Cryptocurrency में निवेश का बना लिया है मन तो Crypto 101 के बारे में जान लें सबकुछ, वरना हो सकती है दिक्कत!
बिटकॉइन सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टोकरेंसी है जिसके बारे में हर कोई जानता है और बात करता है, लेकिन यह एकमात्र तरह की क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। लिटकोइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबा इनु, डॉगकॉइन आदि भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के लिए फिलहाल भारत में कोई कानून नहीं है।
महब कुरैशी. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है कि, इसमें शेयर बाजार के विपरीत तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ऐसे में बहुत से लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करके बड़ा लाभ कमाया है। वहीं जिन लोगों ने अभी तक इसमें कभी निवेश नहीं किया है। अब वह भी बिटकॉइन, डॉगकोइन और एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं। आपको बता दें क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत हुए अभी केवल 10 साल ही पूरे हुए है। लेकिन इसके बावजूद इसमें लोगों की रूचि दिन दूनी रात चौगनी बढ़ रही है। ऐसे में अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं। तो आपको इस खबर को पूरा पढ़ना चाहिए। क्योंकि इसके बिना आपको तकड़ा नुकसान हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल संपत्ति हैं- जिनका उपयोग आप निवेश के रूप में और यहां तक कि ऑनलाइन खरीदारी के लिए भी कर सकते हैं। यह क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित है, जिससे नकली या दोहरा खर्च करना लगभग असंभव हो जाता है। लेकिन यहां पर ये ध्यान देने वाली बात है कि, क्रिप्टोकरेंसी भौतिक रूप से मौजूद नहीं है, जिसका अर्थ है कि आप एक बिटकॉइन नहीं उठा सकते हैं और इसे अपने हाथ में पकड़ सकते हैं। और भारतीय रुपये के विपरीत, कोई केंद्रीय प्राधिकरण नहीं है जो क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य को बनाए रखता है।
इसके अलावा, क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रत्येक सिक्के में प्रोग्राम या कोड की एक अनूठी लाइन होती है। इसका मतलब है कि इसे कॉपी नहीं किया जा सकता है, जिससे उन्हें ट्रैक करना और पहचानना आसान हो जाता है।
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यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी को सरकार जैसे केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा समर्थित नहीं किया जाता है। इसके बजाय, ये कंप्यूटर की एक श्रृंखला में चलते हैं। यह बिना किसी बिचौलिए के वेब पर पीयर-टू-पीयर से एक्सचेंज किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी का विकेंद्रीकरण किया जाता है – जिसका मतलब है कि कोई भी सरकार या बैंक यह प्रबंधित नहीं करता है कि वे कैसे बने हैं, उनका मूल्य क्या है, या उनका आदान-प्रदान कैसे किया जाएगा। सभी क्रिप्टो लेनदेन क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित हैं – जिसका अर्थ है कि यह केवल बेचने वाले और खरीदने वाले को इसकी सामग्री देखने की अनुमति होती है।
आप क्रिप्टोकरेंसी को कैसे स्टोर कर सकते हैं?
क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन ‘वॉलेट’ में स्टोर बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई किया जा सकता है, जिसे आपकी ‘private key’ के यूज से एक्सेस किया जा सकता है। अगर इसे समझा जाए तो एक सुपर-सुरक्षित पासवर्ड के बिना क्रिप्टो को एक्सचेंज नहीं किया जा सकता।
किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है?
बिटकॉइन सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टोकरेंसी है जिसके बारे में हर कोई जानता है और बात करता है, लेकिन यह एकमात्र तरह की क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। लिटकोइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबा इनु, डॉगकॉइन आदि भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं। कॉइनमार्केट कैप के अनुसार, वर्तमान में 6,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।
क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें?
इस सवाल का जवाब भी अब आसान हो गया है। बढ़ती लोकप्रियता के चलते अब बाजार में ढेरो क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स हैं। ऐसे में देश में Bitcoin और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स में WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO के नाम शामिल हैं। इन्वेस्टर्स Coinbase और Binance जैसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स से Bitcoin, Dogecoin और Ethereum जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी भी खरीद सकते हैं।
सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी प्लेटफॉर्म चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। आपको केवल इन प्लेटफॉर्म्स पर साइन अप करना होगा। इसके बाद अपना KYC प्रोसेस पूरा कर वॉलेट में मनी ट्रांसफर करना होगा। इसके बाद आप खरीदारी कर पाएंगे।
क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार का रूख बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई क्या है?
फिलहाल, भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कवर करने वाली कोई कानून नहीं है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी का मालिक होना अवैध है। इस बीच, भारत को अभी तक आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 के क्रिप्टोक्यूरेंसी और विनियमन को प्रस्तुत करना बाकी है, जो “आधिकारिक डिजिटल मुद्रा” के शुभारंभ के लिए नियामक ढांचा तैयार करेगा, इसे संसद के बजट सत्र में पेश किया जाना था, लेकिन हितधारकों के साथ चर्चा के चलते इसे टाल दिया गया। आपको बता दें अब तक, केवल कुछ देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी तौर पर स्वीकार किया है और यह सूची काफी छोटी है।
बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई
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Cryptocurrency: बिटकॉइन में करते हैं निवेश तो भरना होगा टैक्स, जान लीजिए यह नियम
Cryptocurrency: आज कुछ रुपयों का बिटकॉइन लाखों रुपयों में पहुंच गया है। कई लोग डायरेक्ट इस पर निवेश करते हैं तो कई लोगों ने खरीदने और बेचने का काम शुरु कर दिया है, जिसके जरिए लोग अच्छा-खासा मुनाफा भी कमा रहे हैं। वहीं इस क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे लाभ को देखते हुए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भी कई नियम जोड़ दिए हैं।
नई दिल्ली। देश में बिटकॉइन और क्रिप्टाकरेंसी का निवेश काफी तेजी बढ़ रहा है। आज लोग गोल्ड या किसी अन्य चीज में निवेश करने से ज्यादा क्रिप्टोकरंसी पर पैसा लग रहे हैं। जिसका नतीजा है कि आज कुछ रुपयों का बिटकॉइन लाखों रुपयों में पहुंच गया है। कई लोग डायरेक्ट इस पर निवेश करते हैं तो कई लोगों ने खरीदने और बेचने का काम शुरू कर दिया है, जिसके जरिए लोग अच्छा-खासा मुनाफा भी कमा रहे हैं। वहीं इस क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे लाभ को देखते हुए टैक्स डिपार्टमेंट ने भी कई नियम जोड़ दिए हैं। जिन्हें जानना आपके लिए काफी जरूरी है। यदि आप इनकम टैक्स भरते हैं तो उसमें इस चीज का जिक्र जरूर किया जाएगा कि आप बिटकॉइन और डिजिटल करंसी से कितनी कमाई कर रहे हैं। उसी हिसाब से यह तय किया जाएगा कि आपको कितना टैक्स चुकाना होगा। यदि आप इसे नहीं मानते हैं तो आपको इनकम टैक्स की कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
कैसे, कब और कितना देना होगा टैक्स
बिटकॉइन से कमाई करने वाले लोगों का यह सवाल जरूर होगा कि उसे इनकम टैक्स के किस हेड में दिखाया जाएगा। टैक्स की कितनी देनदारी बनेगी और बिटकॉइन पर किस तरह टैक्स चुकाया जाएगा। लेकिन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से इस बारे में अभी तक किसी तरह का कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। इनकम टैक्स ने अभी क्रिप्टोकरंसी को लेकर कोई नियम नहीं बनाया है। वहीं इस क्षेत्र में पैसा लगाकर मुनाफा कमा रहे लोगों के मन में यह सवाल जरूर है कि उन्हें टैक्स कैसे, कब और कितना देना होगा। निवेशक इस बारे में स्पष्टीकरण की मांग कर रहे हैं।
जानिए income tax का रूल
इनकम टैक्स नियम के मुताबिक सिर्फ खेती से की गई कमाई टैक्स फ्री होगी। इसके अलावा हर तरह की कमाई पर टैक्स भरना होगा। ऐसे में यदि आप बिटकॉइन या किसी अन्य बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई क्रिप्टोकरंसी से कमाई करते हैं तो आपको उसपर टैक्स चुकाना होगा। अगर कोई निवेशक क्रिप्टो ट्रेडिंग करता है तो उसकी आमदनी को बिजनेस आय मानी जाएगी और इसी हिसाब से टैक्स देना होगा।
कितना Tax भरें ?
क्रिप्टोकरंसी को खरीदने और बेचने वाले लोगों के टैक्स भरना बेहद जरूरी हो गया है। इसी तरह यदि कोई 3 साल बाद क्रिप्टोकरंसी बेचता है तो उसे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन के हिसाब से टैक्स भरना पड़ेगा। लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर 20 प्रतिशत का टैक्स देना होगा। इसके साथ ही यदि आप क्रिप्टोकरंसी खरीद कर जल्दी-जल्दी बेच रहे हैं तो इसे बिजनेस समझा जाएगा। उस लिहाज से भी आपको टैक्स भरना होगा।
सरकार ने इस मामले पर कहा है कि बिटकॉइन में ट्रेडिंग बिजनेस इनकम के तौर पर देखा जाएगा। इस पर अलग-अलग कैटगरी के हिसाब से टैक्स भरना होगा। जो लोग बिटकॉइन की ट्रेडिंग करते हैं, वे अपने टैक्स स्लैब को जानकर आयकर चुका सकते हैं।
क्या Cryptocurrency को कैश में करा सकते हैं कन्वर्ट? हां बिल्कुल, ये हैं तरीके
Cryptocurrency Converter : क्रिप्टोकरेंसी पिछले कुछ वक्त में निवेश का एक पॉपुलर माध्यम बन गया है, लेकिन फ्लैट करेंसी के मुकाबले इसका इस्तेमाल अभी भी कहीं नहीं पहुंचा है. ऐसे में इनको इस्तेमाल करने के लिए इन्हें कैश में कन्वर्ट कराना पड़ता है.
Bitcoin Investment : क्रिप्टोकरेंसी को कैश में कन्वर्ट कराया जा सकता है.
आज के वक्त में Cryptocurrency युवाओं के लिए निवेश का पॉपुलर माध्यम बन गया है, हालांकि, इसके इस्तेमाल का चलन फ्लैट करेंसी के मुकाबले कहीं नहीं है. गिनी-चुनी ही कंपनियां हैं, जो क्रिप्टो में पेमेंट (Crypto Payment) ले रही हैं, वर्ना इस्तेमाल करने के लिए क्रिप्टो कॉइन्स को कैश में कन्वर्ट (converting crypto coins into cash) कराना पड़ता है. ये अच्छी बात है कि इसको कन्वर्ट कराना आसान है. हालांकि, क्रिप्टो को कैश में कन्वर्ट कराते वक्त निवेशकों को कई चीजें ध्यान में रखनी पड़ेंगी. वर्चुअल करेंसी की कीमतें बहुत तेजी से ऊपर-नीचे होती हैं, ऐसे में अगर आपने ध्यान नहीं दिया तो आपको नुकसान हो सकता है. वहीं, अगर आप किसी तरह का जोखिम ज्यादा लिए बिना क्रिप्टो में निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास क्रिप्टो कॉइन या टोकन को कैश में कन्वर्ट कराने का विकल्प है.
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क्रिप्टोकरेंसी के प्रॉफिट पर टैक्स लगेगा
जो भी हो, लेकिन यह जान लीजिए कि अगर आप क्रिप्टोकरेंसी को कैश में कन्वर्ट करा रहे हैं तो आपको अपने प्रॉफिट पर टैक्स भरना होगा. हां, बिल्कुल. यह सही है कि भारत में अभी क्रिप्टोकरेंसी को लीगल टेंडर नहीं है, इसका कोई रेगुलेशन नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अगर आप इस निवेश से प्रॉफिट कमा रहे हैं, तो आपको इसपर टैक्स नहीं देना होगा.
मान लीजिए आपको बिटकॉइन को कैश में कन्वर्ट कराना है, ये काम क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर होगा. कन्वर्ट कराते वक्त आपका जो भी प्रॉफिट है, उसपर टैक्स लगेगा. वहीं, आपको थर्ड पार्टी ब्रोकर को एक्सचेंज फीस भी देनी होगी. हो सकता है कि इस प्रोसेस में पैसे अकाउंट में ट्रांसफर होने में एक-दो दिन लग जाए.
अब बात करते हैं कि कैश कन्वर्ट कैसे और कहां से होगा, इसके दो तरीके हैं-
एक्सचेंज या ब्रोकर से
यह बिल्कुल वैसा ही है, जैसे कि एयरपोर्ट्स पर करेंसी एक्सचेंज सिस्टम होता है. आप यहां अपनी डिजिटल करेंसी डिपॉजिट करते हैं और एक्सचेंज या ब्रोकर पैसे आपके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर देता है. हालांकि, चूंकि ब्रोकर्स पर मनी लॉन्ड्रिंग के कुछ नियम लागू होते हैं, जिसके चलते आपको उसी अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कराने होंगे, जिससे आपने डिपॉजिट किया था.
इस तरीके में दिक्कत यह है कि इसमें ज्यादा वक्त लगता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह सुरक्षित तरीका है, हालांकि, इसमें आपके बैंक अकाउंट में पैसे रिफ्लेक्ट होने में वक्त लगता है. एक्सचेंज ट्रांजैक्शन के बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई लिए एक फीस भी लेता है और फीस हर देश में अलग-अलग एक्सचेंज पर अलग-अलग हो सकती है.
Peer-To-Peer नेटवर्क से
यह तरीका ज्यादा तेज और एनॉनिमस यानी गुप्त है. हालांकि, इसके कुछ रिस्क भी हैं, जो हम आपको बता रहे हैं. डायरेक्ट लिंक यानी peer-to-peer नेटवर्क यानी कि सीधे किसी दूसरे निवेशक से संपर्क करके भी आप अपनी वर्चुअल करेंसी को सीधे बेचकर कैश ले सकते हैं. इसमें एक फायदा यह भी है कि इसमें किसी एक्सचेंज के मुकाबले कम एक्सचेंज फीस लगती है. लेकिन हम आपको बता दें कि इस तरीके में आपको धोखाधड़ी से सावधान रहना होगा. peer-to-peer नेटवर्क में ट्रांजैक्शन यह रिस्क होता है कि आप एक्सचेंज के भरोसे ट्रांजैक्शन नहीं कर रहे हैं, ऐसे में पूरी जिम्मेदारी आप पर होती है.
सुझाव है कि अगर आप यह ट्रांजैक्शन कर रहे हैं तो सामने वाले से उसका आईडी प्रूफ देख लें और अपने क्रिप्टोकॉइन्स ट्रांसफर करने से पहले पेमेंट करा लें. आप किसी ऐसे भी peer-to-peer प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो जब तक आपके बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर न हो जाएं, तब तक आपके कॉइन्स लॉक करके रखेगा.
बिटकॉइन किसी भी मुद्रा के लिए खतरा नहीं, निवेश के लिए बेहतर (Bitcoin is Not Harmful For Any National Currencies)
2009 में कई तकनीकों का इस्तेमाल करने के बाद बिटकॉइन को बनाया गया।बिटकॉइन की तकनीक पूरी तरह से विकेन्द्रीयकृत हो और कोई इसे नियंत्रित न कर पाए इस बात का खास ख्याल रखा गया।आज करीब 11 वर्ष बाद भी बिटकॉइन की तकनीक वैसे ही काम कर रही है जैसे आज बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई से 11 साल पहले। बहुत कम कीमत से आज बिटकॉइन 28,000 डॉलर तक पहुंच गया और सबसे शक्तिशाली मुद्रा भी बन गया। आज दुनिया के हर देश में सरकार के नियम या बिना नियमों के भी बिटकॉइन का लेनदेन होता है।कुछ लोग बिटकॉइन को मुद्रा की तरह मानते हैं और कुछ नहीं। कुछ देश की सरकारें या कुछ लोगों का यह भी कहना है की बिटकॉइन को बनाने का उद्देश्य सरकारों के हाथ से मुद्रा का नियंत्रण छीनना है। जिन देशों में आज तक बिटकॉइन लीगल नहीं हुआ वहां पर बिटकॉइन को स्थानीय मुद्रा के लिए संकट माना जा रहा है। बिटकॉइन के बारे में कम जानकारी होना इसका एक बहुत बड़ा कारण है।बिटकॉइन की तकनीक को गहराई से समझा जाए तो हम यह देखते हैं बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई की बिटकॉइन किसी भी तरह से किसी भी देश की स्थानीय मुद्रा के लिए खतरा नहीं है।
किसी भी देश की मुद्रा को बनाने के पीछे एक सबसे बड़ा कारण इस मुद्रा से अपने लेनदेन को पूरा करना होता है। यह स्थानीय मुद्रा पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण में होती हैं। इस मुद्रा के आधार पर ही देश में दी जाने वाली सेवाओं की कीमत निर्धारित होती है। किसी भी वस्तु पर उस देश की मुद्रा में कीमत लिखी जाती है और इसी आधार पर टैक्स की गणना भी होती है। मुद्रा की कीमत स्थिर होती है यानि क्रिप्टो की तरह इसमें उतार चढ़ाव नहीं होते। अगर हम बिटकॉइन को देखें तो इसकी सबसे बड़ी बात इसका किसी के नियंत्रण में न होना है।बिटकॉइन की कीमत को कोई बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई नियंत्रण नहीं कर सकता और यह मांग और आपूर्ति के हिसाब से बढ़ता और घटता रहता है। बिटकॉइन की कीमत स्थिर न होने के कारण इस से रोजमर्रा की जरूरतों का लेनदेन संभव नहीं है।अगर आज आप इस वस्तु को बिटकॉइन से बेचते हैं तो आपको इसका फायदा और नुक्सान हो सकता है जबकि पैसे का स्थिर होना इस समस्या को खत्म करता है। बिटकॉइन की कीमत इतनी ज्यादा है की इस से छोटी चीजों को खरीदना बहुत महंगा हो सकता है-उदहारण के तौर पर आप बिटकॉइन से अगर 50 रुपए की कोई वस्तु खरीदते हैं और इसे ट्रांसफर करने के लिए आपको 10 रुपए की फीस देनी पड़े तो वह वस्तु 20% महंगी हो जाएगी। बिटकॉइन की ट्रांजक्शन फीस आम लेनदेन के लिए एक मुश्किल खड़ी करती है, इसके लिए स्थिर मुद्रा ही सही है।
भविष्य में बिटकॉइन की कीमत और ज्यादा ऊपर जाएगी और ऐसे में आम लेनदेन बिटकॉइन से और ज्यादा मुश्किल हो जाएगा। बिटकॉइन की कुल संख्या दो करोड़ दस लाख है और यह भी एक बड़ा कारण है की इस से सारी दुनिया के लेनदेन को पूरा करना संभव नहीं होगा।जैसे जैसे यह ज्यादा लोगों के हाथों में जाना शुरू होगा इसकी कीमत और ज्यादा बढ़ती जाएगी। इन बातों से यह तो साफ है की बिटकॉइन कभी भी किसी देश की मुद्रा के लिए खतरा नहीं हो पाएगा बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई क्योंकि जनता आम लेनदेन को पूरा करने के लिए हमेशा स्थानीय मुद्रा पर ही निर्भर रहेगी।
निवेश के लिए बिटकॉइन सबसे बेहतर
अगर हम निवेश की बात करें और निवेश से कम समय में बड़े मुनाफे की बात करें तो बिटकॉइन से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। यह बात बिटकॉइन ने पिछले कुछ वर्षो में सिद्ध की है।बिटकॉइन में निवेश पर एक नज़र डालें तो वर्ष 2010 में अगर एक डॉलर का बिटकॉइन किसी ने लिया होगा तो उसे करीब 333 बिटकॉइन मिला होगा।एक डॉलर दस साल पहले अगर 70 रुपए का भी मान ले तो आज 333 बिटकॉइन की कीमत 56 करोड़ रुपए होगी। अब अगर हमने 10,000 रुपए सोने में, इतना ही पैसा बैंक में फिक्स डिपाजिट में डाला होता तो बैंक हमे दो गुना फायदा देता और सोने में हमें करीब 60% का ही फायदा हुआ होता जबकि बिटकॉइन में अगर इतना पैसा लगाया होता तो यह कितने गुणा होता इसका हिसाब लगाना भी कठिन है। अगर हम बहुत पीछे न भी जाएं और इस वर्ष की ही बात करें तो जनवरी में एक बिटकॉइन की कीमत 6800 डॉलर थी। अगर किसी ने जनवरी में एक बिटकॉइन ख़रीदा होता तो साल के अंत में उसका निवेश तीन गुणा से ज्यादा हो जाता जबकि बैंक 7 से 8% की मुनाफा देता और सोने में भी इतना ही फायदा हुआ है।
कोरोना के समय में हमने पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था चलाने वाले कच्चे तेल की कीमत को जीरो होते हुए देखी और इसी समय बिटकॉइन को नई ऊचाइयों पर जाते हुए देखा। बिटकॉइन को सुरक्षित निवेश मानते हुए दुनिया की बड़ी कंपनियों जैसे की ग्रेस्केल,माइक्रोस्ट्रेट्जी और बाकि कंपनियों ने बिटकॉइन में निवेश किया। बिटकॉइन में किसी भी समय निवेश सही है यह सिद्ध किया इन कंपनियों ने जब माइक्रोस्ट्रेट्जी ने 19000 डॉलर और फिर 21000 डॉलर पर भी करोड़ो का निवेश किया। दुनिया की सरकारें बिटकॉइन को मुद्रा के तौर पर मान्यता न दे लेकिन इसे निवेश के तौर पर मान्यता देने के लिए उन्हें सोचने की जरुरत है। एक ऐसा निवेश जो बड़े उद्योगिक घरानो के लिए न हो कर आम जानत के लिए भी हो ताकि वह भी इस से मुनाफा कमा सके। ऐसा अनुमान है की बिटकॉइन आने वाले वर्षो में कीमत के नए रिकॉर्ड बना सकता है और ऐसे में सरकारों को इस बात से नहीं डरना चाहिए बिना निवेश के बिटकॉइन की कमाई की बिटकॉइन देश की मुद्रा के लिए खतरा है बल्कि यह देखना चाहिए की बिटकॉइन उनके देश के कॉर्पोरेट जगत और जनता के लिए निवेश का एक बेहतर विकल्प है।इस से सरकार को बडी मात्रा में टैक्स भी मिलेगा।
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