Businessman trading online stock market on teblet screen, digital investment concept

Share क्या है | What is Share Market Meaning in Hindi, Share Bazaar Tips

कई लोग अपने पैसे को इन्वेस्ट करने के बारे में जब सोचते है तब उनके मन में शेयर बाजार का नाम भी एक ऑप्शन के रूप में होता है | लेकिन सही जानकारी के अभाव में वे निर्णय नहीं ले पाते है | आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे की Share क्या होता है, इसका मतलब यानी meaning क्या होता है, Share और Stock में क्या अंतर होता है और Share मार्किट में Investment करना चाहिए या नहीं, शेयर बाजार में Investment क्यों करें ? इन सभी point को विस्तार से समझेंगे|

शेयर का मतलब क्या है ? – What is meaning of share in Hindi ?

Share meaning in Hindi – Share का मतलब “हिस्सा ” होता है | आम लोग भी जब किसी भी सन्दर्भ में हिस्से की बात करते है तब शेयर शब्द का प्रयोग होता है | बिज़नेस की भाषा में कहे तो जब कोई कंपनी अपने पूंजी को छोटे छोटे टुकड़ो में बाट कर उसे बेचती है तो उस छोटे हिस्से को शेयर कहते है |

जैसे :- ABC Limited की पूँजी 100000 रूपये की है | उस कंपनी ने पूंजी को 10000 हिस्सों में बाट दिया | हम उस एक शेयर मार्केट एवं स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है? हिस्से को शेयर कहेंगे |

2. शेयर और स्टॉक में अंतर क्या है (Difference between Share and Stock)

शेयर और स्टॉक शब्द में कोई अंतर नहीं है | दोनों ही शब्द एक है | स्टॉक शब्द का प्रयोग Americans ज्यादा करते है |

3. शेयर बाजार का मतलब क्या होता है (Share Bazaar Meaning in Hindi)

आम लोग सब्जी बाजार ,मछली बाजार जैसे शब्दो का प्रयोग करते है | सब्जी बाजार मतलब वह बाजार जहाँ सब्जी की खरीद बिक्री होती है | मछली बाजार मतलब वह जगह जहाँ मछली की खरीद बिक्री होती है |

बिल्कुल उसी तरह शेयर बाजार वह जगह है जहाँ शेयर की खरीद बिक्री की जाती है |

शेयर बाजार में Investment क्यों करें ? – Reasons of investment in share market ?

आइए अब उन कारणों को समझते है जो हमें शेयर मार्किट में निवेश को प्रेरित करते है |

1 .पूँजी में तेजी से बृद्धि (Capital growth quickly)

शेयर में निवेश का लाभ निवेशको को दो तरीके से मिलता है | एक पूँजी में बृद्धि करके और दूसरा लाभांश (Dividend )के रूप में |

लाभांश(Dividend ) कंपनी के लाभ(Profit ) का वह हिस्सा है जो वह अपने शेयर धारको(Shareholders ) को देती है | जैसे :- अगर मैंने ELM कंपनी का शेयर 100 रूपये में ख़रीदा और बाद में उसका मूल्य बढ़कर 200 रुपये गया तो 100 रूपये पूजी में बृद्धि हुई |

2. आय भी होता है

शेयर में निवेश केवल पूँजी में बृद्धि के रूप में ही लाभ नहीं देता है बल्कि निवेशक को लाभांश के रूप में भी आय होती है|

3. शेयर में निवेश सट्टा नहीं

आम तौर पर लोग शेयर बाजार में निवेश की तुलना सट्टा लगाने से करते है जबकि यह सत्य नहीं है |

शेयर खरीदने के पहले आपको जिस कंपनी का शेयर खरीदना है उसके Financial Condition से लेकर कंपनी के भविष्य की सम्भावनाओ को अच्छी तरह समझना चाहिए | इससे आपका रिस्क काम होगा और लाभ की सम्भावना बढ़ेगी |

4. आसानी से नकद में बदलने योग्य (Easily convertible into cash)

एक अच्छे निवेश की पहचान यह होती है कि उसे निवेशक कितनी आसानी से Cash में बदल सकता है | इस मापदंड पर शेयर में निवेश एकदम खरा उतरता है यानि आप जब चाहे शेयर को बेचकर नकदी में बदल सकते है |

5. पूँजी की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते है (You can ensure your capital safety)

अपने पूँजी को सुरक्षित करने के लिए निचे दिए गए कुछ मुख्य बिंदुओं को फॉलो कर सकते है |

  • तरलता (Liquidity ):- तरलता किसी संकट के वक़्त निवेश को नकद में बदलने में सक्षम बनाती है |
  • लम्बी निवेश रणनीति (Long term investment strategy):- लम्बी निवेश रणनीति बाजार के उतर चढ़ाव शेयर मार्केट एवं स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है? से शेयर मार्केट एवं स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है? सुरक्षा देती है |
  • निवेश सूचि में विविधता लाकर (Diversification in portfolio):- निवेश सूचि में विविधता पूँजी के नुकसान से बचाती है |

6. निवेश प्रबंधन आसान (You can manage your investment easily)

Real Estate की तुलना में शेयर में निवेश का प्रबंधन आसान है | Maintenance का खर्च काम होने के साथ ही खोने या चोरी होने का भय नहीं है |

7. कम पैसे से भी शुरुआत (Start with less capital)

दूसरे निवेश की तुलना में काम पैसे से भी शेयर बाजार में निवेश कर पैसा कमाया जा सकता है |

ऊपर दी गयी जानकारी इन्वेस्टर्स के शेयर बाजार के प्रति शंकाओ के समाधान के साथ -साथ उन्हें शेयर बाजार में कॉन्फिडेंस के साथ प्रवेश का रास्ता भी आसान करेगा |

हमने इस पोस्ट जो टॉपिक कवर किया है वो ये है – what is share meaning in hindi, what share market meaning in hindi, share kya hota hai, share ka kya matlab hota hai, share or stock me kya antar hai, share market ki jankari hindi me, share kya hai, what is stock in hindi, what is share in hindi

रिटेल इंवेस्टर्स ने बदला शेयर बाजार का ट्रेंड, एक्सपर्ट से जानिए क्या हैं इसके मायने

Businessman trading online stock market on teblet screen, digital investment concept

नई दिल्लीः सेंसेक्स ने एक बार फिर 60,000 अंक को पार किया है. इससे पहले अगस्त में डिमैट अकाउंट्स की तादाद 10 करोड़ के बड़े आंकड़े के पार निकल गई. भारत अब दुनिया में सबसे शानदार प्रदर्शन करने वाला स्टॉक मार्केट बन गया है. इस मामले में भारत ने दुनिया के कई बड़े मार्केट्स को बड़े अंतर से पीछे छोड़ दिया है. फेड प्रमुख जेरोम पॉवेल के जैक्शन होल में अत्यंत कड़े रुख से सबसे बड़े बाजार अमेरिका में कमजोरी देखने को मिल रही है. S&P इस कैलेंडर ईयर में 15 फीसदी तक लुढ़क गया है जबकि निफ्टी करीब चार फीसदी ऊपर है. हम इस शानदार प्रदर्शन को किस तरह से एक्सप्लेन करेंगे? क्या सेंसेक्स के 60,000 के स्तर को छूने और डिमैट अकाउंट्स की तादाद के 10 करोड़ तक पहुंचने के बीच कोई लिंक है?

वैश्विक स्तर पर मैक्रो-इकोनॉमी की तस्वीर बाजार में इस तरह की तेजी के लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है. दुनिया भर में ग्रोथ के तीन ड्राइवर्स – अमेरिका, चीन और यूरो जोन – में सुस्ती देखने को मिल रही है. यूरो जोन अभूतपूर्व ऊर्जा संकट का सामना कर रहा है और मंदी के कगार पर है. चीन प्रोपर्टी मार्केट से जुड़े संकट एवं बड़े पैमाने पर कोविड-19 से संबंधित लॉकडाउन की वजह से जूझ रहा है. अमेरिका की इकोनॉमी में मजबूत जॉब ग्रोथ देखने क मिल रही है. लेकिन इन सबसे बढ़कर ग्रोथ की रफ्तार कमी हुई है और बेरोजगारी दर 3.5 फीसदी से बढ़कर 3.7 फीसदी पर पहुंच गई है. अधिकतर सेंट्रल बैंक ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं और बॉन्ड यील्ड भी काफी अधिक बढ़ गया है. वैश्विक वृद्धि में 2023 में व्यापक स्तर पर सुस्ती देखने को मिल सकती है और बढ़ी हुई महंगाई में नरमी का कोई बड़ा संकेत नजर नहीं आ रहा है, खासकर विकसित देशों में. इन सभी मैक्रो इंडिकेटर्स से बुल मार्केट का शायद ही कोई संकेत नजर आ रहा है लेकिन अब बुल अपना स्थान ले रहे हैं.

रिटेल इंवेस्टर्स मार्केट को कर रहे हैं सपोर्ट
भारत में रिटेल इंवेस्टर्स उस समय काफी मजबूत सपोर्ट बनकर उभरे जब बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) लगातार बिकवाल बने हुए थे. सीधे और म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश करने वाले रिटेल इंवेस्टर्स FPI की जगह पर मजबूत शक्ति बनकर उभरे. अगर हम जुलाई 2021 से जून 2022 की अवधि पर गौर करें तो यह बात निकलकर सामने आती है कि FPIs ने स्टॉक एक्सचेंज के जरिए करीब 40,92,21 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की. हालांकि, इस अवधि में मार्केट पर बहुत अधिक असर देखने को नहीं मिला क्योंकि इस अवधि में घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) ने 32,8493 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की लिवाली की. (Source: एनएसडीएल). मार्च 2020 में डिमैट अकाउंट्स की तादाद 4.09 करोड़ थी जो अगस्त 2022 में बढ़कर 10 करोड़ पर पहुंच गई. यह भारत के कैपिटल मार्केट में रिटेल इंवेस्टर्स के उत्साह को दिखाता है. इससे मार्केट में अच्छी रफ्तार देखने को मिली.

यह बात समझने की जरूरत है कि रिटेल/डीआईआई का इस समय मार्केट पर बहुत अधिक वर्चस्व है. एक्सचेंज पर डेली कैश मार्केट वॉल्यूम के मामले में रिटेल इंवेस्टर्स की हिस्सेदारी 52 फीसदी है. वहीं, DIIs और FPIs की हिस्सेदारी क्रमशः 29 फीसदी और 19 फीसदी है. रिटेल/ DIIs इस समय मजबूत स्थिति में हैं. यह स्थिति पहले से बिल्कुल उलट है जब FPIs के कदमों से बहुत अधिक असर देखने को मिलता था. मार्केट के नए Paradigm ने पूरे गेम को बदलकर रख दिया है.

FPIs ने समझ लिया है कि एक्जिट आसान है लेकिन इंट्री महंगा

एफपीआई ने इस बात को समझ लिया है कि भारतीय मार्केट से एग्जिट करना बहुत आसान है लेकिन इंट्री करना काफी महंगा है. जब एफपीआई पांच फीसदी स्टॉक की बिक्री करते हैं तो मार्केट में उछाल की वजह से उन्हें अपने बेचे गए शेयरों को दोबारा खरीदना मुश्किल पड़ता है. अगले कुछ साल तक बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की ग्रोथ और कमाई की आमदनी की कहानी सबसे अच्छी साबित होने वाली है. इसी वजह से FPIs इस समय भारत में लिवाली कर रहे हैं और ऐसे समय में जब अमेरिका का 10 साल का बॉन्ड यील्ड 3.2 फीसदी से ऊपर है और डॉलर इंडेक्स 110 के आसपास है.

मार्केट को मिला फंडामेंटल सपोर्ट
रिटेल इंवेस्टर्स की भागीदारी भर से मार्केट में लगातार बढ़त देखने को नहीं मिल सकता है. इसे ठोस फंडामेंटल सपोर्ट की भी जरूरत है. इस साल और अगले साल भारत की ग्रोथ और कमाई की संभावनाएं सबसे ज्यादा मजबूत नजर आ रही हैं जब वैश्विक स्तर पर ग्रोथ की संभावनाएं थोड़ी कमजोर नजर आ रही हैं. आरबीआई के हालिया डेटा से ये बात सामने आती है कि भारत में क्रेडिट ग्रोथ 15.5 फीसदी के साथ 9 साल के उच्चतम स्तर पर है. यह मार्केट को मिलने वाला फंडामेंटल सपोर्ट है. मजबूत आर्थिक वृद्धि और रिटेल सेक्टर का उत्साह मार्केट में उछाल को सपोर्ट कर सकता है. इसके साथ ही निवेशकों को इस बात को लेकर सतर्क रहना चाहिए कि वैल्यूएशन अधिक होने की वजह से थोड़े भी निगेटिव ट्रिगर से मार्केट में करेक्शन देखने को मिल सकता है.शेयर मार्केट एवं स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है?

Stock Market: शेयर में पैसा लगाने वाले पढ़ लें ये खतरनाक भविष्यवाणी, मार्केट में मच जाएगा हाहाकार

alt

Stock Market: अगर आप भी समय-समय पर शेयर बाजार में न‍िवेश करते रहते हैं या स्‍टॉक्‍स में इनवेस्‍ट करने में रुच‍ि रखते हैं तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल, भारतीय शेयर बाजार के लिए इस व‍ित्‍तीय वर्ष की शुरुआत अच्छी नहीं रही. आईटी कंपन‍ियों से जुड़े शेयर में गिरावट और अमेरिकी बाजार में मंदी की आहट से शेयर बाजार ने गिरावट देखी है. लेकिन आने वाले समय में यह तस्वीर और भयावह हो सकती है.

आने वाले समय में करेक्शन आने की उम्‍मीद
जानकारों का कहना है क‍ि के बाजार में आने वाले समय में और करेक्शन दिखाई देने की उम्‍मीद है. निफ्टी ग‍िरकर 15600 तक आ सकता है. अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी बोफा सिक्योरिटीज (bofa securities) ने आने वाले समय में भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के लिए परेशानी का इशारा द‍िया है. बोफा ने संभावना जताई है क‍ि दिसंबर तक बेंचमार्क सूचकांक में 10 प्रतिशत का और 'करेक्शन' आएगा.

15,600 प्‍वाइंट तक ग‍िरने की संभावना
ब्रोकरेज कंपनी का अनुमान है क‍ि 50 शेयर वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 31 दिसंबर, 2022 तक 15,600 प्‍वाइंट पर रहेगा. इससे पहले बोफा ने जून महीने में निफ्टी के साल के अंत तक 14,500 अंक पर आने का अनुमान जताया था. लेक‍िन अपने इस अनुमान में कंपनी ने करेक्‍शन क‍िया है.

29 अरब डॉलर से अधिक की निकासी
बाजार में फ‍िलहाल विदेशी निवेशकों की ल‍िवाली के साथ बिकवाली का भी दौर चल रही है. इससे पहले विदेशी निवेशकों ने घरेलू शेयर बाजारों से 29 अरब डॉलर से अधिक की निकासी की है. बोफा के विश्लेषकों ने एक नोट में यह भी कहा क‍ि 'मौजूदा माहौल और वैश्विक मंदी की आहट को लेकर सतर्क बने हुए.' ब्रोकरेज कंपनी ने क्रूड में तेजी और रुपये में गिरावट जैसे संकेत शेयर मार्केट एवं स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है? भी द‍िए हैं.

बोफा की तरफ से निफ्टी के 16500 के स्‍तर तक टूटने की आशंका जताई गई है. हालांक‍ि 12 अगस्‍त को बंर हुए कारोबारी सत्र में सेंसेक्‍स 59,462 अंक पर और न‍िफ्टी 17,698 के स्‍तर पर बंद हुआ है. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये 79.63 के स्‍तर पर चल रहा है. प‍िछले कुछ द‍िनों में रुपये में बढ़ा उतार-चढ़ाव देखने को म‍िला है.

कोरोना की आहट से सहमा रहा शेयर बाजार. भारतीय रुपए में आठ पैसे की बढ़त

मुंबई। वैश्विक बाजार की तेजी के बावजूद देश में कोरोना की आहट से सहमे निवेशकों की चौतरफा बिकवाली के दबाव में शेयर बाजार आज लगातार तीसरे दिन भी सहमा रहा। देश में ओमीक्रॉन के वेरिएंट बीएफ7 के मामले मिलने से निवेशकों की निवेश धाराणा पर असर पड़ा है।

इससे बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 241.02 अंक यानी 0.39 प्रतिशत लुढ़ककर डेढ़ माह के निचले स्तर 61 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 60826.22 अंक पर रहा। इससे पूर्व यह 10 नवंबर को 60613.70 अंक पर रहा था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 71.75 अंक अर्थात 0.39 प्रतिशत गिरकर 18127.35 अंक पर आ गया।

दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई का मिडकैप 0.77 प्रतिशत उतरकर 25,285.23 अंक और स्मॉलकैप 1.83 प्रतिशत टूटकर 28,421.52 अंक पर रहा। इस दौरान बीएसई में कुल 3652 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2790 में बिकवाली जबकि 767 में लिवाली हुई वहीं 95 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में 41 कंपनियों में गिरावट जबकि शेष नौ में तेजी रही। बीएसई के 18 समूह बिकवाली के दबाव में रहे।

इस दौरान कमोडिटीज 0.90, सीडी 1.10, ऊर्जा 0.76, एफएमसीजी 0.70, वित्तीय सेवाएं 0.59, इंडस्ट्रियल्स 1.78, दूरसंचार 0.98, यूटिलिटीज 1.60, ऑटो 1.05, कैपिटल गुड्स 1.57, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.78, धातु 1.15, तेल एवं गैस 0.86, पावर 1.49 और रियल्टी समूह के शेयर 1.33 प्रतिशत गिर गए। चीन के शंघाई कंपोजिट की 0.46 प्रतिशत की गिरावट को छोड़कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तेजी का रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.46, जर्मनी का डैक्स 0.05, जापान का निक्केई 0.46 और हांगकांग का हैंगसेंग 2.71 प्रतिशत की उछाल पर रहा।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया बृहस्पतिवार को आठ पैसे की तेजी के साथ 82.76 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इस तेजी का कारण विदेशी बाजारों में डॉलर का कमजोर होना था।

बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में गिरावट से रुपये का लाभ सीमित रहा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.78 के स्तर पर मजबूत खुला और कारोबार के अंत में यह आठ पैसे की तेजी दर्शाता 82.76 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान रुपये ने 82.64 के उच्चस्तर और 82.79 के निचले स्तर को छुआ। इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 14 पैसे की गिरावट के साथ 82.84 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था। इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.32 प्रतिशत घटकर 103.89 रह गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.58 प्रतिशत बढ़कर 83.50 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 241.02 अंक घटकर 60,826.22 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने बुधवार को 1,119 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

Gainers & Losers: लगातार चौथे दिन टूटा बाजार, आज इन शेयरों में रहा जोरदार एक्शन

Moneycontrol लोगो

Moneycontrol 12 घंटे पहले Moneycontrol Hindi

© Moneycontrol द्वारा प्रदत्त Gainers & Losers: लगातार चौथे दिन टूटा बाजार, आज इन शेयरों में रहा जोरदार एक्शन कोरोना की खबरों के बीच बाजार की हालत दिन ब दिन पस्त हो रही है। आज बाजार में ब्लैक फ्राइडे जैसा हाल रहा। सेंसेक्स 981 तो निफ्टी 321 प्वाइंट गिर गया। सिर्फ पिछले 3 दिनों की बात करें तो सेंसेक्स -निफ्टी ने 3 परसेंट से ज्यादा की गिरावट देख ली और निवेशकों के साढ़े 13 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो गए । कारोबार के अंत में सेंसेक्स 980.93 अंक यानी 1.61 फीसदी की गिरावट के साथ 59,845.29 के स्तर पर बंद हुआ है जबकि निफ्टी 305.75 अंक यानी 1.69 फीसदी की गिरावट के साथ 17,821.60 के स्तर पर बंद हुआ है। आज इन शेयरों में दिखा सबसे ज्यादा एक्शन BHEL | CMP: Rs 74.50 | आज यह शेयर 5 फीसदी से ज्यादा टूटा। CFBC Boilers के लिए फिनलैंड की कंपनी Sumitomo SHI FW के साथ लाइसेंसिंग करार किया है। इस खबर का असर आज इस स्टॉक में देखने को मिला। Bandhan Bank | CMP: Rs 227.40 | आज यह शेयर लाल निशान में बंद हुआ। बंधन बैंक के 8897 करोड़ रुपये के बैड लोन के निपटारे के लिए एक एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी से (ARC) से बाइंडिंग बिड प्राप्त हुई है। एआरसी ने इसके लिए 801 करोड़ रुपये की बिड दाखिल की है। इस के चलते आज यह स्टॉक लालनिशान में बंद हुआ। Rail Vikas Nigam | CMP: Rs 63.15 | आज इस स्टॉक ने 5 फीसदी का लोअर सर्किट हिट किया। कंपनी को गुजरात मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (जीएमआरसी) से सूरत मेट्रो रेल प्रोजेक्ट फेज-1, डीसी 2 के लिए भेसन डिपो कम वर्कशॉप के निर्माण का ठेका मिला है। प्रोजेक्ट की कुल लागत 198.93 करोड़ रुपये है। स खबर का असर आज इस स्टॉक में देखने को मिला। Share Market: शेयर बाजार के लिए तबाही भरा रहा यह हफ्ता, पिछले 7 दिन में निवेशकों के ₹19 लाख करोड़ डूबे Sula Vineyards | CMP: Rs 315.50 | आज यह शेयर 4 फीसदी टूटा। जुपिटर इंडिया फंड ने देश की सबसे बड़े वाइन उत्पादक कंपनी के 6.32 लाख शेयर 361 रुपये प्रति शेयर के औसत मूल्य पर खरीदे हैं। गोल्डमैन सैक्स फंड्स गोल्डमैन सैक्स इंडिया इक्विटी पोर्टफोलियो ने 351.48 रुपये प्रति शेयर के औसत मूल्य पर अतिरिक्त 6.95 लाख शेयर खरीदे हैं। गोल्डमैन सैक्स के पास पहले से ही कंपनी के 12 लाख शेयर या 1.43% हिस्सेदारी है। 3i Infotech | CMP: Rs 38.95 | आज यह शेयर 3 फीसदी से ज्यादा टूटा है। आईटी कंपनी को यूरेका फोर्ब्स (Eureka Forbes) से डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेज्ड सर्विसेज के लिए कॉन्ट्रैक्ट मिला है।

Moneycontrol की और खबरें

Top Corporate Deals in 2022: दुनिया की पांच सबसे बड़ी कॉरपोरेट डील्स, भारत से भी एक सौदा सूची में शामिल

रेटिंग: 4.71
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 695