अरोरा ने कहा कि ‘किसी भी व्यापारी द्वारा हॉलमार्किंग सेंटर खोलने पर सरकार को उसे प्रोत्साहित करना चाहिए। हॉलमार्किंग मशीनों के आयात शुल्क में सरकार को छूट देनी चाहिए। गोल्ड मेटल लोन एवं बैंकों से लोन ज्वेलरी व्यापारियों को बैंकों से आसानी से दिलवाया जाए।
दिन के व्यापारी किस पैटर्न की तलाश करते हैं?
फोटो: संयुक्त राष्ट्र
हर साल अक्टूबर के पहले सोमवार को यानी इस वर्ष 3 अक्टूबर, यानी आज आयोजित होने वाले इस दिन का उद्देश्य पर्यावास के मूल अधिकार के बारे में जागरूकता फैलाना है। इस दिवस का उद्देश्य दुनिया को यह याद दिलाना है कि हम सभी के पास अपने शहरों और कस्बों के भविष्य को आकार देने की शक्ति और जिम्मेदारी है।
विश्व पर्यावास दिवस का इतिहास
शहरीकरण को प्राचीन मेसोपोटामिया (जिसे अब इराक कहा जाता है) में वापस खोजा जा सकता है। इस काल में दो नगरों का विकास हुआ, उरुक और उर, जो उस समय परात नदी के तट के निकट स्थित थे।
इतिहासकार भी शहरी क्षेत्रों के उदय का श्रेय मिस्र, भारत और चीन जैसी जगहों की नदी घाटी सभ्यताओं को देते हैं। ये स्थान शुरू में कृषि और घरेलू मवेशियों पर निर्भर थे लेकिन जल्द ही व्यापारिक केंद्रों और व्यापारिक केंद्रों में फैल गए।
Jewellery Day: ज्वेलर्स 16 अप्रैल को मनाएंगे ज्वेलरी दिवस, जानिए ज्वेलर्स की प्रमुख मांगे
AIJGF Jewellery Day, ज्वेलरी दिवस: अगले महीने ज्वेलरी सेक्टर का एक बड़ा आयोजन होने जा रहा है। दिन के व्यापारी किस पैटर्न की तलाश करते हैं? देशभर में 4 लाख ज्वेलर्स और 20 लाख कारीगर हैं। ज्वेलर्स 16 अप्रैल 2020 को ज्वेलर्स ‘ज्वेलरी दिवस’ मनाने वाले हैं।
इस कार्यक्रम का एलान आल इंडिया ज्वेलर्स एन्ड गोल्डस्मिथ फेडरेशन ने किया है। यह संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने गठित किया है। इसके राष्ट्रीय संयोजक पंकज अरोरा हैं।
देश में सिर्फ 30 हजार ज्वेलर्स ही फिलहाल BIS हॉलमार्क से रजिस्टर हैं। संगठन के मुताबिक देश में करीब 20 लाख कारीगर ज्वेलरी सेक्टर से जुड़े हैं। उनके मुताबिक इस सेक्टर में सिर्फ सोने से सरकार को 50 हजार करोड़ से ज्यादा का राजस्व मिलता है।
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खंडेलवाल ने कहा कि ‘इस योजना के तहत देश के ज्वेलरी व्यापार को बेहतर, पारदर्शी एवं विश्वसनीय बनाने के लिए देश भर के छोटे जेवेलर व्यापारियों एवं ज्वेलरी कारीगरों को साथ जोड़कर कैट ने हाल ही मैं आल इण्डिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन ( एआईजेजीऍफ़) का गठन किया हैं जिसमें देश दिन के व्यापारी किस पैटर्न की तलाश करते हैं? के सभी राज्यों के छोटे ज्वेलर्स के व्यापारी संगठनों के व्यापारी नेता एवं ज्वेलरी कारीगर शामिल है।’
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एन्ड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक पंकज अरोरा ने बताया कि ’16 अप्रैल को देश भर में दिन के व्यापारी किस पैटर्न की तलाश करते हैं? दिन के व्यापारी किस पैटर्न की तलाश करते हैं? ज्वेलरी दिवस मनाते हुए दिल्ली में एक ज्वेलरी व्यापारी महासम्मेलन आयोजित होगा जिसमें देश के सभी राज्यों के प्रमुख ज्वेलरी व्यापारी बड़ी संख्यां में भाग लेंगे।
अरोरा के मुताबिक ‘सम्मेलन में ज्वेलरी दिन के व्यापारी किस पैटर्न की तलाश करते हैं? व्यापार की वर्तमान ज्वलंत समस्याओं एवं उनका समाधान तथा किस प्रकार से व्यापारी सरकार के साथ सहयोग करते हुए देश के ज्वेलरी व्यापार में वृद्धि कर सकते हैं और भारत से किस प्रकार ज्वेलरी का ज्यादा दिन के व्यापारी किस पैटर्न की तलाश करते हैं? से ज्यादा निर्यात किया जा सकता है, इस पर चर्चा करते हुए अपनी आगामी रणनीति तय करेंगे।’
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