यह भी पता चला कि कई अन्य कंपनियां गेमिंग, ऋण और अन्य के लिए विभिन्न ऐप्स और वेबसाइटों के संचालन के बहाने जनता से धन प्राप्त करने में शामिल थीं. ईडी को इन धोखाधड़ी में शामिल विभिन्न कंपनियों के पीछे जिलियन कंसल्टेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, गुरुग्राम की संलिप्तता का संदेह था. ऐसी ही एक इकाई, मैड-एलीफेंट नेटवर्क टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, एक्स10 फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के साथ समझौते करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज में विभिन्न ऋण ऐप (यो-यो कैश, तुफान रुपये, कोको कैश आदि) का संचालन कर रही थी.

Patrika Opinion : ताकि क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर न हो धोखा

एक वर्ष में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश में जहां 73 करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, वहीं इससे जुड़े धोखाधड़ी के मामले 200 प्रतिशत बढ़ गए। चिंताजनक बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी अपराधियों और आतंकियों केे लिए वरदान साबित हो रही है। इसलिए यदि सरकार क्रिप्टोकरेंसी का नियमन करती है, तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए।

cryptocurrency

भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर कानून बनाने की दिशा में तेजी से काम शुरू हो चुका है। संसद के शीतकालीन सत्र में इससे संबंधित विधेयक को सदन के पटल पर रखा जाएगा। इस विधेयक को क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक, 2021 नाम दिया गया है। हालांकि, अभी विधेयक की रूपरेखा पूरी तरह से सार्वजनिक नहीं हुई है, लेकिन प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को सरकार प्रतिबंधित कर सकती है। यही वजह है कि ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी दबाव में हैं। विधेयक में सरकारी क्रिप्टोकरेंसी बनाने की दिशा में आगे बढऩे का प्रावधान भी किया गया है। देखना यह है कि यह कब तक अस्तित्व में आती है।

क्रिप्टोकरेंसी आभासी या डिजिटल मुद्रा है, जिसे छुआ नहीं जा सकता। इंटरनेट के गर्भ से जन्मी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक वर्ग बहुत उत्साहित है। उसे लगता है कि इसमें निवेश करके वह जल्दी अमीर बन जाएगा। अपराध जगत के लिए तो यह बहुत उपयोगी साबित हुई है, क्योंकि सरकारों की नजर में आए बिना विश्व के हर हिस्से में पैसे का लेन-देन आसान हो गया है। भारत में भी बड़ी संख्या में लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रखा है। इसलिए नोटबंदी की तर्ज पर यदि क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित कर दिया गया, करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज तो लाखों लोगों के करोड़ों रुपए डूब जाएंगे। संभव है कि ऐसे लोगों को कुछ समय दिया जाए और एक समय सीमा के बाद भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध संबंधी प्रावधान लागू किए जाएं।
सरकारों की निगरानी की जद में नहीं होने के कारण क्रिप्टोकरेंसी में किया गया निवेश कभी भी धोखा दे सकता है। फिर यह पूरी तरह तकनीक पर आधारित है। इसलिए इस क्षेत्र में काम करने के लिए तकनीक की समझ भी आवश्यक है।
भारत के लोग अभी शेयर बाजार में ही धोखा खा जाते हैं, तो क्रिप्टोकरेंसी जैसी तकनीक आधारित मुद्रा तो उनकी मुश्किल बढ़ाने वाली है। इस क्षेत्र में खतरे का अनुमान इस आंकड़े से लगाया जा सकता है कि एक वर्ष में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश में जहां 73 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, वहीं इससे जुड़े धोखाधड़ी के मामले 200 प्रतिशत बढ़ गए। चिंताजनक बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी अपराधियों और आतंकियों केे लिए वरदान साबित हो रही है। इसलिए यदि सरकार क्रिप्टोकरेंसी का नियमन करती है, तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए। यह अलग बात है कि प्रतिबंध के बावजूद इसका पूरी तरह इस्तेमाल रोक पाना मुश्किल होगा, लेकिन इससे वे लोग तो जरूर सावधान हो जाएंगे जो देखा-देखी क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगा रहे हैं।

क्रिप्टोकरेंसी की सबसे बड़ी करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज चोरी:निवेशकों को 4,545 करोड रुपए का नुकसान, प्रभावित ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म ने बताए चोरों के पते

$27.3 करोड़ के इथीरियम, $25.3 करोड़ के बाइनेंस स्मार्टचेन और $8.5 करोड़ के US डॉलर कॉइन टोकन चोरी हुए सेंधमारी में 3.3 करोड़ डॉलर के स्टेबलकॉइन 'टेथर' भी चोरी हुए थे, लेकिन उसको इश्यूर ने तुरंत फ्रीज कर दिए थे

By Namastaay India On Aug 11, 2021

डिजिटल वर्ल्ड के चोरों यानी हैकरों ने 60 करोड़ डॉलर (लगभग 4,545 करोड रुपए ) से ज्यादा की इथीरियम और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी चुरा ली है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी आधारित प्लेटफॉर्म पॉली नेटवर्क ने मंगलवार को अपने यहां हुई चोरी की जानकारी एक ट्वीट के जरिए दी है। इस साल क्रिप्टोकरेंसी में सेंधमारी की कई घटनाएं हुई हैं, लेकिन इतनी बड़ी चोरी पहली बार हुई है।

चोरी में हजारों इनवेस्टर को नुकसान

यह डीफाई यानी डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस की दुनिया में हुई क्रिप्टोकरेंसी की सबसे बड़ी चोरी है। पॉली नेटवर्क यूजर्स को क्रिप्टो टोकन के देन-देन की सुविधा देने वाला प्लेटफॉर्म है। इसका कहना है करोड़ों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज की इस चोरी में हजारों इनवेस्टर को नुकसान हुआ है।

प्रभावित प्लेटफॉर्म ने बताए चोरों के पते

पॉली नेटवर्क ने मंगलवार की सुबह ट्वीट जारी कर कहा, ‘हमें दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज #PolyNetwork पर साइबर अटैक हुआ था।’ उसने बताया कि सेंधमारी में क्रिप्टो इनवेस्टर्स के करोड़ों डॉलर चोरी हुए हैं। जिन चोरों के पास चोरी की रकम ट्रांसफर हुई है, उनके पते भी उसने बताए हैं।

कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी

उसने कहा, ‘हम प्रभावित ब्लॉकचेन माइनरों और क्रिप्टो एक्सचेंजों से अपील करते हैं कि वे इन पते से आने वाले टोकन को ब्लैकलिस्ट कर दें।’ पॉली नेटवर्क नियो, ओंटोलॉजी और स्विचको जैसे कई ब्लॉक चेन प्लेटफॉर्म को खड़ा करने वाली टीम के गठबंधन से बना है। उसने हैकरों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए क्रिप्टोकरेंसी लौटाने के लिए कहा है।

सबसे ज्यादा इथीरियम टोकन चोरी हुए हैं

माना जा रहा है कि सेंधमारी में सबसे ज्यादा (रकम के) इथीरियम टोकन चोरी हुए हैं। बताया जाता है कि पॉलीगॉन नेटवर्क से 27.3 करोड़ डॉलर के इथीरियम, 25.3 करोड़ डॉलर के बाइनेंस स्मार्ट चेन (BSC) और 8.5 करोड़ डॉलर के US डॉलर कॉइन (USDC) टोकन चोरी हुए हैं।

चोरी हुए 3.3 करोड़ के स्टेबलकॉइन तुरंत फ्रीज

पॉली नेटवर्क के प्लेटफॉर्म पर हुई सेंधमारी में 3.3 करोड़ डॉलर के स्टेबलकॉइन टेथर भी चोरी हुए थे, लेकिन उसको इश्यूर ने तुरंत फ्रीज कर दिए थे। इसका मतलब यह हुआ कि चोरी किए गए टोकनों का इस्तेमाल हैकर नहीं कर पाएंगे। जिन क्रिप्टोकरेंसी में बहुत कम उतार-चढ़ाव होता है, उनको स्टेबलकॉइन कहा जाता है। आमातौर पर इनका इस्तेमाल पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन के लिए होता है।

मैं बिनेंस पर INR में बिटकॉइन कैसे खरीदूं?

पिछले एक साल में बड़ी संख्या में भारतीय निवेशकों ने क्रिप्टोकरेंसी में अपनी रुचि दिखाई है। वैश्विक महामारी से उत्पन्न अनिश्चितताओं के अलावा, भारतीयों ने मई 2021 के अंत तक हजारों करोड़ रुपये जमा किए हैं। इस जबरदस्त निवेश उछाल का कारण दुनिया भर में प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी द्वारा प्रदान किए गए निवेश पर प्रतिफल (रिटर्न) है। अकेले पिछले एक साल के निचले स्तर के बावजूद, बिटकॉइन की कीमत चार गुना और एथेरियम दस गुना से अधिक बढ़ गई है।

हालांकि देश में क्रिप्टोकरेंसी के लिए विनियमन अस्थिर रहा है, फिर भी भारत में क्रिप्टो निवेशों ने महत्वपूर्ण संकर्षण प्राप्त किया है। 15 मिलियन से अधिक भारतीयों ने डिजिटल मुद्राएं खरीदी या बेची हैं।

दुनिया की सबसे बड़ी आईटी आबादी वाले देश में कई क्रिप्टो उत्साही मानते हैं कि भारतीय निवेशकों द्वारा प्रदान की गई वर्तमान मात्रा बड़े पैमाने पर आपनाये जाने के मामले में केवल हिमशैल का सिरा है।

बिनेंस पर INR में बिटकॉइन खरीदने के लिए इन चरणों का पालन करें:

बिनेंस दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है, जिस पर दुनिया भर के लाखों उपयोगकर्ता भरोसा करते हैं। हमारे प्लेटफॉर्म में भारतीय निवेशकों के लिए INR में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने का विकल्प है। भारत में INR में बिटकॉइन खरीदने के लिए नीचे दिए गए कदमों अथवा चरणों का पालन करें।

चरण 1: अपना बिनेंस खाता बनाएं

बिनेंस के साथ साइन अप करें और अपना ईमेल पता या मोबाइल फोन नंबर जैसे आवश्यक विवरण भरें। अपने क्रिप्टो वॉलेट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमेशा एक मजबूत पासवर्ड चुनना याद रखें। आप अपना बिनेंस खाता बनाने के लिए मोबाइल फ़ोन एप्लिकेशन भी डाउनलोड कर सकते हैं। आप सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान करते हुए, 2FA या दो-कारक प्रमाणीकरण (two-factor authentication) के साथ अपने खाते की सुरक्षा भी कर सकते हैं। प्रोफ़ाइल टैब के अंतर्गत "सुरक्षा" (“Security”) विकल्प पर क्लिक करें।

चरण 2: अपना केवाईसी सत्यापन (verification) पूरा करें

केवाईसी (KYC- Know your customer) एक वित्तीय संस्थान द्वारा ग्राहक की पहचान का अनिवार्य सत्यापन है। केवाईसी प्रक्रिया में विभिन्न दस्तावेज शामिल हैं जिनका उपयोग आपकी पहचान को सत्यापित करने के लिए किया जा सकता है जैसे वैध पहचान पत्र, उपयोगिता बिल, और इसी तरह। प्रोफाइल टैब पर क्लिक करें, और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से पहचान (identification) विकल्प चुनें।

चरण 3: अपनी पहचान सत्यापित (verify) करें

अपना केवाईसी विवरण दर्ज करने के बाद, सत्यापन प्रक्रिया शुरू करने के लिए वेरीफाई (verify) बटन पर क्लिक करें। कृपया ध्यान दें कि जमा किए गए दस्तावेज़ केवल आपकी राष्ट्रीयता के अधिकारियों द्वारा जारी किए हुए होने चाहिए।

चरण 4: सत्यापन (verification) पूरा करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज करें

पुष्टि करें कि आपके केवाईसी सत्यापन को स्वीकार करने के लिए प्रस्तुत किए गए विवरण सटीक हैं। सत्यापन प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है, जिसके बाद आपका खाता ट्रेडिंग के लिए तैयार हो जाएगा। आपके पास बुनियादी (basic) से उन्नत (advanced) सत्यापन मॉडल पर स्विच करने का विकल्प भी होगा।

चरण 5: बिनेंस पी2पी के माध्यम से INR में बिटकॉइन खरीदें

बिनेंस पी2पी (पीयर-टू-पीयर एक्सचेंज) एक ऐसा बाज़ार है जहाँ लोग लगभग किसी भी देश में अपनी शर्तों पर एक-दूसरे के साथ सीधे क्रिप्टो व्यापार कर सकते हैं। 70 से अधिक फिएट मुद्राओं के साथ, पी2पी मार्केटप्लेस भारतीय निवेशकों के लिए भारतीय रुपये में क्रिप्टोकरेंसी खरीदना और बेचना आसान बनाता है।

मार्केटप्लेस पर जाने के लिए, वॉलेट टैब पर क्लिक करें, और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से पी2पी विकल्प पर क्लिक करें। आप यहां क्लिक करके भी मार्केटप्लेस जा सकते हैं।

चरण 6: बिटकॉइन खरीदने के लिए अपनी आवश्यकताओं को भरें

व्यापार करने के लिए क्रिप्टोकुरेंसी के रूप में बीटीसी का चयन करें, और फिर 'खरीदें' विकल्प चुनें। वह राशि दर्ज करें जिसे आप फिएट मुद्रा के रूप में INR के साथ खरीदना चाहते हैं। उस भुगतान विकल्प का चयन करें जिसे आप मौजूद विभिन्न विकल्पों में से चुनना चाहते हैं। बिनेंस द्वारा सत्यापित व्यापारियों की सूची के साथ बिटकॉइन से INR मूल्य और, उनकी न्यूनतम और अधिकतम बिक्री की सीमा के लिए "केवल व्यापारी विज्ञापन दिखाएं" (“only show merchant ads “) विकल्प पर क्लिक करें।

चरण 7: व्यापारियों से बिटकॉइन खरीदना

उपयुक्त मर्चेंट का चयन करने के बाद, बीटीसी खरीदें ("BUY BTC") विकल्प पर क्लिक करें और अपनी चयनित फिएट मुद्रा में खरीदारी करने के लिए राशि भरें।

बीटीसी खरीदें ("BUY BTC") पर क्लिक करने के बाद, आपके पास पहले चुने गए भुगतान विकल्प के माध्यम से मर्चेंट को फंड ट्रांसफर करने के लिए 15 मिनट की समय सीमा होगी। भुगतान करें, और फिर "स्थानांतरित, अगला" (“Transferred, NEXT”) पर क्लिक करें।

चरण 8: व्यापारी से बिटकॉइन प्राप्त करना

व्यापारी को आपके खाते में खरीदे गए बिटकॉइन की राशि को स्थानांतरित करने के लिए एक सूचना मिलेगी। आपको व्यापारी से कुछ ही मिनटों में अपना बिटकॉइन प्राप्त हो जाएगा।

देरी होने पर, आप हमेशा "अपील उठा सकते हैं"। आपके द्वारा “स्थानांतरित, अगला” (“Transferred, NEXT”) विकल्प पर क्लिक करने के तुरंत बाद ही यह विकल्प उपलब्ध है। अगला कदम होगा "अपील का कारण" के लिए सबूत करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज के साथ अपने तर्क का समर्थन करना।

अपने बिनेंस खाते से भारत में INR में बिटकॉइन खरीदने के लिए बस इतना ही करना है। यह आसान और तेज़ है। आप इस विशेष मार्गदर्शिका का उपयोग बिनेंस पी2पी मार्केटप्लेस के माध्यम से अन्य क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए भी कर सकते हैं।

Chinese Loan App Case: ED ने Easebuzz, Razorpay, CashFree, पेटीएम के 46.67 करोड़ रुपये किए फ्रीज

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प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चाइनीज लोन ऐप केस (Chinese Loan App Case) के सिलसिले में हालिया छापे के बाद कई बैंक खातों और ईज़ीबज, रेजरपे, कैशफ्री और पेटीएम के खातों में रखे 46.67 करोड़ रुपये का पता लगाया और उन्हें फ्रीज कर दिया. एजेंसी ने शुक्रवार को कहा, ईजबज प्राइवेट लिमिटेड, पुणे के साथ कुल 33.36 करोड़ रुपये, रेजरपे सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड, बैंगलोर के साथ 8.21 करोड़ रुपये, कैशफ्री पेमेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बैंगलोर के साथ 1.28 करोड़ रुपये और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड, नई दिल्ली के साथ 1.11 करोड़ रुपये मिले.

  • इन जगहों पर ईडी की कार्रवाई
  • ईडी ने मामले में क्या कहा?
  • चाइनीज नियंत्रित कंपनियों से जुड़ा

इन जगहों पर ईडी की कार्रवाई

ईडी ने गुरुवार को दिल्ली, गाजियाबाद, मुंबई, लखनऊ, गया और बैंकों के 16 अन्य परिसरों और पेमेंट गेटवे शाखाओं और कार्यालयों में छह व्यावसायिक और आवासीय परिसरों में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत तलाशी अभियान चलाया. , गुड़गांव, मुंबई, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद, जयपुर, जोधपुर और बैंगलोर में एचपीजेड नामक ऐप संबंध में जांच की. संघीय एजेंसी ने 8 अक्टूबर, 2021 को साइबर अपराध पुलिस स्टेशन, कोहिमा, नागालैंड द्वारा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की.

ईडी ने मामले में क्या कहा?

ईडी ने कहा, एचपीजेड टोकन एक ऐप-आधारित टोकन था जिसने उपयोगकर्ताओं को बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के लिए खनन मशीनों में निवेश करके निवेश के खिलाफ बड़े लाभ का वादा किया था. “धोखेबाजों के तौर-तरीके पहले पीड़ितों को कंपनी में निवेश करने के लिए एचपीजेड टोकन ऐप के माध्यम से अपने निवेश को दोगुना करने के बहाने लुभाने के लिए थे.” ईडी ने कहा कि भुगतान यूपीआई और अन्य विभिन्न भुगतान गेटवे और नोडल खातों या व्यक्तियों के माध्यम से उपयोगकर्ताओं से प्राप्त हुए थे.

चाइनीज (Chinese) नियंत्रित कंपनियों से जुड़ा

ईडी ने कहा कि कुछ राशि निवेशकों को वापस कर दी गई थी और शेष राशि को विभिन्न भुगतान गेटवे और बैंकों के माध्यम से विभिन्न व्यक्तियों और कंपनी के खातों में भेज दिया गया था, जहां से आंशिक रूप से इसे डिजिटल या आभासी मुद्राओं में निकाल दिया गया था. उसके बाद ईडी ने कहा, जालसाजों ने भुगतान रोक दिया और वेबसाइट पहुंच से बाहर हो गई. जांच से पता चला कि एचपीजेड टोकन का संचालन लिलियन टेक्नोकैब प्राइवेट लिमिटेड और शिगू टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया था. “शिगू टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड भी विभिन्न चाइनीज (Chinese) नियंत्रित कंपनियों से जुड़ा हुआ पाया गया.”

यह भी पता चला कि कई अन्य कंपनियां गेमिंग, ऋण और अन्य के लिए विभिन्न ऐप्स और वेबसाइटों के संचालन के बहाने जनता से धन प्राप्त करने में शामिल थीं. ईडी को इन धोखाधड़ी में शामिल विभिन्न कंपनियों के पीछे जिलियन कंसल्टेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, गुरुग्राम की संलिप्तता का संदेह था. ऐसी ही एक इकाई, मैड-एलीफेंट नेटवर्क टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, एक्स10 फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के साथ समझौते में विभिन्न ऋण ऐप (यो-यो कैश, तुफान रुपये, कोको कैश आदि) का संचालन कर रही थी.

इसी तरह, सु हुई टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड ने निमिषा फाइनेंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौते में ऋण ऐप संचालित किया था. तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद कर जब्त किए गए. “भुगतान एग्रीगेटर्स के साथ शामिल संस्थाओं के आभासी खातों में भारी शेष राशि को बनाए रखा गया था. ईज़ीबज प्राइवेट लिमिटेड, पुणे के साथ 33.36 करोड़ रुपये, रेजरपे सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड, बैंगलोर के साथ 8.21 करोड़ रुपये, कैशफ्री पेमेंट्स इंडिया के साथ 1.28 करोड़ रुपये पाए गए. प्राइवेट लिमिटेड, बैंगलोर और करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड, नई दिल्ली के साथ 1.11 करोड़ रुपये. विभिन्न बैंक खातों और आभासी खातों में लगभग 46.67 करोड़ रुपये का पता चला और उन्हें फ्रीज कर दिया गया.

Cryptocurrency से कैसे अलग होगा RBI का डिजिटल RUPEE? कैसे करेगा काम, जानें सब कुछ

basics about cryptocurrency

Cryptocurrency: दोस्तों आजकल आपको क्रिप्टोकरंसी के बारे में बहुत ज्यादा सुनने के लिए मिल रहा होगा यूट्यूब ट्विटर पर अलग सोशल प्लेटफॉर्म में तो आजकल सबसे ज्यादा चर्चा 2020 का ही चल रहा है लेकिन पहले ऐसा नहीं था पहले इसके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते थे लेकिन जब से Elon musk ने बिटकॉइन को प्रमोट करना चालू किया है और लोगों को इससे जो लाखों करोड़ों रुपए का फायदा हुआ है तब से ही क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)इतनी ज्यादा चर्चा में है और लोगों के बीच लोकप्रिय करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज होती जा रही है. जिसे देखो वह क्रिप्टोकरंसी के पीछे भाग रहा है बहुत ही कम समय में क्रिप्टोकरंसी नेपाल से मार्केट में अपना सत्ता मजबूत जाहिर कर दिया है, क्योंकि क्रिप्टोकरंसी को डिजिटल मनी भी कहा जाता है.

Cryptocurrency केवल ऑनलाइन ही उपलब्ध है और इसे फिजिकली लेन देन नहीं कर सकते और currencies जैसे कि भारत में rupees, USA में Dollar, Europe में Euro, और Gulf मेरे Riyal इत्यादि कुछ सरकारें पूरे देश में लागू करते हैं और इस्तेमाल में लाए जाते हैं ठीक वैसे ही करेंसी को भी पूरी दुनिया में इस्तेमाल में लाया जाता है लेकिन यहां समझने वाली बात यह है कि क्रिप्टोकरंसी के ऊपर गवर्नमेंट का कोई हाथ नहीं है और ना ही कोई अधिकार है क्योंकि यह Decentralized करेंसी होती है इसीलिए इनके ऊपर कोई भी एजेंसी है सरकार कोई वोट का अधिकार नहीं होता, जिसके चलते इसके मूल्य को regulate नहीं किया जा सकता है.

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) क्या है?

Cryptocurrency को डिजिटल करेंसी भी कहा जाता है यह एक प्रकार का डिजिटल एसिड होता है जिसका इस्तेमाल चीजों को खरीदने या सर्विस के लिए किया जाता है इन करेंसीज में Cryptography के प्रयोग में लाए जाते हैं.

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Cryptocurrencies में invest कैसे करें?

ऐसे में अगर आप भी डिजिटल असेट में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.

  • सबसे पहले सही Crypto Exchange की करें पहचान
  • अब अपना अकाउंट सुरक्षित तरीके से क्रिएट करें
  • बैंक अकाउंट से कनेक्ट कर ट्रांजैक्शन को आसान बनाएं
  • वैल्यु वाली करेंसी में करें निवेश
  • अलग-अलग डिजिटल करेंसी का रेट

Cryptocurrency कितने प्रकार होते हैं?

Cryptocurrency: दोस्तों हम आपको बताते हैं क्रिप्टोकरंसी के बहुत सारे प्रकार हैं लेकिन उनमें से कुछ ही ऐसे हैं जो अच्छा प्लेटफार्म है और अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं जिन्हें आप बिटकॉइन के अलावा भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सारे नीचे लिखे हैं आप पढ़ सकते हैं.

  • Bitcoin (BTC)
  • Ethereum (ETH)
  • Litecoin (LTC)
  • Dogecoin (Doge)
  • Tether (USDT)
  • Bitcoin (BTC)

जब क्रिप्टोकरंसी की बात हो तो हम बिटकॉइन को कैसे भूल सकते हैं हम सब जानते हैं बिटकॉइन दुनिया का सबसे पहला क्रिप्टोकरंसी है. जिसे satoshi nakamoto नामक एक जापानीज ने बनाया था य इटेल करेंसी है जिससे कि केवल करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज ऑनलाइन की गुड्स और सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. और पहले भी आपको बताएं हैं यह एक decentralized currency है जिसका मतलब है कि इस पर गवर्नमेंट की आपको भी institution का कोई भी हाथ नहीं है. और हम आपको यही बता दे अगर अब हम इस की मुरली की बात करें तो अब यह काफी बढ़ चुका है लगभग एक कॉइन का दाम तेरा लाख के करीब हो चुका है.

Ethereum(ETH)

Cryptocurrency: Vitalik Buterin नामक शख्स ने बनाया है. जैसे कि bitcoin है उसी की तरह यह Ethereum भी है आलू चना लेकिन Open-source,decentralized blockchain-based computing platform है इसके Cryptocurrency token को(Ether) भी कहा जाता है

Lite coin (LTC)

Cryptocurrency: Litecoin यह भी decentralized currency peer to peer cryptocurrency जिसे एक open source software जोकि रिलीज हुआ है under the MIT/X11 License के अंतर्गत october,2011 मैं charles Lee के द्वारा जो कि पहले एक google employee भी रह चुके हैं .

Dogecoin (Doge)

Cryptocurrency: Dogecoin की बनने की कहानी काफी रोचक है. इसे Bitcoin को मजाक करने के लिए कुत्ते से उसकी तुलना की गयी जो आगे चलकर एक Cryptocurrency का रूप ले लिया. इसके Founder का नाम है Billy Markus. Litecoin की तरह ही इसमें भी Scrypt Algorithm का इस्तमाल होता है. आज Dogecoin की Market Value है $197 million से भी ज्यादा और इसे पुरे विश्व में 200 merchants से भी ज्यादा में accept किया जाता है. इसमें करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज भी Mining दूसरों के मुकाबले बहुत जल्दी होती है.

Tether (USDT)

Cryptocurrency: Coinmarketcap.com के अनुसार, 17 जनवरी को 78 बिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ टीथर सबसे बड़ी स्थिर मुद्रा है। ये Bitcoin की blockchain technology का इस्तमाल करता है. स्थिर मुद्रा अमेरिकी डॉलर और यूरो में आंकी गई अस्थिरता को कम करती है, और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के इच्छुक लोगों के लिए सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक है, लेकिन अस्थिरता का सामना करने के लिए अनिच्छुक हैं।

Solana (SOL)

Cryptocurrency: हाल ही में, सोलाना को गिरावट का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन क्रिप्टो इस सूची में 2021 में अपनी बेहद सफल उपलब्धि के कारण तीसरे स्थान पर है। एसओएल ने खुद को बाजार में सबसे तेजी से बढ़ने वाली क्रिप्टो में से एक साबित कर दिया है। इसके अलावा, इसमें कोई असहमति नहीं हो सकती है कि एसओएल एथेरियम के लिए सबसे बड़ा प्रतियोगी है। रिपोर्टों के अनुसार, 2021 में SOL टोकन 13,662% बढ़ा.

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निष्कर्ष

जैसे कि दोस्तों हमने आपको cryptocurrency की सारी जानकारी अपने इस लेख के जरिए आपको बताने की कोशिश की है. और बताया है कि आप cryptocurrency के लिए कैसे use कर सकते हैं . फिर भी आपको से cryptocurrency जुड़ी कोई अन्य सवाल हो जिसे हम अपने इस लेख के जरिए पूरा नहीं कर सकते हो. उसे आप कमेंट के माध्यम से हमें पूछ सकते हैं. आपके पूछे गए प्रश्नों का जवाब हम जरूर देंगे.

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