Updated on: June 30, 2022 18:20 IST
Crypto पर गेंद अब पीएम नरेंद्र मोदी के पाले में, नियम बनाने पर लेंगे अंतिम फैसला
Crypto Bill: भारत में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का भविष्य क्या होगा, इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) फाइनल डिसीजन लेने वाले हैं। देश में क्रिप्टो करेंसी के नियमन के लिए नियामकीय फ्रेमवर्क (Regulatory Framework) बनाया जा रहा है।
क्रिप्टो करेंसी पर देश के अलग-अलग नियामक और एक्सपर्ट की अलग-अलग राय है। इस मामले से जुड़े दो लोगों ने इकनॉमिक टाइम्स को यह जानकारी दी है। पिछले गुरुवार को एक उच्च स्तरीय मीटिंग हुई जिसमें क्रिप्टो करेंसी से जुड़े सभी पक्ष की बात पर बहस करने के बाद यह फैसला लिया गया है। भारत के बैंकिंग नियामक रिजर्व बैंक ने क्रिप्टो करेंसी को लेकर गंभीर चिंताएं जताई है।
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क्रिप्टो पर चर्चा में अलग-अलग राय
भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी के अधिकारियों और क्रिप्टो करेंसी एक्सपर्ट की बातचीत में कई विकल्प निकल कर सामने आए हैं जिनमें से एक यह है कि सभी प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी को पूरी तरह बैन कर दिया जाए। इसके साथ ही कुछ लोगों की राय यह भी है कि क्रिप्टो करेंसी पर आंशिक रूप से प्रतिबंध लगाया जाए। कई एक्सपर्ट का यह भी मानना है कि क्रिप्टो क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी प्रोडक्ट की हर कैटेगरी को नियम के तहत अनुमति दी जाए। एक राय यह भी सामने आई है कि कुछ क्रिप्टो करेंसी को नियम के दायरे में रहकर कारोबार करने की इजाजत दी जा सकती है।
ड्राफ्ट बिल में बदलाव संभव
उम्मीद जताई जा रही है कि इस मसले पर शुक्रवार को भी एक बैठक हो सकती है। उसके बाद क्रिप्टो करेंसी पर नियामकीय फ्रेमवर्क के लिए फैसला लिया जा सकता है। क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल 2021 संसद के शीत सत्र में पेश होना है। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने एक प्रस्तावित बिल के लिए ड्राफ्ट तैयार किया है। सरकार के अंदर ही कई पक्ष का यह मानना है कि इस मसले पर विस्तृत चर्चा की जरूरत है।
क्रिप्टो के फायदे-नुकसान पर चर्चा
भारत में वर्चुअल करेंसी के नियमन के लिए सभी पक्षों को शामिल किया जाना और उस पर गंभीर चर्चा किया जाना जरूरी है। इस बारे में बातचीत की जा रही है जिसमें क्रिप्टो करेंसी के लिए कई तरह के विकल्प और उन्हें अपनाने के फायदे नुकसान पर भी बातचीत हो रही है। अब यह साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही इस बारे में अंतिम फैसला लेने वाले हैं।
क्रिप्टोकरेंसीज पर शिकंजा! जल्द ही कैबिनेट को आएगा बिल
Crypto currencies bill: सूत्रों के मुताबिक इस बिल में क्रिप्टोकरेंसीज को रेगुलेट करने, उनके वर्गीकरण और उन पर टैक्स लगाने के बारे में विस्तार से प्रावधान हैं. एक बार कैबिनेट से इसे मंजूरी मिलने के बाद इसे संसद के शीतकालीन सत्र में ही पारित किया जा सकता है.
राहुल श्रीवास्तव
- नई दिल्ली ,
- 22 नवंबर 2021,
- (अपडेटेड 22 नवंबर 2021, 2:08 क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी PM IST)
- क्रिप्टोकरेंसी पर आएगा नियम-कायदा
- शीत सत्र में पारित हो सकता बिल
Crypto currencies bill: देश में क्रिप्टोकरेंसीज पर सख्ती के लिए संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले या सत्र के दौरान ही केंद्रीय मंत्रिमंडल (Cabinet) के समक्ष मंजूरी के लिए एक व्यापक बिल रखा जाएगा. गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र की शुरुआत 29 नवंबर से हो रही है.
सूत्रों के मुताबिक इस बिल में क्रिप्टोकरेंसीज को रेगुलेट करने, उनके वर्गीकरण और उन पर टैक्स लगाने के बारे में विस्तार से प्रावधान हैं. एक बार कैबिनेट से इसे मंजूरी मिलने के बाद इसे संसद के शीतकालीन सत्र में ही पारित किया जा सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर टैक्स लगाने के बारे में प्रावधानों को मंजूरी मिलने के बाद बजट सत्र में पेश होने वाले फाइनेंस बिल में इसका ऐलान किया जा सकता है. बजट सत्र आमतौर पर जनवरी के अंतिम हफ्ते में शुरू होता है.
बजट में हो सकता है ऐलान
वित्त मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट में ऐसे कुछ ऐलान कर सकती हैं जिनसे देश में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में उठ रहे तमाम सवालों पर तस्वीर साफ हो सकती है.
सूत्रों के अनुसार, भारत क्रिप्टो पर बैन लगाने की जगह बीच का कोई रास्ता अपना सकता है. क्रिप्टोकरेंसी के बारे में रेगुलेशन को सख्त करते हुए इससे होने वाली कमाई पर टैक्स लगाया जा सकता है.
सरकार इस बारे में कुछ बोलने को तैयार नहीं है. लेकिन क्रिप्टो को भारत में करेंसी का दर्जा हासिल नहीं है. सभी करेंसी और नोट को रिजर्व बैंक के द्वारा सरकार की सलाह से वैधानिक दर्जा दिया जाता है. रिजर्व क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी बैंक ने पहले क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की कोशिश भी की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस पर यह कहते हुए रोक लगा दी कि इस बारे में सरकार द्वारा नियम-कायदे बनाए बिना कोई कदम नहीं उठाया जा सकता.
जोखिम का खेल
क्रिप्टोकरेंसी को कोई भी संप्रभु देश भला करेंसी का दर्जा कैसे दे सकता है? यह सवाल है. अगर कोई देश इसे करेंसी का दर्जा दे दे तो इसकी गारंटी कौन लेगा? इसकी वजह ये है कि ये इंटरनेट के तहखाने में क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी चलने वाली ऐसी करेंसी हैं, जिनके बारे में कुछ पता नहीं होता कि कौन, कहां से संचालित कर रहा है? रिजर्व बैंक क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर देशवासियों को लगातार चेतावनी देता रहा है.
Cryptocurrency में डील करने वाले सावधान! RBI ने डिजिटल करेंसी को बताया खतरा
सरकार क्रिप्टो के मामले में एक विधेयक को अंतिम रूप देने में जुटी है.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी (Cr . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : November 11, 2021, 11:13 IST
Cryptocurrency News in Hindi: क्रिप्टोकरेंसी में डील करने वाले लोगों के लिए यह खबर झटका क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी देने वाली साबित हो सकती है. भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता को लेकर रिजर्व बैंक ने सवाल खड़े करते हुए क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक बार फिर चेतावनी जारी की है.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) ने आरबीआई के लिए गंभीर चिंताएं पैदा की हैं.
उन्होंने कहा कि एक रेगुलेटर के तौर पर RBI के सामने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कई तरह की चुनौतियां हैं.
आरबीआई गवर्नर ने माइक्रोइकोनॉमिक संतुलन और वित्तीय स्थिरता के लिहाज से क्रिप्टोकरेंसी को गंभीर खतरा बताया है.
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेशकों की संख्या को बढ़ा चढ़ाकर बताया जा रहा है. बड़ी तादाद में ऐसे निवेशक हैं, जिन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में महज 1,000 या 2,000 रुपए लगाए हैं.
आरबीआई गवर्नर ने कहा BFSI समिट में कहा कि आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency report) पर सरकार को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है. क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार तेजी से विचार कर रही है.
बता दें कि कुछ समय पहले आरबीआई गवर्नर ने कहा था कि बाजार में जिस तरह से क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में ट्रेड हो रहा है उससे आरबीआई को चिंता है. आरबीआई की डिजिटल करेंसी एक बात है और क्रिप्टोकरेंसी बिल्कुल अलग है. सरकार और आरबीआई, दोनों वित्तीय स्थिरता (Financial balance) को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमने क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी तमाम चिंताओं के बारे में सरकार को जानकारी दी है.
शक्तिकांत दास ने कहा कि RBI एक फिएट करेंसी के डिजिटल वर्जन (Indian Digital currency) पर काम कर रहा है और इसमें अभी इस बात की स्टडी की जा रही है कि डिजिटल करेंसी (Digital currency) को बाजार में लाने पर वित्तीय स्थिरता पर क्या असर पड़ सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में भारी उतार-चढ़ाव होता रहता है. इसलिए, इस तरह की आवाजें उठ रही हैं कि इन्हें विदेशी संपत्ति जैसा माना जाए. सरकार को इस बात पर फैसला करना है कि इन्हें पूरी तरह अनुमति दी जाए या नहीं.
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Cryptocurrency Down News: Bitcoin सहित कई क्रिप्टो करेंसी हुईं धड़ाम, क्रिप्टो की दुनिया में क्यों मच गई हलचल? जानिए
चीन के केंद्रीय बैंक द्वारा दी जाने वाली एक चेतावनी के चलते क्रिप्टो करेंसी में गिरावट देखी गई है.
Published: September 24, 2021 5:33 PM IST
Cryptocurrency bitcoin down एक बार फिर से क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में खलबली मच गई. Bitcoin सहित कई क्रिप्टो करेंसी में गिरावट देखी गई. हालांकि इसके पीछे की वजह चीन को बताया जा रहा है. जी हां, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के केंद्रीय बैंक द्वारा दी जाने वाली एक चेतावनी के चलते क्रिप्टो करेंसी में गिरावट देखी गई है.
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दरअसल चीन के केंद्रीय बैंक पीपल्स बैंक ऑफ चाइना (People’s Bank of China) ने कहा है कि सभी डिजिटल करेंसी गतिविधियां अवैध हैं और वह इन पर कार्रवाई करेगा. चीन के केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े सभी वित्तीय लेनदेन अवैध हैं.
बैंक ने कहा है कि वर्चुअल करेंसी के लिए ट्रेडिंग, ऑर्डर मैचिंग, टोकन जारी करने और डेरिवेटिव जैसी सेवाओं पर पूरी तरह से प्रतिबंध क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी है. बैंक ने कहा है कि चीन में ऐसी सेवाएं देने वाली विदेशी क्रिप्टो करेंसीज भी लीगल नहीं मानी जाएंगी. गौरतलब है कि चीन क्रिप्टो करेंसी की माइनिंग करने वाले दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है.
चीनी बैंक के इस बयान से खबर लिखे जाने तक बिटकॉइन की कीमत 4 फीदी से ज्यादा गिर गई और 42,378 डॉलर यानी करीब 3126627 रुपये पर पहुंच गई. इसी तरह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर (Ether) की कीमत में 8 फीसदी गिरावट आई है.
पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीओसी) ने शुक्रवार को एक ऑनलाइन बयान में कहा, “वर्चुअल करेंसी से संबंधित व्यावसायिक गतिविधियां अवैध वित्तीय गतिविधियां हैं और कानून के अनुसार आपराधिक दायित्व के लिए अपराधियों की जांच की जाएगी..”
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RBI गवर्नर बोले-Cryptocurrency बड़ा खतरा, निवेशकों के लिए यह 'आगे कुंआ तो पीछे खाई'
आरबीआई ने कहा कि मुद्रास्फीति के दबाव और भू-राजनीतिक जोखिमों से निपटने की जरूरत होने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था पुनरुद्धार की राह पर है।
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: June 30, 2022 18:20 IST
Photo:FILE
Highlights
- पिछले काफी समय में लगातार RBI क्रिप्टो लेकर चिंता जता रहा है
- हाल के दिनों में क्रिप्टोकरेंसी के निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है
- दुनिया के कई देशों ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा दिया है
RBI गवर्नर शशिकांत दास ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक बार फिर अगाह किया है। दास ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से स्पष्ट तौर पर खतरा है। बिना सही मूल्य के आधार पर मूल्य निकालना केवल सट्टेबाजी है। गौरतलब है कि सरकार विभिन्न हितधारकों और संस्थानों से इनपुट इकट्ठा करने के बाद क्रिप्टोकरेंसी पर एक परामर्श पत्र को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) लगातार क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अपनी चिंता जाहिर कर रहा है। वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) के 25वें अंक की प्रस्तावना में दास ने यह भी कहा कि जैसे-जैसे वित्तीय प्रणाली तेजी से डिजिटल होती जा रही है, साइबर जोखिम बढ़ रहे हैं और इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
भारतीय अर्थव्यवस्था पुनरुद्धार की राह पर
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बृहस्पतिवार को कहा कि मुद्रास्फीति के दबाव और भू-राजनीतिक क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी जोखिमों से सजगतापूर्वक निपटने की जरूरत होने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था पुनरुद्धार की राह पर है। रिजर्व बैंक की 25वीं वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (एफएसआर) में यह आकलन पेश करने के साथ ही कहा गया है कि बैंकों के साथ-साथ गैर-बैंकिंग वित्तीय क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी संस्थानों के पास भी ‘झटके’ झेलने के लिए पर्याप्त पूंजी बफर मौजूद है। रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक घटनाक्रम से पैदा हुई चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था पुनरुद्धार की राह पर चल रही है। हालांकि, मुद्रास्फीति के दबाव, बाहरी घटनाक्रम और भू-राजनीतिक जोखिमों के चलते हालात से सावधानी से निपटने और करीबी निगरानी रखने की जरूरत है।
युद्ध और महंगाई ने बढ़ाई चुनौती
रिपोर्ट कहती क्रिप्टो करेंसी पर एक अंतिम चेतावनी है कि यूरोप में युद्ध, मुद्रास्फीति के लगातार ऊंचे स्तर पर बने रहने और कोविड-19 महामारी की कई लहरों से निपटने के लिए केंद्रीय बैंकों द्वारा उठाए गए मौद्रिक कदमों के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था का परिदृश्य काफी अनिश्चितता से भरा हुआ है। आरबीआई की रिपोर्ट बैंकिंग क्षेत्र के बारे में कहती है कि अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) का पूंजी का जोखिम-भारित संपत्ति अनुपात (सीआरएआर) 16.7 प्रतिशत के नए उच्चस्तर पर पहुंच गया जबकि उनका सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (जीएनपीए) अनुपात मार्च, 2022 में 5.9 प्रतिशत के साथ छह साल के निचले स्तर पर आ गया। रिपोर्ट के मुताबिक, ऋण जोखिम के लिए व्यापक तनाव परीक्षणों से पता चलता है कि एससीबी गंभीर तनाव परिदृश्यों में भी न्यूनतम पूंजी आवश्यकताओं का पालन करने में सक्षम होंगे।
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