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HDFC ने HDFC Bank में मर्जर का क्यों लिया फैसला? RBI की सख्ती या जगदीशन फैक्टर, कैसे राह हुई आसान
HDFC-HDFC Bank Merger : एचडीएफसी के एचडीएफसी बैंक में मर्जर का सोमवार को ऐलान हो गया। वास्तव में, 2015 में एचडीएफसी चेयरमैन दीपक पारेख (Deepak Parekh) ने कहा था कि उनकी कंपनी हालात अनुकूल होने पर एचडीएफसी बैंक में मर्जर पर विचार कर सकती है। हालांकि, रेगुलेटरी माहौल अनुकूल नहीं होने के कारण पैरेंट कंपनी के साथ मर्जर की योजना को लागू करने में लंबा समय लग गया। पारेख ने कहा, मर्जर से शेयरहोल्डर्स को कोई नुकसान नहीं होगा।
लेकिन मर्जर की टाइमिंग को लेकर सवाल उठ रहा है कि आखिर अभी उन्होंने यह फैसला क्यों लिया?एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी
इसकी मुख्य वजह एनबीएफसी (NBFC) के प्रति बैंकिंग रेगुलेटर की बदलता नजरिया हो सकता है। पुराने दौर की तुलना में NBFC की तरह काम को जारी रखने का फायदा अब नहीं दिखता है।
HDFC BANK और HDFC का मर्जर,सबसे बड़े विलय में से एक का बैकिंग सेक्टर पर क्या असर
प्राईवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक HDFC Bank और देश की सबसे बड़ी हाउसिंह फाइनेंस कंपनी HDFC का विलय एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी होने जा रहा है. सोमवार, 4 अप्रैल को दोनों संस्थाओं ने मर्जर का ऐलान किया, जिससे इंडियन फाइनेंसियल सेक्टर में एक बड़े सौदे का मंच तैयार हो गया है. मर्ज होने के ऐलान के बाद दोनों संस्थाओं के शेयर्स की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. सुबह करीब 10 बजे HDFC का स्टॉक 13.60 प्रतिशत बढ़ा हुआ था, इसी प्रकार HDFC Bank के स्टॉक में भी दस प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई.
क्या है विलय की योजना?
ट्रांजैक्शन स्ट्रक्चर के मुताबिक एचडीएफसी लिमिटेड, भारत की सबसे एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है, जिसका Assets Under Management (AUM) 5.26 एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी ट्रिलियन रुपये है और मार्केट कैप 4.44 ट्रिलियन रुपये है. इसका विलय एचडीएफसी बैंक के साथ होगा, जो कि भारत का सबसे बड़ा प्राईवेट बैंक है, जिसका मार्केट कैप 8.35 ट्रिलियन है.
एचडीएफसी लिमिटेड की सहायक कंपनी या सहयोगी को भी एचडीएफसी बैंक में स्थानांतरित किया जाएगा.
ट्रांजैक्शन का शेयर स्वैप रेशियो क्या है?
रिकॉर्ड के मुताबिक एचडीएफसी लिमिटेड के शेयरधारक 25 शेयरों के लिए एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर प्राप्त करेंगे.
दोनो संस्थाओं के मर्ज एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी होने के बाद एचडीएफसी बैंक में एचडीएफसी लिमिटेड की हिस्सेदारी समाप्त हो जाएगी और एचडीएफसी बैंक पब्लिक शेयरहोल्डर्स के स्वामित्व में 100 प्रतिशत हो जाएगा. एचडीएफसी लिमिटेड के मौजूदा शेयरहोल्डर्स एचडीएफसी बैंक के 41% एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी हिस्से के मालिक होंगे.
विलय होने के बाद दोनों संस्थाओं को कैसे फायदा होगा?
दोनों कंपनियों ने कहा कि कम्बाइंट एंटिटी दोनों की ताकतें साथ लाएंगी. संस्थाओं के मर्ज होने के बाद HDFC Banks के कस्टमर्स मोर्टगेज को भी कोर प्रोडक्ट की तरह ही प्रयोग में ला सकेंगे. दोनों कंपनियों के बोर्ड का मानना है कि इस डील से कस्टमर्स, एंप्लॉइज और शेयरहोल्डर्स सहित सभी स्टेकहोल्डर्स के लिए लॉन्ग टर्म वेल्यू का क्रिएशन होगा. इस विलय से सरकार के Housing For All के विजन को भी ताकत मिलेगी.
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HDFC BANK MERGER: HDFC बैंक और HDFC इन्वेस्टमेंट के मर्जर की घोषणा, जानें- ग्राहकों के लिए क्या हैं इसके मायने?
Published: April 4, 2022 2:04 PM IST
HDFC BANK MERGER: एचडीएफसी बैंक (HDFC BANK), भारत का सबसे बड़ा निजी लोनप्रदाता, वित्तीय सेवा समूह बनाने के लिए देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी, हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन या एचडीएफसी लिमिटेड के साथ विलय करेगा.
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एचडीएफसी लिमिटेड के अध्यक्ष दीपक पारेख (DEEPAK PAREKH) ने कहा, “परिणामस्वरूप बड़ी बैलेंस शीट बड़े टिकट बुनियादी ढांचे के ऋणों की अंडरराइटिंग की अनुमति देगी, अर्थव्यवस्था में ऋण वृद्धि की गति एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी को तेज करेगी, किफायती आवास को बढ़ावा देगी और प्राथमिकता वाले क्षेत्र को ऋण की मात्रा में वृद्धि करेगी.”
एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक विलय
- सौदे के हिस्से के रूप में, एचडीएफसी लिमिटेड के शेयरधारकों को 25 शेयरों के लिए बैंक के 42 शेयर प्राप्त होंगे. एचडीएफसी लिमिटेड के मौजूदा शेयरधारक एचडीएफसी बैंक के 41 प्रतिशत के मालिक होंगे.
- हाउसिंग फाइनेंस कंपनी द्वारा ऋणदाता में रखे गए शेयरों को समाप्त कर दिया जाएगा, जिससे एचडीएफसी बैंक एक पूर्ण सार्वजनिक कंपनी बन जाएगा.
- कंपनियों ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि एचडीएफसी लिमिटेड की सहायक कंपनियां और सहयोगी एचडीएफसी बैंक में स्थानांतरित हो जाएंगे.
- लेन-देन पूरा करना भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI), भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI), बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) सहित शेयरधारकों, लेनदारों, स्टॉक एक्सचेंज और नियामक अनुमोदन के अधीन है.
- एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड ने एक बयान में कहा कि नियामकीय मंजूरी और अन्य प्रथागत समापन शर्तों के पूरा होने के अधीन 18 महीने से कम समय के भीतर समापन हासिल होने की उम्मीद है.
- कई वित्तीय उत्पादों के साथ एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड का एक संयुक्त ग्राहक आधार होगा. जिसमें बंधक, बचत खाते, जीवन बीमा, सामान्य बीमा, स्वास्थ्य बीमा, निवेश उत्पाद, क्रेडिट कार्ड और व्यक्तिगत ऋण शामिल हैं.
HDFC और HDFC बैंक क्यों मर्जर कर रहे हैं, क्या योजना है और इसका एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी क्या असर होगा? जानें
एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड ने विलय की घोषणा की है। हालांकि ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल हो सकते हैं कि यह विलय क्यों किया जा रहा है इसका लाभ क्या होगा या विलय की योजना क्या होगी। चलिए ऐसे कुछ सवालों का जवाब जानते हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड ने सोमवार को अपने विलय की घोषणा की, जिससे भारतीय वित्तीय क्षेत्र में सबसे बड़े सौदों में से एक के लिए मंच तैयार हो गया। विलय की घोषणा से दोनों एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी के शेयर की कीमतों में तेज वृद्धि हुई। एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा कि भारत के सबसे बड़े बंधक ऋणदाता हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (एचडीएफसी) का निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक के साथ विलय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा होगा।
HDFC Ltd का एचडीएफसी बैंक में विलय, टीसीएस से ज्यादा होगा मार्केट कैप
नई दिल्ली
देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) का देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) में विलय होगा। प्रस्तावित सौदे के तहत एचडीएफसी लिमिटेड के प्रत्येक 25 एचडीएफसी विलय सौदे से बाजार में तेजी इक्विटी शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 इक्विटी शेयर मिलेंगे। विलय के बाद बनने वाली कंपनी का मार्केट कैप टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (TCS) से अधिक होगा। अभी मुकेश अंबानी की रिलांयस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) पहले और टीसीएस (TCS) दूसरे नंबर पर है। मर्जर के बाद एचडीएफसी बैंक में शत प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स की होगी। एचडीएफसी लिमिटेड के मौजूदा शेयरधारकों की एचडीएफसी बैंक में 41 फीसदी हिस्सेदारी होगी। विलय की प्रक्रिया 18 महीने में पूरी होने की उम्मीद है।
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