की अवधि RSI 7 पर सेट किया जाना चाहिए।

निश्चित समय की रणनीति

Fixed Time Trade क्या है? FTT प्रशिक्षण

Fixed Time Trade (FTT), सबसे लोकप्रिय मोड है जो Olymp Trade, Binomo, IQ Option प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है | FTT मोड आपको सीमित अवधि की ट्रेड लगाने की अनुमति देता है और इसमें आप करेंसी , स्टॉक या फिक्स्ड टाइम ट्रेड क्या है अन्य एसेट के मूल्य का सही अनुमान लगाकर नियत दर पर रिटर्न कमा सकते हैं।

क्या Fixed Time Trade एक स्कैम है?

Fixed Time Trade कोई जुआ नहीं है

ऊपर दिए गए विवरण से आप निश्चित रूप से समझ गए होंगे कि इसमें केवल 2 तरह के ट्रान्जैक्शन के ऑर्डर होते हैं: UP (बढ़ने पर) या DOWN (कम होने पर)। एक नजर डालने पर, यह किस्मत आज़माने का खेल लग सकता है। तो क्या यह ऑनलाइन जुए की तरह धोखेबाज़ी है? नहीं ऐसा नहीं है, यह एक ऐसी ट्रेडिंग है जिसमें सकारात्मक परिणाम पाने के लिए शोध और अध्ययन की आवश्यकता होती है|

जेसी लिवरमोर ने कहा था:

“वॉल स्ट्रीट में कुछ भी नया नहीं है| कुछ नया हो भी नहीं सकता क्योंकि अनुमान लगाना उतनी ही पुरानी चीज़ है जितने कि धरती और पहाड़| आज स्टॉक मार्किट में जो कुछ हुआ वो पहले भी हुआ था और आगे भी होगा|”

आर्डर लगाना प्रक्रिया शुरू करने का एक तरीका है, सफलता पाने के लिए, आपको एसेट के मूल्य में आने वाले उतार-चढ़ावों को पढ़ना आना चाहिए| केवल किस्मत के भरोसे रहने के बजाए, यह तकनीकी विश्लेषण का कौशल है जिसमें ट्रेडिंग रणनीतियाँ, इंडिकेटर और कैंडलस्टिक पैटर्न शामिल हैं| Olymp Trade पर डेमो मोड में अनुभव कर सीखकर आपके कौशल में काफी सुधार आएगा|

Fixed Time Trade कैसे खेलें एक आम प्रश्न है

ट्रांजैक्शन शुरू करने के लिए आपको निम्न कारकों को ध्यान रखना होगा:

  1. एसेट्स में ट्रेडिंग: आपको अनुमान लगाने के गेम में हिस्सा लेने के लिए कोई मुद्रा जोड़ी जैसे USD / EUR, स्टॉक, कोई वर्चुअल करेंसी चुननी होगी| हर ट्रेड की जाने वाली एसेट की एक निश्चित रिफंड दर होगी| सबसे अधिक दर 90% तक हो सकती है|
  2. अनुमान लगाने का समय: यह Fixed Time Trade के विवरण में दी गई एक निश्चित समयावधि है| एक आर्डर के लिए न्यूनतम समय 1 मिनट लेकिन कभी-कभी 5 मिनट या 10मिनट की अवधि अनिवार्य की जा सकती है|
  3. ट्रेड की धनराशि: ट्रेड की धनराशि आप दर्ज करते हैं, आपके द्वारा जोखिम पर लगाई गई धनराशि पर ही आपका मुनाफा निर्भर करता है|
  4. Up या Down चुनना: अगर आप यह अनुमान लगाते हैं कि समयावधि के बाद कीमतें बढ़ जाएंगी तो Up चुनेंगे, और इसके विपरीत होने पर, आप Down चुनेंगे|

फिक्स्ड टाइम ट्रेड्स के फिक्स्ड टाइम ट्रेड क्या है साथ ट्रिपल ओ स्ट्रैटेजी का व्यापार कैसे करें Olymp Trade

ट्रिपल ओ रणनीति चालू Olymp Trade

ट्रेडिंग रणनीतियाँ अक्सर संकेतकों पर आधारित होती हैं। कुछ एक उपकरण पर केंद्रित हैं, अन्य एक से अधिक पर। आज के लेख में वर्णित रणनीति उनमें से तीन का उपयोग करेगी। इसका नाम, ट्रिपल ओ स्ट्रैटेजी, इस तथ्य से निकला है कि ये तीन संकेतक ऑसिलेटर समूह से संबंधित हैं। आइए देखें कि यह सब क्या है।

ट्रिपल ओ रणनीति का उपयोग करने के लिए आवश्यक तीन ऑसिलेटर हैं:

  • सापेक्ष शक्ति सूचकांक (RSI)
  • विलियम्स थरथरानवाला (विलियम्स% आर)
  • कमोडिटी चैनल सूचकांक (सीसीआई)

इंडिकेटर आइकन पर जाएं और रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स चुनें। आपको इसकी सेटिंग बदलनी होगी। आप संकेतक विंडो में दिखाई देने वाले पेन आइकन पर क्लिक करके ऐसा कर सकते हैं।

ट्रिपल ओ रणनीति का उपयोग करना Olymp Trade

एक बार जब आप अपने लिए लॉग इन हो जाते हैं Olymp Trade खाता, वित्तीय साधन चुनें। जापानी कैंडलस्टिक्स के लिए चार्ट प्रकार बदलें। वह राशि चुनें जिसे आप निवेश करना चाहते फिक्स्ड टाइम ट्रेड क्या है हैं और ऊपर वर्णित तीन संकेतकों को जोड़ें।

ट्रिपल ओ रणनीति को 5 से 60 मिनट तक विभिन्न समय-सीमाओं में लागू किया जा सकता है। यह आपके द्वारा वर्तमान में उपयोग की जा रही समय सीमा से 2 या 3 गुना अधिक समय के लिए ट्रेडिंग पोजीशन खोलने की अनुमति देता है।

ट्रिपल ओ रणनीति फिक्स्ड टाइम ट्रेड क्या है बनाने वाले 3 ऑसिलेटर हैं। हालाँकि, उनसे केवल 2 संकेत प्राप्त करना पर्याप्त है। स्वाभाविक रूप से, 3 संकेत बेहतर हैं, लेकिन आप केवल दो संकेतों के साथ व्यापार में प्रवेश कर सकते हैं।

नीचे, आप ट्रिपल ओ रणनीति के उपयोग के साथ व्यापार के लिए तैयार एक अनुकरणीय चार्ट देखेंगे।

ट्रिपल ओ रणनीति के साथ व्यापार करने के लिए तैयार 5-मिनट EURUSD चार्ट

शॉर्ट पोजीशन खोलने के लिए EMA + RSI + बियरिश एनगल्फ़िंग पैटर्न

शॉर्ट पोजीशन खोलने के सिग्नल की उम्मीद केवल तभी की जा सकती है जब मूल्य EMA200 से कम हो। RSI 50 स्तर से नीचे होना चाइए। अगर दोनों परिस्थितियाँ सही हैं तो हमें बियरिश एनगल्फ़िंग पैटर्न बनने का इंतजार करना चाहिए। फिर, अगली कैन्डल बनने के तुरंत बादम हम एक 5-मिनट की फ़िक्स्ड टाइम ट्रेड मूल्य कम होने के अनुमान के साथ लगाते हैं।

लघु व्यापार उदाहरण

ईएमए + आरएसआई + एनगल्फ़िंग पैटर्न, इस रणनीति के साथ ट्रेड करते समय क्या देखना है

जैसा कि आपने देखा होगा, नियमों का एक सरल सेट रणनीति कहलाता है। इसे बस शीघ्रता से लागू करने की जरूरत होनी चाहिए। यदि ट्रेंड साफ दिख रहा हो, तो ट्रिगर का इंतज़ार करने के लिए चार्ट पर लगातार नज़र रखनी होती हैं। बेशक, ज़्यादातर मामलों में, एक या दो सेकंड देरी से प्रवेश करने पर ट्रेड के परिणाम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन, ट्रेडिंग के दौरान ध्यान एकाग्र रखने के लिए सही परिस्थिति सुनिश्चित कर लेना लाभप्रद रहता है।

आप लेनदेन में प्रवेश करने के मानदंडों को थोड़ा-बहुत फिक्स्ड टाइम ट्रेड क्या है परिवर्तित भी कर सकते हैं। यदि अंतिम मूल्य EMA200 से ऊपर हो तो हमारा EMA फिल्टर अपट्रेन्ड दिखाता है और यदि अंतिम मूल्य EMA200 से नीचे हो तो डाउनट्रेंड होगा। उदाहरण के लिए, आप मान सकते हैं कि लॉन्ग टर्म ट्रेंड के मूल्यांकन करने के लिए यह पर्याप्त नहीं है। मूल्य अक्सर इस प्रतिष्ठित इंडिकेटर के आसपास समेकित हो जाती है। इसलिए, आप मान सकते हैं कि कम से कम पिछली 5 कैन्डलें EMA200 के नीचे थी तभी डाउनट्रेंड निश्चित किया जा सकता है। इसके विपरीत, अपट्रेंड निश्चित करने के लिए कम से कम पिछली 5 कैन्डलें EMA200 के ऊपर होनी चाहिए।

बैंक अकाउंट में अलग से फिक्स्ड टाइम ट्रेड क्या है आएगी फिक्स्ड इनकम, इन इन्वेस्टमेंट टूल्स में लगाइए पैसा, कम रिस्क पर मिलेगा अच्छा रिटर्न

Fixed Income Investments आपको एक फिक्स्ड टाइम पर फिक्स्ड आय पाने का साधन देते हैं. इसपर आपका इंटरेस्ट एक्युमुलेट होता रहता है. अच्छी बात है कि आपको इस निवेश पर बहुत ज्यादा रिस्क लेने की भी जरूरत नहीं है.

Fixed Income Investment: अगर आप निवेश करके अच्छा-खासा रिटर्न पाना चाहते हैं, लेकिन ज्यादा रिस्क भी नहीं लेना फिक्स्ड टाइम ट्रेड क्या है चाहते तो फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट का रास्ता आपके लिए बिल्कुल सही रहेगा. फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट आपको एक फिक्स्ड फिक्स्ड टाइम ट्रेड क्या है टाइम पर फिक्स्ड आय पाने का साधन देते हैं. इसपर आपका इंटरेस्ट एक्युमुलेट होता रहता है. अच्छी बात है कि आपको इस निवेश पर बहुत ज्यादा रिस्क लेने की भी जरूरत नहीं है. आप लो रिस्क में भी एक सेफ और सिक्योर पोर्टफोलियो मेंटेन कर सकते हैं.

फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट के क्या हैं बढ़िया ऑप्शन?

पीएसयू बॉन्ड्स काफी पॉपुलर फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट सिक्योरिटी हैं. ये आपको काफी अच्छे रिटर्न दे सकते हैं क्योंकि पब्लिक सेक्टर की कंपनियां ऑफर करती हैं और टॉप की कंपनियों के बॉन्ड्स होने से आपके पास ज्यादा मुनाफा के अवसर होते हैं. ऊपर से यहां ज्यादा रिस्क भी नहीं होता है.

यह फंड स्टॉक मार्केट में लिस्ट और ट्रेड किए जाते हैं, ये Nifty, BSE Sensex, S&P जैसे इंडेक्स पर होते हैं, लेकिन इसके बावजूद ये इक्विटी या डेरिवेटिव्स के मुकाबले सेफ होते हैं. ETF की कैश मार्केट में भी ट्रेडिंग होती है. ये ETF अलग-अलग डेट सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं, जिनसे आपको रेगुलर और फिक्स्ड इनकम मिलती रहती है. आपको एक निश्चित रेट पर ब्याज एक अंतराल पर मिलता रहता है.

डेट फंड्स (Debt Funds)

डेट फंड्स अलग-अलग तरह के सिक्योरिटी बॉन्ड जैसे कि सरकारी बॉन्ड, कॉरपोरेट बॉन्ड और ऐसी ही दूसरी सिक्योरिटीज़ में निवेश करते हैं. इनपर आपको थोड़ा लो रिटर्न मिलता है, लेकिन फिर भी इसका रिटर्न एफडी या सेविंग्स अकाउंट से ज्यादा होता है, साथ ही इसपर आपके निवेश का नुकसान भी न के बराबर होता है और ये स्टेबल भी होते हैं.

ट्रेजरी बिल, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट्स, कॉमर्शियल पेपर वगैरह इस ऑप्शन के तहत आते हैं. इनपर आपको फिक्स्ड रेट पर इंटरेस्ट मिलता है. ये शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट टूल हैं. यहां आपको बता दें कि इनपर मार्केट वॉलेटिलिटी का असर होता है, इसलिए इनका शॉर्ट टर्म होना आपके लिए फायदेमंद है. ये आमतौर पर 1 साल के अंदर की मैच्योरिटी पीरियड के साथ ही आते हैं.

बैंक अकाउंट में अलग से आएगी फिक्स्ड इनकम, इन इन्वेस्टमेंट टूल्स में लगाइए पैसा, कम रिस्क पर मिलेगा अच्छा रिटर्न

Fixed Income Investments आपको एक फिक्स्ड टाइम पर फिक्स्ड आय पाने का साधन देते हैं. इसपर आपका इंटरेस्ट एक्युमुलेट होता रहता है. अच्छी बात है कि आपको इस निवेश पर बहुत ज्यादा रिस्क लेने की भी जरूरत नहीं है.

Fixed Income Investment: अगर आप निवेश करके अच्छा-खासा रिटर्न पाना चाहते हैं, लेकिन ज्यादा रिस्क भी नहीं लेना चाहते तो फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट का रास्ता आपके लिए बिल्कुल सही रहेगा. फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट आपको एक फिक्स्ड टाइम पर फिक्स्ड आय पाने का साधन देते हैं. इसपर आपका इंटरेस्ट एक्युमुलेट होता रहता है. अच्छी बात है कि आपको इस निवेश पर बहुत ज्यादा रिस्क लेने की भी जरूरत नहीं है. आप लो रिस्क में भी एक सेफ और सिक्योर पोर्टफोलियो मेंटेन कर सकते हैं.

फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट के क्या हैं बढ़िया ऑप्शन?

पीएसयू बॉन्ड्स काफी पॉपुलर फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट सिक्योरिटी हैं. ये आपको काफी अच्छे रिटर्न दे सकते हैं क्योंकि पब्लिक सेक्टर की फिक्स्ड टाइम ट्रेड क्या है कंपनियां ऑफर करती हैं और टॉप की कंपनियों के बॉन्ड्स होने से आपके पास ज्यादा मुनाफा के अवसर फिक्स्ड टाइम ट्रेड क्या है होते हैं. ऊपर से यहां ज्यादा रिस्क भी नहीं होता है.

यह फंड स्टॉक मार्केट में लिस्ट और ट्रेड किए जाते हैं, ये Nifty, BSE Sensex, S&P जैसे इंडेक्स पर होते हैं, लेकिन इसके बावजूद ये इक्विटी या डेरिवेटिव्स के मुकाबले सेफ होते हैं. ETF की कैश मार्केट में भी ट्रेडिंग होती है. ये ETF अलग-अलग डेट सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं, जिनसे आपको रेगुलर और फिक्स्ड इनकम मिलती रहती है. आपको एक निश्चित रेट पर ब्याज एक अंतराल पर मिलता रहता है.

डेट फंड्स (Debt Funds)

डेट फंड्स अलग-अलग तरह के सिक्योरिटी बॉन्ड जैसे कि सरकारी बॉन्ड, कॉरपोरेट बॉन्ड और ऐसी ही दूसरी सिक्योरिटीज़ में निवेश करते हैं. इनपर आपको थोड़ा लो रिटर्न मिलता है, लेकिन फिर भी इसका रिटर्न एफडी या सेविंग्स अकाउंट से ज्यादा होता है, साथ ही इसपर आपके निवेश का नुकसान भी न के बराबर होता है और ये स्टेबल भी होते हैं.

ट्रेजरी बिल, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट्स, कॉमर्शियल पेपर वगैरह इस ऑप्शन के तहत आते हैं. इनपर आपको फिक्स्ड रेट पर इंटरेस्ट मिलता है. ये शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट टूल हैं. यहां आपको बता दें कि इनपर मार्केट वॉलेटिलिटी का असर होता है, इसलिए इनका शॉर्ट टर्म होना आपके लिए फायदेमंद है. ये आमतौर पर 1 साल के अंदर की मैच्योरिटी पीरियड के साथ ही आते हैं.

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