Updated Fri, 26 Feb 2021 11:35 PM IST
अपने व्यापारिक कौशल को निखारें
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इन 5 टिप्स से निखारें Public Speaking Skills
अक्सर आपने अपने आसपास के लोगों से कहते सुना होगा कि बोलना एक कला है, जो व्यक्ति यह सीख गया वह अपनी वाक् कला से किसी को भी प्रभावित कर देता है। जो व्यक्ति अपनी बातों से सामने वाले को प्रभावित कर दे वही अच्छा पब्लिक स्पीकर होता है। लेकिन अक्सर कई व्यक्तियों के साथ यह समस्या होती है कि वो अकेले या यारों दोस्तों की महफिल में तो बेहतर ढंग से बोलते हैं लेकिन अनजान लोगों के सामने बोलने से कतराते हैं। इसका मुख्य कारण होता है कॉन्फिडेंस की कमी और ऐसी छोटी बड़ी कई कमियां होती है जो आप इस लेख में आप जान सकते हैं। अगर आप भी पब्लिक स्पीकिंग से घबराते हैं तो आज का यह लेख आपके ही लिए है। आज के इस लेख में हम आपको 5 ऐसे टिप्स बताएंगे जिनकी मदद से आप अपनी पब्लिक स्पिकिंग स्किल को निखार कर लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं वो 5 टिप्स कौन सी हैं।
1. अपने अंदर के डर को करें दूर
पब्लिक स्पीकिंग में आपके अंदर का डर ही सबसे पहले बाधा पहुंचाने का काम करता है। अक्सर लोगों के दिमाग में तरह-तरह के सवाल चलते रहते हैं जैसे कि अगर वो किसी के सामने कुछ गलत बोल देंगे तो क्या होगा, लोग उनके बारे में क्या सोचेंगे। इसी तरह की तमाम बातें सोच कर वो लोगों के सामने बोलने से कतराते हैं। इसी का कारण है कि वो ऐसे सभी अवसरों से बचने की कोशिश करते हैं जहां लोगों का ध्यान बोलने वाले पर रहता है। यही डर, चिंता या घबराहट आपके और आपके सपनों के बीच सबसे बड़ी बाधा है। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ होता है तो आपको जरूरत है कि अपने इस डर और चिंता पर काबू पायें तभी आपको सफलता हासिल होगी। आपको अपने मन से इस डर को निकालना होगा कि लोग आपके बारे में क्या सोचेंगे। लोगों के सोचने की परवाह न करते हुए आप बेझिझक अपनी बात उनके सामने रखें। आप चाहें तो आईने के सामने बोलने की शुरुआत कर सकते हैं। इससे आपके अंदर का डर निकलेगा और आपकी पब्लिक स्पीकिंग बेहतर होगी। अपने डर को निकालने के लिए आप मोटिवेशनल स्पीकर (Motivational Speaker) को सुन सकते हैं और उनसे सीख सकते हैं।
2. अपने पॉइंट्स को शॉर्ट में लिखें
कई लोग जब पब्लिक में अपनी बात कहने जाते हैं तो वो भूल जाते हैं कि उन्हें क्या कहना है। इसका एक कारण तो है कि वो जनता को देखकर घबरा जाते हैं जिसके बारे में हम ऊपर के पॉइंट मे बात कर चुके हैं। अक्सर पब्लिक स्पीकर अपनी बात को कहने के लिए पॉइंट्स का सहारा लेते हैं। जिसकी मदद से वो आगे की लाइन आसानी से कह पाते हैं। वहीं अगर आप अपनी लाइन्स को बड़े-बड़े पैराग्राफ में लिखेंगे और उन्हें याद करेंगे तो इस बात की संभावना बढ़ जाएगी कि आप उसे भूल जाएं। इसलिए सबसे जरूरी है कि आप इंटरेस्टिंग पॉइंट्स को शॉर्ट में लिखें और एक छोटा-सा सार जरूर बनाएं। ऐसा कहा जाता है कि जो हम खुद लिखते हैं, उसे कभी नहीं भूलते, इसलिए ऑडिएंस का ध्यान खींचने के लिए आप शॉर्ट पॉइंट्स लिखें। ऐसा करने से आपकी नॉलेज और कॉन्फिडेंस दोनों बढ़ेंगे। आप पॉइन्ट्स के जरिए अपनी बातों को जनता के सामने बेहतर ढंग से कह पाएंगे।
3. नियमित रूप से प्रैक्टिस करें
कोई भी काम तभी सफल होता है जब आप प्रैक्टिस करते हैं। इसी तरह बिना अभ्यास के आप कभी भी बेहतर पब्लिक स्पीकर नहीं बन सकते। हम जिस काम की जितनी ज्यादा प्रैक्टिस करते हैं, उसमें उतने ही माहिर हो जाते हैं। प्रैक्टिस करने के कई तरीके हैं, उनमें से एक है शीशे के सामने ड्रेस-अप के साथ प्रैक्टिस करना। ऐसा करने से आपके अंदर एक अलग ही कॉन्फिडेंस आता है। प्रैक्टिस के दौरान अपनी बॉडी-लैंग्वेज पर ध्यान देना चाहिए, साथ ही कंफर्टेबल रहना चाहिए। इसके अलावा आपको अपने हर शब्द पर ध्यान देना चाहिए कि आपका हर शब्द साफ है या नहीं जिससे आपकी ऑडिएंस आपको सही से समझ सके। आप ऑडिएंस से इंटरेक्ट करते समय बीच-बीच में करेंट टॉपिक्स पर भी बातचीत कर सकते हैं, इससे ऑडिएंस बोर भी नहीं होगी। पब्लिक स्पीकिंग से जुड़े उन्य टिप्स के लिए आप मोटिवेशनल कोच (Motivational Coach) डॉ विवेक बिंद्रा की यह वीडियो देख सकते हैं-
4. हमेशा मुस्कुरा कर अपनी बात रखें
जनता उसी स्पीकर को सुनना पसंद करती है जो आत्मविश्वास से भरा होता है। साथ ही उसे जो बहुत शांति से और एक मुस्कुराहट के साथ अपनी बात रखता है। गुस्से में बोलने वाले से लोग जल्दी बोर हो जाते हैं। इसलिए अपनी बात को आराम से और स्माइल के साथ समझाएं। जब आपके चेहरे पर स्माइल रहती है, तो ऑडिएंस भी खुश हो जाती है और आपकी बात में रूचि दिखाने लगती है। जब आप बहुत गंभीर होकर कोई बात कहते हैं तो लोगों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए ऐसा करने से बचें और खुलकर पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी बात कहें।
5. बीच-बीच में सवाल पूछते रहें
एक अच्छा पब्लिक स्पीकर वही होता है जो जनता से पूरी तरह से जुड़ा हो। उन्हें किसी भी तरह से बोरियत न महसूस होने दे। बीच-बीच में उनसे सवाल पूछते रहें, इससे उनकी रुचि भी आपके साथ बनी रहेगी और आपको भी कॉन्फिडेंस मिलता रहेगा। जब भी आप कोई पॉइंट क्लीयर करते हैं, तो उसके पहले या बाद में ऑडिएंस से सवाल जरूर पूछें। ऐसा करने से आप समझ पाएंगे कि ऑडिएंस क्या सुनना चाहती है और वे कितनी इंट्रेस्टेड है। आप कुछ रोचक जानकारी, मुद्दे, टॉपिक, जोक्स भी इसमें शामिल कर सकते हैं। जिससे आपके अंदर की झिझक भी कम होगी और आप बेहतर ढंग से बोल पाएंगे।
यह सब टिप्स अपनाने के बाद आप एक अच्छे पब्लिक स्पीकर बन सकते हैं। यह जरूरी है कि आप जिस भी विषय पर पब्लिक में बात कर रहे हैं आप उससे भली-भाँती परिचित हों। इससे आपके अंदर कॉन्फिडेंस खुद बढ़ जाता है और आप अच्छे से बोल पाते हैं। इन टिप्स की मदद से आप अपनी बात को बेहतर ढंग से ऑडियंस के सामने रख पाएंगे और पावरफुल पब्लिक स्पीकर बन पाएंगे।
लेख के बारे में आप अपनी टिप्पणी को कमेंट सेक्शन में कमेंट करके दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा आप अगर एक व्यापारी हैं और अपने व्यापार में मुश्किल परेशानियों का सामना कर रहे हैं और चाहते हैं कि स्टार्टअप बिज़नेस को आगे बढ़ाने में आपको एक पर्सनल बिज़नेस कोच का अच्छा मार्गदर्शन मिले तो आपको PSC (Problem Solving Course) का चुनाव जरूर करना चाहिए जिससे आप अपने बिज़नेस में एक अच्छी हैंडहोल्डिंग पा सकते हैं और अपने बिज़नेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं ।
विद्यार्थियों को औद्योगिक इकाईयों का कराया जाएगा भ्रमण
आगरा ब्यूरो
Updated Fri, 26 Feb 2021 11:35 PM IST
फिरोजाबाद। छात्र अपने कौशल को निखार सकें, इसके लिए कक्षा छह से आठवीं तक के विद्यार्थियों को औद्योगिक इकाइयों में भ्रमण के लिए ले जाया जाएगा। जनपद में पांच औद्योगिक इकाइयों को चिन्हाकिंत किया गया है। बीएसए अरविंद पाठक ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश का पालन कराने के लिए पत्र जारी किया है।
छात्रों के व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण के लिए बेसिक स्कूलों के छात्रों को एक्सपोजर विजिट कराने के आदेश शासन की ओर से दिए गए हैं। एक्सपोजर विजिट सिर्फ कक्षा छह से आठवीं तक के छात्रों को कराई जाएगी। जनपद में करीब 48 हजार विद्यार्थी उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पंजीकृत हैं। बीएसए अरविंद पाठक ने बताया कि कौशल विकास मिशन लखनऊ के मिशन निदेशक का पत्र प्राप्त हुआ है।
इसमें विद्यार्थियों को औद्योगिक इकाइयों का भ्रमण कराने के निर्देश दिए गए हैं। इन औद्योगिक इकाइयों का छात्र करेंगे भ्रमण सीताराम ग्लास ढ़ोलपुरा, रीगल इंटरप्राइजेज, एनएन एंड कंपनी, सॉस एंड होम प्रॉडक्ट शिकोहाबाद, ट्रांसपेरेंट ओवरसीज आगरा रोड फिरोजाबाद।
फिरोजाबाद। छात्र अपने कौशल को निखार सकें, इसके लिए कक्षा छह से आठवीं तक के विद्यार्थियों को औद्योगिक इकाइयों में भ्रमण के लिए ले जाया जाएगा। जनपद में पांच औद्योगिक इकाइयों को चिन्हाकिंत किया गया है। बीएसए अरविंद पाठक ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश का पालन कराने के लिए पत्र जारी किया है।
छात्रों के व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण के लिए बेसिक स्कूलों के छात्रों को एक्सपोजर विजिट कराने के आदेश शासन की ओर से दिए गए हैं। एक्सपोजर विजिट सिर्फ कक्षा छह से आठवीं तक के छात्रों को कराई जाएगी। जनपद में करीब 48 हजार विद्यार्थी उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पंजीकृत हैं। बीएसए अरविंद पाठक ने बताया कि कौशल विकास मिशन लखनऊ के मिशन निदेशक का पत्र प्राप्त हुआ है।
इसमें विद्यार्थियों को औद्योगिक इकाइयों का भ्रमण कराने के निर्देश दिए गए हैं। इन औद्योगिक इकाइयों का छात्र करेंगे भ्रमण सीताराम ग्लास ढ़ोलपुरा, रीगल इंटरप्राइजेज, एनएन एंड कंपनी, सॉस एंड होम प्रॉडक्ट शिकोहाबाद, ट्रांसपेरेंट ओवरसीज आगरा रोड फिरोजाबाद।
प्रौद्योगिकी प्रबंधन में व्यावसायिक अध्ययन अपने व्यापारिक कौशल को निखारें के मास्टर Georgetown University Online
ऑनलाइन शिक्षा दुनिया को बदल रही है, और ONLINESTUDIES दुनिया भर से डिजिटल उच्च शिक्षा प्रदाताओं को खोजने के लिए सबसे अच्छी जगह है। बहुभाषी, छात्र-केंद्रित वेबसाइटों के कीस्टोन एजुकेशन ग्रुप परिवार के ऑनलाइन फ्लैगशिप के रूप में, ONLINESTUDIES छात्रों के लिए ऑनलाइन विश्वविद्यालय कार्यक्रमों, डिजिटल स्कूलों, मिश्रित शिक्षण प्लेटफार्मों और दूरस्थ पाठ्यक्रम प्रदाताओं से जुड़ना आसान बनाता है। उच्च शिक्षा का भविष्य ऑनलाइन है और अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू छात्र ONLINESTUDIES पर भरोसा करते हैं।
भारत की पहली जूनियर स्किल चैंपियनशिप में 6वीं-12वीं कक्षा के 60 से अधिक विजेताओं को सम्मानित किया
नई दिल्ली/एजेंसी
जूनियरस्किल्स 2021, स्कूली छात्रों के लिए देश की पहली चैंपियनशिप है जिसका आज राजधानी में शानदार समापन हुआ, भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी श्री अतुल कुमार तिवारी ने 60 से अधिक विजेताओं को नकद पुरस्कार, प्रमाण पत्र और पदक से सम्मानित किया। एमएसडीई के तहत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम की एक पहल है, जूनियरस्किल्स चैंपियनशिप स्कूली छात्रों के लिए भारत की कौशल प्रतियोगिता है, जिसे सीबीएसई के साथ साझेदारी में शुरू किया गया है।
स्वर्ण पदक विजेताओं को अक्टूबर 2022 में शंघाई की यात्रा करने का अवसर मिलेगा, जहां वे विश्व कौशल प्रतियोगिता और विश्व की प्रमुख कौशल प्रतियोगिता का निकटता से अनुभव करेंगे, जहां विभिन्न देश स्किल्स में अपनी अन्तिम पहचान बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। इसके अतिरिक्त, यह घोषणा की गई थी कि जूनियरस्किल्स के दूसरे संस्करण का नाम बदलकर इंडियास्किल्स जूनियर कर दिया जाएगा, और एक नए लोगो का अनावरण किया जाएगा।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी अतुल कुमार तिवारी ने प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि स्किलिंग सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय युवा छात्रों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने और विशेषज्ञों से सीखने के लिए प्लेटफॉर्म बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। जूनियर स्किल्स कम उम्र में बच्चों के लिए कौशल को आकांक्षी बनाने की दिशा में एक और कदम है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति जिसका उद्देश्य व्यावसायिक शिक्षा को स्कूली पाठ्यक्रम में एकीकृत करना है और जूनियर स्किल्स जैसे आयोजनों से महत्वपूर्ण सहयोग मिलेगा जो छात्रों को उनकी पसंद के कौशल को निखारने और राष्ट्र निर्माण में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने आगे कहा कि मैं उन सभी प्रतिभागियों को प्रतिस्पर्धात्मकता और उत्साह की भावना के लिए बधाई देना चाहता हूं जो उन्होंने जूनियर स्किल्स में दिखाई। उन्होंने वास्तव में अपने व्यापारिक कौशल को निखारें प्रतियोगिता के भविष्य के संस्करणों के लिए आधार तैयार किया है और अपने आयु वर्ग के अन्य लोगों को आगे आने और भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे।
सीबीएसई के निदेशक डॉ. बिस्वजीत साहा ने कहा, कि स्किल्स भविष्य के विकास के लिए देश की योजनाओं की रीढ़ है। स्कूली स्तर पर कौशल प्रशिक्षण छात्रों को स्वतंत्र विचारकों और समस्या समाधानकर्ताओं के रूप में विकसित होने में मदद करेगा और उन्हें भविष्य की किसी भी चुनौती के लिए तैयार करेगा। व्यावसायिक प्रशिक्षण विश्लेषण संबंधी कौशल, सहयोग और टीमवर्क का निर्माण करके छात्र की शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में भी मदद करता है, जो अंतत: समस्या-समाधान योग्यता विकसित करने में लाभकारी होते हैं। जूनियर स्किल्स स्कूली छात्रों को कम उम्र में व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने का एक प्रयास है जो उन्हें अपने करियर विकल्पों के बारे में एक अच्छी तरह से निर्णय लेने में मदद करता है और यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है। सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को मेरी शुभकामनाएं, आपकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प को देखकर मुझे प्रसन्नता हुई। एनएसडीसी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर प्रकाश शर्मा ने कहा कि कौशल और शिक्षा छात्रों के विकास का अभिन्न अंग हैं जो उन्हें एक उज्ज्वल भविष्य के लिए सशक्त बनाने में मदद करेगा।
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