नहीं रहे Share Market के 'बिग बुल' Rakesh Jhunjhunwala, जानिए कैसे 5000 रुपये को बनाया 43 हजार करोड़
राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में निवेश का सफर सिर्फ 5000 रुपये से शुरू किया था. आज उनके पास 43 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक की दौलत है.
शेयर बाजार के बिग बुल (Share Market Big Bull) और भारत के वॉरेन बफे (Warren Buffet) कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला का 62 साल की उम्र में निधन (Rakesh Jhunjhunwala Death) हो गया है. किडनी समेत उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं, जिसके शेयर बाजार से परिचय चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. उनके बारे में दलाल स्ट्रीट से जुड़े लोग तो ये भी कहते हैं कि वह अगर पत्थर को भी छू लें तो वह सोना हो जाए. उनके बारे में लोग यूं ही इतनी बड़ी बात नहीं कहते, बल्कि उनके निवेश करने का तरीका और समझ थी ही बहुत खास. राकेश झुनझुनवाला ने करीब 36 साल पहले सिर्फ 5000 रुपये से अपने निवेश का सफर शुरू किया था. वह कितने सफल रहे, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अभी उनकी नेटवर्थ (Rakesh Jhunjhunwala Net Worth) करीब 43 हजार करोड़ रुपये (जुलाई 2022 तक 5.5 अरब डॉलर) है. निवेश में धैर्य रखकर उन्होंने इतनी सारी दौलत कमाई.
सिर्फ 5000 रुपये से शुरू किया था निवेश
झुनझुनवाला की कहानी शुरू हुई थी 1985 में. उन दिनों लोग शेयर बाजार के बारे में बहुत ही कम जानकारी रखते थे और निवेश से डरते भी थे. आम लोग तो शेयर बाजार को एक सट्टे से अधिक कुछ नहीं मानते थे. ऐसे में अधिकतर लोग बैंक एफडी जैसे विकल्पों में पैसा लगाना पसंद करते थे, क्योंकि तब तक शेयर बाजार रेगुलेटेड भी नहीं था. उसी दौरान शेयर बाजार में एंट्री हुई राकेश झुनझुनवाला की. मिडिल क्लास फैमिली से आने वाले राकेश झुनझुनवाला के पास उस वक्त सिर्फ 5000 रुपये थे, जिससे उन्होंने ट्रेडिंग शुरू की.
एक के बाद एक मिलती रही सफलता
राकेश झुनझुनवाला ने अभी शेयर बाजार में अपना करियर शुरू ही किया था कि साल भर में ही उन्हें तगड़ा मुनाफा हुआ. 1986 में उन्होंने टाटा के करीब 5000 शेयर 43 रुपये के हिसाब से खरीदे. महज तीन महीनों में ही शेयर की कीमत 143 रुपये हो गई. यानी हर शेयर पर उन्हें 100 रुपये का मुनाफा हुआ. इस तरह उन्हें 5 लाख रुपये का तगड़ा मुनाफा हुआ.
पिता की वजह से शेयर बाजार में हुई दिलचस्पी
राकेश झुनझुनवाला की दिलचस्पी शेयर बाजार में उनके पिता की वजह से हुई. उनके पिता एक टैक्स ऑफिसर थे और अक्सर अपने दोस्तों से शेयर बाजार की बातें करते थे. झुनझुनवाला उनकी बातों को ध्यान से सुनते थे और धीरे-धीरे उनकी दिलचस्पी शेयर बाजार में बढ़ने लगी. यही वजह है कि कॉलेज में पढ़ने के दौरान ही उन्होंने शेयर बाजार में पैसे लगाना शुरू कर दिया था. झुनझुनवाला बताते थे कि उनके पिता उन्हें रोज अखबार बढ़ने की सलाह देते थे. उनका कहना था कि खबरों के चलते ही शेयर बाजार में उठापटक होती है. शेयर बाजार में उतरने से राकेश झुनझुनवाला के पिता ने उन्हें कभी नहीं रोका, लेकिन पैसों से कोई मदद भी नहीं की. यानी ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि वह सेल्फमेड बिलियनेर यानी खुद से बने हुए अरबपति थे.
उधार का पैसा लगाया शेयर बाजार में
राकेश झुनझुनवाला ने अपने भाई के कुछ क्लाइंट से पैसे उधार लेकर शेयर बाजार में एंट्री मारी थी. उन्होंने सभी को एफडी से ज्यादा रिटर्न देने का वादा किया था. आज की तारीख में राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो में 30 से भी अधिक शेयर हैं. उनके पास जो शेयर हैं, उनमें टाइटन, टाटा मोटर्स, स्टार हेल्थ एंड एलायड इंश्योरेंस कंपनी, मेट्रो ब्रांड्स, फोर्टिस हेल्थकेयर, नजारा टेक्नोलॉजीज, डीबी रियल्टी और टाटा कम्युनिकेशंस जैसे शेयर भी शामिल हैं और टाइटन में उनका सबसे बड़ा निवेश है.
हाल ही में शुरू की थी अकासा एयर
राकेश झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को हुआ था और आज 14 अगस्त 2022 को उनकी मौत हो गई है. वह RARE एंटरप्राइजेज नाम की निजी ट्रेडिंग फर्म चलाते हैं. इसके पहले दो शब्द 'RA' राकेश झुनझुनवाला के नाम के पहले दो लेटर हैं, जबकि दूसरे दो अक्षर 'RE' उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के नाम के पहले दो अक्षर हैं. हाल ही में उन्होंने अकासा एयर नाम की एयरलाइन कंपनी शुरू की थी, जो एक किफायती एयरलाइन है.
भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है? जाने इसके बारे में?
भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है (Bharat Mein Kul Kitne Stock Exchange Hai), स्टॉक मार्केट का मतलब होता है शेयर बाजार अगर विस्तार से कहा जाए तो शेयर का अर्थ है हिस्सा और बाजार का अर्थ है ऐसी जगह जहां आप खरीद बिक्री कर सकते हैं। शेयर बाजार स्टॉक मार्केट ऐसी जगह है जहां पर निवेशक कंपनियां अपने शेयर को बेचती और खरीदती है। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत के दो मुख्य शेयर बाजार हैं।
भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है (Bharat Mein Kul Kitne Stock Exchange Hai)
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भारत में कितने शेयर बाजार है
जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी से शेयर खरीदते हैं तो वह व्यक्ति को शेयर खरीदने के लिए कोई विशेष जगह से खरीदता है उस जगह को स्टॉक एक्सचेंज कहते हैं। कारोबार करने वाली कंपनियां सार्वजनिक रूप से बाजार से शेयर खरीदते और भेजते हैं।
भारत में स्टॉक एक्सचेंज कि काफी लंबी सूची है लेकिन इनमें से दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं जो सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं वह है मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज।
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 9 जुलाई 1875 में श्री प्रेम चंद्र राय द्वारा की गई थी। इन्हें बुलियन किंग बिग बुल और कॉटन किंग के नाम से भी जाना जाता था।
INDIA स्टॉक एक्सचेंज लिस्ट (A to Z Stock List)
देश में अब तक कुल 23 सेबी स्वीकृत स्टॉक एक्सचेंज है। भारतीय स्वीकृत स्टॉक एक्सचेंज के नाम इस प्रकार हैं:-
S.No. | स्टॉक एक्सचेंज |
1. | मुंबई स्टॉक एक्सचेंज मुंबई |
2. | over-the-counter एक्सचेंज मुंबई |
3. | नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मुंबई |
4. | उत्तर प्रदेश स्टॉक एक्सचेंज कानपुर |
5. | मेरठ स्टॉक एक्सचेंज मेरठ |
6. | वडोदरा स्टॉक एक्सचेंज वडोदरा |
7. | अहमदाबाद स्टॉक एक्सचेंज अहमदाबाद |
8. | बेंगलुरु स्टॉक एक्सचेंज बेंगलुरु |
9. | भुवनेश्वर स्टॉक एक्सचेंज भुवनेश्वर |
10. | कोचीन स्टॉक शेयर बाजार से परिचय एक्सचेंज कोची |
11. | कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज कोलकाता |
12. | गुवाहाटी स्टॉक एक्सचेंज गुवाहाटी |
13. | दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज दिल्ली |
14. | कोयंबतूर स्टॉक एक्सचेंज कोयंबटूर |
15. | हैदराबाद स्टॉक एक्सचेंज हैदराबाद |
16. | जयपुर स्टॉक एक्सचेंज जयपुर |
17. | लुधियाना स्टॉक एक्सचेंज लुधियाना |
18. | कैमरा स्टॉक एक्सचेंज बैंगलोर |
19. | चेन्नई स्टॉक एक्सचेंज चेन्नई |
20. | पुणे स्टॉक एक्सचेंज पुणे |
21. | मगध स्टॉक एक्सचेंज पटना |
22. | मध्य प्रदेश स्टॉक एक्सचेंज इंदौर |
23. | कैपिटल स्टॉक एक्सचेंज केरल लिमिटेड तिरुवंतपुरम केरल |
पहले भारत में कुल 24 स्टॉक एक्सचेंज हुआ करते थे लेकिन अब इसकी संख्या घटकर 23 हो गई है। 9 जुलाई 2007 में सीबीआई द्वारा स्वस्थ कामकाज के कारण सौराष्ट्र स्टॉक एक्सचेंज राजकोट की मान्यता रद्द कर दी थी।
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savita kumari
मैं सविता मीडिया क्षेत्र में मैं तीन साल से जुड़ी हुई हूं और मुझे शुरू से ही लिखना बहुत पसन्द है। मैं जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएट हूं। मैं candefine.com की कंटेंट राइटर हूँ मैं अपने अनुभव और प्राप्त जानकारी से सामान्य ज्ञान, शिक्षा, मोटिवेशनल कहानी, क्रिकेट, खेल, करंट अफेयर्स के बारे मैं जानकारी प्रदान करना मेरा उद्देश्य है।
कैसे पकड़ें शेयर बाजार की नब्ज व जानिए टेक्निकल एनालिसिस का अर्थ
दरअसल अनिश्चितता से भरे शेयर ट्रेडिंग में भावों के उतार-चढ़ाव को समझना ही सबसे बड़ी चुनौती होती है। जो ट्रेडर यह समझते हैं कि मुनाफा कमाना बड़ा लक्ष्य है, वे अक्सर घाटा खाते हैं, जबकि भावों की भाषा को पढ़ने वाले कुल मिलाकर फायदे में रहते हैं, क्योंकि किसी भी शेयर के भावों में ही छिपा रहता है उसका भूत, वर्तमान और भविष्य, बस इसे पढ़ने के लिए सधी और पैनी नजर चाहिए। अब सवाल है कि भावों की भाषा पढ़ी कैसे जाए। इसका एक प्रमुख माध्यम है टेक्निकल एनालिसिस।
टेक्निकल एनालिसिस का अर्थ है किसी स्टॉक के मार्केट डाटा का सूक्ष्म अध्ययन करके उसकी संभावित कीमत का अनुमान लगाना। इसमें मुख्य रूप से दो बातों पर गौर किया जाता है। भाव और ट्रेडिंग की मात्रा यानी वॉल्यूम। सरल शब्दों में कहा जाए तो टेक्निकल एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी स्टॉक की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया। इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। यदि किसी स्टॉक में औसतन रोजाना एक लाख शेयर ट्रेड होते हैं और अगर किसी एक दिन अचानक इनकी तादाद बढ़कर एक लाख 70 हजार हो जाए तो इसका मतलब है कि जरूर उस स्टॉक में कोई हलचल मची है।
टेक्निकल से अलग फंडामेंटल: आगे बढ़ने से पहले हम आपको बता दें कि टेक्निकल एनालिसिस फंडामेंटल एनालिसिस से अलग है। फंडामेंटल एनालिसिस में जहां हम लंबे निवेश के नजरिए से कंपनी के अतीत और वर्तमान को कसौटी पर कसने की कोशिश करते हैं, वहीं टेक्निकल एनालिसिस मूल रूप से भावों की तात्कालिक गणना पर आधारित पद्धति है। इसका उद्देश्य ट्रेडर की मदद करना होता है। फिर चाहे वह ट्रेडर इंट्रा डे हो या फिर शॉर्ट टर्म ट्रेडर। फंडामेंटल एनालिसिस में हम कंपनी की आय, उसके द्वारा दिए गए लाभांश और शोध जैसी बातों को अपने अध्ययन का आधार बना सकते हैं।
टेक्निकल एनालिसिस में इनमें से कुछ संकेतकों का उपयोग किया जा सकता है लेकिन इसमें मुख्य रूप से कुछ विशेष टूल्स और तकनीक का इस्तेमाल किया जता है। इन विशेष साधनों में एक है चार्ट का अध्ययन। चाटरें के जरिए टेक्निकल एनालिसिस करने वाला ट्रेडर दो अहम चीजों पर ध्यान देता है- पहला प्राइस मूवमेंट और दूसरा शेयर का ट्रेंड। अगर कोई शेयर आपके द्वारा निर्धारित कीमत से दो फीसदी गिर भी जाता है तो मुमकिन है कि वह अपट्रेंड हो। यानी उसमें मुनाफा वसूली या किसी और वजह से थोड़े वक्त के लिए करेक्शन आया हो लेकिन वह जल्द ही फिर से रफ्तार पकड़ सकता है। टेक्निकल एनालिसिस के जरिए हम यह समझने की कोशिश करते हैं कि किस सीमा के बाद कोई शेयर अपनी दिशा बदल सकता है।
टेक्निकल एनालिसिस को समझने व ट्रेड के लिए चार्ट पैटर्न की मदद कैसे ली जाती है: टेक्निकल एनालिसिस में काम आने वाले चार्ट पैटर्न भी कई तरह के होते हैं। जैसे- हेड एंड शोल्डर, डबल टॉप या बॉटम वगैरह। इसके अलावा जो चीज टेक्निकल एनालिसिस में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है, वह है मूविंग एवरेज। मूविंग एवरेज पर अलग से चर्चा करेंगे, फिलहाल हम आपको उसका एक परिचय देते चलें। मूविंग एवरेज का अर्थ है कि कोई शेयर किसी खास अवधि में किस औसत भाव के साथ मूव कर रहा था। इसका आकलन लगाने में हम कुछ और तकनीकी बिंदुओं पर गौर कर करते हैं, जैसे, सपोर्ट और रेजिस्टेंस।
आगे की पोस्टो में हम टेक्निकल एनालिसिस के एक एक पहलू पर विस्तार से गौर करेंगे। हम इसके जरिए शेयर के भावों का अर्थशास्त्र समझने की कोशिश करेंगे। लेकिन ये याद रखिए कि एक सफल ट्रेडर के लिए टेक्निकल एनालिसिस का ज्ञान होना जरूरी है तो फंडामेंटल एनालिसिस की समझ भी आवश्यक है। शेयर बाजार में कीमतें किसी एक सिद्धांत के आधार पर तय नहीं होती हैं। यहां सबसे बड़ा नियम है अनिश्चितता का। इसलिए आप बाजार के विश्लेषण की जितनी ज्यादा विधाओं को समझेंगे, आपका एप्रोच और एक्शन उतना ही सटीक होगा।
शेयर ट्रेडिंग में किसी भी ट्रेडर को नुकसान क्यों होता है? सीधा जवाब है- वह एंट्री और एक्जिट के सही भाव का अनुमान लगाने में विफल रहा। अगर सही प्राइस प्वाइंट मिल गया तो फिर समझिए कि मंजिल आधी फतह हो गई।
Rakesh JhunJhunwala Died: शेयर कारोबारी राकेश झुनझुनवाला का निधन, 5 हजार रुपए से 16 हजार करोड़ के सफर पर एक नजर
शेयर बाजार के बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला का एक लंबी बीमारी के चलते आज 62 साल की उम्र में निधन हो गया. उनका निधन मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में सुबह 6.45 पर हुआ.
राकेश झुनझुनवाला का निधन
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 14 अगस्त 2022,
- (Updated 14 अगस्त 2022, 10:56 AM IST)
पेशे से चार्टर्ड एकाउन्टैन्ट थे झुनझुनवाला
झुनझुनवाला के निधन से देश में शोक की लहर
शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का एक लंबी बीमारी के चलते 62 साल की उम्र में निधन हो गया. मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आज सुबह 6.45 पर उनकी मौत की पुष्टि हुई है. झुनझुनवाला को शेयर मार्केट का बिग बुल कहा जाता है. 1985 में पहली बार झुनझुनवाला ने 5 हजार रुपए से शेयर बाजार में कदम रखा था. आज वो 16 हजार करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं. हाल ही में झुनझुनवाला की एयरलाइंस कंपनी अकासा एयर की पहली फ्लाइट ने उड़ान भरी थी.
झुनझुनवाला के निधन पर देश में शोक की लहर
उनकी निधन के पर देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनकी मौत पर शोक जताया है. प्रधानमंत्री मोदी सहित देश के जाने-माने हस्तियों ने झुनझुनवाला की मृत्यु पर संवेदनाएं प्रकट की. केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल जो कि राकेश झुनझुनवाला के बेहद करीबी रहे उन्होंने भी परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा, "यह बहुत दुखद समाचार है. राकेश को मैंने आज से 30 साल पहले देखा था क्योंकि उनके पिताजी का हमारे परिवार के साथ बेहतर संबंध था इसलिए हमारा परिचय हुआ. राकेश झुनझुनवाला एक देशभक्त है और उनके मन में देश में आर्थिक विकास लाने की तड़प थी और उनका संकल्प था कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो हो सकेगा करेंगे."
पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट थे झुनझुनवाला
राकेश झुनझुनवाला की कंपनी का नाम 'रेयर इंटरप्राइजेज' है. जिसका पोर्टफोलियो मैनेजमेंट राकेश खुद करते थे. राकेश पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं. राकेश की परवरिश मुंबई के एक अग्रवाल परिवार में हुई. जहां उनके पिता, आयकर आयुक्त, बॉम्बे के रूप में काम करते थे. उनका परिवार झुंझुनू का रहने वाला है, इसलिए उन्हें झुनझुनवाला कहा जाता है.
कौन हैं राकेश झुनझुनवाला?
शेयर मार्केट के बिग बुल और भारत के वॉरेन बफेट कहलाने वाले राकेश झुनझुनवाला एक स्टॉक मार्केट इन्वेस्टर है. कहते हैं कि पूत के पाँव पालने में ही नजर आ जाते हैं. उसी तरह राकेश को भी बचपन से ही निवेश और शेयर बाजार में खास दिलचस्पी थी, यही वजह थी कि अपने शुरुआत के दिनों में उन्होंने बिजनेस में 5000 रुपये लगाकर उसको 18, 000 करोड़ तक पंहुचा दिया और भारत के 48 वें नंबर के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए. राकेश झुनझुनवाला Rare Enterprises नाम से एक Stock Trading Firm चलाते हैं. जहां पर वो अपना खुद का पोर्टफोलियो संभालते हैं.
कॉलेज के दिनों से करते थे निवेश
झुनझुनवाला की एजुकेशन पर नजर डालें तो उन्होंने अपनी शुरूआती पढ़ाई बहुत ही सामान्य स्कूल से की है. उसके बाद उन्होंने मुंबई में अपनी कॉमर्स की पढ़ाई के लिए सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स में एडमिशन लिया. वहां से कॉमर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) बनने का ख्याल आया. सीए की पढ़ाई पूरी करने के लिए उन्होंने द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया में प्रवेश किया. झुनझुनवाला को कॉलेज के दिनों से ही शेयर बाजार में काफी दिलचस्पी थी. तभी तो पढ़ाई करते समय ही उन्होंने शेयर बाजार के बारे में सीखना शुरू कर दिया. कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद वो एक आम निवेशक की तरह बाजार में आए थे, लेकिन देखते ही देखते वो भारत के सबसे बड़े निवेशक बन गए.
पिता की वजह से बढ़ी शेयर मार्केट में दिलचस्पी शेयर बाजार से परिचय
कहते हैं बच्चे मां-बाप की परछाई होते हैं. कुछ ऐसा ही था राकेश झुनझुनवाला के साथ. उन्हें शेयर मार्केट में दिलचस्पी भी अपने पिता के कारण ही बढ़ी. झुनझुनवाला अपने स्कूल के दिनों से अपने पिता को उनके दोस्तों के साथ शेयर मार्केट की बातें करते हुए सुनते थे. दिनभर जब घर में शेयर बाजार की बातें होती तो धीरे-धीरे राकेश के मन में भी इसको लेकर जिज्ञासा बढ़ती गई. तब उनके मन में ख्याल आया की क्यों न पिताजी से शेयर बाजार के बारे में कुछ जानकारी ली जाए. एक दिन उन्होंने अपने पिता से पूछा कि शेयर की कीमत रोज ऊपर नीचे क्यों जाती है? तब उनके पिता ने उन्हें बताया की अगर उन्हें शेयर बाजार के बारे में समझना है तो उन्हें प्रतिदिन अख़बार पढ़ने होंगे और वहाँ से उन्हें यह समझना होगा की कौन कौन से कारण है जिसकी वजह से शेयर बाजार में उतार चढ़ाव होता है. झुनझुनवाला कॉलेज से पहले ही शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते थे, लेकिन उनके पिता ने सुझाव दिया की पहले की कॉलेज से ग्रेजुएशन कर लो उसके बाद इसमें निवेश करना.
Share Market Tips in Hindi | शेयर बाजार के टिप्स और जानकारियां
Share Market Tips in Hindi | शेयर बाजार के टिप्स और जानकारियां
आज हम आपको शेयर बाजार के बारे में बताने जा रहे हैं आखिर क्या है शेयर बाजार, शेयर बाजार में ऐसा क्या होता है की बहुत से लोग उसने अपना पैसा लगाते भी हैं और गवाते भी हैं, आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे है जिससे कि आपके पैसे शेयर बाजार में नहीं डूबेंगे, जब तक आपको शेयर मार्केट के बारे में पूरी तरह से अच्छी जानकारी न हो,तब तक उसमे जाने की गलती न करे.
शेयर बाजार एक बहुत ही खतरनाक खेल की तरह है इसमें जाने से पहले आपको इसके बारे में सारी तरह की जानकारी को पा लेना बहुत ही आवश्यक है. यह जरुरी नहीं कि शेयर बाजार में किसी अलग तरह की प्रतिभा की जरूरत है इसमें हर कोई इंसान हिस्सा ले सकता है, आइए आपको बताते हैं कि क्या है शेयर मार्केट शेयर मार्केट के अंदर हम किसी भी कंपनी का शेयर खरीद सकते हैं हम जिस भी कंपनी का घर शेयर खरीदते हैं हम उसके हिस्सेदार हो जाते हैं और उस कंपनी के जितने भी प्रोडक्ट होते हैं उनके बिकने से या उनकी सेलिंग होने से उस कंपनी को जितना का भी फायदा होता है उसका फायदा फिर हमें भी मिलेगा, अगर उस कंपनी को प्रोडक्ट बेचने पर कोई फायदा नहीं हो रहा तो वह नुकसान हमें भी झेलना पड़ेगा.
हमने आपके लिए शेयर बाजार से जुडी कुछ जरुरी टिप्स एवं जानकारी इखट्टा की हैं, कृपया शेयर मार्केट में पैसा लगाने से पहले इन्हें जरूर पढ़ें
1. शेयर मार्केट में जो कंपनी फायदे में चल रही होती है उसके शेयर की कीमत भी ज्यादा होती है और जो कंपनी घाटे में चल रही होती है उसके शेयर की कीमत भी कम रहती है.
2. इसलिए आपको अपने पैसे बहुत सोच समझकर शेयर मार्केट में लगाने चाहिए शेयर मार्केट में जाए तब आपको शुरू में बहुत ही कम पैसे की शेयर को खरीदना चाहिए जैसे जैसे आप थोड़े एक्सपर्ट होते जाए तब अपनी इन्वेस्टमेंट को बढ़ाते जाएं जिससे कि आपको कभी भी घाटा ना हो.
3. दूसरी बात जब भी आप शेयर मार्केट में जिस कंपनी पर इन्वेस्टमेंट करें तो पहले यह पक्का कर लें कि वह कंपनी भरोसे लायक है या नहीं.
4. शेयर मार्केट में बहुत से लोग इन्वेस्टमेंट करते हैं लेकिन बहुत कम ही उस में सफल हो पाते हैं क्योंकि शेयर मार्केट में स्टॉक की या किसी भी चीज की कोई पक्की गारंटी नहीं दी जाती है.
5. शेयर शेयर बाजार से परिचय मार्केट में आपकी किस्मत का कुछ पता नहीं है या तो आप एक साथ अमीर भी हो सकते हैं और अगर कंपनी के प्रोडक्ट का रेट गिर गया तो आपकी इन्वेस्टमेंट शून्य भी हो सकती है.
6. जब आपको लगे कि आप द्वारा इन्वेस्टमेंट किए गए कंपनी के शेयर का रेट गिर रहा है तो आप जल्द से जल्द अपने शेयर को बेच दें
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