Stock Market Holidays: शेयर मार्केट में अगले हफ्ते इतने दिन रहेगा हॉलिडे! दिवाली के दिन होगी मुहूर्त ट्रेडिंग, जानें डिटेल्स
Stock Market: 24 अक्टूबर को देशभर में दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा. इस कारण इस दिन शेयर मार्केट बंद रहेगा. मगर शाम के समय केवल एक घंटे के लिए शेयर मार्केट मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए खुलेगा.
By: ABP Live | Updated at : 23 Oct 2022 01:03 PM (IST)
शेयर मार्केट हॉलिडे
Stock Market Holidays: शेयर मार्केट में हर दिन लाखों निवेशक अपने पैसे लगाते हैं. शेयर के प्राइस गिरने और बढ़ने पर उनकी विशेष नजर रहती है. शेयर मार्केट (Share Market) में रोज ट्रेडिंग करने वालों के लिए एक बेहद जरूरी खबर है. अगले हफ्ते शेयर मार्केट (Stock Market) में बहुत से दिन ट्रेंडिंग बंद रहने वाली है. 24 अक्टूबर 2022 को दिवाली का त्योहार (Diwali 2022) बनाया जाएगा. इस कारण 24 अक्टूबर को ट्रेडिंग बंद रहेगी.
दिवाली के शुभ मौके पर शाम में केवल एक घंटे के लिए इक्विटी, करेंसी डेरिवेटिव्स, कमोडिटी, इक्विटी डेरिवेटिव्स आदि के लिए एक घंटे की विशेष ट्रेडिंग (Special Trading Session on Diwali 2022) की अनुमति दी जाएगी. ध्यान देने वाली बात ये है कि देश के सभी बड़े त्योहारों में शेयर मार्केट बंद रहता हैं. इस दिन बैंकों की भी छुट्टी रहती है. आइए जानते हैं कि अलगे हफ्ते किन-किन दिनों मार्केट बंद (Market Holiday List) रहेगा-
इन दिनों मार्केट रहेगा बंद
BSE और NSE की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार 24 से 28 अक्टूबर 2022 के बीच के कारोबारी हफ्ते में शेयर मार्केट कुल दो दिन बंद रहेगा. 24 अक्टूबर को पूरे देशभर में दिवाली और लक्ष्मी पूजा का त्योहार मनाया जाएगा. इस कारण इस दिन शेयर मार्केट बंद रहेगा. मगर शाम के समय केवल एक घंटे के लिए शेयर मार्केट मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) के लिए खुलेगा. इसके अलावा 26 अक्टूबर को दिवाली बलिप्रतिपदा के कारण मार्केट बंद रहेगा. इसके अलावा मंगलवार और फिर गुरुवार से मार्केट में नॉर्मल ट्रेडिंग चालू रहेगी.
कल के ट्रेडिंग का समय-
- ब्लॉक डील सेशन की शुरुआत शाम 5.45 से होगी और 6.00 बजे शाम तक चलेगी. शेयर बाजार Down कब होता है
- प्री ओपन ट्रेडिंग सेशन शाम 6.00 से 6.08 तक चलेगा.
- नॉर्मल मार्केट दिवाली की शाम 6.15 से 7.15 तक एक घंटे के लिए चलेगा.
- कॉल ऑक्शन सेशन शाम 6.20 से 7.05 तक चलेगा.
- वहीं क्लोजिंग सेशन शाम 7.15 से 7.25 तक रहेगा.
जानें क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व?
हिंदू धर्म में दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा की जाती है. ऐसे में इस दिन किसी प्रकार के निवेश का आरंभ बहुत लाभकारी माना जाता है. इस साल दिवाली के दिन से हिंदू कैलेंडर वर्ष संवत 2079 की शुरुआत हो जाएगी. ऐसे में हर साल दिवाली के खास मौके पर शेयर मार्केट में स्पेशल शेयर ट्रेडिंग सेशन रखा जाता है जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading Details) के नाम से जाना जाता है. इस दिन निवेशक जमकर निवेश करके अपने नए साल की शुरुआत करते हैं.
ये भी पढ़ें-
DA Hike News: दिवाली पर इस राज्य के कर्मचारियों को मिला शानदार तोहफा! महंगाई भत्ते में 4% बढ़ोतरी का एलान
Published at : 23 Oct 2022 01:03 PM (IST) Tags: Share Market Muhurat Trading stock market holidays Diwali 2022 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
आज शाम को पैसे बनाने के लिए खुलेगा शेयर मार्केट, जानिए इसके बाद कब होगी ट्रेडिंग
Special Stock Market Trading Session 4 November दिवाली यानि 4 नवंबर को Share Market में कुछ अलग तरह से कारोबार होगा। आज स्टॉक एक्सचेंज पारंपरिक मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) के लिए खुलेंगे। और वह भी सिर्फ 1 घंटे के लिए।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दिवाली यानि 4 नवंबर को Share Market में कुछ अलग तरह से शेयर बाजार Down कब होता है कारोबार होगा। आज स्टॉक एक्सचेंज पारंपरिक मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) के लिए खुलेंगे। और वह भी सिर्फ 1 घंटे के लिए। आपको अगर शेयर बाजार में निवेश से शुरुआत करनी है तो फिर शाम सवा 6 बजे पैसे तैयार रखिएगा। बाजार इसी टाइम खुलेगा और शाम सवा 7 बजे बंद हो जाएगा।
कमोडिटी बाजार भी दिन में कारोबार के लिए बंद रहेंगे। लेकिन शाम को यहां भी कारोबार होगा। बाजार शुक्रवर को भी बंद रहेगा। उस दिन Diwali Balipratipada पड़ेगा। अब मार्केट 8 नवंबर को खुलेगा। ये छुट्टियां संवत 2077 के खत्म होने के मौके पर पड़ रही है। घरेलू शेयर बाजारों का प्रदर्शन हिंदू वर्ष सम्वत 2077 के दौरान शानदार रहा। सेंसेक्स इस दौरान 16,133.94 अंक यानी 36.97 प्रतिशत मजबूत हुआ। जबकि निफ्टी 5,048.95 अंक यानी 39.50 प्रतिशत मजबूत हुआ।
बाजार में सम्वत 2078 की शुरुआत के साथ एक घंटे का विशेष मुहूर्त कारोबार होगा। जानकारों की मानें तो अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजे आने से पहले निवेशकों ने बाजार से दूरी रखी है। ऐसी संभावना है कि संवत 2078 में फेडरल रिजर्व (US Central Bank) महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिये शुरू किये गये प्रोत्साहन पैकेज में धीरे-धीरे कमी लाने की घोषणा कर सकता है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के मुताबिक अमेरिकी केंद्रीय बैंक निकट भविष्य में बांड खरीद कार्यक्रम में कमी की घोषणा कर सकता है। साथ ही अगर नीतिगत दर में तेजी का संकेत देता है, तो निवेशकों पर असर पड़ सकता है। तेजी से बांड खरीद कार्यक्रम में कमी का कोई भी संकेत शेयर बाजार पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। अगर ऐसा नहीं होता है, तो इस कमजोर रुख वाली स्थिति में बदलाव देखने को मिल सकता है।
Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली के दिन एक घंटे के लिए खुलता है शेयर बाजार, जानें क्या है परंपरा?
Diwali Muhurat Trading 2022: शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है।
दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
पांच दशक पुरानी है यह परंपरा
शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।
इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ
मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।
पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार
पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग शेयर बाजार Down कब होता है के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।
विस्तार
दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
पांच दशक पुरानी है यह परंपरा
शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।
इस दिन पहले निवेश को माना जाता है शुभ
मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में निवेशक और ब्रोकर्स मूल्य-आधारित स्टॉक खरीदते हैं, जो लंबी अवधि के लिए अच्छे होते हैं। निवेशक मानते हैं कि इस अवसर पर खरीदे गए शेयरों को भाग्यशाली आकर्षण के रूप में रखा जाना चाहिए। वे शेयर खरीदते हैं और यहां तक कि उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाते हैं। दिवाली को कुछ भीनया काम शुरू करने के लिए शुभ माना जता है। ऐसे में कई निवेशक इस विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान शेयर बाजार में अपना पहला निवेश करते हैं।
पिछले वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान हरे निशान में हुआ था कारोबार
पिछले वर्ष यानी 2021 की दिवाली के दिन एक घंटे के लिए हुई मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान पर खुले थे। 6.15 बजे शाम को बीएसई का सेंसेक्स 60,207.97 के स्तर पर खुला था और एनएसई का निफ्टी 17,935.05 पर स्तर पर खुला था। पूरे ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोनों हरे निशान पर कारोबार करते रहे थे। कारोबार के अंत में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 296 अंक या 0.49 फीसदी की बढ़त के साथ 60,067.62 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 88 अंक उछलकर 17,916.80 के स्तर पर बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स के सभी सेक्टर्स में जमकर खरीदारी दिखी थी।
Zomato का शेयर दे सकता है 127% रिटर्न, IPO प्राइस से भी 42% डिस्काउंट पर निवेश का मौका
इस साल अबतक Zomato के शेयर में 69 फीसदी गिरावट रही है. जबकि आईपीओ प्राइस से 42 फीसदी कमजोरी शेयर में आ चुकी है.
आज Zomato का शेयर 6 फीसदी से ज्यादा टूटकर 44 रुपये के लेवल पर आ गया. (fime)
Zomato Shares Fall to Record Low: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) के शेयरों में आज भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है. आज Zomato का शेयर 6 फीसदी से ज्यादा टूटकर 44 रुपये के लेवल पर आ गया. यह अबतक का सबसे निचला लेवल है. 2 दिनों में शेयर में 18 फीसदी गिरावट रही है. 613 करोड़ शेयरों या करीब 78 फीसदी शेयरों का लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद शेयर में भारी बिकवाली देखने को मिल रही है. असल में इस यरोयर पर इस साल के शुरू से ही दबाव बना हुआ है, जिससे लॉक-इन पीरियड के बाद यह बिकवाली आई है. शेयर अपने रिकॉर्ड हाई से 74 फीसदी टूट चुका है. हालांकि ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस जेफरीज ने इसे खरीदारी का मौका बताया है.
127 फीसदी रिटर्न संभव
ब्रोकरेज हाउस जेफरीज ने Zomato के शेयरों में निवेश की सलाह दी है और टारगेट प्राइस 100 रुपए तय किया है. आज के लो 44 रुपये से देखें तो इस शेयर में 127 फीसदी रिटर्न संभव है. ब्रोकरेज का कहना है कि शेयर इस साल के शुरू से ही दबाव में है और इसमें करीब 70 फीसदी के गिरावट आ चुकी है. जेफरीज को उम्मीद शेयर बाजार Down कब होता है है कि इस सेगमेंट की प्रॉफिटेबिलिटी सुधरेगी, इंडस्ट्री का स्ट्रक्चर पहले से ज्यादा बेहतर होगा और आने वाले दिनों में कंपनी कैश बचा पाएगी. अभी रेट हाइक साइकिल और महंगाई के चलते पूरा सेक्टर ही दबाव का सामना कर रहा है. ब्रोकरेज का मानना है कि बुल केस में शेयर का भाव 160 रुपये जा सकता है. जबकि बियर केस में यह 40 रुपये तक कमजोर हो सकता है.
Nifty के लिए 18665 का लेवल अहम, टूटा तो 18888 तक पहुंचेगा बाजार, US Fed पॉलिसी और महंगाई पर रहेगी नजर
M-Cap: बाजार की गिरावट में RIL और TCS ने दिया झटका, टॉप 2 कंपनियों ने ही निवेशकों के डुबो दिए 1.30 लाख करोड़
Blinkit के अधिग्रहण का फायदा
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि Zomato को क्विक कॉमर्स कंपनी Blinkit के अधिग्रहण का फायदा होगा. हाल ही में कंपनी मैनेजमेंट ने ब्लिंक कॉमर्स के 33,018 इक्विटी शेयरों के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी. इस अधिग्रहण से मुनाफा बेहतर होगा. Zomato के ग्रॉस आर्डर वैल्यू में 20 फीसदी इजाफा इसकी वजह से संभव है. Blinkit का कामकाज 15 शहरों में फैला है. कंपनी का एवरेज डिलीवरी टाइम 15 मिनट से कम है. एवरेज ऑर्डर वैल्यू जोमैटो के मुकाबले ज्यादा है. मई में Blinkit ने करीब 79 लाख ऑर्डर दर्ज किए थे और एवरेज ऑर्डर वैल्यू 509 रुपये थी. ऐसे में जोमेटो को अपने डिलीवरी फ्लीट का बेहतर उपयोग करने में भी मदद मिलेगी.
रिकॉर्ड हाई से 74 फीसदी टूटा शेयर
Zomato का शेयर पिछले साल 23 जुलाई 2021 को शेयर बाजार में लिस्ट हुआ था. कंपनी का आईपीओ प्राइस 76 रुपये था. जबकि कंपनी का शेयर बीएसई पर 51 फीसद प्रीमियम के साथ 115 रुपये पर लिस्ट हुआ था. वहीं लिस्ट होने के बाद से शेयर 169 रुपये के भाव तक पहुंच गया जो रिकॉर्ड हाई है. अब यह 44 रुपये पर आ गया है. यानी रिकॉर्ड हाई से इसमें 74 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. इस साल अबतक शेयर में 69 फीसदी गिरावट रही है. जबकि आईपीओ शेयर बाजार Down कब होता है शेयर बाजार Down कब होता है प्राइस से 42 फीसदी कमजोरी शेयर में आई है. बता दें कि लॉक इन पीरियड का नियम उन कंपनियों पर लागू होता है, जिनके प्रमोटर्स नहीं होते हैं. Zomato में प्रमोटर्स की होल्डिंग जीरो है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो जानिए इन 5 नियमों के बारे में, आपको खतरे से बचा सकते हैं
शेयर बाजार में निवेश से पैसा बनाने की संभावना एक ऐसा आइडिया है, जो हर नए निवेशक को उत्साहित करता है। साथ ही उन लोगों के लिए भी जो कम अवधि में फायदा कमाना चाहते हैं। हालांकि जब बाजार उतार-चढ़ाव के माहौल में हो, तब किसी भी तरह के तुरंत रिटर्न की संभावना काफी कम हो जाती है। ऐसे में आपको हम बता रहे हैं कि निवेश के समय कौन से नियम का आपको पालन करना चाहिए।
खुद निर्णय न लें
एंजल ब्रोकिंग के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट ज्योति रॉय कहते हैं कि आप खुद निर्णय लेकर अपने लाभ को बढ़ाने के लालच को छोड़ दीजिए। पोर्टफोलियो मैनेजर्स और एक्सपर्ट्स की सलाह पर ध्यान दें। सतर्कता से व सोच-समझकर निवेश करें।
डिविडेंड पर ध्यान दीजिए
जब भी किसी कंपनी के शेयरों में निवेश किया जाता है, तो निवेशक कंपनी के अच्छे प्रदर्शन से लाभ पाने के योग्य होते हैं। जब मुनाफा हो रहा हो तो कंपनियां अक्सर यह तय करती हैं कि वे अपने शेयरधारकों के साथ अपने मुनाफे को बांटें। यह आम तौर पर मुनाफे के एक हिस्से को शेयर करना है, जिसे वे भविष्य के लिए बचाकर रख सकते हैं।
डिविडेंड आमतौर पर वही होता है जो कंपनी आपके द्वारा अर्जित प्रत्येक शेयर पर देने का निर्णय शेयर बाजार Down कब होता है करती है। कंपनियों के रिकॉर्ड और उनके लाभ को जानकर आप अपने निवेश के निर्णय ले सकते हैं।
विविधता पर फोकस करें
यह सबसे स्पष्ट उपाय है, जिसे निवेशकों को आजमाना चाहिए। यह उन्हें अक्सर उतार-चढ़ाव वाले बाजार में बने रहने में सुरक्षा देता है। अधिक जोखिम लेने वाले निवेशक निवेश को कंपनी के शेयरों के हालिया प्रदर्शन ट्रेंड्स के आधार पर देखते हैं। हालांकि इन निर्णयों के समय सलाहकार की मदद काम आ सकती है।
अलग-अलग साधनों में निवेश करें
प्रसिद्ध कहावत है- ‘अपने सभी अंडों को एक टोकरी में नहीं रखना चाहिए’। निवेशकों को इसी का पालन करना चाहिए। एक संतुलित पोर्टफोलियो का निर्माण तभी हो सकता है जब आप अपने निवेश को कई सेक्टर में निवेश करें। बाजार आर्थिक उथल-पुथल से गुजर रहा है। निवेशकों की भावनाओं में उतार-चढ़ाव हो रहा है। इससे अनिश्चितता बढ़ रही है। यदि पोर्टफोलियो में विविधता रहती है तो गारंटीड रिटर्न प्राप्त करने में मदद मिलती है।
कंपनियों का विश्लेषण करना
फाइनेंशियल सिस्टम के बारे में जानकारी हासिल करना चाहिए। कब स्टॉक खरीदना है और कब बेचना है, उसे समझें। औसत बाजार के रुझान को समझना आपके लिए आधा काम पूरा कर सकता है। निवेशक अक्सर सेक्टोरल ट्रेंड्स, ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक और कंपनी की घोषणाओं की तुलना करने की गलती करते हैं। बहुत से लोग यह नहीं जानते कि कंपनी की आंतरिक गतिविधियों पर भी बहुत कुछ तय होता है।
कंपनी के मामलों पर नजर रखें
कंपनी के कैश-फ्लो, खर्चों, राजस्व, और उसके निर्णयों को समझना कई पहलुओं में से कुछ एक हैं, जिन पर लोगों को लंबी अवधि के निवेश करने के लिए तैयार होने पर पूरी तरह से रिसर्च करने की आवश्यकता है। निवेशकों के लिए ऐसे पहलुओं पर अपने पोर्टफोलियो मैनेजर्स से सलाह लेना बेहतर होगा, क्योंकि इसमें गहन अध्ययन शामिल है।
सट्टेबाजी से प्रेरित फैसले न लें
अक्सर लोगों को सट्टेबाजी से लाभ होता है और वह इसे ही आधार बना लेते हैं। निरंतर रिटर्न हासिल करने के लिए सट्टेबाजी अच्छा विकल्प नहीं है। यह निरंतर रिटर्न में हानिकारक हो सकता है। बाजार की अटकलों और अफवाहों को फॉलो करना जोखिम हो सकता है। निवेश के प्रमुख तरीकों में से यह भी जानना चाहिए कि न्यूज रिपोर्टों पर फैसला न लें। यह आवश्यक है कि कंपनी के संकट के समय में अपने पोर्टफोलियो को मिस मैनेज न करें और भावनात्मक निर्णय लेकर अपने शेयरों को नहीं बेचें।
कैसे और कब बेचना है
कुछ निवेशकों में जोखिम लेने की ज्यादा चाहत होती शेयर बाजार Down कब होता है है। उनमें कम अवधि के ट्रेड के लिए एक उत्साह हो सकता है। यह संपत्ति बढ़ाने में महत्वपूर्ण हो सकता है। विशेषज्ञों का तर्क है कि यह युवा निवेशकों के लिए अधिक उपयुक्त है। ये निर्णय अक्सर बाजार में उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, न कि किसी उद्योग या कंपनी की लंबी अवधि की रणनीति का हिस्सा होते हैं। यहां तक कि रिटर्न की भी गारंटी नहीं है, क्योंकि यह सट्टा खेलने जैसा है।
जो लोग लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, उन्हें बाजार के कम समय के उतार-चढ़ाव या स्टॉक ऑप्शन की मूल्य स्थिरता के आधार पर अपनी खरीदारी या बिक्री का निर्णय नहीं लेने चाहिए। लार्ज-कैप निवेश पर नजर रखते हुए मिड-कैप और स्मॉल कैप निवेशों को छोटे अनुपात में रखना चाहिए। इस तरह जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहिए।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 739