एसजीएक्स निफ्टी क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?

शेयर बाजार में अपना पैसा बढ़ाने के इच्छुक लोगों को सलाह दी जाती है कि वे एसजीएक्स निफ्टी और विभिन्न कंपनी शेयरों के प्रदर्शन को समझने में इसकी भूमिका की स्पष्ट समझ रखें। एसजीएक्स निफ्टी को समझने के लिए हमें सबसे पहले निफ्टी और एनएसई से परिचित होना चाहिए।

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Dow Jones Industrial Average (DJI)

मालविका गुरुंग द्वारा Investing.com -- सिंगापुर स्थित एक्सचेंज SGX पर स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? सूचीबद्ध निफ्टी 50 फ्यूचर्स, जो कि निफ्टी50 के लिए शुरुआती संकेतक है, गुरुवार को सुबह 8:54 पर 0.02% या 3.5 अंक.

पीटर नर्स द्वारा Investing.com - अमेरिकी शेयर बुधवार को कम खुलते हुए दिखाई दे रहे हैं, पिछले सत्र की बिकवाली जारी है, इस चिंता पर कि फेडरल रिजर्व को लंबी अवधि के लिए अपने आक्रामक.

मालविका गुरुंग द्वारा Investing.com -- सिंगापुर स्थित एक्सचेंज SGX पर सूचीबद्ध निफ्टी 50 फ्यूचर्स, निफ्टी50 के लिए एक शुरुआती संकेतक, बुधवार को सुबह 8:54 बजे 0.11% या 20 अंक नीचे.

Dow Jones Industrial Average विश्लेषण

पिछले शुक्रवार को, मैंने कहा था कि आगामी कारोबारी सप्ताह की दूसरी छमाही बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होगी। जैसा कि चीजें अभी खड़ी हैं, हम प्रतिरोध पर एक मंदी के उत्क्रमण को देख.

बीआईएस की त्रैमासिक समीक्षा एक उदाहरण के रूप में बांड संकट में बैंक ऑफ इंग्लैंड के हस्तक्षेप का हवाला देती है ताकत दिखाने वाले अमेरिकी आर्थिक आंकड़े फेड की आगे की कार्रवाई की.

जबकि तेजी के कारकों की संख्या बढ़ रही है, बाजार अभी भी मिश्रित संकेत भेज रहा है शुक्रवार का जॉब डेटा एक महत्वपूर्ण शॉर्ट-टर्म हेडविंड साबित हो सकता है दूसरी ओर, मौसमी निश्चित रूप.

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तकनीकी सारांश

Dow Jones Industrial Average परिचर्चा

मैंने वादा किया था कि जब भी मेरे पास काम से एक दिन की छुट्टी होगी, मैं दुनिया में हर किसी से आपका जिक्र करूंगा। मैंने केवल $1,000 के साथ शुरुआत की और मैंने आपके साथ अपने पहले 7-दिवसीय व्यापार पर $7,200 और $800 का बोनस वापस ले लिया। तब से, मैं आपके मंच से बहुत पैसा कमा रहा हूं, इसलिए मैं इसे पढ़ने वाले किसी भी व्यक्ति से ꜰᴀᴄᴇʙᴏᴏᴋ पर 🅛🅐🅤🅡🅔🅣🅣🅐 🅢🅣🅔🅥🅔🅝🅢 के रूप में संपर्क करने का आग्रह करता हूं

जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
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Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली के दिन एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है परंपरा?

Diwali Muhurat Trading 2022: शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है।

Diwali Muhurat Trading 2022

दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।

पांच दशक पुरानी है यह परंपरा

शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।

इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ

मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।

पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार

पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।

विस्तार

दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।

पांच दशक पुरानी है यह परंपरा

शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।

इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ

मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।

पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार

पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।

SEBI का बड़ा फैसला, एक्सचेंज में तकनीकी खराबी का खामियाजा नहीं भुगतेंगे इन्वेस्टर्स, मिलेगा ट्रेडिंग का पूरा वक्त

SEBI update: सेबी ने इन्वेस्टर्स को बड़ी राहत देते हुए कहा कि अगर एक्सचेंजों में तकनीकी खराबी आती है, तो इन्वेस्टर्स को सौदा काटने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा.

SEBI update: सेबी की तरफ से इन्वेस्टर्स को एक बड़ी राहत मिलने वाली है. एक्सचेंजेज में किसी भी तरह की तकनीकी खराबी आने पर अब इन्वेस्टर्स को सौदा काटने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा. इसका मतलब है कि अब एक्सचेंजों में किसी भी तरह की तकनीकी खराबी आने पर इसका खामियाजा इन्वेस्टर्स नहीं भुगतेंगे. सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही SEBI इस मामले में सर्कुलर स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? जारी कर सकती है. 24 फरवरी, 2021 में आई ऐसी ही एक तकनीकी खराबी के चलते इन्वेस्टर्स को काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. जिसके चलते उन्हें काफी नुकसान भी उठाना पड़ा था.

क्या है नया नियम

सूत्रों ने बताया कि मार्केट के बंद होने के सवा घंटे पहले तक अगर एक्सचेंज चालू नहीं होते हैं, तो मार्केट की क्लोजिंग को 1.5 घंटे तक आगे बढ़ा दिया जाएगा. जैसे कि मार्केट की क्लोजिंग 3.30 बजे तक होती है, इससे सवा घंटे यानि कि 2.15 पहले तक अगर एक्सचेंज नहीं खुलते हैं या उनमें कोई खामी रहती है, तो मार्केट का टाइम डेढ़ घंटे बढ़ जाएगा, यानि 3.30 बजे के बजाए मार्केट की क्लोजिंग 5 बजे होगी.

सभी पब्लिक प्लेटफॉर्म से देनी होगी सूचना

SEBI के नियमों के मुताबिक, अगर एक्सचेंज, क्लियरिंग या डिपॉजिटरी इनमें से किसी में भी खामी है और ये 2.15 बजे तक ठीक नहीं होती है, तो मार्केट की क्लोजिंग को 1.5 घंटे के लिए आगे बढ़ जाएगी. 2021 में हुई घटना में लोगों को प्रॉपर जानकारी न मिलने से काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था, जिसके देखते SEBI ने कहा कि एक्सचेंज को अपने सभी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर इस बारे में जानकारी देनी होगी.

नवंबर तक आ सकता है सर्कुलर

SEBI इन नियमों को लेकर आम सर्कुलर बहुत जल्द जारी कर सकता है. सूत्रों के मुताबिक, सितंबर के पहले हफ्ते में सेबी ने इसे लेकर मंजूरी दे दी है और आमतौर पर ऐसे सर्कुलर जारी करने में SEBI 2 महीने से स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? अधिक का समय नहीं लेता है, तो माना जा सकता है कि नवंबर तक इसे लेकर कोई सर्कुलर आ सकता है.

पिछले साल हुई घटना से लिया सबक

बता दें कि 24 फरवरी, 2021 को एक एक्सचेंज में तकनीकी खराबी आने पर इन्वेस्टर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. इस घटना से सबक लेते हुए इस बात की चर्चा हो रही थी कि ऐसी स्थिति में जब मार्केट किसी खराबी के कारण लंबे समय के लिए रूक जाए तो क्या किया जा सकता है? इसके बारे में अप्रैल से जून तक काफी चर्चा हुई थी, जिसके बाद जाकर यह निर्णय लिया गया है कि एक्सचेंजों में तकनीकी खराबी होने पर इन्वेस्टर्स को अधिक समय दिया जाएगा.

नए नियमों की जरूरत क्यों?

सेबी के मौजूदा नियमों के मुताबिक किसी भी एक्सचेंज, क्लीयरिंग कॉरपोरेशन या डिपॉजिटरी में तकनीकी खामी अगर 30 मिनट में ठीक नहीं होती है तो उसे डिसास्टर घोषित किया जाना जरूरी है.

24 फरवरी 2021 को NSE में टेलीकॉम लिंक में दिक्कत आने से एक्सचेंज का कामकाज करीब 4 घंटे तक रुका था. बाद में जब एक्सचेंज चालू हुआ तो निवेशकों और ट्रेडर्स को सही जानकारी नहीं मिली. जिसकी वजह से कई ट्रेडर्स को सौदे काटने पड़े या खुद कट गए और भारी नुकसान हुआ. ब्रोकर्स और क्लाइंट्स के बीच भी काफी विवाद हुआ. नए नियम लागू होने पर ऐसी स्थिति से निपटने के लिए अब सबके पास बराबर सूचना होगी और घबराकर कोई सौदे नहीं काटेगा.

शेयर बाजार में कब लगता है लोअर सर्किट?

शेयर बाजार में कई शेयरों में सर्किट लगता है. सर्किट दो प्रकार के होते हैं- अपर सर्किट और लोअर सर्किट.

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घरेलू शेयर बाजार में किसी इंडेक्स या शेयर में आई बड़ी गिरावट पर स्वत: कारोबार पर रोक लग जाती है. जिस स्तर पर (फीसदी में) कारोबार रुकता है, उसे सर्किट कहा जाता है.

2. लोअर सर्किट का इस्तेमाल कब होता है?
शेयर बाजर में इंडेक्स आधारित सर्किट पूरे बाजार पर लागू होता है. इसके तीन चरण होते हैं. यह 10 फीसदी, 15 फीसदी और 20 फीसदी की गिरावट पर लगता है. यह सर्किट लगने पर इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव कारोबार रुक जाता है.

बाजार में सर्किट तब लगता है कि जब दोनों ही प्रमुख सूचकांकों- बीएसई सेंसेक्स या निफ्टी 50 इंडेक्स में से किसी भी इंडेक्स में निर्धारित गिरावट आती है. एक इंडेक्स पर सर्किट लगने पर दूसरे पर सर्किट स्वत: ही लागू हो जाता है.

3. कितनी देर के लिए रुकता है कारोबार?

10 फीसदी का सर्किट नियम
यदि 10 फीसदी की गिरावट 1 बजे से पहले आती है, तो बाजार में एक घंटे के लिए कारोबार रोक दिया जाता है. इसमें शुरुआती 45 मिनट तक कारोबार पूरी तरह रुका रहता है और 15 मिनट का प्री-ओपन सेशन होता है.

यदि 10 फीसदी का सर्किट दोपहर 1 बजे के बाद लगता है, तो कारोबार 30 मिनट के लिए रुक जाता है. इसमें शुरुआती 15 मिनट तक कारोबार पूरी तरह रुका रहता है और 15 मिनट का प्री-ओपन सेशन होता है. यदि 2.30 बजे के बाद 10 फीसदी का लोअर सर्किट लगता है, तो कारोबार सत्र के अंत तक यानी 3.30 बजे तक जारी रहता है.

15 फीसदी का सर्किट नियम
यदि 15 फीसदी की गिरावट 1 बजे से पहले आती है, तो बाजार में दो घंटे स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? के लिए कारोबार रोक दिया जाता है. इसमें शुरुआती 1 घंटा और 45 मिनट तक कारोबार पूरी तरह रुका रहता है और 15 मिनट का प्री-ओपन सेशन होता है.

यदि 15 फीसदी का सर्किट दोपहर 1 बजे के बाद लगता है, तो कारोबार एक घंटे के लिए रुक जाता है. इसमें शुरुआती 45 मिनट तक कारोबार पूरी तरह रुका रहता है और 15 मिनट का प्री-ओपन सेशन होता है.

यदि 2.30 बजे के बाद 15 फीसदी का लोअर सर्किट लगता है, तो कारोबार सत्र के अंत तक यानी 3.30 बजे तक रुका रहता है.

20 फीसदी का सर्किट नियम
यदि शेयर बाजार में प्रमुख सूचकांक पूरे दिन में कभी भी 20 फीसदी तक लुढ़क जाते हैं, तो कारोबार को पूरे दिन के लिए रोक दिया जाता है और फिर कारोबार अगले सत्र में ही शुरू होता है.

4. कारोबार रुकने के बाद कब और कैसे शुरू होता है?
सर्किट लगने पर कारोबार रुक जाता है. जब बाजार दोबारा खुलता है तो पहले 15 मिनट का प्री-ओपन सत्र होता है. इसके बाद सामान्य कारोबार शुरू होता है और यह अगला सर्किट लगने या सत्र के अंत (जो भी स्टॉक फ्यूचर्स कितने बजे खुलते हैं? पहले हो) तक जारी रहता है.

5. सर्किट का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?
सर्किट के स्तर स्टॉक एक्सचेंज द्वारा तय किए जाते हैं. इन्हें निवेशकों और ब्रोकरों के हितों को ध्यान में रख कर लगाया जाता है ताकि उन्हें बाजार के बड़े झटकों से बचाया जा सके. बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान कारोबारियों को करारा झटका लगता है. ऐसी स्थिति में बाजार पर दबाव बढ़ जाता है.

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