश की भूख की गंभीरता की स्थिति दिखती है। यानी के अगर किसी देश का स्कोर ज़ीरो है तो उसकी अच्छी स्थिति है और अगर किसी का स्कोर 100 है तो उसकी बेहद ख़राब स्थिति है।
भारत का स्कोर 29.1 है जो कि बेहद गंभीर श्रेणी में आता है।
इसके अलावा कुल ऐसे 17 शीर्ष देश हैं, जिनका स्कोर 5 से भी कम हैं। इन देशों में चीन, तुर्की, कुवैत, बेलारूस, उरुग्वे और चिली जैसे देश शामिल हैं।
भारत की स्थिति
जीएचआई जिन चार पैमानों पर मापा जाता है उसमें से एक बच्चों में गंभीर कुपोषण की स्थिति को देखें तो भारत में इस बार उसे 19.3 फ़ीसदी पाया गया है जबकि 2014 में यह 15.1 फ़ीसदी था. इसका अर्थ है कि भारत इस पैमाने में और पिछड़ा है।
वहीं अगर कुल कुपोषण के पैमाने की बात की जाए तो वो भी काफ़ी बढ़ी है। ये पैमाना देश की कुल आबादी कितना खाना खाने की कमी का सामना कर रही है उसको दिखाता है।
इंडेक्स के मुताबिक़, भारत में 2018 से 2020 के बीच जहाँ ये 14.6 फ़ीसदी था वहीं 2019 से 2021 के बीच ये बढ़कर 16.3 फ़ीसदी हो गया है. इसके मुताबिक़ दुनिया में कुल 82.8 करोड़ लोग जो एमएसीडी बीबी संकेतक की उपस्थिति कुपोषण का सामना कर रहे हैं उसमें से 22.4 करोड़ लोग सिर्फ़ भारत में ही हैं।
मोदी सरकार पर निशाना
ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट सामने आने के बाद केंद्र की मोदी सरकार की आलोचनाएं भी शुरू हो गई हैं।
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने ट्वीट किया है कि ‘माननीय प्रधानमंत्री कुपोषण, भूख और बच्चों में कुपोषण जैसे असली मुद्दों को कब देखेंगे।’
चिदंबरम ने आगे लिखा कि ‘भारत के 22.4 करोड़ लोगों को कुपोषित माना गया है। भारत की ग्लोबल हंगर इंडेक्स में रैंक लगभग बिल्कुल नीचे है, 121 देशों में 107वें स्थान पर।’
सीपीएम नेता और केरल के पूर्व वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने ट्वीट किया है कि ‘भारत को 2022 में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 107वां स्थान मिला है। सिर्फ़ अफ़ग़ानिस्तान दक्षिण एशियाई देशों में हमसे नीचे है। साल 2015 में भारत की रैंक 93 थी। बच्चों के कुपोषण के पैमाने में भारत की स्थिति बिगड़ते हुए 19.3 फ़ीसदी हो गई है जो कि दुनिया में सबसे अधिक है।’
भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
भारत सकल घरेलू उत्पाद यानी (जीडीपी) के मामले में ब्रिटेन को पछाड़कर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक भारत ने मार्च 2022 के अंत में ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया था। ब्लूमबर्ग ने ये निष्कर्ष अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) के आंकड़ों के आधार पर निकाला था।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक इस साल मार्च के अंत में भारत की अर्थव्यवस्था 854.7 अरब डॉलर की थी जबकि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 816 अरब डॉलर की थी।
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ब्लूमबर्ग के अनुमान के मुताबिक अगले कुछ सालों में भारत ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था से और भी आगे निकल जाएगा।
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अंतरबैंक विदेशी मु्द्रा विनिमय बाजार में रुपया, डॉलर के मुकाबले 82.15 पर खुला और फिर मजबूती के साथ 82.14 के स्तर पर आ गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 67 पैसे अधिक है.
रुपया पिछले कारोबारी सत्र में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले सात पैसे टूटकर 82.81 पर बंद हुआ था.
दीपावली बालीप्रतिपदा के अवसर पर बुधवार को विदेशी मुद्रा बाजार बंद था.
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत चढ़कर 109.76 पर आ गया.
वहीं, वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.26 प्रतिशत बढ़कर 95.94 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था.
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