उसके ऊपर किसी ग्रीन कैंडल के क्लोज होने का इंतजार करना हैं जैसे ही कोई ग्रीन कैंडल क्लोज होगी उसके हाई के ऊपर हम स्टॉक को खरीद लेंगे ।
ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए?
ट्रेडर हमेशा मुनाफे की ओर देखता है लेकिन उसके मन में नुकसान का भय हमेशा सताता रहता है। ज़ेरोधा जैसे स्टॉकब्रोकर आपको स्टॉप लॉस जैसे विकल्प प्रदान करता है जिससे आप अपने नुकसान को सीमित करते हुए चल सकते है। तो आज इस लेख में हम जानेंगे how to set stop loss in Zerodha in hindi.
जब आप कोई शेयर या स्टॉक को खरीदते है तो उस स्थिति में आप सेल स्टॉप लॉस का उपयोग करते है, जिसे सेट करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप का अनुसरण करें:
- अपने अकाउंट पर अपनी डिटेल्स के साथ लॉगिन करें
- वॉचलिस्ट से अपने पसंद का स्टॉक चुने,जिसे आप खरीदना चाहते हैं।
- Buy ऑप्शन पर क्लिक करें।
- खरीदने वाली स्क्रीन पर जाकर मात्रा और कीमत तय करें।
- प्रोडक्ट टाइप चुने (इंट्राडे) और SL ऑप्शन पर क्लिक करें।
- सेल स्टॉप लॉस लगाने के लिए ट्रिगर प्राइस और स्टॉप लॉस वैल्यू डाले ।
- यहाँ पर ट्रिगर प्राइस की वैल्यू स्टॉप लॉस से ज़्यादा रखी जाती है।
- वैल्यू डालने के बाद आप लेफ्ट स्वाइप कर अपना आर्डर कन्फर्म करें ।
ज़ेरोधा में बाय स्टॉप लॉस कैसे लगाएं?
शार्ट-सेलिंग करते समय ट्रेडर को बाय स्टॉप-लॉस (Buy Stop Loss) ऑर्डर सेट करना होता है। यहां बाय स्टॉप लॉस एंट्री प्राइस या सेल प्राइस से ज़्यादा होता है ।
आइये जानते है की ज़ेरोधा की एप में आप सेल स्टॉप लोस्स आर्डर कैसे लगा सकते है:
- अपनी ज़ेरोधा एप्लीकशन पर क्लिक करें।
- उस स्टॉक को चुने जिसे आप शार्ट सेल करना चाहते।
- सेल विंडो (स्क्रीन) पर जाकर मात्रा, मूल्य, और प्रोडक्ट टाइप (intraday) चुने ।
- सेल ऑप्शन पर क्लिक करें और ट्रिगर वैल्यू एंटर करें, सेल स्टॉप लॉस के विपरीत यहाँ पर आपको ट्रिगर प्राइस स्टॉप लॉस वैल्यू से कम डालनी होती है ।
- साड़ी डिटेल डालने के बाद सेल आर्डर कन्फर्म करने के लिए स्क्रीन पर दिए ऑप्शन को लेफ्ट स्वाइप करें।
SL-M ऑर्डर के तहत ऑर्डर को ट्रिगर प्राइस पर एक्सक्यूट किया जाता है और ये मार्किट वैल्यू पर ही एक्सक्यूट हो जाता है।
Intraday Trading कैसे work करता है :
इंट्राडे ट्रेडिंग उनके लिए है जो सौदा को एक ही दिन के लिए खरीद -बेच करते हैं उन्हें शेयर को होल्ड नहीं करना होता है चाहे फ़ायदा हो या नुकसान वो सौदा को होल्ड नहीं करते है इन्हे जोखिम लेना पसंद होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होगी जो आप निचे दिए गए लिंक के सहारे ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं।
Intraday trading account खोलने के लिए यहाँ क्लिक करें।
जैसा कि नाम से ही मालूम होता है कि यह “एक दिन का सौदा” है यानि को आपको एक दिन के पुरे ट्रेडिंग सेशन में शेयर को ख़रीदा व् बेचा जाता है उसे अगले दिन के लिए होल्ड नहीं किया जाता हैं। SEBI के द्वारा आपको intraday के लिए आपको मार्जिन दिया जाता हैं जिस शेयर आपको खरीदना या बेचना है उसके वैल्यू का आपके पास 25% का बैलेंस होना चाहिए। इंट्राडे ट्रेडिंग का ब्रोकरेज डेलिवरी ट्रेडिंग के मुकाबले कम है
17 Intraday Trading Tips |17 इंट्राडे ट्रेडिंग फार्मूला:
- Highly volatile स्टॉक में Intraday Trading नहीं करना चाहिए। .
- टी ग्रुप (टी २ टी )NSE पर BE ग्रुप में इंट्राडे ट्रेड नहीं होता है इसमें कोई शेयर buy करने पर compulsory delivery लेना पड़ता है।
- मार्किट में अगर आप शार्ट सेल्लिंग करते हैं तो उसे मार्केट क्लोज होने से पहले स्क्वायर ऑफ करना पड़ता है अगर आप square off नहीं कर पाते हैं तो आपको ऑक्शन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसमें आपको भारी penalty देना पड़ सकता हैं।
- बाजार के मूड के साथ ट्रेड लें अगर बाजार अपट्रेंड में हो तो long करें ,अगर downtrend में हो तो short करें।
- सही समय का इंतज़ार करे ,जल्दबाज़ी में शेयर न बेचें।
- stop loss का मजबूती के साथ पालन करें।
- इंट्राडे करने से पहले 10 लिक्विड शेयर्स का चयन कर उसपर ग्राफ,RSI ,और भी तकनीकी से स्टडी करें और अपनी योजना बनायें।
- अधिकांशतः लार्ज कैप के शेयर में ही इंट्राडे करें क्योकि उसने ट्रेडिंग जयादा होती हैं।
- ग्राफ का स्टडी 15 ,10 और 5 मिनट के टाइम फ्रेम के ऊपर स्टडी करें की आपका स्टॉक किस पैटर्न पर वर्क करता है ,कहाँ रेजिस्टेंस है कहाँ सपोर्ट लेवल है। स्टॉप लोस्स कहाँ लगाना है।
- प्रॉफिट किस लेवल पर लेना है या कितना प्रतिशत पर सौदा काटना है पलहे से ही निर्धारित करें ,लालच में न पड़ें।
- स्टॉक के खबरों पर विशेष नज़र रक्खे जैसे बोनस , स्प्लिट,डिविडेंट ,रिजल्ट।
- इंट्राडे करते समय योजना के अनुसार कार्य करें इमोशनल न हो धैर्य से काम लें।
- इंट्राडे करते समय सजग रहें और शेयर को वाच करते रहें अगर आपके अनुमान के उल्टा शेयर जा रहा हो तो तुरंत शेयर से निकल जाएँ।
- बाजार के तुरंत खुलने व् बंद होने से 30 मिंट पहले इंट्राडे न करें क्योकि उस समय वोलैटिलिटी बहुत ज्यादा होती है।
- अगर आपके पास होल्डिंग में शेयर पड़ा है तो उससे भी आप इंट्राडे कर सकते है केवल downtrend के समय आप अपना होल्डिंग शेयर बेंच दें और जब वह शेयर और भी निचे गिरकर चला जाये तो आप उसे buy के ले इस तरह आप को शेयर के खरीद व् बेच के बीच के अंतर का आपको फायदा हो जायेगा और शेयर भी आपके पास पड़ा रहेगा।
- इंट्राडे में छोटे प्रॉफिट पर धयान दें ज्यादा के लालच में न पड़े।
- overbought/oversold जोन को देखकर buy और sell करें।
how to do intraday trading in zerodha in hindi
यदि अपने zerodha में अपना अकॉउंट खुलवाया है और उसमे कैसे ट्रेडिंग किया जाये इसके बारे में जानना चाहते हैं तो मैं आपको आज इसी विषय के बारे में बताने वाला हूँ जिससे आपको ज़ेरोढा में ट्रेडिंग करते वक़्त कोई परेशानी न हो
सबसे पहले आपको nse के साइट से कुछ ज्यादा प्राइस और हाई वॉल्यूम वाले स्टॉक को अपने ज़ेरोढा के लिस्ट में रखने ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? होंगे और यह ध्यान देने वाली बात यह है की वे सारे शेयर एक ही सेक्टर के नहीं हो सब अलग – अलग हों चाहिए और साथ में ज़ेरोढा प्लेटफार्म भी 5 भागो में कुल 250 स्टॉक रखने की सुविधा देती हैं इसका लाभ आप जरूर ले
ऊपर इमेज में मैंने महत्वपूर्ण भाग को एक लाइन के द्वारा चिन्हित किया हैं सबसे पहले आप nse के साइट से स्टॉक को चुनकर एक कॉपी में लिख ले और उसके बाद उन सारे लिखे हुए स्टॉक को ज़ेरोढा के बॉक्स में इन्सर्ट कर ले ।
zerodha intraday trading in hindi
मान लीजिये की इंट्राडे करने के लिए मैंने ज़ेरोढा के बॉक्स से आईसीआईसीआई बैंक को इंट्राडे के लिए चुन लिया हैं और अब हमे इंडिकेटर का भी इस्तेमाल करना हैं तभी हम कोई ट्रेड ले पायंगे ।
इंडिकेटर के लिए मैंने बोलिंगर बंद को चुना हैं जो भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जानेवाला एकलौता इंडिकेटर हैं और ट्रेंड को पाचन करने के लिए macd का प्रयोग करेंगे । चूँकि हमे इंट्राडे के लिए ट्रेड लेना है इसके लिए टाइम पीरियड 15 मिनट का होगा ।
buy – कोई भी स्टॉक खरीदने से पहले मैड पर उसके ट्रेंड को चेक करेंगे और इसके चेक करने के सबसे आसान तरीका हैं जब macd line signal लाइन को निचे से ऊपर की ओर क्रॉस करे
तब आप समझ जाइये की अब इस स्टॉक में buy की अवसर आने वाले हैं । यह सिग्नल मिलने के बाद अब हमे बोलिंगर बैंड के तरफ जाकर उसके बिच वाली लाइन जो की 20 डे मूविंग एवरेज की होती हैं
margin intraday square off meaning in hindi
1 ) पहला जब इंट्राडे के दौरान कोई स्टॉक को हम खरीदते हैं तो हमे उस स्टॉक के प्राइस के हिसाब से 10% का बैलेंस अपने demat खातेमें रखना पड़ता हैं जैसे की मान लीजिये की मुझे icici बैंक का 10 शेयर खरीदना हैं
और उसका एक शेयर का प्राइस 500 ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? रूपए हैं तो मुझे अपने अकाउंट में कम से कम 500 रूपए रखने होंगे तभी मैं उस शेयर के 10 कॉन्टिटी खरीद पाउँगा यदि आपके अकाउंट में 5000 रूपए है तो आप बिना लवरेज और मार्जिन के भी उस स्टॉक को खरीद सकते हैं ।
2 ) यदि आपने इंट्राडे के दौरान लवरेज के माध्यम से कोई स्टॉक को ख़रीदा हैं और आपको ऐसा लगता हैं की उस स्टॉक की और ऊपर जाने की संभावना हैं तो आप उसे अपने खुद के पैसे से कन्वर्ट करके अगले दिन के लिए भी होल्ड कर सकते हैं
3 ) intraday squre off का मतलब है की जब आपने कोई स्टॉक को इंट्राडे के लिए ख़रीदा हैं तो आपको मार्किट बंद होने के ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? 10 से 15 मिनट पहले अपने सारे सौदे को क्लोज करने होते हैं यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपसे फाइन के रूप में कुछ पैसे काट लिए जायेंगे इसलिए हो सके तो अपने सौदे को 3 बजे तक जरूर क्लोज कर ले
ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए?
ट्रेडर हमेशा मुनाफे की ओर देखता है लेकिन उसके मन में नुकसान का भय हमेशा सताता रहता है। ज़ेरोधा जैसे स्टॉकब्रोकर आपको स्टॉप लॉस जैसे विकल्प प्रदान करता है जिससे आप अपने नुकसान को सीमित करते हुए चल सकते है। तो आज इस लेख में हम जानेंगे how to set stop loss in Zerodha in hindi.
जब आप कोई शेयर या स्टॉक को खरीदते है तो उस स्थिति में आप सेल स्टॉप लॉस का उपयोग करते है, जिसे सेट करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप का अनुसरण करें:
- अपने अकाउंट पर अपनी डिटेल्स के साथ लॉगिन करें
- वॉचलिस्ट से अपने पसंद का स्टॉक चुने,जिसे आप खरीदना चाहते हैं।
- Buy ऑप्शन पर क्लिक करें।
- खरीदने वाली स्क्रीन पर जाकर मात्रा और कीमत तय करें।
- प्रोडक्ट टाइप चुने (इंट्राडे) और SL ऑप्शन पर क्लिक करें।
- सेल स्टॉप लॉस लगाने के लिए ट्रिगर प्राइस और स्टॉप लॉस वैल्यू डाले ।
- यहाँ पर ट्रिगर प्राइस की वैल्यू स्टॉप लॉस से ज़्यादा रखी जाती है।
- वैल्यू डालने के बाद आप लेफ्ट स्वाइप कर अपना आर्डर कन्फर्म करें ।
ज़ेरोधा में बाय स्टॉप लॉस कैसे लगाएं?
शार्ट-सेलिंग करते समय ट्रेडर को बाय स्टॉप-लॉस (Buy Stop Loss) ऑर्डर सेट करना होता है। यहां बाय स्टॉप लॉस एंट्री प्राइस या सेल प्राइस से ज़्यादा होता है ।
आइये जानते है की ज़ेरोधा की एप में आप सेल स्टॉप लोस्स आर्डर कैसे लगा सकते है:
- अपनी ज़ेरोधा एप्लीकशन पर क्लिक करें।
- उस स्टॉक को चुने जिसे आप शार्ट सेल करना चाहते।
- सेल विंडो (स्क्रीन) पर जाकर मात्रा, मूल्य, और प्रोडक्ट टाइप (intraday) चुने ।
- सेल ऑप्शन पर क्लिक करें और ट्रिगर वैल्यू एंटर करें, सेल स्टॉप लॉस के विपरीत यहाँ पर आपको ट्रिगर प्राइस स्टॉप लॉस वैल्यू से कम डालनी होती है ।
- साड़ी डिटेल डालने के बाद सेल आर्डर कन्फर्म करने के लिए स्क्रीन पर दिए ऑप्शन को लेफ्ट स्वाइप करें।
SL-M ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? ऑर्डर के तहत ऑर्डर को ट्रिगर प्राइस पर एक्सक्यूट किया जाता है और ये मार्किट वैल्यू पर ही एक्सक्यूट हो जाता है।
Intraday Tips: बाजार में पैसे लगाकर कुछ घंटों में बन सकते हैं अमीर, 5 जरूरी टिप्स
Intraday Trading: शॉर्ट टर्म के निवेशकों में इंट्राडे ट्रेडिंग का भी चलन है, जहां वे एक ही दिन में शेयर की खरीद और बिक्री से मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं. बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं. यहां शेयर में पैसा इस उद्दश्य से लगाया जाता है कि उसी दिन उसमें होने ट्रेडिंग करते समय STOP LOSS कैसे लगाए? वाली बढ़त से मुनाफा कमाया जा सके. वैसे अगर सही स्टॉक की पहचान हो जाए तो बाजार से कुछ घंटों में ही बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है. लेकिन यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क होता है. इसलिए इंट्राडे ट्रेडर्स को कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, जिससे वे नुकसान से बच सकें और कम समय में अच्छी कमाई कर सकें. इंट्रा डे में आप किसी शेयर में कितनी भी रकम लगा सकते हैं. हमने यहां अलग अलग ब्रोकरेज हाउस के हवाले से ऐसी कुछ टिप्स दी हैं. (image: pixabay)
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