What is Stop Loss in Hindi – स्टॉप लोस क्या होता है स्टॉप लोस कहाँ तथा कैसे लगायें
What is Stop Loss in Hindi – स्टॉप लोस क्या होता है स्टॉप लोस कहाँ तथा कैसे लगायें : अक्सर निवेशक शेयर बाज़ार (Share Market) में ट्रेडिंग करते समय एक छोटी सी गलती के कारण अपने पैसे गवा देते हैं। जिससे उन्हें लॉस हो जाता है।ऐसे में स्टॉप लॉस (Stop Loss) एक सुरक्षा कवच की तरह काम करती है।
स्टॉप लॉस (Stop Loss) निवेशकों को उतार-चढ़ाव (volatility) के नुकसान से बचाता है। तो चलिए दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानते हैं कि स्टॉप लॉस क्या है (What is Stop Loss in Hindi) और यह किस तरीके से काम करता है।
स्टॉप लोस क्या होता है – What is Stop Loss in Hindi
शेयर बाज़ार में जब ट्रेडर्स ट्रेडिंग करते हैं, तो उनमें होने वाले उतार-चढ़ाव के नुकसान से स्टॉप लॉस (Stop Loss) बचाता है। शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग करते स्टॉप लॉस टाइप्स समय परिस्थितियों कुछ भी हो सकती है। इसमें जितना लाभ कमाने की संभावना होती है ठीक उतना ही नुकसान होने का चांस रहता है।
इसी नुकसान को कम करने के लिए स्टॉप लॉस (Stop Loss) काम करता है और ट्रेडिंग के दौरान जब आप स्टॉप लॉस (Stop Loss) का उपयोग करते हैं। तो यह आपके रिक्स लेने की क्षमता को बताता है।
स्टॉप लॉस किस तरीके से काम करता है – How to Put Stop Loss in Hindi
- मान लीजिए आप कोई 200 रुपए का शेयर किसी भी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से खरीदते हैं और उस शेयर को 230 रुपए के प्राइस पर बेचना चाहते हैं।
- लेकिन शेयर बाज़ार में होने वाले ज्यादा उतार-चढ़ाव (volatility) के कारण आप उस शेयर पर केवल 5 रुपये का रिक्स ले सकते हैं। तो उसके लिए स्टॉप लॉस (Stop Loss) 195 रुपये पर लगाना होगा।
- स्टॉप लॉस लगाने के लिए उस शेयर के Exit या sell के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। जिसके बाद स्टॉप लॉस (Stop Loss) का ऑप्शन दिखाई देगा।
- मार्केट ऑर्डर और स्टॉप लॉस के साथ आपको वहाँ ट्रिगर प्राइस (trigger price) में जाकर 195 रुपया भरना होगा। इसके उपरांत आर्डर पैलेस कर दें।
- अब जब भी शेयर का प्राइस गिरने लगेगा तो ट्रिगर प्राइस को टच करते ही 195 रुपये पर स्टॉप लॉस (Stop Loss) लगाए जाने के वजह से ऑटोमेटिक सेल ऑर्डर लग जाएगा।
स्टॉप लॉस के प्रकार – Types of Stop Loss in Hindi
स्टॉप लॉस मुख्य रूप से 2 टाइप के होते हैं। पहला स्टॉप लॉस ऑर्डर (SL) जिसमें ट्रेडर्स निकासी मूल्य को तय करता है। और दूसरा स्टॉप लॉस मार्केट (SL-M) जिसमें ट्रेडर्स सिर्फ ट्रिगर मूल्य को निर्धारित करता है।
स्टॉप लॉस लगाने के फायदे – What are the Benefits of Putting a Stop Loss in Hindi
- इसका इस्तेमाल करने पर हमें कोई भी एक्स्ट्रा चार्ज पे नहीं करना पड़ता।
- हमारे होने वाले नुकसान को सीमित कर देता है।
- ट्रेडिंग करते समय स्टॉप लॉस (Stop Loss) लगाने से बार-बार स्टॉक की निगरानी नहीं करनी पड़ती।
- हमारे रिक्स लेने की क्षमता को बेहतर बनाता है।
स्टॉप लॉस लगाने के नुकसान What are the Disadvantages of putting a Stop Loss
- यह केवल डे ट्रेडिंग में ही काम करता है। स्टॉप लॉस बड़े व्यापारियों के लिए उपयोगी नहीं है।
- कई बार अस्थिरता (volatility) के कारण शार्ट टर्म में स्टॉक स्टॉप लॉस (Stop Loss) को जल्दी छू लेता है।
- स्टॉप लॉस (stop loss) के कारण स्टॉक के परफॉर्मेंस से आपका ध्यान हट जाता है।
- स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करने के लिए किसी भी प्रकार का नियम नहीं होता। यह पूरी तरह आपके डिसीजन और तौर-तरीके पर निर्भर करता है।
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तो दोस्तों इस आर्टिकल में हमने बताया कि स्टॉप लॉस क्या होता है (What is Stop Loss in Hindi) स्टॉप लॉस किस तरीके से लगाया जाता है (How to Put Stop Loss in Hindi)। हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा।
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what is stop loss in share market ? शेयर बाजार में स्टॉप लॉस क्या है
अपने मूवी में सुना होगा रिस्क है तो इश्क है लेकिन रिस्क लेने की कैपेसिटी हर आदमी की अपनी अपनी होती है ।आपकी रिस्क लेने की कैपेसिटी कितनी है लेकिन रिस्क कितना लिया जाए शेयर मार्केट में इसकी कोई लिमिट नहीं है आप कभी हीरो कभी जीरो होते हैं ।और अधिकतर देखा गया है जब ट्रेडिंग में लोग अपने पैसे को जीरो जरूर कर लेते हैं यहां पर आपकी रिस्क को कम करने के लिए स्टॉप लॉस का यूज किया जाता है।
जब आप का खरीदा हुआ स्टॉक प्राइस गिरता है तो उसको कब तक गिरने देना है कहां पर स्टॉप करना है यह स्टॉप लॉस के जरिए किया जा सकता है ।चलिए हम जानते हैं कि स्टॉपलॉस क्या होता है।
What is stop loss ?| स्टॉप लॉस क्या होता है ?
शेयर मार्केट में आपके रिस्क को कम करने की एक डिजिटल विधि है stop loss एक आर्डर की तरह काम करता है जिसे आप अपनी ब्रोकर के ऐप में या ऑनलाइन डिजिटल के रूप में लगाते हैं उदाहरण के लिए मान लीजिए आपने रिलायंस का कोई शेयर ₹2600 के भाव पर खरीदा है लेकिन आपको लग रहा है कि यह नीचे भी आ सकता है आप अपने इस डर को कम करने के लिए स्टॉपलॉस का यूज कर सकते हैं।
मान लीजिए आप इस शेयर पर ₹200 तक का नुकसान सहन कर सकते हैं उससे ज्यादा नुकसान आप नहीं उठाना चाहते इस स्थिति में आप दो काम कर सकते हैं या तो आप रेगुलर ली स्टॉक को देखते रहिए जैसे ही वह गिरता है तो आप सेल कर सकते हैं या फिर आप पहले से ही एक स्टॉपलॉस लगा सकते हैं जो ₹2400 के भाव पर लगेगा जिसमें आपको रेगुलर देखने की जरूरत नहीं पड़ेगी जैसे ही भाव ₹200 गिरता है आपका stock सेल हो जाएगा
Types of stop loss | स्टॉप लॉस के प्रकार
सेल स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग लॉन्ग पोजीशन को प्रोटेक्ट करने के लिए किया जाता है आपने किसी शेयर में लॉन्ग पोजीशन बना रखी है वहां पर आप सेल स्टॉप लॉस ऑर्डर का उपयोग करते हैं उदाहरण के लिए आपने किसी कंपनी का शेयर ₹100 में खरीदा है आपके प्रोडक्शन के हिसाब से यह शेयर ₹150 जाएगा इस पोजीशन को हम लोग पोजीशन कहते हैं इस पोजीशन को प्रोटेक्ट करने के लिए आप सेल स्टॉपलॉस आर्डर लगा सकते हैं
2. Buy-Stop Orders
Buy-Stop Orders वैचारिक रूप से सेल-स्टॉप ऑर्डर के समान हैं। हालांकि, उनका उपयोग शॉर्ट पोजीशन की सुरक्षा के लिए किया जाता है। एक खरीद-स्टॉप ऑर्डर की कीमत मौजूदा बाजार मूल्य से ऊपर होगी और अगर कीमत उस स्तर से ऊपर उठती है तो ट्रिगर होगी
On which position to put stop loss? |स्टॉप लॉस किस पोजीशन पर लगाये ?
Technical analysis उन स्तरों को निर्धारित करने के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है जिन पर stop loss सेट किया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, एक long term के लिए, स्टॉक के लिए प्रमुख समर्थन स्तरों का पता लगाना नकारात्मक जोखिम का अनुमान लगाने के लिए उपयोगी हो सकता है। यहां आधार यह है कि एक बार एक प्रमुख समर्थन स्तर के टूटने के बाद, यह स्टॉक के लिए अतिरिक्त नुकसान का संकेत दे सकता है। हालाँकि, झूठे ब्रेकआउट से सावधान रहें। सुनिश्चित करें कि आप अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में प्रवेश करने से पहले तकनीकी विश्लेषण और अन्य उपकरणों का उपयोग करते हुए, स्टॉप-लॉस स्तरों पर लगन से शोध करते हैं।
how can put a stop loss on existing shares ? | मौजूदा शेयरों पर स्टॉप लॉस कैसे लगाया जा सकता है?
यदि आपने पहले कोई शेयर खरीद रखा है .आप उस शेयर पर स्टॉप लॉस लगा सकते है .इसके लिए आपको अपने एप्प के शेयर सेल्ल ऑप्शन पर जाकर सेल स्टॉप लोस्स आर्डर लगाना पड़ेगा
नीचे आपको ज़ेरोढा एप्प का उद्धरण दिया है
what-is-stop-loss-in-share-market
सबसे आम स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार
ट्रेडिंग, एक पूरी प्रक्रिया के रूप में, केवल खरीद और बिक्री की जटिलताओं को पार कर जाती है। अलग-अलग ऑर्डर प्रकारों के साथ, जब खरीदने और बेचने की बात आती है, तो इसे लागू करने के कई तरीके हैं। और, बेशक, इस पद्धति में से प्रत्येक एक अलग उद्देश्य की सेवा करता है।
मूल रूप से, प्रत्येक व्यापार में अलग-अलग ऑर्डर होते हैं जो एक पूर्ण व्यापार बनाने के लिए संयुक्त होते हैं। प्रत्येक व्यापार में कम से कम दो आदेश होते हैं; जबकि एक व्यक्ति सुरक्षा खरीदने का आदेश देता है, और दूसरा उस सुरक्षा को बेचने का आदेश देता है।
तो, जो स्टॉक से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हैंमंडी आदेश प्रकार, यह पोस्ट विशेष रूप से उनके लिए है, कार्यप्रणाली में गहराई से खुदाई करने की कोशिश कर रहा है।
स्टॉक मार्केट ऑर्डर क्या है?
एक आदेश एक निर्देश है कि एकइन्वेस्टर स्टॉक खरीदने या बेचने का प्रावधान करता है। यह निर्देश या तो स्टॉक ब्रोकर को या किसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर दिया जा सकता है। विचार करें कि विभिन्न स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार हैं; ये निर्देश तदनुसार भिन्न हो सकते हैं।
ऑर्डर देने की अनिवार्यता
एक एकल आदेश या तो एक बिक्री आदेश या एक खरीद आदेश होता है, और इसे निर्दिष्ट किया जाना चाहिए, भले ही ऑर्डर प्रकार दिया जा रहा हो। अनिवार्य रूप से, प्रत्येक ऑर्डर प्रकार का उपयोग प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, ऑर्डर खरीदने और बेचने दोनों का उपयोग या तो किसी ट्रेड स्टॉप लॉस टाइप्स में प्रवेश करने या उससे बाहर निकलने के लिए किया जा सकता है।
यदि आप एक खरीद आदेश के साथ व्यापार में प्रवेश कर रहे हैं, तो आपको इसे बेचने के आदेश से बाहर निकलना होगा और इसके विपरीत। उदाहरण के लिए, एक साधारण व्यापार तब होता है जब आप स्टॉक की कीमतों में वृद्धि की उम्मीद करते हैं। आप व्यापार में कदम रखने के लिए एक खरीद आदेश दे सकते हैं और फिर, उस व्यापार से बाहर निकलने के लिए एक बिक्री आदेश दे सकते हैं।
यदि इन दो आदेशों के बीच स्टॉक की कीमतों में वृद्धि होती है, तो आपको बेचने पर लाभ होगा। इसके विपरीत, यदि आप स्टॉक की कीमतों में कमी की उम्मीद कर रहे हैं, तो आपको एक व्यापार में प्रवेश करने के लिए एक बिक्री आदेश और बाहर निकलने के लिए एक खरीद आदेश देना होगा। आमतौर पर, इसे स्टॉक को छोटा करने या शॉर्टिंग के रूप में जाना जाता है। इसका मतलब है कि स्टॉक पहले बेचा जाता है और फिर बाद में खरीदा जाता है।
स्टॉक मार्केट ऑर्डर के प्रकार
कुछ सबसे सामान्य स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार नीचे सूचीबद्ध हैं:
बाजार आदेश
यह तुरंत प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने का एक आदेश है। यह आदेश प्रकार गारंटी देता है कि आदेश निष्पादित किया जाएगा; हालांकि, यह निष्पादन की कीमत की गारंटी नहीं देता है। आम तौर पर, एक मार्केट ऑर्डर मौजूदा बोली पर या उसके आसपास निष्पादित होता है या कीमत मांगता है।
लेकिन, व्यापारियों के लिए यह याद रखना आवश्यक है कि अंतिम-व्यापार मूल्य विशेष रूप से वह मूल्य नहीं होगा जिस पर अगला ऑर्डर निष्पादित किया जाएगा।
सीमा आदेश
एक सीमा आदेश एक निश्चित कीमत पर प्रतिभूतियों को खरीदने या बेचने का आदेश है। एक खरीद सीमा आदेश केवल सीमा मूल्य या उससे कम पर रखा जा सकता है। और, एक विक्रय आदेश को सीमा मूल्य या उससे अधिक पर रखा जा सकता है। उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आप किसी शेयर के शेयर खरीदना चाहते हैं, लेकिन कहीं भी रुपये से अधिक खर्च नहीं करना चाहते हैं। 1000.
फिर आप उस राशि के लिए एक लिमिट ऑर्डर सबमिट कर सकते हैं, और यदि स्टॉक की कीमत रु. 1000 या उससे कम है।
स्टॉप लॉस ऑर्डर
यह आदेश प्रकार प्रतिभूतियों में स्थिति पर निवेशकों के नुकसान को सीमित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि यदि आप किसी विशिष्ट कंपनी के 100 शेयर रुपये पर रखते हैं। 30 प्रति शेयर। और, शेयर रुपये की कीमत पर कारोबार कर रहा है। 38 प्रति शेयर।
आप स्पष्ट रूप से अपने शेयरों को अधिक उछाल के लिए जारी रखना चाहेंगे। हालाँकि, साथ ही, आप अवास्तविक लाभों को भी खोना नहीं चाहेंगे, है ना? इस प्रकार, आप शेयरों को रखना जारी रखते हैं लेकिन अगर उनकी कीमत रुपये से कम हो जाती है तो उन्हें बेच दें। 35.
निष्कर्ष
सबसे पहले, ट्रेडिंग ऑर्डर के लिए अभ्यस्त होना काफी भ्रमित करने वाला हो सकता है। और, वहाँ कई अन्य स्टॉक मार्केट ऑर्डर प्रकार मौजूद हैं। जब आपका पैसा दांव पर लगा हो तो गलत ऑर्डर देने से कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इन ऑर्डर प्रकारों पर अपना हाथ पाने का सबसे अच्छा तरीका उनका अभ्यास करना होगा। आप चाहें तो डेमो अकाउंट खोल सकते हैं और देख सकते हैं कि कामकाज कैसे होता है। और फिर, आप इसे अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों में शामिल कर सकते हैं।
Order type (Regular / Stop loss / GTT)
⇒ दोस्तों share market में जब हम पहली बार कुछ खरीदते या बेचते हैं तब हमारे सामने तरह - तरह के order type दिखते हैं जिससे हम confuse हो जाते हैं कि आखिर किसका क्या मतलब होता है। और हमें As a trader इसके बारे में detail से पता होना चाहिए। तो चलिए आज के इस post में हम order type के बारे में सिखते हैं ।
(1) Regular Order :
» दोस्तों Regular order कि validity सिर्फ 1 दिन की होती है। यानी की आप जिस दिन order place करते हैं, उसी दिन execute हो सकता है, अगर order execute नहीं हुआ तब वह order expire हो जाएगा और Next day आपको फिर से order place करना पडेगा।
» Regular order में Intraday और delivery दोनो type का order ले सकते हैं। और इन दोनो में हम limit order या market order लगाकर limit price या market price पर खरीद सकते हैं।
Limit Price Order :
» इस order की मदद से हम अपने अनुसार जिस price पर किसी share को खरीदना चाहते हैं उस price पर order लगाकर खरीद सकते हैं।
Example -
» अगर किसी share का price 173 रू. Currently चल रहा है और हम उसे 170 रु में खरीदना चाहते हैं तो हम limit order लगाकर खरीद सकते हैं।
(We can place a buy order, at limit price)
Market Price Order :
» इस order की मदद से हम जिस share को खरीदना चाहते हैं उसे market में चल रहे current price ही पर immediately खरीद सकते हैं।
Example -
» अगर किसी share का price 173 रू Currently चल रहा है तो हम market order लगाकर तुरंत 173 रू में ही खरीद सकते हैं।
(we Can place a buy order, at Market price)
Note : ये सभी orders Option trading करते समय Index में भी लगा सकते है।
- Time Decay क्या होता है ?
- Stop loss, Target and Trailing S.L. क्या है ?
- Option Buyers Maximum Profit and Loss
- Option Sellers Maximum profits and loss
(2) Stop loss (SL) Order :
» Stop loss order की Validity भी सिर्फ एक ही दिन की होती हैं, और इसमें भी Intraday और delivery order ले सकते हैं।
लेकिन इसमें limit और market की जगह stop loss order place किया जाता है। तो चलिए अब हम Sl order लगाना सीखते हैं।
दोस्तों stop loss order में बहुत ध्यान पूर्वक समझना होगा क्योंकी इसको समझना थोड़ा मुश्किल होता है। तो चलिए मैं इस मुश्किल को आसान करके समझाता हूँ ।
दोस्तों उपर दिए गए example में xyz share का current price 250/- चल रहा है। जिसका हम 1 quantity खरीद रहे हैं।
अब सबसे बड़ा Confusion तब होता है जब हम SL Price में market के price से ज्यादा डालते हैं। पहली बार में हम सभी यही सोचते हैं की SL price तो market के price से कम होना चाहीए।
अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो सही सोच रहे हैं इसमें कुछ गलत नहीं है, बस आपको ये पता होना चाहिए कि ऐसा सोचना कब सही है ।
» दोस्तों जब हम share sell करते हैं तब हम stop loss, Market price से कम रखते हैं, इसके बारे में हम आगे detail में जानेंगे।
» दोस्तों अभी हम share buy करने के लिए SL order लगा रहे हैं, इसलिए market price से ज्यादा डाले हैं।
Share Buy करते समय Sl order, market price से ज्यादा इसलिए रखते हैं, कि कहीं अचानक से Market price बहोत ज्यादा बढ़ जाता है जब हम Buy पर click करते हैं तो ऐसे में महंगे price पर buy हो जाएगा और हमारा loss हो सकता हैं।
Example :
मानलो xyz Company का share price अभी 250/- हैं और हम जैसे ही Buy पर click करते हैं और उसका market price 260 हो जाता है तो हमे
नुकसान होगा इस नुकसान से बचने के लिए हम 251/- का stop loss लगाते हैं जिससे उस share का price 251 से कम रहे तो Buy हो जाएगा और अगर price 260 होगा तब हमारा order execute ही नहीं होगा जिससे हमारा loss नहीं होगा।
“I hope कि आपको Sl order बहोत अच्छे से समझ आ गया होगा।”
(3) GTT Order :
दोस्तों GTT का full farm 'Good Till Triggered" होता है और इसकी सबसे खास बात यह है कि एक बार आपने GTT order place कर दिया, तो यह order पूरे एक साल (365 दिन) तक Active रहेगा। हालांकी इस order को manually कभी भी कर cancel कर सकते हैं।
Note - अगर आप GTT का उपयोग option trading में करते हैं तो इस order की validity Option के expiry date तक ही रहेगा, न कि 365 दिन तक।
दोस्तों GTT order के through भी आप Intraday या delivery में order ले सकते हैं। लेकिन GTT की दूसरी सबसे खास बात यह है की इसमें आप share buy करते समय ही stop less और target दोनो एक साथ लगा सकते हो।
दोस्तों GTT order का उपयोग ज्यादातर ऐसे trader या Investor करते हैं। जो अक्सर market में Active नहीं रहते, जिनको समय नहीं है market को बार- बार देखने का या जो लोग Job में हैं। वो लोग अक्सर GTT order लगाकर काम करते हैं।
'दोस्तों वैसे तो GTT order का महत्व हम सभी के लिए बहोत ज्यादा है, यह trading को बहोत आसान बना देता स्टॉप लॉस टाइप्स है लेकिन यह features सभी brokers नहीं देते हैं।
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Order type (Regular / Stop loss / GTT)
⇒ दोस्तों share market में जब हम पहली बार कुछ खरीदते या बेचते हैं तब हमारे सामने तरह - तरह के order type दिखते हैं जिससे हम confuse हो जाते हैं कि आखिर किसका क्या मतलब होता है। और हमें As a trader इसके बारे में detail से पता होना चाहिए। तो चलिए आज के इस post में हम order type के बारे में सिखते हैं ।
(1) Regular Order :
» दोस्तों Regular order कि validity सिर्फ 1 दिन की होती है। यानी की आप जिस दिन order place करते हैं, उसी दिन execute हो सकता है, अगर order execute नहीं हुआ तब वह order expire हो जाएगा और Next day आपको फिर से order place करना पडेगा।
» Regular order में Intraday और delivery दोनो type का order ले सकते हैं। और इन दोनो में हम limit order या market order लगाकर limit price या market price पर खरीद सकते हैं।
Limit Price Order :
» इस order की मदद से हम अपने अनुसार जिस price पर किसी share को खरीदना चाहते हैं उस price पर order लगाकर खरीद सकते हैं।
Example -
» अगर किसी share का price 173 रू. Currently चल रहा है और हम उसे 170 रु में खरीदना चाहते हैं तो हम limit order लगाकर खरीद सकते हैं।
(We can place a buy order, at limit price)
Market Price Order :
» इस order की मदद से हम जिस share को खरीदना चाहते हैं उसे market में चल रहे current price ही पर immediately खरीद सकते हैं।
Example -
» अगर किसी share का price 173 रू Currently चल रहा है तो हम market order लगाकर तुरंत 173 रू में ही खरीद सकते हैं।
(we Can place a buy order, at Market price)
Note : ये सभी orders Option trading करते समय Index में भी लगा सकते है।
- Time Decay क्या होता है ?
- Stop loss, Target and Trailing S.L. क्या है ?
- Option Buyers Maximum Profit and Loss
- Option Sellers Maximum profits and loss
(2) Stop loss (SL) Order :
» Stop loss order की Validity भी सिर्फ एक ही दिन की होती हैं, और इसमें भी Intraday और delivery order ले सकते हैं।
लेकिन इसमें limit और market की जगह stop loss order place किया जाता है। तो चलिए अब हम Sl order लगाना सीखते हैं।
दोस्तों stop loss order में बहुत ध्यान पूर्वक समझना होगा क्योंकी इसको समझना थोड़ा मुश्किल होता है। तो चलिए मैं इस मुश्किल को आसान करके समझाता हूँ ।
दोस्तों उपर दिए गए example में xyz share का current price 250/- चल रहा है। जिसका हम 1 quantity खरीद रहे हैं।
अब सबसे बड़ा Confusion तब होता है जब हम SL Price में market के price से ज्यादा डालते हैं। पहली बार में हम सभी यही सोचते हैं की SL price तो market के price से कम होना चाहीए।
अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो सही सोच रहे हैं इसमें कुछ गलत नहीं है, बस आपको ये पता होना चाहिए कि ऐसा सोचना कब सही है ।
» दोस्तों जब हम share sell करते हैं तब हम stop loss, Market price से कम रखते हैं, इसके बारे में हम आगे detail में जानेंगे।
» दोस्तों अभी हम share buy करने के लिए SL order लगा रहे हैं, इसलिए market price से ज्यादा डाले हैं।
Share Buy करते समय Sl order, market price से ज्यादा इसलिए रखते हैं, कि कहीं अचानक से Market price बहोत ज्यादा बढ़ जाता है जब हम Buy पर click करते हैं तो ऐसे में महंगे price पर buy हो जाएगा और हमारा loss हो सकता स्टॉप लॉस टाइप्स हैं।
Example :
मानलो xyz Company का share price अभी 250/- हैं और हम जैसे ही Buy पर click करते हैं और उसका market price 260 हो जाता है तो हमे
नुकसान होगा इस नुकसान से बचने के लिए हम 251/- का stop loss लगाते हैं जिससे उस share का price 251 से कम रहे तो Buy हो जाएगा और अगर price 260 होगा तब हमारा order execute ही नहीं होगा जिससे हमारा loss नहीं होगा।
“I hope कि आपको Sl order बहोत अच्छे से समझ आ गया होगा।”
(3) GTT Order :
दोस्तों GTT का full farm 'Good Till Triggered" होता है और इसकी सबसे खास बात यह है कि एक बार आपने GTT order place कर दिया, तो यह order पूरे एक साल (365 दिन) तक Active रहेगा। हालांकी इस order को manually कभी भी कर cancel कर सकते हैं।
Note - अगर आप GTT का उपयोग option trading में करते हैं तो इस order की validity Option के expiry date तक ही रहेगा, न कि 365 दिन तक।
दोस्तों GTT order के through भी आप Intraday या delivery में order ले सकते हैं। लेकिन GTT की दूसरी सबसे खास बात यह है की इसमें आप share buy करते समय ही stop less और target दोनो एक साथ लगा सकते हो।
दोस्तों GTT order का उपयोग ज्यादातर ऐसे trader या Investor करते हैं। जो अक्सर market में Active नहीं रहते, जिनको समय नहीं है market को बार- बार देखने का या जो लोग Job में हैं। वो लोग अक्सर GTT order लगाकर काम करते हैं।
'दोस्तों वैसे तो GTT order का महत्व हम सभी के लिए बहोत ज्यादा है, यह trading को बहोत आसान बना देता है लेकिन यह features सभी brokers नहीं देते हैं।
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