Brent crude oil : क्रूड ऑयल की कीमत में अभी और गिरावट बाकी - शोमेश कुमार
क्रूड ऑयल का ढाँचा मेरे हिसाब से नकारात्मक है। इसलिये इसका 82 डॉलर का स्तर टूटना चाहिये। अंतरराष्ट्रीय माहौल के हिसाब से देखें या तकनीकी चार्ट के मुताबिक, हर तरफ से भाव नीचे की ओर जाने का इशारा कर रहे हैं।
निवेशकों को इसके खास स्तरों का ध्यान रखना चाहिये। आप भी इसके बारे में जानना चाहते हैं तो देखें ये वीडियो। बाजार विश्लेषक शोमेश कुमार से बातचीत कर रहे हैं निवेश मंथन के संपादक राजीव रंजन झा।
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SEBI का बड़ा फैसला, गेहूं, चना, सरसों समेत 7 कमोडिटी की फ्यूचर ट्रेडिंग पर रोक लगाई
SEBI Order: सेबी ने अगले आदेश तक धान (गैर-बासमती), गेहूं, सोयाबीन, कच्चे पाम तेल और मूंग के लिए नए कॉन्ट्रेक्ट की शुरूआत पर रोक लगा दी है और ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू भी हो गया है.
By: ABP Live | Updated at : 20 Dec 2021 02:20 PM (IST)
Edited By: Meenakshi
SEBI Order: बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने एक साल के लिए सात कमोडिटीज की फ्यूचर ट्रेडिंग (Future Trading) पर रोक लगा दी है. सेबी ने सोमवार को शेयर बाजारों को अगले आदेश तक गेहूं, कच्चे पाम तेल, मूंग और कुछ दूसरी कमोडिटी में नए डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट शुरू नहीं करने का निर्देश दिया है. ये नियम तत्काल प्रभाव से लागू भी हो गया है और अगले एक साल के लिए जारी रहेगा.
जानें सभी कमोडिटी के बारे में
धान (गैर-बासमती), गेहूं, सोयाबीन, कच्चे पाम तेल और मूंग के लिए नए कॉन्ट्रेक्ट की शुरूआत पर सेबी ने अगले आदेश तक रोक लगा दी है. इस लिस्ट में चना, और सरसों के बीज और इसके डेरिवेटिव भी शामिल हैं. इन कमोडिटी में डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट को इस साल की शुरुआत में निलंबित कर दिया गया था. पहले से चल रहे कॉन्ट्रेक्ट के संबंध में कोई भी नया सौदा करने की मंजूरी नहीं दी जाएगी और केवल सौदे को पूरा करने की अनुमति होगी.
महंगाई रोकने के लिए कदम !
दरअसल इसे महंगाई रोकने के लिए एक कदम माना जा रहा है और फ्यूचर कमोडिटी ट्रेडिंग रोकने के पीछे ये सोच है कि इससे बढ़ती कीमतों पर कुछ लगाम लगाए जाने में मदद मिलेगी. बता दें कि इसी महीने जारी महंगाई दर के आंकड़ों में WPI (Wholesale Price Index) पर आधारित थोक महंगाई दर 14.23 फीसदी पर आ गई थी. वहीं CPI (Consumer Price Index) पर आधारित रिटेल महंगाई दर 4.91 फीसदी पर जा पहुंची थी.
हाई वॉल्यूम वाली कमोडिटी की फ्यूचर ट्रेडिंग पर रोक
SEBI ने हाई वॉल्यूम वाली कमोडिटी की फ्यूचर ट्रेडिंग पर रोक लगाई है और इससे माना जा रहा है कि आने वाले समय में महंगाई दर काबू में रहे इसके लिए ये कदम उठाया गया है. बता दें कि रिटेल और खुदरा महंगाई दर दोनों में ही बढ़त के पीछे खाने-पीने की बढ़ती कीमतों का बड़ा हिस्सा रहा है.
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Published at : 20 Dec 2021 02:20 PM (IST) Tags: SEBI Wheat commodity Future trading हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
कमोडिटी मार्केट की मारकाट फंसे क्या रिटेल निवेशक ऑयल की कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं छोटे निवेशक
[ राम सहगल | मुंबई ]पिछले एक महीने से क्रूड ऑयल, गोल्ड और सिल्वर के दाम में लगातार गिरावट आ रही है, जिससे बड़ी संख्या में रिटेल इनवेस्टर्स कमोडिटी.
पिछले एक महीने से क्रूड ऑयल, गोल्ड और सिल्वर के दाम में लगातार गिरावट आ रही है, जिससे बड़ी संख्या में रिटेल इनवेस्टर्स कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट से बाहर होने को मजबूर हो गए हैं। इनमें से कुछ ने तो अपने ब्रोकर्स की सलाह के उलट इन कमोडिटीज पर तेजी के दांव लगाए थे, लेकिन दाम में गिरावट से उन्हें तगड़ा लॉस हुआ है।
जियोफिन कॉमट्रेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ गिरीश दवे ने कहा, 'ज्यादातर ब्रोकरेज हाउसों से जुड़े रिटेल इनवेस्टर्स जुलाई में मार्केट से बाहर हो गए थे। तब गोल्ड, सिल्वर और क्रूड ऑयल के दाम में लगातार गिरावट आ रही थी। हैरानी की बात यह है कि कई इनवेस्टर्स ने इन कमोडिटीज में तेजी के सौदे किए थे, जबकि उनके ब्रोकर्स ने उन्हें मंदी के सौदे करने की सलाह दी थी।' गोल्ड और सिल्वर के दाम में तो कुछ रिकवरी हुई है, लेकिन हाल में सबसे ज्यादा ट्रेड की जाने वाली कमोडिटी क्रूड के दाम इस महीने और गिरे हैं।
एमसीएक्स पर सबसे ज्यादा एक्टिव क्रूड कॉन्ट्रैक्ट की कीमत पिछले महीने 16 पर्सेंट की गिरावट के साथ 3,172 रुपये प्रति बैरल हो गई। जुलाई में गोल्ड फ्यूचर्स में महीने की शुरुआत के पीक लेवल 24,677 रुपये प्रति 10 ग्राम से करीब 7 पर्सेंट की गिरावट आई थी। वहीं, सिल्वर फ्यूचर्स इस महीने में 7 पर्सेंट फिसलकर 33,702 रुपये किलो पर पहुंच गया था। रिटेल इनवेस्टर्स की कीमत पर ब्रोकरेज हाउसों को फायदा हुआ है, जो अपने यानी प्रॉपराइटरी ट्रेड्स से कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट में दांव लगाते हैं।
एंजेल कमोडिटीज के एसोसिएट डायरेक्टर नवीन माथुर ने कहा कि फ्यूचर्स ट्रेड में किसी को लॉस होता है तो दूसरे को फायदा। रिटेल इनवेस्टर्स के मामले में काउंटरपार्टीज ब्रोकर्स, एल्गो ट्रेडर्स और हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडर्स थे। हालांकि, माथुर ने दावा किया कि उनके ब्रोकरेज के बिजनेस पर रिटेल इनवेस्टर्स को हुए लॉस का ज्यादा असर नहीं हुआ है क्योंकि उसकी पूरे देश में मौजूदगी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि रिटेल इनवेस्टर्स बेयर मार्केट में आम तौर पर ट्रेडिंग नहीं करते हैं। जो लोग मंदी के बाजार में ट्रेड करते हैं, वे गोल्ड और सिल्वर जैसी कमोडिटीज की डिलीवरी लेते हैं। उन्हें लगता है कि इनकी कीमत वाजिब लेवल पर है। मिसाल के लिए अगर कोई कमोडिटी एक्सचेंज के जरिये गोल्ड की डिलीवरी लेता है तो वह एक महीने बाद फ्यूचर्स या फिजिकल मार्केट में उसे अधिक दाम पर बेच सकता है। एमसीएक्स पर क्रूड ऑयल का सेटलमेंट कैश में होता है, जबकि गोल्ड और सिल्वर कंपलसरी क्या रिटेल निवेशक ऑयल की कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं डिलीवरी कॉन्ट्रैक्ट्स होते हैं। डिलीवरी पीरियड में एंट्री से पहले ट्रेडर्स अगर पोजीशन खत्म नहीं करते हैं या उसे अगले महीने की सीरीज में शिफ्ट नहीं करते हैं तो उनके सामने डिलीवरी देने या लेने की आशंका बनती है।
तिमाही नतीजों के बाद टाटा ग्रुप के इस शेयर को बेचने की लगी होड़, एक ही दिन में निवेशकों को तगड़ा नुकसान
Tata Motors Share: टाटा मोटर्स के शेयर गुरुवार के इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 5 प्रतिशत फिसलकर 409.30 रुपये पर आ गए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट कमजोर तिमाही नतीजों के बाद देखने को मिली है।
Tata Motors Share: टाटा मोटर्स के शेयर गुरुवार क्या रिटेल निवेशक ऑयल की कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं के इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 5 प्रतिशत फिसलकर 409.30 रुपये पर आ गए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट कमजोर तिमाही नतीजों के बाद देखने को मिली है। दरअसल, व्हीकल बनाने वाली टाटा ग्रुप (Tata group stock) की कंपनी टाटा मोटर्स का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में नेट लाॅस कम होकर ₹944.61 करोड़ रह गया। कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजार को बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 की जुलाई-सितंबर तिमाही में ₹4,441.57 करोड़ रुपये का नेट लाॅस हुआ था।
क्या कहा टाटा ने?
आउटलुक पर, टाटा मोटर्स ने कहा कि मांग मजबूत बनी हुई है, हालांकि वैश्विक अनिश्चितताओं के मद्देनजर थोड़ी रुकावट है। कंपनी ने कहा कि चिप की सप्लाई में सुधार और कमोडिटी की कीमतों में कमी से राजस्व और मार्जिन में सुधार होगा और इसलिए ईबीआईटी में मजबूत सुधार होगी।
कंपनी की आय बढ़ी
कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजार को बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 की जुलाई-सितंबर तिमाही क्या रिटेल निवेशक ऑयल की कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं में 4,416 करोड़ रुपये का नेट घाटा हुआ था। हालांकि, टाटा मोटर्स की कुल आय चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बढ़कर 80,650 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। इससे पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यह 62,246 करोड़ रुपये थी।
Share Market Holidays: शेयर बाजार के निवेशकों के लिए बड़ी खबर! इस महीने इतने दिन नहीं कर पाएंगे ट्रेडिंग, जानिए वजह
Share Market Holidays 2022: अगस्त 2022 में, BSE और NSE में ट्रेडिंग तीन दिन – 9 अगस्त, 15 अगस्त और 31 अगस्त को बंद रहेगी. दरअसल, 9 अगस्त 2022 को मुहर्रम पड़ने के कारण दलाल स्ट्रीट पर कोई ट्रेडिंग नहीं होगी.
- शेयर बाजार के निवेशकों के लिए बड़ी खबर
- निवेशक इस महीने 3 दिन नहीं कर पाएंगे ट्रेडिंग
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Stock Markets Holiday 2022: शेयर बाजार के निवेशकों के लिए जरूरी खबर है. भारतीय शेयर बाजार में इस महीने साप्ताहिक अवकाश के अलावा भी 3 दिन काम ठप रहेगा. यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में कोई कामकाज नहीं होगा. दरअसल, अगस्त का महीना छुट्टियों के लिए खास होता है. इस महीने में रक्षाबंधन से लेकर 15 अगस्त तक कई त्यौहार होते हैं. इसलिए स्टॉक मार्केट में भी इस महीने कई दिन छुट्टी रहेगी.
शेयर मार्केट रहेगा बंद
अगस्त 2022 में, BSE और NSE में ट्रेडिंग तीन दिन – 9 अगस्त, 15 अगस्त और 31 अगस्त को बंद रहेगी. दरअसल, 9 अगस्त 2022 को मुहर्रम पड़ने के कारण दलाल स्ट्रीट पर कोई ट्रेडिंग नहीं होगी. इसके अलावा 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के लिए मार्केट बंद रहेगा. महीने के लास्ट में 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी पड़ने के चलते शेयर मार्केट बंद रहेगा. अगस्त में कई बड़े त्यौहार पड़ते हैं. जैसे- मुहर्रम (Muharram), रक्षाबंधन (Raksha Bandhan), स्वतंत्रता दिवस (Independence Day), कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami)और गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) जैसे कई त्योहार हैं, जिनपर बैंकों में कामकाज नहीं होगा.
यहां करें चेक
अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आप बीएसई की आधिकारिक वेबसाइट – bseindia.com क्या रिटेल निवेशक ऑयल की कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं पर स्टॉक मार्केट हॉलिडे 2022 की पूरी लिस्ट चेक कर सकते हैं. अगस्त 2022 में इन तीन दिनों में इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई खरीद-बेच नहीं होगी. यानी बाजार में क्या रिटेल निवेशक ऑयल की कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं पूरी तरह बंदी हगी.
अगस्त की छुट्टी
हालांकि आपको बता दें कि शेयर बाजार में अगस्त 2022 की छुट्टियों की सूची के अनुसार, 9 और 31 तारीख की छुट्टी को शाम के सत्र में बाजार खुला रहेगा, जबकि आमतौर पर बाजार सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है. वहीं, 15 अगस्त 2022 को सुबह और शाम दोनों सत्रों में कमोडिटी सेगमेंट में ट्रेडिंग निलंबित रहेगी.
अक्टूबर में भी 3 दिन मार्केट बंद
इसके अलावा 31 अगस्त 2022 के बाद, शेयर बाजार की अगले छुट्टी 5 अक्टूबर 2022 को दशहरा उत्सव के लिए मनाई जाएगी. इसके बाद 24 अक्टूबर 2022 और 26 अक्टूबर 2022 को दिवाली और दीवाली बलिप्रतिपदा के लिए छुट्टी रहेगी, जबकि सितंबर में शेयर बाजार में कोई अवकाश नहीं होगा. इसके बाद अक्टूबर 2022 में शेयर बाजार में तीन कारोबार ठप रहेगा.
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