3. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड (Hybrid Mutual Fund)

how-mutual-fund-works

पारस्परिक निधि (म्युचुअल फंड)

म्युचुअल फंड ऐसी इकाई है जो विभिन्न प्रतिभूतियों में निवेश करने के लिए बड़ी संख्या में निवेशकों के पैसे को एकत्रित करती है। इस धन को तब विभिन्न वित्तीय साधनों में निवेश करने के लिए इकाई धारकों की ओर से एक पेशेवर निधि प्रबंधक द्वारा प्रबंधित किया जाता है।

टिप्पणी: पारस्परिक निधि‍यों (म्युचुअल फंड) में निवेश करने म्यूच्यूअल फंड क्या है के लिए, निवेशकों को पारस्परिक निधि (म्यूचुअल फंड) संबंधी केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) का अनुपालक होने की आवश्यकता होती है।

Mutual Fund: मीनिंग, प्रकार और अर्थव्यवस्था के विकास में भूमिका

Mutual Fund; स्टॉक, बॉन्ड और अन्य अल्पकालिक निवेश साधनों में निवेश किया गया कई लोगों का सामूहिक निवेश पूल होता है. यह फंड आमतौर पर एक फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किया जाता है, जो निवेशकों से उनके निवेश का ध्यान रखने के लिए फीस वसूलता है. आप किसी भी दिन कितने भी म्यूचुअल फंड खरीद और बेच सकते हैं.

Meaning of Mutual Fund

विकासशील देशों में पूँजी का सृजन एक बड़ी समस्या रहती है.अगर कोई निवेशक कोई बड़ा निवेश करना या उद्योग लगाना चाहता है तो पूँजी की कमी एक प्रमुख समस्या होती है. इस समस्या को चिट फण्ड, म्यूच्यूअल फण्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट्स और बैंक जमा के माध्यम से पूरा किया जाता है.

म्युचुअल फंड का मतलब (Meaning of Mutual Fund)?
एक म्यूचुअल, फंड एक प्रकार म्यूच्यूअल फंड क्या है का समूह निवेश होता है जिसमें कई लोगों (व्यक्ति,संस्था) द्वारा संयुक्त रूप से स्टॉक, बॉन्ड, अल्पकालिक निवेश या अन्य प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है.

Mutual Fund : हर महीने सिर्फ 1500 रुपए जमा कर बना सकते हैं 53 लाख का फंड, जानिए क्या है निवेश की प्रक्रिया

Mutual Fund : हर महीने सिर्फ 1500 रुपए जमा कर बना सकते हैं 53 लाख का फंड, जानिए क्या है निवेश की प्रक्रिया

इंवेस्टमेंट के लिए वैसे तो कई तरह की स्कीम्स उपलबध हैं, लेकिन तेजी से पैसा बढ़ाने के लिए म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) एक पॉपुलर तरीका है. इसमें दूसरी योजनाओं के मुकाबले रिटर्न ज्यादा मिलता है. अगर म्यूच्यूअल फंड क्या है एसआईपी के जरिए निवेश किया जाए तो जोखिम भी कम रहता है. इसमें आप छोटे अमाउंट से एक तय वक्त तक अच्छा अमाउंट जोड़ सकते हैं. इस फंड से आप आराम से अपने बच्चों की शादी व उनकी पढ़ाई का खर्चा उठा सकते हैं.

कैसे बना सकते हैं मोटा फंड

अगर आप 50 लाख से ज्यादा का फंड तैयार करना चाहते हैं तो हर महीने सिर्फ 1500 रुपए जमा करने होंगे. यानी आपको रोजाना 50 रुपए की बचत करनी होगी. फ्रेंकलिन टेम्पलटन ऑफ इंडिया वेबसाइट पर दिए गए कैलकुलेटर के हिसाब से अगर इस पर 12 फीसदी तक रिटर्न मिलता है तो 30 साल बाद आपको करीब 53 लाख रुपए मिलेंगे. वहीं अगर आप म्यूचुअल फंड स्कीम में हर महीने सिर्फ 1000 रुपए का निवेश करते हैं तो 20 साल बाद आपके पास 20 लाख रुपए का फंड तैयार हो जाएगा.

आमतौर पर म्यूचुअल फंड्स चार तरह के होते हैं. जिनमें इक्विटी म्यूचुअल फंड, डेट म्यूचुअल फंड, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड और सॉल्यूशन ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड शामिल हैं. हर एक के फायदे और नुकसान है. निवेशक अपनी पसंद एवं कंपनी के बैकग्राउंड के हिसाब से इसमें निवेश करते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार जो बेहतर रिटर्न वाले म्यूचुअल फंड्स हैं उनमें लंबी अवधि के म्यूच्यूअल फंड क्या है लिए मौजूदा स्तर में निवेश करना बेहतर रहता है.

Debt Mutual Fund क्या है और इसमें निवेश करने पर क्या होते हैं फायदे, जानिए यहां

Mutual Fund Update

Mutual Fund Update: बाजार में मौजूद निवेश के विकल्पों में से म्यूच्यूअल फंड क्या है एक म्यूचुअल फंड (MF) में निवेश करके पैसे को कई गुना बढ़ाया जा सकता है. बता दें कि मौजूदा समय में निवेशकों के लिए मार्केट में कई तरह के म्यूचुअल फंड (MF) मौजूद हैं. उन्हीं में से एक हैं डेट फंड (Debt Mutual Fund). डेट फंड में निवेश करके आपका पैसा सुरक्षित तो रहता ही है साथ ही रिटर्न भी अच्छा खासा मिलता है. डेट फंड की क्या खासियत है और इसमें निवेश करके निवेशकों को क्या फायदा मिलता है. इन सभी बातों पर आज हम इस रिपोर्ट में जानने की कोशिश करते हैं.

डेट फंड- Debt Fund
Debt Fund की रकम को मुख्य रूप से बॉन्ड्स (Bonds) और कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट (Corporate Fixed Deposit) में निवेश किया जाता है. किसी Debt Mutual Fund के साथ यह अनिवार्य शर्त है कि उसका कम से कम 65 फीसदी रकम बॉन्ड या बैंक डिपॉजिट में निवेश किया जाए. डेट म्यूचुअल फंड के तहत Government Bonds, Company Bonds, Corporate Fixed Deposits और Bank Deposits में निवेश किया जाता है. इसके अलावा बचे हुए पैसे को Equity यानि शेयर्स में निवेश किया जाता है.

NAV क्या है? इसका Mutual Funds से क्या सम्बन्ध है? What is NAV in Hindi

NAV क्या है?

NAV क्या है? (What is NAV in Hindi): अगर आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते है तो आपको एनएवी (NAV ) के बारे में समझना बहुत जरूरी है। Mutual Funds में निवेश से पहले NAV की पूरी जानकारी होने से आप अपने प्रॉफिट और लॉस का आसानी से पता लगा सकते हैं। आज म्यूच्यूअल फंड क्या है हम बताएँगे कि NAV क्या है? इसका Mutual Funds से क्या सम्बन्ध है? और जानेंगे एनएवी (NAV ) की पूरी जानकारी।

NAV क्या है?

एनएवी (NAV ) का फुल फॉर्म नेट एसेट वैल्यू (Net Asset Value) है। NAV ही म्युचुअल फण्ड की एक यूनिट की कीमत है। नेट एसेट वैल्यू ही पर ही म्यूचुअल फंड स्कीम की यूनिट खरीदी जाती हैं। अगर किसी म्यूचुअल फंड स्कीम की NAV 100 रुपये है तो आपको 50 यूनिट खरीदने के लिए 5000 का निवेश करना पड़ेगा। अगर आसान भाषा में कहें तो नेट एसेट वैल्यू म्युचुअल फुंफ स्कीम की एक यूनिट की कीमत है। चलिए उदाहरण के साथ समझते हैं कि NAV क्या है? (What is NAV in Hindi)

म्यूच्यूअल फंड के किसी भी स्कीम विशेष का प्रदर्शन उसके नेट एसेट वैल्यू (NAV) वैल्यू पर आधारित होता है। NAV को म्यूच्यूअल फण्ड की स्कीम के एक यूनिट की बुक वैल्यू कहा जाता है। नेट एसेट वैल्यू म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम की एक यूनिट का मूल्य होती हैं। किसी निवेशक को म्यूच्यूअल फंड्स की यूनिट्स NAV के आधार पर ही आवंटित की जाती हैं। Net Asset Value का मूल्य बाजार के अनुसार बदलता रहता हैं। आपको बता दें म्युचुअल फंड्स के Buy और sale में इन्हीं यूनिटों का सबसे ज्यादा महत्त्व होता है। आइये जानते हैं की आखिर Mutual Funds और म्यूच्यूअल फंड क्या है Net Asset Value में क्या सम्बन्ध है?

एनएवी की पूरी जानकारी

निवेशकों द्वारा म्यूच्यूअल फंड्स से इकठ्ठा हुई धनराशि को फण्ड सिक्योरिटी बाज़ार में निवेशित किया जाता है इसलिए बाज़ार मूल्य के आधार पर स्कीम का NAV भी दैनिक बदलता रहता है। इस लेख में अब-तक हमने जाना की NAV क्या है? (What is NAV in Hindi) और Net Asset Value और Mutual Funds में क्या सम्बन्ध होता है? अब आगे हम जानेंगे कि Mutual Fund में यूनिट्स क्या होती हैं? NAV की गणना (NAV calculation) कैसे जाती हैं? सहित जानेगें एनएवी की पूरी जानकारी।

Mutual Fund में यूनिट्स क्या होती हैं?

नया म्यूच्यूअल फण्ड ऑफर जारी करने से पहले फंड हाउस जारी होने वाली म्यूचुअल फंड स्कीम के लिए नई यूनिट्स जारी करता है। बनाये गए प्रत्येक यूनिट की एक नेट एसेट वैल्यू (NAV) होती है। यूनिट के आधार पर ही म्यूच्यूअल फण्ड के करंट इन्वेस्टमेंट की वैल्यू ज्ञात की जाती है। इसकी कीमत बाजार के अनुसार बदलती रहती है। आइये जानते है की Mutual Fund में units कैसे कैलकुलेट की जाती हैं?
Mutual Fund Units = Investment ÷ NAV

रेटिंग: 4.43
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 190