बायो-फ्लॉक तकनीक
यह तकनीक बायोफ्लॉक बैक्टीरिया के आधार पर काम करती है, जिसमें मछलियों के अपशिष्ट को प्रोटीन में बदल दिया जाता है. दरअसल, टैंक में मछलियां पालकर उन्हें आहार के रूप में पोषण से भरपूर दाना डालते हैं, जिसके बाद मछलियां 75% अपशिष्ट पानी में छोड़ती है. बायोफ्लॉक बैक्टीरिया इस अपशिष्ट लाभ क्रांति कैसे काम करती है? को प्रोटीन में बदल देता है. मछलियां इस प्रोटीन को दोबारा खा लेती हैं. और पानी खुद ही साफ हो जाता है. पानी का तापमान कंट्रोल करने के लिये इसमें एक्वासिस्टम भी मौजूद होता है. कम जगह पर सिर्फ एक टैंक में मछलीपालन करके अच्छी आमदनी कमाने का ये बेहतरीन रास्ता है.
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तेजी से बदलती दुनिया के साथ, बैंकिंग उद्योग भी एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस बैंकिंग (API Banking) जैसे नवीन परिवर्तनों से गुजर रहा है। सरल शब्दों में, लाभ क्रांति कैसे काम करती है? यह डेटा और सॉफ्टवेयर को स्थानांतरित करने के लिए API की मदद से आपके बैंक खाते की कार्यक्षमता को अन्य एप्लिकेशन के साथ जोड़ती है।
उदाहरण के लिए, ऑनलाइन खरीदारी करते समय, आप शॉपिंग वेबसाइट या एप्लिकेशन पर अपने बैंकिंग डेटा को संग्रहीत किए बिना अपने स्मार्टफोन के माध्यम से जल्दी और आसानी से भुगतान कर सकते हैं। इसलिए, सभी आवश्यक जानकारी API Banking की मदद से दी जाती है। आइए इस लेख में एपीआई बैंकिंग बारे में और समझें।
भारत में API Banking का आगमन कब हुआ?
2016 में, यूके में द कॉम्पिटिशन एंड मार्केट अथॉरिटी (सीएमए) ने विभिन्न बड़े बैंकिंग संस्थानों जैसे लॉयड्स, बार्कलेज, आदि को अपने कोर बैंकिंग डेटा को थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन तक पहुंच प्रदान करने के लिए कहा। इस बीच, उसी वर्ष आरबीआई द्वारा यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लॉन्च किया गया था। ये दोनों परिवर्तन पारंपरिक बैंकिंग उद्योग में अग्रणी थे। जल्द ही, कुछ बैंकों ने एपीआई के माध्यम से ग्राहक डेटा तक पहुंच ओपन की, जिसका उपयोगकर्ताओं द्वारा उत्साहपूर्वक स्वागत किया गया। तो अब API Banking किसी भी बैंक या वित्तीय संस्थान के कामकाज का अभिन्न अंग है।
अब हम जानते हैं कि एपीआई ने आधुनिक विश्व बैंकिंग की गतिशीलता को पूरी तरह से बदल दिया है। लेकिन सवाल यह है कि यह कैसे काम करता है? एपीआई विभिन्न सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों के बीच एक इंटरफेस है। इन इंटरफेसिंग क्षमताओं के कारण, एक तृतीय-पक्ष एप्लिकेशन बैंक द्वारा प्रदान किए गए टूल और सेवाओं को कनेक्ट और एक्सेस कर सकता है। एपीआई बैंकिंग तीसरे पक्ष की कंपनियों को अपने ग्राहकों को परेशानी मुक्त लेनदेन के लिए बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाता है। एपीआई के कारण बैंकों और तीसरे पक्ष के अनुप्रयोगों की परिणति, ग्राहक के लिए अधिक वैल्यू और कार्यक्षमता लाती है।
API Banking के लाभ क्या हैं?
API Banking की मदद से बेहतर उपयोगकर्ता अनुभव के लिए वित्तीय सेवाओं को सुव्यवस्थित करने में नवाचार संभव है। यह कई अद्वितीय फिनटेक उत्पादों के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य कर रहा है। यह बैंकिंग उद्योग में किसी क्रांति से कम नहीं है।
कुछ महत्वपूर्ण लाभ नीचे बतायें गए हैं;
नए भारत की जरूरतों को पूरा करना:
अधिकांश मौजूदा और संभावित बैंकिंग ग्राहक प्रौद्योगिकी के बारे में अपना रास्ता जानते हैं और व्यक्तिगत बैंकिंग जैसे मूल्यवान डिजिटल नवाचारों की तलाश कर रहे हैं। एपीआई बैंकिंग तीसरे पक्ष के अनुप्रयोगों को बैंकिंग टूल का लाभ उठाने में मदद करती है और डिजिटल इंडिया की जरूरतों को पूरा करने के लिए अनूठी विशेषताओं की पेशकश करती है।
व्यापार अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना:
API Banking ने डिजिटल व्यवसायों द्वारा वित्तीय सेवाओं का उपभोग करने के तरीके को बदल दिया है। यह साइबर अपराधों की चिंता के बिना ऑनलाइन गतिविधियों में शामिल होने के लिए ग्राहकों को सुरक्षित और परेशानी मुक्त विकल्प लाने में मदद करता है। इसलिए, यह नए डिजिटल व्यवसायों का समर्थन करके व्यावसायिक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देता है।
Kaam Ki Baat: बेटियों की शादी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार करती है आर्थिक मदद, ऐसे उठाएं योजना का लाभ
By: ABP Live | Updated at : 22 Aug 2022 05:53 PM (IST)
Vivah Anudan Yojana: हमारे देश में न सिर्फ केन्द्र सरकार बल्कि अलग-अलग राज्यों की सरकारें ऐसी जन-सरोकारी योजनाएं लेकर आती हैं जिनसे गरीब और आम लोगों को फायदा मिलता है. ऐसी ही एक योजना उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा चलाई जा रही है. जिसका नाम है 'विवाह अनुदान योजना'. इस योजना के तहत लाभार्थी को बेटी की शादी के लिए एक निश्चित राशि दी जाती है. अपने इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि इस योजना का लाभ कौन और कैसे उठा सकता है साथ ही इसकी प्रक्रिया क्या है-
क्या है विवाह अनुदान योजना-
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2016-2017 में विवाह अनुदान योजना की शुरुआत की गयी. इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवार की बेटियों की शादी के लिए सहायता अनुदान देना है. इसके लिए 51000 रुपये की आर्थिक राशि सरकार द्वारा दी जाएगी.
Kaam Ki Baat: बेटियों की शादी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार करती है आर्थिक मदद, ऐसे उठाएं योजना का लाभ
By: ABP Live | Updated at : 22 Aug 2022 05:53 PM (IST)
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Farming Techniques: ये हैं खेती-किसानी में क्रांति लाने वाली 5 आधुनिक तकनीक, इन्हें अपनाकर बनें स्मार्ट किसान
By: ABP Live लाभ क्रांति कैसे काम करती है? | Updated at : 21 Jun 2022 10:39 PM (IST)
Smart Farming Through New Techniques: पिछले कुछ वर्षों में भारतीय किसानों ने खेती और इससे जुड़े दूसरे कामों में सबसे बेहतर प्रदर्शन करके अपार सफलता हासिल की है. चाहे खेती हो, पशुपालन हो या खेती में आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करना ही क्यों न हो. भारत के किसानों से साबित कर दिखाया है कि नई टेक्नोलॉजी से जुड़कर कैसे अधिक उत्पादन लिया जा सकता है. खेती-किसानी को टेक्नोलॉजी से जोड़ने के इस काम में भारत को कई देशों का भरपूर सहयोग मिल रहा है. इस कड़ी में आज हम उन तकनीकों के बारे में जानकारी देंगे, जिन्हें अपनाकर खेती को आसान बनाकर अच्छा पैसा कमा सकते हैं.
ड्रोन तकनीक
ड्रोन के जरिये खेत की डेटा मैपिंग, फसलों की निगरानी, कीटनाशकों का छिड़काव और मौसम की जानकारी आदि सुविधाओं का लाभ मिलता है, जिससे खेती में आने वाली चुनौतियों को समय से पहले दूर किया जा सकता है. ड्रोन में लाभ क्रांति कैसे काम करती है? लगे सेंसर और डिजिटल इमोजिंग के जरिये फसलों की कीड़े और बीमारियों से निगरानी करने में मदद मिलती है. साथ ही इसकी मदद से कीटनाशकों और उर्वरकों का छिड़काव भी किया जा सकता है. ड्रोन तकनीक की खरीद के लिये 50% आर्थिक अनुदान का भी प्रावधान है.
#संचार क्रांति- वनांचल के भीतर स्मार्ट फोन की दस्तक! जानिए महिलाएं और छात्राएं कैसे सूचना तकनीक में बढ़ रही हैं आगे
विप्लव गुप्ता, पेंड्रा। क्या शहर और क्या गांव हर कहीं अब मोबाइल कनेक्शन है. मैदानी इलाका हो या वनांचल हर जगह अब लोग फोन से जुड़ रहे हैं. रमन सरकार की संचार क्रांति योजना इसमें बड़ा काम किया है. महिलाओं के हाथों अब सरकारी स्मार्ट फोन है. छात्राएं भी स्मार्ट फोन से स्मार्ट शिक्षा ले रही है. संचार क्रांति योजना की पहुँच रायपुर से आगे बढ़कर जंगलों तक हो गई है. आदिवासी अंचल पेंड्रा के लोगों को भी सरकारी योजना का लाभ मिल रहा है. पेंड्रा की महिलाएं भी स्मार्ट फोन से स्मार्ट हो रही है. आदिवासी अंचल पेंड्रा गौरेला मरवाही में शासन के द्वारा स्काई योजना के तहत बाते जा रहे स्मार्ट फ़ोन ग्रामीण परिवेश में रह रहे लोगो के जीवन में परिवर्तन ला रहा है और कम पढ़ी महिलाओ और युवतियों के काम में भी एक सार्थक भूमिका अदा कर रहा है.
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