डिजिटल इंडिया अभियान को आगे बढ़ाने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने वाहन चालकों को फ्री में फास्टैग देने का यह कार्यक्रम शुरू किया है।
विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल
दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का भाव सोमवार को बिना किसी बदलाव के क्रमश: 90.58 रुपये, 91.78 रुपये, 97 रुपये और 92.59 रुपये प्रति लीटर बना रहा।
इन तीनों फोन में एक जैसे स्पेसिफिकेशंस हैं। इनके बीच केवल रैम और स्टोरेज कन्फीग्रेशन का फर्क है।
पावर ट्रांसमिशन सेग्मेंट में कई बड़े कॉन्ट्रैक्ट हासिल किये: लार्सन एण्ड टुब्रो
कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि एलएण्डटी के ‘पावर ट्रांसमिशन एण्ड डिस्ट्रीब्यूशन (पीटी एण्ड डी) कारोबार को गुजरात में 400 मेगावाट से अधिक की सौर फोटोवोल्टिक परियोजनाओं की स्थापना के लिये इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) के दो आर्डर प्राप्त हुये हैं।
टाटा मोटर्स ने सबसे पहले 1998 में टाटा सफारी को लॉन्च किया था। इसे लाइफस्टाइल एसयूवी के रूप में लोकप्रियता हासिल हुई।
शेयर बाजार में तेज गिरावट, सेंसेक्स 1145 अंक और निफ्टी 306 अंक टूटकर बंद
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 1150 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ 49723 के निचले स्तरों तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी 14667 के निचले स्तरों तक गिरा। आज के कारोबार में मेटल सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर में तेज गिरावट रही है।
रेलटेल के आईपीओ को 42 गुना से ज्यादा बोली मिली थी। इश्यू के जरिए 6.1 करोड़ शेयर जारी किए जाने हैं। इश्यू के लिए प्राइस 93-94 रुपये प्रति शेयर रखा गया था। आईपीओ से पहले कंपनी ने 14 एंकर निवेशकों से 244 करोड़ रुपये जुटाए थे।
रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार समझौता क्या है? भारत को कैसे होगा फायदा? जानिए
रुपये को स्थिर रखने और अमेरिकी डॉलर के उपयोग को कम करने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार चालान की अनुमति देने के साथ एक ईमानदार शुरुआत देखी गई है।
"यह रुपये में अधिक व्यापार की सुविधा के लिए है। पहले रुपये के चालान की अनुमति थी लेकिन यह इतना लोकप्रिय नहीं था क्योंकि अधिशेष रुपये को रुपये में वापस भेजने की अनुमति नहीं थी। अब वे हैं। मुद्रा को विश्व स्तर पर स्वीकार्य होने के लिए, पूंजी प्रवाह और व्यापार को उदार बनाना होगा।” कोटक सिक्योरिटीज के वीपी, मुद्रा और ब्याज दर डेरिवेटिव, अनिंद्य बनर्जी ने बताया
रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार समझौता क्या है?
जब देश वस्तुओं और सेवाओं का आयात विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल और निर्यात करते हैं, तो उन्हें विदेशी मुद्रा में भुगतान करना पड़ता है। चूंकि अमेरिकी डॉलर विश्व की आरक्षित मुद्रा है, इसलिए इनमें से अधिकांश लेनदेन अमेरिकी डॉलर में दर्ज किए जाते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि कोई भारतीय खरीदार जर्मनी (Germany) के किसी विक्रेता के साथ लेन-देन करता है, तो भारतीय खरीदार को पहले अपने रुपये को अमेरिकी डॉलर में बदलना होगा। विक्रेता को वे डॉलर प्राप्त होंगे जो बाद में यूरो में परिवर्तित हो जाएंगे।
यहां, शामिल दोनों पक्षों को रूपांतरण खर्च उठाना पड़ता है और विदेशी मुद्रा दर में उतार-चढ़ाव का जोखिम वहन करना पड़ता है।
इसी व्यपार प्रक्रिया में रुपये में व्यापार समझौता (International trade settlement in rupee) लाया गया है- अमेरिकी डॉलर का भुगतान करने और प्राप्त करने के बजाय, भारतीय रुपये में चालान बनाया जाएगा यदि प्रतिपक्ष के पास रुपया वोस्ट्रो खाता है।
पश्चिम बंगाल: कोलकाता बंदरगाह पर पहली बार एक जहाज से दूसरे जहाज में उतारी गई LPG, जानिए क्या रही वजह
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर शनिवार को पहली बार भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) की तरल पेट्रोलियम गैस (LPG) को एक जहाज से दूसरे जहाज पर उतारा गया। यह जानकारी पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की ओर से दी गई है। मंत्रालय के अनुसार, बीपीसीएल ने सेवा प्रदाता मैसर्स फेंडरकेयर मरीन को इस तरह की सेवाएं प्रदान करने के लिए नियुक्त किया है।
लगभग 2.6 करोड़ रुपये की होगी बचत
भारत पेट्रोलियम द्वारा पहली बार एक जहाज से दूसरे जहाज पर 17 घंटे में 23,051 मीट्रिक टन एलपीजी को दूसरे जहाज में पहुंचाया गया। बीपीसीएल ने बताया कि हल्दिया डॉक सिस्टम के तहत एक जहाज से सीधे दूसरे जहाज में माल उतारने से सात से नौ दिन और प्रति यात्रा करीब 3,50,000 डॉलर यानी लगभग 2.6 करोड़ रुपये की बचत होगी। तत्काल एसटीएस संचालन से न केवल देश के सबसे पुराने बंदरगाह के लिए नई व्यावसायिक संभावनाएं खुलने की उम्मीद है, बल्कि पर्याप्त विदेशी मुद्रा की बचत से व्यापार और देश को भी लाभ होगा।
विस्तार
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर शनिवार को पहली बार भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) की तरल पेट्रोलियम गैस (LPG) को एक जहाज से दूसरे जहाज पर उतारा गया। यह जानकारी पत्तन, पोत विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की ओर से दी गई है। मंत्रालय के अनुसार, बीपीसीएल ने सेवा प्रदाता मैसर्स फेंडरकेयर मरीन को इस तरह की सेवाएं प्रदान करने के लिए नियुक्त किया है।
लगभग 2.6 करोड़ रुपये की होगी बचत
भारत पेट्रोलियम द्वारा पहली बार एक जहाज से दूसरे जहाज पर 17 घंटे में 23,051 मीट्रिक टन एलपीजी को दूसरे जहाज में पहुंचाया गया। बीपीसीएल ने बताया कि हल्दिया डॉक सिस्टम के तहत एक जहाज से सीधे दूसरे जहाज में माल उतारने से सात से नौ दिन और प्रति यात्रा करीब 3,50,000 डॉलर यानी लगभग 2.6 करोड़ रुपये की बचत होगी। तत्काल एसटीएस संचालन से न केवल देश के सबसे पुराने बंदरगाह के लिए नई व्यावसायिक संभावनाएं खुलने की उम्मीद है, बल्कि पर्याप्त विदेशी मुद्रा की बचत से व्यापार और देश को भी लाभ होगा।
विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल
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भारत में सूती वस्त्र उद्योग के .
Solution : भारत में सूती वस्त्रों के उपयोग की परम्परा बहुत प्राचीन है। सिन्धु सभ्यता में बने वस्त्रों की माँग यूरोपीय और मध्य-पूर्व के देशों में बहुत अधिक थी। उस काल में सूती वस्त्र उद्योग ग्रामीण या कुटीर उद्योग के रूप में संचालित किया जाता था। वस्त्र के लिए धागा बनाने की मशीन मात्र चरखा थी। उन्नीसवीं शताब्दी केआरम्भिक वर्षों में कोलकाता के निकट सूती मिल की स्थापना की गई। परन्तु इस उद्योग का वास्तविक विकास सन् 1954 ई० से प्रारम्भ हुआ, जब पूर्ण रूप से भारतीय पूँजी द्वारा मुम्बई में सूती मिल की स्थापना की विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल गई थी। महत्त्व – सूती वस्त्र उद्योग एक प्रमुख उद्योग है। यह न केवल वस्त्र जैसी अनिवार्य आवश्यकता की पूर्ति करता है वरन् बड़ी मात्रा में रोजगार भी उपलब्ध कराता है। यह निर्यात द्वारा बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा भी कमाकर देता है। स्थानीयकरण के कारण – भारत में सूती वस्त्र उद्योग के स्थानीयकरण के निम्नलिखित कारण हैं पर्याप्त कच्चे माल (कपास) का स्थानीय उत्पादन। अनुकूल नम जलवायु तथा स्वच्छ जल। रासायनिक पदार्थों का सरलता से मिलना। सस्ते एवं कुशल श्रमिकों का मिलना। परिवहन के सस्ते साधनों का मिलना। वस्त्र बनाने वाली मशीनरी की उपलब्धता। वस्त्र उद्योग को सरकारी संरक्षण तथा सहायता प्राप्त होना। उपभोक्ता बाजार निकट स्थित होना। शक्ति के पर्याप्त संसाधन मिलना। विदेशी सूती वस्त्रों पर भारी आयात कर का होना। सूती वस्त्र निर्यात की उदार सरकारी नीति का पालन करना। उत्पादन-सूती वस्त्र उद्योग भारत का प्राचीनतम एवं महत्त्वपूर्ण उद्योग है। यह वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा तथा विकसित उद्योग है। यह देश के कुल औद्योगिक उत्पादन में लगभग 14% का अंशदान करता है। देश के कुल निर्यात व्यापार में लगभग 23% की हिस्सेदारी रखने वाला निर्यातपरक यह उद्योग लगभग 35 लाख लोगों की जीविका चला रहा है। भारत का विश्व के सूती वस्त्र उत्पादन में चीन के बाद दूसरा स्थान है। परन्तु तकुओं की दृष्टि से प्रथम स्थान है। भारत में सूती वस्त्र बनाने का कार्य पहले कुटीर उद्योग के रूप में किया जाता था, परन्तु अब यह एक महत्त्वपूर्ण संगठित उद्योग के रूप में विकसित हो गया है। भारत के अनेक राज्यों में सूती वस्त्र उद्योग का स्थानीयकरण हुआ है। यह क्षेत्र हैं-मुम्बई, हैदराबाद, सूरत, शोलापुर, कोयम्बटूर, नागपुर, मदुरै, कानपुर, बंगलुरु, पुणे और चेन्नई। सूती वस्त्र उद्योग उत्पादन के क्षेत्र एवं महत्त्वपूर्ण केन्द्र यद्यपि भारत के अनेक राज्यों में सूती वस्त्रों का उत्पादन किया जाता है, परन्तु इसका सर्वाधिक विकास गुजरात एवं महाराष्ट्र राज्यों में हुआ है। मुम्बई तथा अहमदाबाद नगर सूती वस्त्र उद्योग के प्रधान केन्द्र हैं। भारत के प्रमुख सूती वस्त्र उत्पादन राज्यों का विवरण निम्न प्रकार है 1. गुजरात-सूती वस्त्र उत्पादन के क्षेत्र में गुजरात राज्य का भारत में प्रथम स्थान है। यह देश का लगभग 33% सूती वस्त्र का उत्पादन करता है। अहमदाबाद महानगर सूती वस्त्र उद्योग का मुख्य केन्द्र है। यही कारण है कि अहमदाबाद को भारत का मानचेस्टर और पूर्व का बोस्टन कहा जाता है। बड़ोदरा, सूरत, भरूच, बिलिमोरिया, मोरवी, सुरेन्द्रनगर, राजकोट, कलोल, भावनगर, नाडियाड, पोरबन्दर तथा जामनगर अन्य प्रमुख सूती वस्त्र बनाने वाले केन्द्र हैं। 2. महाराष्ट्र – इस राज्य का भारत के सूती वस्त्र उद्योग में दूसरा स्थान है। मुम्बई महानगर में खटाऊ, फिनले तथा सेंचुरी जैसी प्रसिद्ध सूती वस्त्र मिले हैं। महाराष्ट्र में सूती वस्त्र उद्योग के अन्य केन्द्रों में शोलापुर, कोल्हापुर, पुणे, नागपुर, सतारा, वर्धा, (UPBoardSoluti अमरावती, सांगली, थाणे, जलगाँव, अकोला, सिद्धपुर, चालीसगाँव, धूलिया, औरंगाबाद आदि प्रमुख हैं। 3. तमिलनाडु – इस राज्य में कोयम्बटूर सूती वस्त्र का प्रमुख केन्द्र है। सलेम, चेन्नई, रामनाथपुरम, तूतीकोरिन, तंजावूर, मदुरै, पेराम्बूर आदि अन्य प्रमुख सूती वस्त्र उत्पादक केन्द्र हैं। 4. उत्तर प्रदेश – यह उत्तर भारत का सबसे बड़ा सूती वस्त्र उत्पादक राज्य है, कानपुर महानगर इस उद्योग का मुख्य केन्द्र है, इसे उत्तर भारत का मानचेस्टर कहा जाता है। अन्य सूती वस्त्र उत्पादक केन्द्रों में वाराणसी, रामपुर, मुरादाबाद, आगरा, बरेली, अलीगढ़, हाथरस, मोदीनगर, पिलखुवा, सण्डीला, इटावा आदि मुख्य हैं। 5. पश्चिम बंगाल – सूती वस्त्र उत्पादन की दृष्टि से इस राज्य का भारत में तीसरा स्थान है। यह राज्य भारत का 15% सूती वस्त्र उत्पादित करता है। कच्चे माल की कमी आयातित कपास से पूरी की जाती है। चौबीस-परगना, हावड़ा एवं हुगली प्रमुख सूती वस्त्र उत्पादन जिले हैं। कोलकाता, श्रीरामपुर, हुगली, मुर्शिदाबाद, हावड़ा, रिशरा, फूलेश्वर, धुबरी आदि प्रमुख सूती वस्त्र उत्पादक केन्द्र हैं। अन्य राज्य – भारत के अन्य सूती वस्त्र उत्पादक राज्यों में कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, केरल, बिहार एवं दिल्ली प्रमुख हैं। व्यापार – भारत सूती वस्त्र का निर्यात मुख्यतः हिन्द महासागर के तटवर्ती देशों-ईरान, इराक, म्यांमार (बर्मा), श्रीलंका, बंगलादेश, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, इण्डोनेशिया, थाईलैण्ड, मिस्र, सूडान, टर्की, इथोपिया, नेपाल, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड आदि को करता है।
किसानों को योगी सरकार का बड़ा तोहफा, 5.5 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश
उत्तर प्रदेश सरकार ने अपना अंतिम पूर्ण बजट पेश कर दिया है। पहली बार पूरी तरह पेपरलेस बजट मे किसानों पर काफी जोर दिया गया है। इस बार प्रदेश का बजट 5.5 लाख करोड़ रुपये का है।
होम लोन के लिए ब्याज दरें 6.75 प्रतिशत से शुरू हैं। वहीं 30 लाख रुपये के 20 साल के लोन के लिए ईएमआई 22811 रुपये से शुरू हैं। इसके अलावा बैंक लोन के लिए प्रोसेसिंग फीस भी ले रहे हैं। जो कुल कर्ज रकम के आधा प्रतिशत या उससे ज्यादा है।
पेट्रोल और डीजल कीमतों में राहत, जानिए आपके शहर में आज क्या हैं तेल के भाव
2 दिन की स्थिरता से पहले कीमतों में लगातार 12 दिनों से बढ़त देखने को मिल रही थी। इस दौरान पेट्रोल 3 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा महंगा हो गया है। वहीं डीजल में करीब साढ़े 3 रुपये प्रति लीटर की बढ़त देखने को मिल चुकी है।
ट्रांजैक्शन ऑडिटर ग्रांट थॉर्नटन ने डीएचएफएल के प्रशासक के साथ साझा की गई एक रिपोर्ट में कुछ ऐसे लेनदेन पाए हैं,जो प्रकृति में धोखाधड़ी वाले और तरजीह देने वाले हैं।
CNG वाहनों की बढ़ी मांग को भुनाने के प्रयास में मारुति सुजुकी, वाहनों की बिक्री में 50 फीसदी वृद्धि की उम्मीद
पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों के बीच मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) अपने सीएनजी वाहनों की बढ़ी मांग को भुनाने में लगी है। कंपनी चालू वित्त वर्ष में सीएनजी वाहनों की बिक्री में लगभग 50 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद कर रही है।
सरकार ओरिएंटल इंश्योरेंस या यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के निजीकरण पर विचार कर सकती है, क्योंकि पूंजी झोंके जाने के बाद इनकी वित्तीय स्थिति में सुधार हुआ है। मामले से जुड़े लोगों ने इसकी जानकारी दी।
प्याज के दाम पर 15 दिन बाद ही लग पाएगी लगाम, मार्च में उतरेगी रबी फसल
प्याज का दाम फिर आसमान चढ़ गया है। देश की राजधानी दिल्ली और आसमपास के इलाके में प्याज का विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल खुदरा भाव बीते तीन सप्ताह से 50 रुपये के करीब चल रहा है, जो अब 60 रुपये से उपर चला गया है।
RBI ने बैंक ग्राहकों के लिए बेहद अहम जानकारी साझा की है। देश में डिजिटल पेमेंट बढ़ने के साथ फ्रॉड के मामले भी लगातर बढ़ रहे है। ऐसे में ग्राहकों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए RBI ने चेतावनी जारी की है।
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