शेयर बाजार में आज इन स्टॉक्स पर रखें नजर, करा सकते हैं कमाई
ग्लोबल मार्केट से मजबूत संकेत मिल रहे हैं। मुद्रास्फीति के आंकड़ों के आने से अमेरिकी बाजारों में साल 2020 के बाद सबसे बड़ी तेजी आई है। कल नैस्डैक 7 फीसदी से ज्यादा उछला था। वहीं, DOW ने 12 सौ अंकों की दौड़ लगाई थी।
एशिया में अच्छी रौनक देखने को मिली। SGX NIFTY में 300 अंकों की जोरदार मजबूती दिख रही। अमेरिका में महंगाई पीक पर होने के संकेत मिल रहे हैं। अमेरिका में महंगाई सितंबर के 8.2 के मुकाबले अक्टूबर में 7.7 फीसदी पर रही है। इन आंकड़ों के बाद सोने में करीब 2 फीसदी का उछाल देखने को मिला है।
DCX Systmes: कंपनी शुक्रवार, 11 नवंबर को शेयर बाजार में डेब्यू करेगी। विश्लेषकों को उम्मीद है कि शेयर 207 रुपये प्रति शेयर के इश्यू प्राइस से 35-40 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट होगा।
Eicher Motors: ऑटोमेकर का Q2FY23 के लिए 76 प्रतिशत सालाना (YoY) लाभ में 657 करोड़ रुपये हुआ। संचालन से राजस्व भी, 56.4 प्रतिशत YoY बढ़कर 3,519 करोड़ रुपये हो गया और EBITDA 75 प्रतिशत YoY से Q2FY23 में 821.4 करोड़ रुपये हो गया।
Zomato: कंपनी को Q2FY23 में खाद्य वितरण दिग्गज का शुद्ध घाटा 251 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में परिचालन से राजस्व 62 प्रतिशत बढ़कर 1,661 रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में ईबीआईटीडीए का नुकसान घटकर 311 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले की अवधि में 536 करोड़ रुपये था।
Adani Green Energy: कंपनी ने Q2FY23 के लिए समेकित लाभ में सालाना आधार पर 49 प्रतिशत (149 करोड़ रुपये) की वृद्धि दर्ज की। संचालन से राजस्व भी 19.5 प्रतिशत बढ़कर 1,686 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, मार्जिन दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 550 आधार अंक (बीपीएस) गिरकर 57.3 प्रतिशत पर आ गया।
Bata India: फुटवियर कंपनी को Q2FY23 में स्टैंडअलोन लाभ में 37.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वहीं तिमाही के दौरान राजस्व भी 35 प्रतिशत YoY बढ़कर 830 करोड़ रुपये हो गया, जबकि हाल ही में समाप्त तिमाही में EBITDA 35.1 प्रतिशत बढ़कर 160.9 करोड़ रुपये हो गया।
Adani Power: कंपनी ने सहायक, सपोर्ट प्रॉपर्टीज (SPPL) में 100 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी AdaniConnex को बेचने के लिए समझौता किया। लेनदेन मूल्य 1,556.5 करोड़ रुपये है। ACX प्रमोटर समूह की कंपनी - अदानी एंटरप्राइजेज और EdgeConneX के बीच 50:50 का संयुक्त उद्यम है।
Stocks in F&O ban: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) शुक्रवार, 11 नवंबर को F&O प्रतिबंध अवधि में प्रतिबंधित एकमात्र स्टॉक।
Short Term Investment Strategy: ये 4 शेयर 30 दिन में दे सकते हैं 25% तक रिटर्न, ब्रेकआउट के बाद दौड़ लगाने को तैयार
Short Term Stocks Strategy: हाल ही में कुछ शेयरों में अच्छा खासा ब्रेकआउट देखने को मिला है. इनमें 3 से 4 हफ्ते में अच्छी तेजी का अनुमान है. अच्छे रिटर्न के लिए आप भी दांव लगा सकते हैं.
Stock Strategy: बाजार में अभी कई ऐसे फैक्टर हैं, जिनके चलते अनिश्चितता कायम है.
Short Term Stocks Idea: शेयर बाजार उठा पठक का दौर जारी है. बाजार में रिकवरी आ रही है तो बिकवाली भी आ जा रही है. फिलहाल बाजार में अभी अनिश्चितता कायम है. रेट हाइक साइकिल आगे भी जारी रहने का अनुमान है. आगे मंदी की आशंका, बढ़ रही महंगाई, रेट हाइक साइकिल, जियोपॉलिटिकल टेंशन और विदेशी निवेशकों की बिकवाली बाजार पर दबाव बढ़ाने वाले फैक्टर हैं. एक्सपर्ट भी निवेशकों को सतर्क रहकर स्टॉक स्पेसिफिक अप्रोच की सलाह दे रहे हैं. हालांकि इस बीच कुछ शेयरों में अच्छा खासा ब्रेकआउट देखने को मिला है. इनमें 3 से 4 हफ्ते में अच्छी तेजी का अनुमान है. एक्सिस सिक्योरिटीज ने ऐसे कुछ शेयरों की लिस्ट दी है. इनमें Mahindra Holidays & Resorts India, Pidilite Industries और LIC Housing Finance जैसे शेयर शामिल हैं.
Mahindra Holidays & Resorts India
CMP: 285 रुपये
Buy Range: 280-275 रुपये
Stop loss: 260 रुपये
Upside: 13% – 18%
Stocks Market 2022: इस साल 52 शेयरों ने 100% से 310% दिए रिटर्न, आपके पोर्टफोलियो में कितने हैं शामिल
शेयर ने वीकली टाइमफ्रेम पर 275 रुपये के लेवल के आस पास से 1 साल का कंसोलिडेशन रेंज का ब्रेकआउट किया है. यह ब्रेकआउट अच्छे खासे वॉल्यूम के साथ हुआ है. यह पार्टिसिपेशन बढ़ने के संकेत हैं. शेयर अपने 20, 50, 100 और 200 डे SMA के पार ट्रेड कर रहा है, जो बुलिश ट्रेंड को दिखाता है. शेयर अपना हायर टॉप्स एंड बॉटम बना रहा है. डेली और वीकली स्ट्रेंथ इंडीकेटर RSI बुलिश मोड में है. शेयर जल्द ही 313-327 रुपये का लेवल दिखा सकता है.
Buy Range: 138-134 रुपये
Stop loss: 127 रुपये
Upside: 14% – 20%
शेयर ने वीकली टाइमफ्रेम पर 138 रुपये के लेवल के आस पास मल्टीपल रेजिस्टेंस जोन का ब्रेकआउट किया है. यह ब्रेकआउट अच्छे खासे वॉल्यूम के साथ हुआ है. यह पार्टिसिपेशन बढ़ने के संकेत हैं. शेयर अपने 20, 50 और 100 डे SMA के पार ट्रेड कर रहा है, जो बुलिश ट्रेंड को दिखाता है. शेयर अपना हायर टॉप्स एंड बॉटम बना रहा है. डेली और वीकली स्ट्रेंथ इंडीकेटर RSI बुलिश मोड में है. शेयर जल्द ही 155-163 रुपये का लेवल दिखा सकता है.
Pidilite Industries
CMP: 2871 रुपये
Buy Range: 2850-2794 रुपये
Stop loss: 2651 रुपये
Upside: 12% – 15%
वीकली टाइमफ्रेम पर शेयर ने 2750 रुपये के लेवल के आस पास मल्टीपल रेजिस्टेंस जोन का ब्रेकआउट किया है. यह ब्रेकआउट अच्छे खासे वॉल्यूम के साथ हुआ है. यह पार्टिसिपेशन बढ़ने के संकेत हैं. शेयर अपने 20, 50, 100 और 200 डे SMA के पार ट्रेड कर रहा है, जो बुलिश ट्रेंड को दिखाता है. शेयर अपना हायर टॉप्स एंड बॉटम बना रहा है. डेली और वीकली स्ट्रेंथ इंडीकेटर RSI बुलिश मोड में है. शेयर जल्द ही 3150-3235 रुपये का लेवल दिखा सकता है.
LIC Housing Finance
CMP: 418 रुपये
Buy Range: 416-408 रुपये
Stop loss: 385 रुपये
Upside: 10% –18%
वीकली चार्ट पर शेयर ने 407 के लेवल के पास से मल्टीपल रेजिस्टेंस जोन का ब्रेकआउट किया है. यह ब्रेकआउट अच्छे खासे वॉल्यूम के साथ हुआ है. यह पार्टिसिपेशन बढ़ने के संकेत हैं. शेयर अपने 20, 50, 100 और 200 डे SMA के पार ट्रेड कर रहा है, जो बुलिश ट्रेंड को दिखाता है. शेयर अपना हायर टॉप्स एंड बॉटम बना रहा है. डेली और वीकली स्ट्रेंथ इंडीकेटर RSI बुलिश मोड में है. शेयर जल्द ही 455-485 रुपये का लेवल दिखा सकता है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
कोविड-19: दौड़ लगा रहे दिग्गज शेयरों का 2019-20 में फूला दम, गंवाई अपनी बढ़त
कोरोना वायरस वित्तीय बाजारों पर कहर बन कर टूटा. इसके चलते बाजार में बिकवाली का दवाब बढ़ गया.
दलाल पथ ने काफी भारी दिल के साथ वित्त वर्ष 2019-20 का अंत किया. बाजार की गिरावट ने निवेशकों की जेब से 40 लाख करोड़ रुपये की दौलत साफ कर दी.
दिलचस्प बात यह है कि वित्त वर्ष 2018-19 के कई दिग्गज शेयरों ने वित्त वर्ष 2019-20 में अपने सारी बढ़त गंवा दी है. साल 2018-19 में बीएसई 500 इंडेक्स के 25 शेयरों ने 50 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया था. मगर साल 2019-20 में इनमें से सिर्फ 11 शेयर हरे निशान में बंद हुए.
वित्त वर्ष 2019-20 में मोदी सरकार एक बार फिर जबरदस्त बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज हुई. इसके अलावा कॉर्पोरेट टैक्स दरों में कटौती और बैंकों का एकीकरण जैसे जबरदस्त सुधार देखने को मिले, जिनकी बदौतल प्रमुख सूचकांक अपने शिखर स्तरों तक पहुंच गए.
हालांकि, अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत, लगातार कमजोर पड़ते रुपये, पीएमसी और यस बैंक के संकट, कॉर्पोरेट कमाई अनुमानों में गिरावट ने पूरे साल बाजार को व्यापक रूप से बढ़ने से रोके रखा. कोविड-19 की वैश्विक महामारी ताबूत में अंतिम कील साबित हुई.
सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के इक्विटी इंवेस्टमेंट प्रोडक्ट्स के पोर्टफोलियो मैनेजर हेमंग कापसी ने कहा, "कोविड-19 बाजार में आई भारी तबाही की सबसे बड़ी वजह रही. इसके बाद कमाई के खराब अनुमान और कंपनियों के मालिकाना हक में बदलाव का नंबर आया."
वित्त वर्ष 2018-19 में प्रॉक्टर एंड गैम्बल, रेस्पॉन्सिल इंडस्ट्रीज, एस्ट्राजेनेका फार्मा, अडानी पावर, बाटा इंडिया, बलरामपुर चीनी मिल्स समेत आठ शेयरों ने 80 से 145 फीसदी तक की छलांग लगाई, मगर इसमें से सिर्फ एस्ट्राजेनेका फार्मा ही वित्त वर्ष 2019-20 का अंत तेजी के साथ कर सकी.
बीएसई 500 इंडेक्स के कुल 185 शेयरों ने साल 2019-20 के दौरान सकारात्मक रिटर्न दिया था, मगर विगत साल 2019-20 में सिर्फ 50 ही इस कारनामे को दोहरा सके. शेष 135 शेयरों ने 75 फीसदी तक का गोता लगाया. विश्लेषकों ने आने वाले समय में अधिक दर्द की चेतावनी दी है.
सैम्को सिक्योरिटीज इन शेयरों ने लगाई दौड़ के रिसर्च प्रमुख उमेश मेहता ने कहा, "यह वायरस मानव सभ्यता पर कहर बन कर टूटा है. इसने कई बातों को पलट दिया है. इस महामारी की स्थिति में हर इंडस्ट्री और हर कारोबार की रेटिंग काफी गंभीरता के साथ बदली जाएगी."
बीएसई 500 इंडेक्स के 13 शेयरों ने वित्त वर्ष 2018-19 में 50 फीसदी से अधिक का गोता लगाया था. इन शेयरों ने अगले 12 महीने भी गिरावट का सिलसिला जारी रखा और इस सूची में शामिल आठ शेयरों की वैल्यू वित्त वर्ष 2019-20 में तिहाई साफ हो गई.
विश्लेषकों का कहना है कि यह समय क्वालिटी शेयरों को खरीदने का है क्योंकि दीर्घावधि निवेश के लिहाज से भाव काफी आकर्षक हो गए है. निवेशकों को तुरंत फायदा भुनाने पर जोर नहीं देना चाहिए क्योंकि बाजार को अस्थिरता पसंद नहीं और रिकवरी में समय लगया है.
सैंक्टम वेल्थ के कापसी ने कहा कि कई कारोबारी हैं जो वर्षों के निचले स्तरों पर कारोबार कर रहे हैं और जो निवेशक दीर्घावधि निवेश का दम रखते हैं, वे इन शेयरों में धीरे-धीरे निवेश कर सकते हैं. निवेशकों को बाजार के निचले स्तर को भांपने से बचना चाहिए.
सैम्को सिक्योरिटी के मेहता ने कहा, "यदि लोगों की आर्थिक और सामाजिक आदतों में बदलाव आए और कई बिजनेस नकारात्मक रूप से प्रभावित हुए, तो निवेशकों को एफएमसीजी और फार्मा जैसे सुरक्षित शेयरों पर दांव लगाना चाहिए."
रेलिगेयर ब्रोकिंग के रिसर्च वाइस प्रेसीडेंट अजीत मिश्रा ने कहा निवेशक दीर्घावधि के लिहाज से ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, डाबर इंडिया, हैवल्स, सिप्ला, बायोकॉन, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एशियन पेंट्स, कोलगेट पामोलिव और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस पर दांव लगा सकते हैं.
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बेयरिंग बनाने का नया प्लांट लगा रही कंपनी, शेयर खरीदने की मची होड़, 20% चढ़ गए शेयर
टिमकेन के शेयर 20% के अपर सर्किट के साथ 3515.25 रुपये पर पहुंच गए हैं। कंपनी के शेयरों में यह तेजी उस अनाउंसमेंट के बाद आई है, जिसमें कंपनी ने कहा है कि वह भरूच में नया प्लांट लगा रही है।
बेयरिंग बनाने वाली कंपनी टिमकेन इंडिया (Timken India) के शेयरों में जबर्दस्त तेजी आई है। कंपनी के शेयर 20 पर्सेंट के अपर सर्किट के साथ 3515.25 रुपये पर पहुंच गए हैं। टिमकेन के शेयरों में यह तेजी उस अनाउंसमेंट के बाद आई है, जिसमें कंपनी ने कहा है कि वह गुजरात के भरूच में नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाएगी। टिमकेन इंडिया के शेयर बुधवार को 2929.40 रुपये के स्तर पर बंद हुए थे।
भरूच में है कंपनी का एक और मैन्युफैक्चरिंग प्लांट
टिमकेन इंडिया ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भरूच में लगाया जाएगा। इस नए प्लांट में स्फेरिकल रोलर बेयरिंग्स (SRB) और सिलिन्ड्रिकल रोलर बेयरिंग्स (CRB) और उनके कंपोनेट्स की मैन्युफैक्चरिंग की जाएगी। पहले से ही कंपनी का भरूच में एक मैन्युफैक्चरिंग इन शेयरों ने लगाई दौड़ प्लांट है। इस प्लांट में कंपनी प्राथमिक रूप से टेपर्ड रोलर बेयरिंग्स (TRB) और उसके कंपोनेंट्स बनाती है।
नए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में इन शेयरों ने लगाई दौड़ 600 करोड़ रुपये लगाएगी कंपनी
नए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में कंपनी 600 करोड़ रुपये लगाएगी। कंपनी इसकी फंडिंग आंतरिक स्रोतों के जरिए करेगी। इस प्लांट के जरिए कंपनी घरेलू और अमेरिका, यूरोप समेत इंटरनेशनल मार्केट्स को टारगेट करेगी। 30 सितंबर 2022 को खत्म हुई तिमाही में टिमकेन इंडिया का नेट प्रॉफिट 23 पर्सेंट से ज्यादा बढ़कर 97.6 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी को 79.2 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था।
जहां लगा है मौजूदा प्लांट उसी परिसर में लगेगी नई फैक्ट्री
जुलाई-सितंबर 2022 तिमाही में टिमकेन इंडिया का रेवेन्यू 695.4 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की समान अवधि में टिमकेन का रेवेन्यू 557.9 करोड़ रुपये था। नए प्लांट को उसी परिसर में लगाया जाएगा, जहां मौजूदा प्लांट है। कंपनी अभी स्फेरिकल रोलर बेयरिंग्स (SRB) और सिलिन्ड्रिकल रोलर बेयरिंग्स (CRB) की मैन्युफैक्चरिंग नहीं करती है।
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